बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने रविवार को अपनी बेटी आस्था के साथ प्रयागराज के पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान किया। इस दौरान डेरा बाबा रूद्रानंद नारी के आचार्य हेमानंद जी महाराज ने उनसे विशेष पूजा-अर्चना करवाई। संगम स्नान के दौरान उपमुख्यमंत्री ने मंत्रोच्चार के बीच पवित्र जल में डुबकी लगाई और गंगा जल का आचमन किया। साथ ही उन्होंने भगवान सूर्य की पूजा भी की। अग्निहोत्री ने इस अवसर को अपना सौभाग्य बताते हुए कहा कि महाकुंभ एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महापर्व है। स्नान के उपरांत उपमुख्यमंत्री ने अक्षयवट कॉरिडोर में स्थित छत्र अक्षयवट के दर्शन किए और पूजन किया। इसके बाद उन्होंने पातालपुरी मंदिर और सरस्वती कूप का भी दर्शन किया। अपनी आध्यात्मिक यात्रा के दौरान वे बड़े हनुमान जी मंदिर भी गए, जहां उन्होंने विशेष पूजा-अर्चना की। बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने रविवार को अपनी बेटी आस्था के साथ प्रयागराज के पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान किया। इस दौरान डेरा बाबा रूद्रानंद नारी के आचार्य हेमानंद जी महाराज ने उनसे विशेष पूजा-अर्चना करवाई। संगम स्नान के दौरान उपमुख्यमंत्री ने मंत्रोच्चार के बीच पवित्र जल में डुबकी लगाई और गंगा जल का आचमन किया। साथ ही उन्होंने भगवान सूर्य की पूजा भी की। अग्निहोत्री ने इस अवसर को अपना सौभाग्य बताते हुए कहा कि महाकुंभ एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महापर्व है। स्नान के उपरांत उपमुख्यमंत्री ने अक्षयवट कॉरिडोर में स्थित छत्र अक्षयवट के दर्शन किए और पूजन किया। इसके बाद उन्होंने पातालपुरी मंदिर और सरस्वती कूप का भी दर्शन किया। अपनी आध्यात्मिक यात्रा के दौरान वे बड़े हनुमान जी मंदिर भी गए, जहां उन्होंने विशेष पूजा-अर्चना की। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल की टॉप-अफसरशाही बदलेगी:रेरा चेयरमैन और मुख्य सचिव नया बनेगा; श्रीकांत बाल्दी की रिटायरमेंट के बाद चर्चाएं तेज, लॉबिंग में लगे दावेदार
हिमाचल की टॉप-अफसरशाही बदलेगी:रेरा चेयरमैन और मुख्य सचिव नया बनेगा; श्रीकांत बाल्दी की रिटायरमेंट के बाद चर्चाएं तेज, लॉबिंग में लगे दावेदार हिमाचल प्रदेश की टॉप-ब्यूरोक्रेसी में नए साल में बड़ा फेरबदल होने वाला है। इसकी सुगबुगाहट रेरा यानी रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण के चेयरमैन डॉ. श्रीकांत बाल्दी के रिटायर होने की वजह से ज्यादा तेज हुई है। श्रीकांत बाल्दी बीते गुरुवार को ही रिटायर हुए हैं। रेरा चेयरमैन पद पर 5 साल के लिए तैनाती होती है। लिहाजा रेरा चेयरमैन के मलाइदार पद को लॉबिंग तेज हो गई है। सूत्र बताते हैं कि रेरा चेयरमैन के लिए मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना (1990 बैच) सरकार से तार भिड़ा रहे हैं। उन्हें इस पद की रेस में आगे माना जा रहा है। प्रबोध सक्सेना मार्च में रिटायर हो रहे हैं। मगर सरकार इससे पहले ही सक्सेना को रेरा में तैनाती दे सकती है। सरकार इसके लिए जल्द आवेदन मांगेगी। इसके बाद चेयरमैन पद के दूसरे दावेदार भी सामने आएंगे। सक्सेना के चेयरमैन बनने से मुख्य सचिव बदलना तय अगर प्रबोध सक्सेना रेरा चेयरमैन बने तो इससे सूबे का नया मुख्य सचिव बनना भी तय है। मुख्य सचिव की रेस में सीनियोरिटी की वजह से 1988 बैच के वरिष्ठ IAS संजय गुप्ता सबसे आगे हैं। सीनियोरिटी की वजह से उनकी दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। मगर आखिरी फैसला मुख्यमंत्री सुक्खू को लेना है। प्रबोध सक्सेना को दो साल पहले जब मुख्य सचिव बनाया गया था, तब भी संजय गुप्ता की सीनियोरिटी को नजरअंदाज कर दिया था और उन्हें एडवाइजर लगाया था। गुप्ता के बाद केके पंत और ओंकार का नाम चर्चा में संजय गुप्ता के बाद मुख्य सचिव की दौड़ में 1993 बैच के IAS एवं दो महीने पहले ही सेंटर डेपुटेशन से लौटें अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) केके पंत हैं। केके पंत ने प्रदेश लौटने से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से दिल्ली में ही मुलाकात की थी। तब यह माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री सुक्खू पंत को अगला मुख्य सचिव बना सकते हैं। पंत के बाद वरिष्ठता में अनुराधा ठाकुर सीनियर IAS हैं। मगर वह अभी सेंटर डेपुटेशन पर हैं। अब तक उनके हिमाचल लौटने की संभावनाएं कम थी, क्योंकि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया अनुराधा को हिमाचल का मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) नियुक्त कर चुका है। मगर अनुराधा ने जॉइन नहीं किया और वह दिल्ली में ही डटी हुई हैं। सूत्र बताते हैं कि अब अनुराधा भी हिमाचल लौटने को तैयार है। अगले एक महीने में वह प्रदेश लौट सकती है। ओंकार के पक्ष में हिमाचली होना अनुराधा के बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं 1994 बैच के IAS ओंकार चंद शर्मा का नाम भी अगले मुख्य सचिव की रेस में गिना जा रहा है। ओंकार शर्मा के पक्ष में उनका हिमाचली होना है। सरकार उन पर भी भरोसा दिखा सकतीं हैं। वर्मा की रिटायरमेंट के बाद खाली हो जाएगा रेरा वहीं रेरा में बाल्दी के बाद इकलौते मेंबर आरके वर्मा भी 31 दिसंबर को रिटायर होने जा रहे हैं। रेरा के दूसरे मेंबर बीसी बडालिया पहले ही रिटायर हो चुके हैं। इसके बाद रेरा खाली हो जाएगा। लिहाज़ा सरकार रेरा चेयरमैन और सदस्य की नियुक्ति के लिए जल्द चयन प्रक्रिया आरंभ करेगी। प्रबोध सक्सेना के अलावा दूसरे रिटायर अधिकारी भी गोटियां फिट करने में जुट गए हैं। यह कमेटी करेगी चेयरमैन का चयन रेरा चेयरमैन का चयन मुख्य न्यायाधीश अध्यक्षता में गठित कमेटी करती है। इसके लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। इस कमेटी में शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव और विधि सचिव सदस्य होते हैं। रेरा का ये काम? प्रदेश में काम करने वाले बिल्डरों का रेरा में पंजीकरण होता है। उसके बाद ही बिल्डर हिमाचल में आवासीय कॉलोनियां बना पाते हैं। बिल्डर अगर फ्लैट बेचने में लोगों के साथ धोखाधड़ी करता है तो पीड़ितों की शिकायत भी रेरा में ही सुनी जाती है। गलती पाए जाने पर बिल्डरों पर जुर्माना लगाया जाता है। यहीं नहीं अगर बिल्डर मौके पर गलत काम कर रहा है तो इस स्थिति में रेरा के तहत ही बिल्डरों पर कार्रवाई होती है। बताया जा रहा है कि इसी सप्ताह सरकार की ओर से रेरा के लिए लोगों से आवेदन मांगे जाएंगे। अध्यक्ष पद व एक सदस्य के लिए प्रशासनिक सेवाओं का अनुभव जरूरी होता है जबकि एक सदस्य के लिए वास्तुकार का अनुभव जरूरी है।
हिमाचल CM के एडवाइजर का BJP पर पलटवार:बोले- फोन पर बनती है सरकार गिराने की रणनीति; जयराम सरकार में आया था टूरिज्म होटल बंद का प्रस्ताव
हिमाचल CM के एडवाइजर का BJP पर पलटवार:बोले- फोन पर बनती है सरकार गिराने की रणनीति; जयराम सरकार में आया था टूरिज्म होटल बंद का प्रस्ताव हिमाचल हाईकोर्ट के 2 ताजा फैसले आने और ED की कार्रवाई के बाद प्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया है। भाजपा लगातार सत्तापक्ष पर हमले कर रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के मीडिया सलाहाकार नरेश चौहान ने गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर पलटवार किया। नरेश चौहान ने कहा, बीजेपी के कुछ लोग सरकार को गिराने की साजिश कर रहे हैं। शाम के वक्त फोन पर रणनीति बनती है। इनकी साजिश वाला काम ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा, इससे पहले भी सरकार को गिराने की साजिश हुई। उपचुनाव में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी और कांग्रेस की फिर से 40 सीटें हो गई। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता देशभर में हिमाचल की छवि को खराब कर राजनीतिक माहौल बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, जब-जब दूसरे राज्यों में चुनाव होता है, बीजेपी के मुद्दे बदल जाते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल भवन को अटैच करने के मामले को बीजेपी मुद्दा बना रही है। सच्चाई यह है कि ये प्रोजेक्ट बीजेपी के कार्यकाल में अलॉट हुआ और प्रोजेक्ट लेने वाली कंपनी ने पहले ऊंची बोली लगाकर बनाने में दिलचस्पी दिखाई। बाद में प्रोजेक्ट लगाने से हाथ पीछे खींच दिए। 280 के अपफ्रंट प्रीमियम का केस भी जीता, ये भी लड़ेंगे: नरेश नरेश चौहान ने कहा कि विपक्ष, कंपनी को 64 करोड़ रुपए जमा करने की पैरवी कर रहा है। उनकी सरकार राज्य के हित में कोर्ट में अपील में गई है। उन्होंने कहा कि पूर्व बीजेपी सरकार ने 280 करोड़ रुपए जंगी थोपन कंपनी को लौटाने का निर्णय ले लिया था। कांग्रेस सरकार ने इसे अदालत में चुनौती दी और सरकार जीत गई। ऐसे ही 64 करोड़ का अपफ्रंट प्रीमियम सेली कंपनी को देने के मामले में कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ रही है। बीजेपी सरकार ने लाया था टूरिज्म होटल बेचने का प्रस्ताव नरेश चौहान ने कहा, बीजेपी आज 18 होटल को बंद करने के कोर्ट के आदेशों को लेकर खूब शोर मचा रही है, जबकि पूर्व सरकार ने विधानसभा में टूरिज्म के होटल बेचने या लीज पर देने का खुद प्रस्ताव लाया था। तब बीजेपी सरकार में मंत्रिमंडल के सहयोगियों को भी इसका जानकारी नहीं थी। कांग्रेस और मंत्रियों के विरोध के बावजूद पूर्व सरकार को यह फैसला वापस लेना पड़ा था। अब बीजेपी इस मामले में खूब शोर मचा कर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने रिटायर आईएएस को जिम्मा दे रखा है कि वह बताए कि निगम के होटलों को घाटे से कैसे बाहर निकाला जाए। इनकी रिपोर्ट के आधार पर सरकार जो कदम जरूरी होंगे,उन्हें उठाया जाएगा। पूर्व सरकार में ऊना रेलवे स्टेशन के अटैचमेंट के ऑर्डर होल चुके: चौहान मीडिया सलाहाकार ने कहा कि संपत्ति अटैच करने का यह पहला मामला नहीं है। पूर्व सरकार में भी कोर्ट ने ऊना के रेलवे स्टेशन की अटैचमेंट के आदेश दिए थे। नरेश चौहान ने कहा कि अनुराग ठाकुर भी प्रदेश की आर्थिक स्थिति को लेकर मजाक उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा, अनुराग को हिमाचल का मजाक उड़ाने के बजाय प्रदेश के लिए योजनाएं लाने का काम करना चाहिए।
हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री के OSD की मौत:शूलिनी मंदिर से करीब 100 मीटर पहले आया हार्ट अटैक, माथा टेकने जाते समय हादसा
हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री के OSD की मौत:शूलिनी मंदिर से करीब 100 मीटर पहले आया हार्ट अटैक, माथा टेकने जाते समय हादसा हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल के ओएसडी संजीव शर्मा का रविवार देर शाम सोलन में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह सोलन के मशहूर शूलिनी माता मंदिर में माथा टेकने जा रहे थे। मंदिर से लगभग 100 मीटर पहले ही उन्हें हार्ट अटैक पड़ गया और वह जमीन पर गिर गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें सिविल अस्पताल सोलन ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। मृतक के शव का आज पोस्टमॉर्टम करके परिजनों को सौंपा जाएगा। सोलन जिले के नारग क्षेत्र के रहने वाले संजय शर्मा की उम्र 53 साल थी। बता दें कि सोलन में मां शूलिनी मेला चल रहा था। इसके लिए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ स्थानीय विधायक और स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल और कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी भी रेस्ट हाउस में थे, जो कि रेस्ट हाउस से सीधे ठोडो ग्राउंड चले गए। इन्हें संजीव शर्मा के हार्ट अटैक की जानकारी नहीं थी। अग्निहोत्री, शांडिल और सुल्तानपुरी अस्पताल पहुंचे जब उन्हें जानकारी मिली तो तीनों नेता सोलन अस्पताल पहुंचे। कांग्रेसी नेताओं ने संजय शर्मा के निधन पर शोक प्रकट किया है। संजय शर्मा लंबे समय से धनीराम शांडिल के साथ जुड़े रहे।