हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज मध्यप्रदेश जा रहे हैं। मध्यप्रदेश के महू में कल यानी 27 जनवरी को कांग्रेस संविधान अभियान शुरू करने जा रही है। पार्टी हाईकमान ने हिमाचल से इसके लिए मुख्यमंत्री के अलावा डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को महू बुलाया है। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सांसद एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद रहेंगी। मुख्यमंत्री सुक्खू कुछ देर बाद शिमला से दिल्ली रवाना होगा। दिल्ली से आज शाम को ही महू जाएंगे। महू से लौटने के बाद सीएम सुक्खू अगले तीन दिन 28 से 30 जनवरी तक दिल्ली में चुनाव प्रचार करेंगे। पार्टी हाईकमान ने उन्हें स्टार प्रचारक बना रखा है। दिल्ली में 3 दिन करेंगे चुनाव प्रचार दिल्ली के अलग अलग क्षेत्रों में बड़ी संख्या में हिमाचल के लोग रहते हैं। लिहाजा जिन क्षेत्रों में हिमाचल के लोग ज्यादा संख्या में हैं, मुख्यमंत्री सुक्खू वहां चुनाव प्रचार करेंगे। 30 की शाम या फिर 31 जनवरी को ही सीएम सुक्खू वापस शिमला लौटेंगे। जाहिर है कि मुख्यमंत्री सुक्खू इस महीने शिमला में नहीं मिलेगे। वह शनिवार शाम को ही 9 दिन के धर्मशाला प्रवास से शिमला लौटें हैं। आज पहले दिल्ली और फिर महू जाएंगे। कांग्रेस के नए संगठन को लेकर कर सकते हैं चर्चा दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू पार्टी हाईकमान से प्रदेश में कांग्रेस की नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा कर सकते हैं, क्योंकि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल में कांग्रेस की सभी राज्य, जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी भंग कर रखी है। प्रदेश में 2027 के चुनाव को देखते हुए नया संगठन खड़ा किया जाना है। लिहाजा इसे लेकर मुख्यमंत्री शीर्ष नेताओं से चर्चा कर जल्दी संगठन बनाने की मांग रख सकते हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज मध्यप्रदेश जा रहे हैं। मध्यप्रदेश के महू में कल यानी 27 जनवरी को कांग्रेस संविधान अभियान शुरू करने जा रही है। पार्टी हाईकमान ने हिमाचल से इसके लिए मुख्यमंत्री के अलावा डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को महू बुलाया है। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सांसद एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद रहेंगी। मुख्यमंत्री सुक्खू कुछ देर बाद शिमला से दिल्ली रवाना होगा। दिल्ली से आज शाम को ही महू जाएंगे। महू से लौटने के बाद सीएम सुक्खू अगले तीन दिन 28 से 30 जनवरी तक दिल्ली में चुनाव प्रचार करेंगे। पार्टी हाईकमान ने उन्हें स्टार प्रचारक बना रखा है। दिल्ली में 3 दिन करेंगे चुनाव प्रचार दिल्ली के अलग अलग क्षेत्रों में बड़ी संख्या में हिमाचल के लोग रहते हैं। लिहाजा जिन क्षेत्रों में हिमाचल के लोग ज्यादा संख्या में हैं, मुख्यमंत्री सुक्खू वहां चुनाव प्रचार करेंगे। 30 की शाम या फिर 31 जनवरी को ही सीएम सुक्खू वापस शिमला लौटेंगे। जाहिर है कि मुख्यमंत्री सुक्खू इस महीने शिमला में नहीं मिलेगे। वह शनिवार शाम को ही 9 दिन के धर्मशाला प्रवास से शिमला लौटें हैं। आज पहले दिल्ली और फिर महू जाएंगे। कांग्रेस के नए संगठन को लेकर कर सकते हैं चर्चा दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू पार्टी हाईकमान से प्रदेश में कांग्रेस की नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा कर सकते हैं, क्योंकि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल में कांग्रेस की सभी राज्य, जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी भंग कर रखी है। प्रदेश में 2027 के चुनाव को देखते हुए नया संगठन खड़ा किया जाना है। लिहाजा इसे लेकर मुख्यमंत्री शीर्ष नेताओं से चर्चा कर जल्दी संगठन बनाने की मांग रख सकते हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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राजेश शर्मा ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन:मनाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे नेता; CM की पत्नी ने प्रचार अभियान का किया आगाज
