कैथल में जींद रोड पर गांव कासन के पास एक बस अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। बस पलटने से दर्जनों यात्री घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जिला नागरिक अस्पताल पहुंचाया। हादसा सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुआ। यह बस यात्रियों को लेकर जींद की ओर जा रही थी। जैसे ही यह गांव कासन के पास पहुंची तो यह हादसा हो गया। बस में दर्जनों यात्री सवार थे। इनमें से कई को मामूली चोटें आने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि जिन्हें अधिक चोटें आई थीं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भीड़ उधर, सुबह हुए हादसे के कारण अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भीड़ जमा हो गई। अस्पताल स्टाफ ने तुरंत घायलों का उपचार शुरू कर दिया। घायलों को कई एंबुलेंस में अस्पताल लाया गया। पुलिस कर्मी भी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं.. कैथल में जींद रोड पर गांव कासन के पास एक बस अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। बस पलटने से दर्जनों यात्री घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जिला नागरिक अस्पताल पहुंचाया। हादसा सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुआ। यह बस यात्रियों को लेकर जींद की ओर जा रही थी। जैसे ही यह गांव कासन के पास पहुंची तो यह हादसा हो गया। बस में दर्जनों यात्री सवार थे। इनमें से कई को मामूली चोटें आने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि जिन्हें अधिक चोटें आई थीं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भीड़ उधर, सुबह हुए हादसे के कारण अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भीड़ जमा हो गई। अस्पताल स्टाफ ने तुरंत घायलों का उपचार शुरू कर दिया। घायलों को कई एंबुलेंस में अस्पताल लाया गया। पुलिस कर्मी भी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं.. हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में युवक को किडनैप कर पीटा, VIDEO वायरल किया:PG में ले जाकर बैल्ट से पीटा, लात-घूंसे और थप्पड़ मारे; ASI ने समझौता कराया
हरियाणा में युवक को किडनैप कर पीटा, VIDEO वायरल किया:PG में ले जाकर बैल्ट से पीटा, लात-घूंसे और थप्पड़ मारे; ASI ने समझौता कराया हरियाणा के रेवाड़ी में कुछ बदमाशों ने युवक को किडनैप कर लिया। इसके बाद वे उसे पीजी में ले गए। वहां कमरे में बंद कर ले जाकर उसे बेल्टों से पीटा। लात-घूंसे और थप्पड़ मारे। उसका मोबाइल और कैश लूट लिया। वह बदमाशों के चंगुल से छूटकर किसी तरह पुलिस थाने पहुंचा। वहां कार्रवाई के बजाय पुलिस ने जबरन उसका समझौता करा दिया। इसके बाद बदमाशों ने उससे मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिसके बाद पीड़ित युवक ने थाने के एसएचओ को शिकायत दी। जिसके बाद आरोपियों अमित पुत्र सूबे सिंह, कालू, अमित पुत्र कमल, अनिल और 2 अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। रोड से जा रहा था, बाइक रोक किडनैप किया
मॉडल टाउल पुलिस को दी शिकायत में अरूण कुमार ने कहा कि वह 16 अगस्त की सुबह 10 बजे पैदल ही बावल रोड स्थित सक्सेना अस्पताल के सामने से गुजर रहा था। तभी एक बाइक पर आए 3 युवकों ने उसे रोक लिया। इनमें दोनों अमित और कालू शामिल थे। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता, युवकों ने उसका मोबाइल छीन लिया। उसने लुटेरे समझकर शोर मचाने की कोशिश की तो बदमाशों ने उसका मुंह हाथ से दबा दिया। वे उसे बाइक पर बिठाकर किडनैप कर ले गए। PG वाले कमरे में ले गए, मारपीट कर कैश छीना
इसके बाद वह उसे बावल रोड स्थित बचपन स्कूल के पास पेइंग गेस्ट (PG) के कमरे में ले गए। वहां पहले से ही अनिल समेत 3 अन्य युवक मौजूद थे। सभी ने मिलकर उसकी पिटाई शुरू कर दी। किसी ने उसे बेल्ट तो किसी ने लात-घूसों और थप्पड़ से पीटा। जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया। बदमाशों ने उसकी जेब में पड़े 15 हजार का कैश भी निकाल लिया। मारपीट के वक्त उसका वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया गया। पुलिस थाने जाकर ASI को शिकायत दी
युवक ने बताया कि वह बदमाशों के चंगुल से छूटकर किसी तरह भाग निकला। इसके बाद वह सीधा मॉडल टाउन पुलिस थाने गया। वहां उसने एएसआई को पूरे मामले की शिकायत की। उसने कुछ आरोपियों को पहचान लिया था। जिनके उसने नाम-पता और फोन नंबर भी एएसआई को दिए। ASI ने आरोपियों को बुला समझौता कराया
युवक ने आरोप लगाया कि एएसआई ने उसकी शिकायत पर केस दर्ज नहीं किया। इसके उलट अमित नाम के दोनों आरोपियों को थाने बुलाया और जबरदस्ती समझौते पर साइन करा दिए। युवक ने आरोप लगाया कि एएसआई भी आरोपियों से मिला हुआ है। आरोपियों ने उसे जान से मारने की कोशिश करने के साथ उसकी पिटाई का वीडियो वायरल कर उसकी बेइज्जती की है। उसकी शिकायत के बाद अब बुधवार को आरोपी युवकों पर केस दर्ज किया गया है। ASI बोले- शिकायत पर केस दर्ज किया, जांच कर रहे
इस मामले में एएसआई राजकुमार ने बताया गांव गढ़ी बोलनी निवासी अरुण यादव ने शिकायत देकर बताया था कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर मारपीट की शिकायत के आधार पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। इसकी जांच की जा रही है। जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अभी मारपीट की वजह का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने पुलिस की तरफ से किसी तरह का समझौता करवाने की बात को नकार दिया। एएसआई ने कहा कि दोनों पार्टियों ने आपस में समझौता किया था। इसके बाद उच्च अधिकारियों को शिकायत की थी, उसके आधार पर मामला दर्ज कर दिया गया है।
हरियाणा मंत्रिमंडल में विपुल सबसे अमीर:दीपेंद्र हुड्डा को हराने वाले इकलौते नेता शर्मा, नरबीर राव इंद्रजीत को हरा चुके, जानिए मंत्रियों की डिटेल्ड प्रोफाइल
हरियाणा मंत्रिमंडल में विपुल सबसे अमीर:दीपेंद्र हुड्डा को हराने वाले इकलौते नेता शर्मा, नरबीर राव इंद्रजीत को हरा चुके, जानिए मंत्रियों की डिटेल्ड प्रोफाइल हरियाणा में गुरुवार (17 अक्टूबर) को CM नायब सैनी के साथ 13 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। खास बात ये है कि सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल किसी मंत्री पर कोई केस नहीं है। कैबिनेट में शामिल 14 चेहरों में से 13 करोड़पति हैं जिनमें सीएम सैनी भी शामिल हैं। चुनाव के दौरान जमा इलेक्शन एफिडेविट के मुताबिक सबसे ज्यादा 98 करोड़ की प्रॉपर्टी विपुल गोयल की है। कृष्ण कुमार बेदी इकलौते ऐसे मिनिस्टर हैं जो करोड़पति नहीं हैं। उनकी कुल संपत्ति 57 लाख है। सैनी की कैबिनेट में सबसे युवा गौरव गौतम हैं जिनकी उम्र 36 साल है। सबसे उम्रदराज मंत्री श्याम सिंह राणा हैं जो 76 साल के हैं। कैबिनेट में महिला चेहरे के तौर पर आरती राव और श्रुति चौधरी हैं। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो मंत्री बनने वालों में से अरविंद शर्मा डॉक्टर हैं। सीएम नायब सैनी और श्रुति चौधरी ने LLB कर रखी है। वहीं आरती राव और गौरव गौतम के पास कोई गाड़ी नहीं है। कैबिनेट में शामिल अरविंद शर्मा लोकसभा चुनाव में पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को हरा चुके हैं। वहीं नरबीर ने 1987 में विधानसभा चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह को हराया था। अब पढ़िए मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल… नायब सिंह सैनी लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने इस बार कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा सीट से चुनाव लड़ा। इससे पहले वह मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के कारण खाली हुई करनाल विधानसभा सीट से उपचुनाव जीते थे। 