यूपी के टॉप मेडिकल कॉलेज KGMU के स्थापना की कहानी जितनी रोचक है, उससे भी ज्यादा दिलचस्प यहां मनाया जाने वाला बसंत पंचमी त्यौहार। इस महापर्व में कैंपस भक्तिमय हो जाता है। यहां का भव्य नजारा अद्भुत नजर आता है। दिलकश इतना कि यहां धर्म और मान्यताओं की सारी बेड़ियां तोड़कर मेडिकोज एकजुट होते हैं। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 107वें एपिसोड में, यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU के मेडिकोज और फैकल्टी एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो.केके से खास बातचीत..
प्रो.केके सिंह कहते हैं- साल 1912 में बसंत पंचमी उत्सव का सिलसिला शुरू हुआ। बड़ी बात है कि उत्सव की कमान यंग मेडिकोज के हाथ रहती है। इस बार की तैयारी 2023 और 2024 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स ने की थी। उत्सव के लिए फंडिंग भी खुद से ये जुटाते हैं। चंद्रिका देवी मंदिर से मां की ज्योति लाकर पूजा होती है। फिर गुलाब आरती। जय मां शारदे’ से होता है अभिवादन
2023 बैच के स्टूडेंट नितिन कुमार नायक कहते हैं- यहां कुलपति की तरफ से खिचड़ी भोज कराया जाता है। KGMU की तरह बसंत पंचमी का त्योहार कहीं नहीं मनाया जाता। सुबह से शुरू हुई पूजा देर शाम तक चलती है। 5 हजार से ज्यादा श्रद्धालु जुटे
2023 बैच की MBBS जैनब अली कहती हैं- दिन भर चले बसंत पंचमी उत्सव में की तैयारी सवा 325 से ज्यादा मेडिकोज ने मिलकर की थी। मुख्य पर्व के दिन 5000 से ज्यादा श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए पहुंचे थे। यूपी के टॉप मेडिकल कॉलेज KGMU के स्थापना की कहानी जितनी रोचक है, उससे भी ज्यादा दिलचस्प यहां मनाया जाने वाला बसंत पंचमी त्यौहार। इस महापर्व में कैंपस भक्तिमय हो जाता है। यहां का भव्य नजारा अद्भुत नजर आता है। दिलकश इतना कि यहां धर्म और मान्यताओं की सारी बेड़ियां तोड़कर मेडिकोज एकजुट होते हैं। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 107वें एपिसोड में, यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU के मेडिकोज और फैकल्टी एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो.केके से खास बातचीत..
प्रो.केके सिंह कहते हैं- साल 1912 में बसंत पंचमी उत्सव का सिलसिला शुरू हुआ। बड़ी बात है कि उत्सव की कमान यंग मेडिकोज के हाथ रहती है। इस बार की तैयारी 2023 और 2024 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स ने की थी। उत्सव के लिए फंडिंग भी खुद से ये जुटाते हैं। चंद्रिका देवी मंदिर से मां की ज्योति लाकर पूजा होती है। फिर गुलाब आरती। जय मां शारदे’ से होता है अभिवादन
2023 बैच के स्टूडेंट नितिन कुमार नायक कहते हैं- यहां कुलपति की तरफ से खिचड़ी भोज कराया जाता है। KGMU की तरह बसंत पंचमी का त्योहार कहीं नहीं मनाया जाता। सुबह से शुरू हुई पूजा देर शाम तक चलती है। 5 हजार से ज्यादा श्रद्धालु जुटे
2023 बैच की MBBS जैनब अली कहती हैं- दिन भर चले बसंत पंचमी उत्सव में की तैयारी सवा 325 से ज्यादा मेडिकोज ने मिलकर की थी। मुख्य पर्व के दिन 5000 से ज्यादा श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए पहुंचे थे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर