<p style=”text-align: justify;”><strong>Kangra News:</strong> हिमाचल प्रदेश के पोंग डैम लेक वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में आयोजित वार्षिक जल पक्षी गणना 2025 में रिकॉर्ड पक्षी गणना दर्ज की गई है. 1 फरवरी 2025 को संपन्न इस गणना में 153,719 जलपक्षी दर्ज किए गए, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है. इस अभियान में हिमाचल प्रदेश वन विभाग, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (BNHS), वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII), पक्षी प्रेमी और स्थानीय लोग सहित 100 से अधिक विशेषज्ञों ने भाग लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गणना से पता चला कि कुल 97 प्रजातियों के 1,53,719 जल पक्षी मौजूद हैं, जिनमें 144,371 प्रवासी पक्षी (55 प्रजातियां), 7,382 निवासी पक्षी (31 प्रजातियां) और 1,966 अन्य पक्षी (11 प्रजातियां) शामिल हैं. इस बार गणना में सबसे अधिक संख्या बार-हेडेड गीज (90,959) की रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 53,458 अधिक है. यह पोंग झील में वार्षिक पक्षी गणना के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दुर्लभ प्रजातियां भी की गईं दर्ज </strong><br />अन्य प्रमुख दर्ज प्रजातियों में यूरोपीय कूट (10,785), कॉमन पॉचार्ड (9,692), कॉमन टील (8,497), नॉर्दर्न पिंटेल (8,053), लिटिल कार्मोरेंट (3,520), यूरेशियन विजन (3,464), ग्रे लैग गीज़ (2,984), टफ्टेड पॉचार्ड (2,331), नॉर्दर्न शोवेलर (1,350) और ग्रेट कार्मोरेंट (1,271) शामिल हैं. गणना के दौरान ग्रेट व्हाइट-प्रिंटेड गीज़, लेसर व्हाइट-फ्रंटेड गीज़, रेड क्रेस्टेड पॉचार्ड, फेर्रुगिनस पॉचार्ड, पाइड एवोसेट और नॉर्दर्न लैपविंग जैसी दुर्लभ प्रजातियां भी दर्ज की गईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रवासी पक्षियों के लिए बन गया है आकर्षण का केंद्र </strong><br />इस साल पक्षी गणना में कुल 83,555 की वृद्धि दर्ज की गई, जिसका प्रमुख कारण झील के जलस्तर में गिरावट को माना जा रहा है. कम जलस्तर के कारण पक्षियों के लिए भोजन के अधिक स्रोत उपलब्ध हुए हैं, जिससे यह प्रवासी पक्षियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभयारण्य की रक्षा के महत्व को देखते हुए, हिमाचल प्रदेश सरकार ने 18 जनवरी को पोंग वेटलैंड में एक नए व्याख्या केंद्र का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा समर्पित इस सुविधा का उद्देश्य आगंतुकों को प्रवासी प्रजातियों के समर्थन में वेटलैंड की भूमिका के बारे में शिक्षित करना है. और जैव विविधता का संरक्षण.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘केंद्र सरकार का बजट दूरदर्शी, हर वर्ग का रखा ध्यान’, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की तारीफ” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/budget-2025-himachal-pradesh-bjp-leader-jai-ram-thakur-said-union-budget-2025-for-everyone-ann-2875445″ target=”_self”>’केंद्र सरकार का बजट दूरदर्शी, हर वर्ग का रखा ध्यान’, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की तारीफ</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Kangra News:</strong> हिमाचल प्रदेश के पोंग डैम लेक वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में आयोजित वार्षिक जल पक्षी गणना 2025 में रिकॉर्ड पक्षी गणना दर्ज की गई है. 1 फरवरी 2025 को संपन्न इस गणना में 153,719 जलपक्षी दर्ज किए गए, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है. इस अभियान में हिमाचल प्रदेश वन विभाग, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (BNHS), वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII), पक्षी प्रेमी और स्थानीय लोग सहित 100 से अधिक विशेषज्ञों ने भाग लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गणना से पता चला कि कुल 97 प्रजातियों के 1,53,719 जल पक्षी मौजूद हैं, जिनमें 144,371 प्रवासी पक्षी (55 प्रजातियां), 7,382 निवासी पक्षी (31 प्रजातियां) और 1,966 अन्य पक्षी (11 प्रजातियां) शामिल हैं. इस बार गणना में सबसे अधिक संख्या बार-हेडेड गीज (90,959) की रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 53,458 अधिक है. यह पोंग झील में वार्षिक पक्षी गणना के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दुर्लभ प्रजातियां भी की गईं दर्ज </strong><br />अन्य प्रमुख दर्ज प्रजातियों में यूरोपीय कूट (10,785), कॉमन पॉचार्ड (9,692), कॉमन टील (8,497), नॉर्दर्न पिंटेल (8,053), लिटिल कार्मोरेंट (3,520), यूरेशियन विजन (3,464), ग्रे लैग गीज़ (2,984), टफ्टेड पॉचार्ड (2,331), नॉर्दर्न शोवेलर (1,350) और ग्रेट कार्मोरेंट (1,271) शामिल हैं. गणना के दौरान ग्रेट व्हाइट-प्रिंटेड गीज़, लेसर व्हाइट-फ्रंटेड गीज़, रेड क्रेस्टेड पॉचार्ड, फेर्रुगिनस पॉचार्ड, पाइड एवोसेट और नॉर्दर्न लैपविंग जैसी दुर्लभ प्रजातियां भी दर्ज की गईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रवासी पक्षियों के लिए बन गया है आकर्षण का केंद्र </strong><br />इस साल पक्षी गणना में कुल 83,555 की वृद्धि दर्ज की गई, जिसका प्रमुख कारण झील के जलस्तर में गिरावट को माना जा रहा है. कम जलस्तर के कारण पक्षियों के लिए भोजन के अधिक स्रोत उपलब्ध हुए हैं, जिससे यह प्रवासी पक्षियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभयारण्य की रक्षा के महत्व को देखते हुए, हिमाचल प्रदेश सरकार ने 18 जनवरी को पोंग वेटलैंड में एक नए व्याख्या केंद्र का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा समर्पित इस सुविधा का उद्देश्य आगंतुकों को प्रवासी प्रजातियों के समर्थन में वेटलैंड की भूमिका के बारे में शिक्षित करना है. और जैव विविधता का संरक्षण.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘केंद्र सरकार का बजट दूरदर्शी, हर वर्ग का रखा ध्यान’, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की तारीफ” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/budget-2025-himachal-pradesh-bjp-leader-jai-ram-thakur-said-union-budget-2025-for-everyone-ann-2875445″ target=”_self”>’केंद्र सरकार का बजट दूरदर्शी, हर वर्ग का रखा ध्यान’, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की तारीफ</a></strong></p> हिमाचल प्रदेश Jaipur: RTO निरीक्षक के साथ बीच सड़क पर मारपीट, हाईवे पर ट्रकों की कर रहा था चेकिंग, FIR