<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Assembly Election 2025:</strong> दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 जीतकर आम आदमी पार्टी का सियासी लक्ष्य दिल्ली में तीसरी बार अपने दम पर सरकार बनाने की है. चुनाव घोषणा के बाद से आप पूरी ताकत के साथ इस दिशा में प्रयासरत है, लेकिन 5 फरवरी को मतदान के दिन से ठीक 6 दिन पहले 8 विधायकों ने पार्टी छोड़ बड़ा झटका दिया है. इस्तीफा देने वाले विधायक वे हैं, जिन्हें पार्टी ने इस बार टिकट देकर प्रत्याशी नहीं बनाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आठ विधायकों द्वारा पार्टी छोड़ने के बाद आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे और ऋतुराज झा ने इस्तीफा देने वाले विधायकों पर तल्ख टिप्पणी की है. दोनों कहा कि पार्टी ने उन्हें भी इस बार टिकट नहीं दिया, लेकिन वह पार्टी नहीं छोड़ रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रितुराज झा ने कहा कि केजरीवाल ने उन्हें सब कुछ दिया और उन्हें 10 साल तक किरारी का विधायक बनाए रखा. इस बात को नहीं भूलना चाहिए. फिर राजनीति में सिर्फ टिकट मिलना ही सब कुछ नहीं होता. संगठन की भी जिम्मेदारियां होती हैं, जिसे निभाना होता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>23 विधायकों को नहीं मिले थे टिकट </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, आम आदमी पार्टी के 23 ऐसे विधायक हैं इस बार टिकट नहीं मिला था. इनमें से 4 विधायकों पहले ही इस्तीफा दे दिया था. आठ विधायकों ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया. अब यही नेता पार्टी आलाकमान और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं. बाकी 11 विधायक में से चार के रिश्तेदारों को पार्टी ने टिकट दिया था. इनमें एसके बग्गा के बेटे को कृष्णा नगर, धर्मपाल को मुंडका, नरेश बाल्यान की पत्नी पूजा बाल्यान को उत्तम नगर और मटिया महल से शोएब इकबाल के बेटे को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. शेष बचे 7 विधायक अभी पार्टी से जुड़े हैं. इनमें से कईयों ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आप का साथ छोडने वाले 8 विधायक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली विधानसभा चुनाव के अंतिम दौर में जिन आठ विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है उनमें पवन शर्मा आदर्श नगर, भावना गौड़ पालम, बीएस जून बिजवासन, मदन लाल कस्तूरबा नगर, राजेश ऋषि<br />जनकपुरी, रोहित कुमार त्रिलोकपुरी, नरेश यादव महरौली और गिरीश सोनी मादीपुर शामिल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चुनाव से पहले इस्तीफा देने वाले 4 विधायक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले चार विधायकों इस्तीफा दिया था. इनमें दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत नजफगढ़, पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम सीमापुरी, पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद पटेल नगर और आप नेता करतार सिंह तंवर छतरपुर ने पहले ही अलग-अलग कारणों की वजह से इस्तीफा दे दिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन्हें नहीं मिला टिकट </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सीलमपुर से आप विधायक अब्दुल रहमान ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए था. कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है. वहीं हरि नगर से टिकट न मिलने पर मौजूदा विधायक राजकुमारी ढिल्लो निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. दिलीप पांडे तिमारपुर, रामनिवास गोयल शाहदरा, ऋतुराज झा किरारी, हाजी यूनुस मुस्तफाबाद, गुलाब सिंह मटियाला अभी पार्टी से जुड़े हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Purvanchal Neta: दिल्ली के पूर्वांचली नेताओं में मधुबनी का दबदबा, जानें- इस बार किसका बिगाड़ेंगे सियासी खेल? ” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/madhubani-dominates-among-poorvaanchalee-netas-whose-political-game-spoil-in-delhi-assembly-election-2025-2875107″ target=”_blank” rel=”noopener”>Purvanchal Neta: दिल्ली के पूर्वांचली नेताओं में मधुबनी का दबदबा, जानें- इस बार किसका बिगाड़ेंगे सियासी खेल? </a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Assembly