भास्कर न्यूज | अमृतसर 26 जनवरी को जहां एक तरफ पूरा देश संविधान, उसके निर्माता और गणतंत्र का जश्न मना रहा था वहीं दूसरी तरफ टाउन हॉल स्थित डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा की बेअदबी हो रही थी। आरोपी ने पहले बाबा साहिब की प्रतिमा पर हथौड़े चलाए फिर संविधान पर आग लगाने की कोशिश की। इस घटना को लेकर शहर भर में रोष फैल गया और वाल्मीकि तथा दलित भाईचारे के लोगों ने घटना के वक्त से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उसी के तहत सोमवार को पूरा शहर को बंद रखा गया और आक्रोशित लोगों ने भंडारी पुल और टाउन हॉल में पूरे दिन धरना दिया। इसके चलते शहर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई रही। हालांकि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उससे पूछताछ जारी है। गौर हो कि उक्त घटना हेरिटेज स्ट्रीट पर थाने से करीब 150 मीटर की दूरी पर हुई। आरोपी की पहचान मोगा के धर्मकोट निवासी आकाशदीप के रूप में हुई है। वहीं दूसरी तरफ आरोपी की मां मीडिया के सामने आई। उसने बताया कि 3 महीने पहले ही आकाशदीप दुबई से लौटा था। वहां से लौटने के बाद वो परिवार से बात तक नहीं कर रहा। परिवार को ये तक नहीं पता कि वो अमृतसर में कहां रह रहा है। बंद के चलते सारे शहर की दुकानें, बाजार संस्थान बंद रहे। आलम यह रहा कि बंद के चलते पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई रही। एआईजी जगजीत सिंह ने बताया कि आरोपी को पकड़कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं दूसरी तरफ बाबा साहिब की प्रतिमा की बेअदबी को लेकर सांसद गुरजीत सिंह औजला, अकाली नेता बिक्रम मजीठिया, पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी, भाजपा के जिला शहरी प्रधान हरविंदर सिंह संधू सभी ने निंदा की है। एसीपी सेंट्रल जसपाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने बेअदबी मामले के आरोपी आकाशदीप का 4 दिन का रिमांड मिला है। भास्कर न्यूज | अमृतसर 26 जनवरी को जहां एक तरफ पूरा देश संविधान, उसके निर्माता और गणतंत्र का जश्न मना रहा था वहीं दूसरी तरफ टाउन हॉल स्थित डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा की बेअदबी हो रही थी। आरोपी ने पहले बाबा साहिब की प्रतिमा पर हथौड़े चलाए फिर संविधान पर आग लगाने की कोशिश की। इस घटना को लेकर शहर भर में रोष फैल गया और वाल्मीकि तथा दलित भाईचारे के लोगों ने घटना के वक्त से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उसी के तहत सोमवार को पूरा शहर को बंद रखा गया और आक्रोशित लोगों ने भंडारी पुल और टाउन हॉल में पूरे दिन धरना दिया। इसके चलते शहर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई रही। हालांकि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उससे पूछताछ जारी है। गौर हो कि उक्त घटना हेरिटेज स्ट्रीट पर थाने से करीब 150 मीटर की दूरी पर हुई। आरोपी की पहचान मोगा के धर्मकोट निवासी आकाशदीप के रूप में हुई है। वहीं दूसरी तरफ आरोपी की मां मीडिया के सामने आई। उसने बताया कि 3 महीने पहले ही आकाशदीप दुबई से लौटा था। वहां से लौटने के बाद वो परिवार से बात तक नहीं कर रहा। परिवार को ये तक नहीं पता कि वो अमृतसर में कहां रह रहा है। बंद के चलते सारे शहर की दुकानें, बाजार संस्थान बंद रहे। आलम यह रहा कि बंद के चलते पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई रही। एआईजी जगजीत सिंह ने बताया कि आरोपी को पकड़कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं दूसरी तरफ बाबा साहिब की प्रतिमा की बेअदबी को लेकर सांसद गुरजीत सिंह औजला, अकाली नेता बिक्रम मजीठिया, पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी, भाजपा के जिला शहरी प्रधान हरविंदर सिंह संधू सभी ने निंदा की है। एसीपी सेंट्रल जसपाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने बेअदबी मामले के आरोपी आकाशदीप का 4 दिन का रिमांड मिला है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू केस में DSP होगा बर्खास्त:सरकार ने मंजूरी दी; हाईकोर्ट ने कहा- SSP भी सस्पेंड होना चाहिए