राजेश शर्मा ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन:मनाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे नेता; CM की पत्नी ने प्रचार अभियान का किया आगाज हिमाचल प्रदेश की देहरा विधानसभा सीट पर बगावत के संकेत दे चुके डॉ. राजेश शर्मा को मनाने की जिम्मेदारी पार्टी ने कृषि मंत्री चंद्र कुमार को सौंपी है। लेकिन अब कोई भी नेता राजेश शर्मा से बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है, क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू समेत कांग्रेस नेताओं पर दबाव बनाकर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। राजेश शर्मा ने कहा कि अगर उनकी मौत भी हार्ट अटैक से होती है तो इसके लिए मुख्यमंत्री सुक्खू ही जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि कई प्रभावशाली लोग उन पर दबाव बना रहे हैं। उन्हें अपना कारोबार बंद करने की धमकी दी जा रही है। इससे डरे कांग्रेस नेता राजेश शर्मा से बात नहीं कर पा रहे हैं। इस संबंध में जब कृषि मंत्री चंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह जल्द ही राजेश शर्मा से बात करेंगे। उन्हें पूरा विश्वास है कि राजेश शर्मा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राजेश शर्मा कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने सर्वे रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर को टिकट दिया है। कांग्रेस एक बार देहरा से राजेश शर्मा को टिकट भी दे चुकी है। राजेश से तार भिड़ाने लगी बीजेपी बेशक, राजेश शर्मा के तल्ख तेवर के बाद कांग्रेस नेता उनसे बात नहीं कर पा रहे। मगर भारतीय जनता पार्टी के नेता राजेश शर्मा से तार भिड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। बीती शाम को पूर्व मंत्री विपिन सिंह परमार, देहरा सीट से बीजेपी प्रत्याशी होशियार सिंह, बीजेपी विधायक राकेश जम्वाल राजेश शर्मा का कुशल क्षेम जानने सिविल अस्पताल पहुंचे, क्योंकि पिछले कल बीपी कम होने के बाद होशियार सिंह अस्पताल में भर्ती हो गए थे। CM की पत्नी प्रचार को देहरा पहुंची इस बीच मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर आज चुनाव प्रचार के लिए देहरा पहुंच गईं। नामांकन भरने से एक दिन पहले उनका जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने ठाकुरद्वारा लक्ष्मीनारायण मंदिर चनौर में माथा टेकने के बाद प्रचार अभियान का आगाज किया। बाद में उन्होने माता बगलामुखी मंदिर में भी अपना शीश नवाया। कांग्रेस देहरा सीट से कमलेश ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है। देहरा, कमलेश ठाकुर का माइका है। इस सीट को कांग्रेस कभी नहीं जीत पाई। इसलिए पार्टी ने मुख्यमंत्री की पत्नी पर दांव खेला है। उनको टिकट देने की वजह से ही राजेश शर्मा ने खुले तौर पर बागी तेवर दिखाए हैं। राजेश शर्मा पिछले कल अपने समर्थकों के बीच फूट फूट कर रोए और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। 2022 में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके डॉ. राजेश देहरा से डॉ. राजेश का टिकट पहले से तय माना जा रहा था। साल 2022 में पार्टी ने राजेश को ही टिकट दिया था। हालांकि तब वह निर्दलीय होशियार से चुनाव हार गए थे। इस बार पार्टी हाईकमान ने कभी नहीं जीत पाने वाली देहरा सीट को जीतने के लिए सीएम की पत्नी पर दांव खेला है। इससे पहले एक बार वह कांगड़ा सीट से भी निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं।
हिमाचल में राहुल-प्रियंका की रैलियों का स्ट्राइक रेट शून्य:दोनों ने की 8 जनसभाएं, 1 भी सीट नहीं जीत पाए; PM मोदी-शाह-नड्डा का शत-प्रतिशत
हिमाचल में राहुल-प्रियंका की रैलियों का स्ट्राइक रेट शून्य:दोनों ने की 8 जनसभाएं, 1 भी सीट नहीं जीत पाए; PM मोदी-शाह-नड्डा का शत-प्रतिशत हिमाचल में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की रैलियों की जीत का स्ट्राइक रेट शून्य प्रतिशत है। इन दिग्गजों की चुनावी रैलियां कांग्रेस को एक भी लोकसभा सीट नहीं दिला पाईं और लगातार तीसरी बार कांग्रेस का सफाया हो गया। दूसरी ओर, लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की स्टार रैलियों की जीत का स्ट्राइक रेट 100 प्रतिशत है। मोदी-राहुल-खड़गे ने 2-2 जनसभाएं कीं, प्रियंका ने की 6 जनसभाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल में दो जनसभाएं कीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक, राहुल गांधी ने दो और प्रियंका गांधी ने छह जनसभाएं और दो रोड शो किए। लेकिन कांग्रेस को सफलता नहीं मिली। हालांकि विधानसभा उपचुनाव में पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा है। उपचुनाव में प्रियंका का स्ट्राइक रेट 100% उपचुनाव में प्रियंका गांधी ने लोकसभा के साथ-साथ 28 मई को ऊना के गगरेट विधानसभा और कुटलैहड़ विधानसभा में दो चुनावी जनसभाएं कीं। दोनों सीटों पर कांग्रेस ने उपचुनाव में जीत दर्ज की। उपचुनाव में प्रियंका की जीत का स्ट्राइक रेट 100% रहा, लेकिन बड़सर सीट पर प्रियंका का रोड शो काम नहीं आया। यहां कांग्रेस हार गई है। PM मोदी ने यहां से पलटी हवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 24 मई को शिमला और मंडी संसदीय क्षेत्र में दो चुनावी जनसभाएं की। पहली जनसभा शिमला सीट के अंतर्गत नाहन में पार्टी प्रत्याशी सुरेश कश्यप के समर्थन में की। इस सीट को बीजेपी ने 91451 मतों के अंतर से जीता। मोदी की नाहन जनसभा से पहले तक इस सीट पर कांटे की टक्कर मानी जा रही थी, क्योंकि पिछले पांच साल के दौरान सुरेश कश्यप जनता के बीच बहुत कम नजर आएं। इससे लोगों में रोष था। मगर मोदी की नाहन रैली ने इस सीट की हवा पलट दी और यहां मजबूत मानी जा रही कांग्रेस को हरा दिया। नाहन के बाद PM मोदी ने मंडी में कंगना रनोट के समर्थन में जनसभा की। इस सीट पर भी PWD मंत्री विक्रमादित्य के कारण कड़ा मुकाबला माना जा रहा था। मगर मोदी की मंडी रैली के बाद कांग्रेस पिछड़ गई और बीजेपी इस सीट को 74755 मतों के अंतर से जीत गई। शाह की रैलियों की स्ट्राइक रेट शत-प्रतिशत वहीं अमित शाह ने 26 मई को ऊना के अंब में हमीरपुर से पार्टी प्रत्याशी हमीरपुर और कांगड़ा संसदीय सीट पर राजीव भारद्वाज और धर्मशाला विधानसभा उप चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी सुधीर शर्मा के समर्थन में जनसभा की। इन दोनों लोकसभा के साथ साथ बीजेपी धर्मशाला सीट पर उप चुनाव भी जीत गई। इस तरह शाह की रैलियों में जीत का स्ट्राइक रेट शत-प्रतिशत रहा। गडकरी का उप चुनाव में जीरो स्ट्राइक रेट केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 29 व 30 मई को तीन जनसभाएं की। 29 मई को गडकरी ने पहली जनसभा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के कुटलैहड़ और दूसरी जनसभा मंडी संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी कंगना के समर्थन में कुल्लू में की। 