<p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News:</strong> खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. हाल ही में खानपुर के वर्तमान विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर फायरिंग करने के मामले ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया है. यह पहली बार नहीं है जब चैंपियन ने इस तरह के विवादों को जन्म दिया है. उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत से ही विवादों का लंबा इतिहास रहा है. कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का सबसे चर्चित विवाद 2019 में सामने आया, जब उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इस वीडियो में वह एक पार्टी के दौरान शराब के नशे में हथियार लहराते और डांस करते नजर आए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वीडियो ने न केवल उत्तराखंड की राजनीति को शर्मसार किया बल्कि भारतीय जनता पार्टी को भी असहज स्थिति में डाल दिया. वीडियो में वह उत्तराखंड के बारे में आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणी करते हुए दिखाई दिए थे. इस विवाद के बाद भाजपा ने उन पर सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया. चैंपियन के इस कृत्य ने उन्हें जनता और राजनीतिक गलियारों में भारी आलोचना का पात्र बना दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विवादों से रहा है पुराना नाता</strong><br />कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस से की थी. मार्च 2016 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. पार्टी बदलने के बाद भी उनका विवादों से नाता खत्म नहीं हुआ. 2019 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के दौरान चैंपियन और झबरेड़ा के विधायक देशराज कर्णवाल के बीच जुबानी जंग ने पार्टी को मुश्किल में डाल दिया. यह विवाद इतना बढ़ा कि पार्टी को मामले की जांच करनी पड़ी. इस जांच के बीच ही चैंपियन ने दिल्ली में एक पत्रकार से बदसलूकी कर दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके चलते उन्हें तीन महीने के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ताजा मामला खानपुर के विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर हुई फायरिंग का है. आरोप है कि पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने अपने समर्थकों के साथ उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर जाकर हंगामा किया और फायरिंग की. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए, जिनमें चैंपियन को विवादित तरीके से व्यवहार करते देखा जा सकता है. इस मामले के बाद चैंपियन को देहरादून से गिरफ्तार कर हरिद्वार ले जाया गया. पुलिस हिरासत में चैंपियन ने उमेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें उकसाया गया और उनके साथ अन्याय हुआ है. वहीं, उनकी पत्नी कुंवरानी देव्यानी सिंह ने भी उमेश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनके घर में घुसे और बदतमीजी की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस ने बीजेपी पर बोला तीखा हमला</strong><br />चैंपियन की इन हरकतों के बाद बीजेपी को हमेशा की तरह इस बार भी असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं पार्टी और प्रदेश दोनों की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं. वहीं, कांग्रेस ने इस मामले पर बीजेपी पर तीखा हमला बोला. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि चैंपियन जैसे नेताओं को संरक्षण देने के कारण ही प्रदेश की राजनीति बदनाम हो रही है. उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना उत्तराखंड की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने इस मामले में चैंपियन को गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है. वहीं, खानपुर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ भी कुंवरानी देव्यानी सिंह की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले ने प्रदेश की राजनीति में तनाव और बयानबाजी का दौर शुरू कर दिया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा और कांग्रेस इस मामले को किस तरह से संभालती हैं और क्या चैंपियन अपने विवादित छवि से उबरने में सफल हो पाएंगे. फिलहाल, चैंपियन एक बार फिर से उत्तराखंड की राजनीति में चर्चा का केंद्र बन गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a title=”UCC: आज समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा उत्तराखंड, चुनावी वादा होगा पूरा” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttarakhand-will-become-first-state-in-india-to-implement-uniform-civil-code-2871172″ target=”_blank” rel=”noopener”><strong>UCC: आज समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा उत्तराखंड, चुनावी वादा होगा पूरा</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News:</strong> खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. हाल ही में खानपुर के वर्तमान विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर फायरिंग करने के मामले ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया है. यह पहली बार नहीं है जब चैंपियन ने इस तरह के विवादों को जन्म दिया है. उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत से ही विवादों का लंबा इतिहास रहा है. कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का सबसे चर्चित विवाद 2019 में सामने आया, जब उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इस वीडियो में वह एक पार्टी के दौरान शराब के नशे में हथियार लहराते और डांस करते नजर आए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वीडियो ने न केवल उत्तराखंड की राजनीति को शर्मसार किया बल्कि भारतीय जनता पार्टी को भी असहज स्थिति में डाल दिया. वीडियो में वह उत्तराखंड के बारे में आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणी करते हुए दिखाई दिए थे. इस विवाद के बाद भाजपा ने उन पर सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया. चैंपियन के इस कृत्य ने उन्हें जनता और राजनीतिक गलियारों में भारी आलोचना का पात्र बना दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विवादों से रहा है पुराना नाता</strong><br />कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस से की थी. मार्च 2016 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. पार्टी बदलने के बाद भी उनका विवादों से नाता खत्म नहीं हुआ. 2019 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के दौरान चैंपियन और झबरेड़ा के विधायक देशराज कर्णवाल के बीच जुबानी जंग ने पार्टी को मुश्किल में डाल दिया. यह विवाद इतना बढ़ा कि पार्टी को मामले की जांच करनी पड़ी. इस जांच के बीच ही चैंपियन ने दिल्ली में एक पत्रकार से बदसलूकी कर दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके चलते उन्हें तीन महीने के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ताजा मामला खानपुर के विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर हुई फायरिंग का है. आरोप है कि पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने अपने समर्थकों के साथ उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर जाकर हंगामा किया और फायरिंग की. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए, जिनमें चैंपियन को विवादित तरीके से व्यवहार करते देखा जा सकता है. इस मामले के बाद चैंपियन को देहरादून से गिरफ्तार कर हरिद्वार ले जाया गया. पुलिस हिरासत में चैंपियन ने उमेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें उकसाया गया और उनके साथ अन्याय हुआ है. वहीं, उनकी पत्नी कुंवरानी देव्यानी सिंह ने भी उमेश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनके घर में घुसे और बदतमीजी की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस ने बीजेपी पर बोला तीखा हमला</strong><br />चैंपियन की इन हरकतों के बाद बीजेपी को हमेशा की तरह इस बार भी असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं पार्टी और प्रदेश दोनों की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं. वहीं, कांग्रेस ने इस मामले पर बीजेपी पर तीखा हमला बोला. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि चैंपियन जैसे नेताओं को संरक्षण देने के कारण ही प्रदेश की राजनीति बदनाम हो रही है. उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना उत्तराखंड की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने इस मामले में चैंपियन को गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है. वहीं, खानपुर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ भी कुंवरानी देव्यानी सिंह की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले ने प्रदेश की राजनीति में तनाव और बयानबाजी का दौर शुरू कर दिया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा और कांग्रेस इस मामले को किस तरह से संभालती हैं और क्या चैंपियन अपने विवादित छवि से उबरने में सफल हो पाएंगे. फिलहाल, चैंपियन एक बार फिर से उत्तराखंड की राजनीति में चर्चा का केंद्र बन गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a title=”UCC: आज समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा उत्तराखंड, चुनावी वादा होगा पूरा” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttarakhand-will-become-first-state-in-india-to-implement-uniform-civil-code-2871172″ target=”_blank” rel=”noopener”><strong>UCC: आज समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा उत्तराखंड, चुनावी वादा होगा पूरा</strong></a></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Aligarh: संदीप सिंह ने महाकुंभ को बताया भारत की एकता का प्रतीक, बाबा साहब को दिया धन्यवाद