54 साल के नायब सिंह सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ने के बाद वह मनोहर लाल खट्टर के संपर्क में आए। सैनी ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 2009 में अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से लड़ा लेकिन जीत नहीं पाए। 2014 की मोदी लहर में उन्होंने नारायणगढ़ से दोबारा चुनाव लड़ा और विधायक बने। मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में उन्हें मंत्रिपद मिला। सरल स्वभाव सैनी की सबसे बड़ी ताकत भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र से टिकट दिया जहां से वह विजयी रहे। अक्टूबर-2023 में वह हरियाणा BJP के अध्यक्ष बनाए गए और तकरीबन 6 महीने बाद, 12 मार्च 2024 को खट्टर के इस्तीफे के बाद उन्हें प्रदेश का CM नियुक्त किया गया। इस बार भाजपा ने चुनाव से पहले ही सैनी को अपना सीएम चेहरा घोषित कर दिया था। सरल स्वभाव वाले सैनी की अगुवाई में पार्टी ने रिकॉर्ड 48 सीटों पर जीत दर्ज की। नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी भी राजनीति में एक्टिव हैं। उनके 2 बच्चे हैं। उनका बेटा चंडीगढ़ स्थित यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई कर रहा है जबकि बेटी अंशिका ने चंडीगढ़ में 12वीं की है। हरियाणा भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शामिल अनिल विज को सैनी के बाद दूसरे नंबर पर शपथ दिलाई गई। वह अंबाला कैंट से सातवीं बार विधायक बने हैं। अनिल विज ने बैंक की नौकरी छोड़कर सियासत में कदम रखा। अनिल विज के पिता का नाम भीमसेन है जो रेलवे में अधिकारी थे। 15 मार्च 1953 को पैदा हुए अनिल विज ने पंजाब यूनिवर्सिटी से बीएससी की है। 1970 में विज एबीवीपी के महासचिव बने। अनिल विज 16 साल बैंक की जॉब करने के बाद पॉलिटिक्स में एक्टिव हुए। 1990 में पहली बार MLA बने, दो बार निर्दलीय जीते
अनिल विज ने पहली बार 1990 में अंबाला कैंट सीट से उपचुनाव लड़ा और विधायक बने। 1991 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। एक समय में अनिल विज अंबाला कैंट में इतने मजबूत हो गए थे कि उन्होंने दो बार निर्दलीय चुनाव लड़ा और दोनों बार जीत हासिल की। अनिल विज ने 1996 और 2000 में निर्दलीय चुनाव जीता। 2009 में उन्होंने अंबाला कैंट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद 2014, 2019 और 2024 में भी उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। पानीपत जिले की इसराना विधानसभा सीट से विधायक चुने गए कृष्णलाल पंवार 2014 के बाद भाजपा-राज में दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बने हैं। पंवार एससी बिरादरी का बड़ा चेहरा हैं और उन्होंने राजनीति में लंबी पारी खेली है। भाजपा में आने से पहले वह ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी, इनेलो में थे। वह करनाल जिले की असंध सीट से इनेलो के विधायक भी रह चुके हैं। 2014 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। 2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद कृष्णलाल पंवार मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में परिवहन, आवास और जेलमंत्री रहे। 