Election 2025:</strong> दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 जीतकर आम आदमी पार्टी का सियासी लक्ष्य दिल्ली में तीसरी बार अपने दम पर सरकार बनाने की है. चुनाव घोषणा के बाद से आप पूरी ताकत के साथ इस दिशा में प्रयासरत है, लेकिन 5 फरवरी को मतदान के दिन से ठीक 6 दिन पहले 8 विधायकों ने पार्टी छोड़ बड़ा झटका दिया है. इस्तीफा देने वाले विधायक वे हैं, जिन्हें पार्टी ने इस बार टिकट देकर प्रत्याशी नहीं बनाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आठ विधायकों द्वारा पार्टी छोड़ने के बाद आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे और ऋतुराज झा ने इस्तीफा देने वाले विधायकों पर तल्ख टिप्पणी की है. दोनों कहा कि पार्टी ने उन्हें भी इस बार टिकट नहीं दिया, लेकिन वह पार्टी नहीं छोड़ रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रितुराज झा ने कहा कि केजरीवाल ने उन्हें सब कुछ दिया और उन्हें 10 साल तक किरारी का विधायक बनाए रखा. इस बात को नहीं भूलना चाहिए. फिर राजनीति में सिर्फ टिकट मिलना ही सब कुछ नहीं होता. संगठन की भी जिम्मेदारियां होती हैं, जिसे निभाना होता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>23 विधायकों को नहीं मिले थे टिकट </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, आम आदमी पार्टी के 23 ऐसे विधायक हैं इस बार टिकट नहीं मिला था. इनमें से 4 विधायकों पहले ही इस्तीफा दे दिया था. आठ विधायकों ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया. अब यही नेता पार्टी आलाकमान और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं. बाकी 11 विधायक में से चार के रिश्तेदारों को पार्टी ने टिकट दिया था. इनमें एसके बग्गा के बेटे को कृष्णा नगर, धर्मपाल को मुंडका, नरेश बाल्यान की पत्नी पूजा बाल्यान को उत्तम नगर और मटिया महल से शोएब इकबाल के बेटे को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. शेष बचे 7 विधायक अभी पार्टी से जुड़े हैं. इनमें से कईयों ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आप का साथ छोडने वाले 8 विधायक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली विधानसभा चुनाव के अंतिम दौर में जिन आठ विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है उनमें पवन शर्मा आदर्श नगर, भावना गौड़ पालम, बीएस जून बिजवासन, मदन लाल कस्तूरबा नगर, राजेश ऋषि<br />जनकपुरी, रोहित कुमार त्रिलोकपुरी, नरेश यादव महरौली और गिरीश सोनी मादीपुर शामिल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चुनाव से पहले इस्तीफा देने वाले 4 विधायक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले चार विधायकों इस्तीफा दिया था. इनमें दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत नजफगढ़, पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम सीमापुरी, पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद पटेल नगर और आप नेता करतार सिंह तंवर छतरपुर ने पहले ही अलग-अलग कारणों की वजह से इस्तीफा दे दिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन्हें नहीं मिला टिकट </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सीलमपुर से आप विधायक अब्दुल रहमान ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए था. कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है. वहीं हरि नगर से टिकट न मिलने पर मौजूदा विधायक राजकुमारी ढिल्लो निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. दिलीप पांडे तिमारपुर, रामनिवास गोयल शाहदरा, ऋतुराज झा किरारी, हाजी यूनुस मुस्तफाबाद, गुलाब सिंह मटियाला अभी पार्टी से जुड़े हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Purvanchal Neta: दिल्ली के पूर्वांचली नेताओं में मधुबनी का दबदबा, जानें- इस बार किसका बिगाड़ेंगे सियासी खेल? ” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/madhubani-dominates-among-poorvaanchalee-netas-whose-political-game-spoil-in-delhi-assembly-election-2025-2875107″ target=”_blank” rel=”noopener”>Purvanchal Neta: दिल्ली के पूर्वांचली नेताओं में मधुबनी का दबदबा, जानें- इस बार किसका बिगाड़ेंगे सियासी खेल? </a></strong></p> दिल्ली NCR Watch: मौनी अमावस्या पर जहां मची थी भगदड़ वहां पहुंचे सीएम योगी, अपनी आंखों से देखा घटना का सच