30 मई को उन्होंने करसोग में जनसभा की। उनका भी लोकसभा चुनाव में जीत का स्ट्राइक रेट शत-प्रतिशत है। मगर कुटलैहड़ विधानसभा सीट पर गडकरी पार्टी प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्टो को चुनाव नहीं जिता सके। जेपी नड्डा का शत-प्रतिशत स्ट्राइक रेट वहीं जेपी नड्डा ने 18 मई को शिमला संसदीय सीट के अर्की व फतेहपुर और 28 मई को किन्नौर, रामपुर,रोहड़ू और बिलासपुर में चारों संसदीय क्षेत्रों में जनसभा की। उनकी जीत का स्ट्राइक रेट भी शत-प्रतिशत है। राहुल गांधी का उप चुनाव में शत-प्रतिशत स्ट्राइक रेट राहुल गांधी ने 26 मई को नाहन और ऊना में दो जनसभाएं की। ऊना में उन्होंने हमीरपुर संसदीय सीट से प्रत्याशी सत्तपाल रायजादा के अलावा कुटलैहड़ विधानसभा से उम्मीदवार विवेक शर्मा और गगरेट सीट पर राकेश कालिया के लिए भी वोट की अपील की।लोकसभा चुनाव में राहुल की रैलियों का स्ट्राइक रेट जीरो रहा, लेकिन कुटलैहड़ और गगरेट सीट पर विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस से राहुल का की रैलियों का जीत का स्ट्राइक रेट शत-प्रतिशत रहा। 25 मई को मल्लिकार्जुन खड़गे ने शिमला संसदीय सीट के अंतर्गत रोहड़ू में जनसभा की। उनकी जनसभा का भी कांग्रेस को फायदा नहीं हुआ।
हिमाचल CM ने बुलाई कांग्रेस विधायक दल मीटिंग:नड्डा के गृह-विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम को लेकर होगी चर्चा; विधायकों को मिलेगा भीड़ जुटाने के टॉरगेट
हिमाचल CM ने बुलाई कांग्रेस विधायक दल मीटिंग:नड्डा के गृह-विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम को लेकर होगी चर्चा; विधायकों को मिलेगा भीड़ जुटाने के टॉरगेट हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने शिमला में आज कांग्रेस विधायक दल (CLP) की मीटिंग बुलाई है। इसमें सरकार के दो साल पूरा करने पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर चर्चा होगी। सूत्रों की माने तो कांग्रेस के सभी विधायकों को दो साल पूरा के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने का टारगेट दिया जाएगा। कांग्रेस सरकार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के गृह विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर में 11 दिसंबर को दो साल का जश्न कार्यक्रम मनाने जा रही है। सरकार ने इसमें 25 हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी को प्रभारी बना रखा है। CM, डिप्टी CM और धर्माणी पर ज्यादा दारोदार बिलासपुर जिला हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। लिहाजा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस विधायकों पर भीड़ जुटाने का ज्यादा दारोमदार रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री दोनों इसी संसदीय हलके से संबंध रखते हैं। इनके अलावा बिलासपुर से इकलौते मंत्री राजेश धर्माणी पर भी सरकार के इस कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की चुनौती रहेगी। आज की मीटिंग में कांग्रेस विधायकों से भी अगले तीन साल को लेकर रोड मैप बनाने के लिए सुझाव भी लिए जाएंगे। विपक्ष के हमले का जवाब देने की बनेगी रणनीति आज की मीटिंग में भाजपा के आक्रामक रवैये का जवाब देने को लेकर भी रणनीति बनेगी। दरअसल, भाजपा ने सभी जिला मुख्यालय में 11 दिसंबर को सरकार की नाकामियों को लेकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। विपक्षी भाजपा कांग्रेस सरकार की दो साल की नाकामियों को लेकर जनता के बीच जाने और प्रदर्शन करने जा रही है। लिहाजा सुक्खू सरकार विपक्ष पर पलटवार करने की भी रणनीति बनाएगी।