2019 में वह इसराना सीट पर ही कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि से हार गए। वर्ष 2022 में भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया था। इस बार पार्टी ने उन्हें लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव में उतारा। विधायक चुने जाने के बाद उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। राव नरबीर सिंह को चौथी बार प्रदेश के मंत्रिमंडल में जगह मिली है। इस बार वह बादशाहपुर विधानसभा सीट से दूसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। वर्ष 2014 की मोदी लहर के दौरान राव नरबीर ने ही बादशाहपुर सीट पर पहली बार कमल खिलाया था। राव नरबीर सिंह के परिवार का सियासत से बहुत पुराना नाता है। खुद राव नरबीर ने वर्ष 1987 में महज 26 साल की उम्र में अपना पहला चुनाव लड़ा और जाटूसाना सीट से अहीरवाल के दिग्गज कहे जाने वाले राव इंद्रजीत सिंह को धूल चटाकर विधायक बन गए। तब ताऊ देवीलाल ने उन्हें अपनी सरकार में मंत्री बनाया। दादा अंग्रेजी हुकूमत में MLC रहे, पिता रह चुके कैबिनेट मंत्री राव नरबीर का जन्म 2 अप्रैल 1961 को गुरुग्राम में हुआ। वह मोहर सिंह यादव के पोते हैं, जो 1942 में ब्रिटिश हुकूमत के दौरान देश के बंटवारे से पहले एमएलसी थे। नरबीर के पिता महावीर सिंह यादव भी हरियाणा में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। राव नरबीर 1996 में सोहना से विधायक बने तो बंसीलाल ने उन्हें अपनी सरकार में परिवहन एवं सहकारिता मंत्री बनाया। 2014 में बादशाहपुर से विधायक बनने के बाद वह मनोहर लाल सरकार में लोक निर्माण एवं वन मंत्री बने। 2019 में भाजपा ने राव नरबीर को टिकट नहीं दिया। इस बार पार्टी ने फिर मैदान में उतारा तो राव नरबीर जीतकर फिर विधानसभा पहुंचे। पानीपत ग्रामीण सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने महिपाल ढांडा को दूसरी बार मंत्री बनने का मौका मिला है। 2009 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई पानीपत ग्रामीण सीट पर भाजपा ने 2014 में पहली बार महिपाल ढांडा को टिकट दिया और वह विजयी रहे। तब उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को 36,132 वोट से हराया। BJP ने 2019 में उन्हें फिर टिकट दिया तो वह जजपा के देवेंद्र कादियान को 21,961 मतों से हराकर विधानसभा पहुंचे। इस बार लगातार तीसरी बार टिकट मिलने के बाद महिपाल ढांडा को मिले कुल वोट और उनकी जीत का मार्जिन भी बढ़ गया। इस बार उन्हें 1,01,079 वोट लेकर कांग्रेस के सचिन कुंडू को 50,212 वोट से हराया। भाजपा से ही राजनीति की शुरुआत महिपाल ढांडा ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत भाजपा से ही की। उनकी गिनती पार्टी के चुनिंदा जाट चेहरों में होती है। महिपाल ढांडा 1996 से 2004 तक भाजपा के स्टूडेंट विंग- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में प्रदेश सहमंत्री रहे। वर्ष 2004 में भाजपा ने उन्हें पानीपत जिला इकाई का उपाध्यक्ष बनाया। 2006 में उन्हें प्रमोट करके पानीपत जिला इकाई का महामंत्री बनाया गया जिस पर वह 2009 तक रहे। वर्ष 2009 से 2012 तक ढांडा हरियाणा में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रहे। वर्ष 2012 में पार्टी ने उन्हें हरियाणा में अपने किसान मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। जाट बिरादरी में ढांडा की अच्छी पकड़ है। सैनी मंत्रिमंडल में शामिल डॉ. अरविंद कुमार ने रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी की पढ़ाई की है। 25 नवंबर 1962 को पैदा हुए अरविंद शर्मा के पिता का नाम पंडित सतगुरु दास शर्मा और मां का नाम बिमला देवी है। डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह राजनीति में आ गए। अरविंद शर्मा की पत्नी का नाम रीटा शर्मा है। दोनों की शादी 9 नवंबर 1989 को हुई। उनका एक बेटा और एक बेटी है। दीपेंद्र हुड्डा को हराने वाले एकमात्र नेता