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू केस में DSP होगा बर्खास्त:सरकार ने मंजूरी दी; हाईकोर्ट ने कहा- SSP भी सस्पेंड होना चाहिए पंजाब पुलिस की कस्टडी में गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू मामले में सस्पेंड DSP गुरशेर सिंह को नौकरी से हटाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने मंजूरी दे दी है। सोमवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान सरकार ने यह जानकारी दी। सरकार ने बताया कि इसकी फाइल पंजाब पब्लिक सर्विस कमीशन (PPSC) को भेज दी है। यह कार्रवाई SIT की रिपोर्ट के आधार पर की है। 25 अक्टूबर को गुरशेर सिंह को सस्पेंड किया था। उसके साथ 6 और अधिकारी सस्पेंड किए गए थे सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने पंजाब DGP के बयान पर भी सवाल उठाया। कोर्ट ने कहा कि जब लॉरेंस इंटरव्यू का मामला उठा था तो उस समय DGP ने यह बात क्यों कही थी कि इंटरव्यू पंजाब में नहीं हुआ है। उन्होंने यह बात किस आधार पर कही थी। जेलों का विभाग DGP के अधीन नहीं आता है। ऐसे में उन्होंने ऐसा बयान कैसे दे दिया। DGP ने जल्दबाजी में पंजाब की जेलों को क्लीन चिट क्यों दी। हाईकोर्ट ने कहा कि अगर गलती हुई है ताे उसे मान लेना चाहिए। SIT ने SSP की नहीं बताई को कोई भूमिका
मोहाली के तत्कालीन एसएसपी विवेकशील सोनी के बारे में हाईकोर्ट ने कहा कि वह उस जिले के मुख्य अधिकारी थे। उन्हें भी सस्पेंड किया चाहिए। इस पर सरकारी वकील ने कहा कि SIT ने उनकी कोई भूमिका नहीं बताई है। उन्हें पहले ही पब्लिक डीलिंग के पद से हटा दिया गया है। इसके साथ हाईकोर्ट ने लॉरेंस को लंबे समय तक CIA खरड़ में रखने संबंधी सवाल किया। कोर्ट ने कहा कि इस चीज की भी जांच होनी चाहिए। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली
लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को ब्रॉडकास्ट हुआ था। इसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था, इसलिए उसे मरवाया। SIT रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने CIA की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत
लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। पंजाब के DGP ने खारिज किया था दावा
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू जारी होने के बाद पंजाब पुलिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है। DGP ने लॉरेंस की 2 तस्वीरें दिखाते हुए कहा था- जब लॉरेंस को बठिंडा जेल लाया गया तो उसके बाल कटे थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी। 7 अधिकारी सस्पेंड किए
25 अक्टूबर को लॉरेंस के पहले इंटरव्यू के लिए जिम्मेदार 7 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया था। इसमें DSP से लेकर हेड कॉन्स्टेबल रैंक तक के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। DSP गुरशेर सिंह (अमृतसर स्थित 9 बटालियन), DSP समर वनीत, सब इंस्पेक्टर रीना (CIA खरड़ में तैनात), सब इंस्पेक्टर जगतपाल जंगू (AGTF में तैनात), सब इंस्पेक्टर शगनजीत सिंह (AGTF), ASI मुखत्यार सिंह और हेड कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश को सस्पेंड किया गया था।
लुधियाना में रिश्वत लेते पकड़ा गया ASI:होटल मालिक से लिए 2 लाख 70 हजार, पुराने केस में IPC जोड़ने की दी धमकी
लुधियाना में रिश्वत लेते पकड़ा गया ASI:होटल मालिक से लिए 2 लाख 70 हजार, पुराने केस में IPC जोड़ने की दी धमकी लुधियाना में विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने थाना डिवीजन नंबर 5 में तैनात एक ASI को रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी एएसआई पर आरोप है कि उसने एक होटल मालिक के परिवार के सदस्यों के खिलाफ दर्ज मामले में IPC की धारा जोड़ने की धमकी देकर पैसे लिए हैं। आरोपी ASI का नाम चरणजीत सिंह है। आरोपी ने थाना SHO के नाम से रिश्वत ली है। जानकारी देते हुए एसएसपी रविंदरपाल सिंह संधू ने बताया कि आरोपी चरणजीत सिंह के खिलाफ बस स्टैंड के नजदीक जवाहर नगर कैंप में होटल ताज के मालिक कमलजीत आहूजा द्वारा मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू की भ्रष्टाचार विरोधी हेल्प लाइन पर शिकायत दी थी। IPC की धारा जोड़ने की दी धमकी पीड़ित कमलजीत सिंह ने शिकायत में बताया कि ASI चरणजीत सिंह ने उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ दर्ज मामले में धारा 307, 379-B जोड़ने की धमकी देकर उससे रिश्वत ली है। SSP संधू ने बताया कि मामले की जांच के बाद शिकायतकर्ता के आरोप सही पाए गए। टीम के पास आरोपी चरणजीत सिंह की एक रिकार्डिंग भी शिकायतकर्ता ने पेश की। होटल सुचारु रूप से चलाने की भी मांगे 2 लाख प्राथमिक जांच में यह साबित हो गया है कि ASI चरणजीत सिंह ने इस थाने के SHO के नाम पर 2,70,000 रुपए की रिश्वत ली थी तथा शिकायतकर्ता को अपना होटल सुचारू रूप से चलाने देने के लिए 2 लाख रुपए प्रति माह की रिश्वत भी मांगी थी। SSP संधू ने बताया कि इस जांच रिपोर्ट के आधार पर उक्त ASI चरणजीत सिंह के खिलाफ विजीलेंस ब्यूरो के थाना लुधियाना रेंज में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पहले ही दर्ज किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान संबंधित SHO और अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी। इंतकाल चढ़ाने के मांगे 5 हजार रुपए इसी तरह विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए रायकोट में तैनात पटवारी जसप्रीत सिंह को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा है। उक्त माल अधिकारी को मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर गुरसेवक सिंह द्वारा की गई शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है। गुरसेवक सिंह ग्रीन सिटी, रायकोट का रहने वाला है। आरोपी गुरसेवक सिंह ने अपने सहायक लाडी की मदद से जमीन का इंतकाल चढ़ाने की बदले यह रिश्वत ली है। आरोपियों के खिलाफ पीड़ित ने वीडियो राकर्डिंग भी पेश की है।
बरनाला में नहीं हुई बरसाती नाले की सफाई:किसानों को सता रहा पानी खेतों में घुसने का डर, प्रशासन की तैयारियों पर जताया रोष
बरनाला में नहीं हुई बरसाती नाले की सफाई:किसानों को सता रहा पानी खेतों में घुसने का डर, प्रशासन की तैयारियों पर जताया रोष बरसात के मौसम को लेकर जहां आने वाले दिनों में भारी बारिश की आशंका है] वहीं, प्रशासन की ओर से नालों की सफाई व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर प्रबंध नाकाम है। धनौला ड्रेन की अभी तक सफाई नहीं हुई है। यह बरसाती नाला (ड्रेन) अलग-अलग गांव से होकर गुजरता है और सफाई न होने के कारण हर वर्ष किसानों की फसलों की बर्बादी का कारण बनती है। जिसके चलते आज भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां संगठन ने प्रशासन से उचित व्यवस्था की मांग की है। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां संगठन के नेता बलजिंदर सिंह, बलदेव सिंह और सोनी सिंह ने बताया कि गांव धौला के पास धनौला ड्रेन जो नाला कई गांवों को जोड़ता है, उसकी पिछले कुछ समय से सफाई नहीं हुई है। सफाई के अभाव में नाले के अंदर बड़े पैमाने पर पौधे उग आए हैं। लेकिन प्रशासन ने बारिश के मौसम से पहले कोई उचित व्यवस्था नहीं की। नाले में जा रहा फैक्ट्रियों का गंदा पानी उन्होंने कहा कि अगर बारिश हुई तो नालों के माध्यम से बारिश का पानी बहने से किसानों की खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस नाले की सफाई नहीं होने से लगातार बीमारियां भी बढ़ रही हैं। जिसके बाद वे धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। उन्होंने मांग की कि आसपास की फैक्ट्रियों का पानी भी इसी नाले में जाता है। यदि प्रशासन व फैक्ट्रियों द्वारा नालों की सफाई करा दी जाए तो किसानों को कोई परेशानी नहीं होगी। ऐसे में आने वाले दिनों में जहां बारिश की संभावना है, वहां नालों की सफाई न होना अपने आप में एक बड़ा सवाल है। इसके लिए प्रशासन को जल्द से जल्द नालों की सफाई कर ग्रामीणों और किसानों को राहत देनी चाहिए।