अरविंद शर्मा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1996 में की। उन्होंने सोनीपत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार रिजक राम को हराकर सांसद बने। वह 2004 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर करनाल के सांसद बने। जनवरी-2014 में अरविंद शर्मा कांग्रेस छोड़कर BSP में शामिल हो गए। BSP ने उन्हें 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपना CM चेहरा बनाया। अरविंद शर्मा ने तब दो सीटों- यमुनानगर और जुलाना- से चुनाव लड़ा लेकिन दोनों ही जगह हार गए। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अरविंद शर्मा भाजपा में शामिल हो गए। BJP ने उन्हें रोहतक लोकसभा सीट पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने उतारा। उस चुनाव में अरविंद शर्मा ने दीपेंद्र हुड्डा को 7,503 वोट से हराया। अरविंद शर्मा इकलौते ऐसे नेता हैं जिन्होंने दीपेंद्र हुड्डा को चुनाव हराया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अरविंद शर्मा को फिर रोहतक सीट से उम्मीदवार बनाया लेकिन इस बार वह दीपेंद्र हुड्डा से हार गए। इसके बाद उन्हें विधानसभा चुनाव में सोनीपत जिले की गोहाना सीट से उतारा गया जहां से वह विजयी रहे। तोशाम विधानसभा सीट से अपना पहला विधानसभा चुनाव जीतने वाली श्रुति चौधरी को भी सैनी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। श्रुति चौधरी पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पोती और पूर्व मंत्री चौधरी सुरेंद्र सिंह की बेटी हैं। उनकी मां किरण चौधरी तोशाम से विधायक रह चुकी हैं। बंसीलाल तोशाम सीट से जीतकर ही हरियाणा के सीएम बने थे। उनके बेटे चौधरी सुरेंद्र भी इसी सीट से जीत कर प्रदेश में कृषि मंत्री बने। अब सुरेंद्र सिंह और किरण चौधरी की बेटी श्रुति ने भी इसी सीट से जीत दर्जकर मंत्रिमंडल में जगह बनाई है। गौरव को पहली बार विधायक बनते ही मंत्रिमंडल में जगह
पलवल विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने गौरव गौतम को हरियाणा सरकार में मंत्री पद भी मिला है। गौरव गौतम ने पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को 33,605 वोटों के बड़े अंतर से हराया है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करी थी। 36 वर्षीय गौरव गौतम ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
हरियाणा CM बोले- केजरीवाल ने लोगों को बरगलाया:दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार करने पहुंचे, पूर्व मंत्री के लिए मांगे वोट
हरियाणा CM बोले- केजरीवाल ने लोगों को बरगलाया:दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार करने पहुंचे, पूर्व मंत्री के लिए मांगे वोट हरियाणा के दिग्गज नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में जुट गए हैं। हरियाणा के सीएम नायब सैनी बुधवार को दिल्ली पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और करोल बाग विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार दुष्यंत गौतम के नामांकन में शामिल हुए। वहां उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह बीजेपी के उम्मीदवारों को वोट दें। इस दौरान सीएम ने कहा, इस बार पीएम मोदी के नेतृत्व में काम करने वाली भाजपा की सरकार दिल्ली में बनने जा रही है। लोगों ने झूठ का शासन देख लिया है। ईमानदारी के नाम पर वोट लिए, काम के नाम पर वोट लिए, लेकिन न तो अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी दिखाई दी और न ही जिन कामों के वादे किए थे वो सबके सामने आए। अरविंद केजरीवाल ने झूठ बोलकर पिछले 10 सालों में लोगों को लगातार बरगलाने और उनका शोषण करने का काम किया है। दिल्ली को नहीं मिल रहा केंद्रीय योजनाओं का लाभ सीएम ने कहा, हरियाणा की जीत में दिल्ली के लोगों का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। दिल्ली में भी कमल का फूल खिलेगा। दिल्ली की जनता को (केंद्र सरकार की योजनाओं का) कोई लाभ नहीं मिल रहा है। जनता सब देख रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग होशियार हैं, उन्हें पता है कि दिल्ली का विकास तभी हो सकता है, जब केंद्र में जिसकी सरकार होगी, उसी की सरकार दिल्ली में भी बनाएंगे। खट्टर ने भी संभाली चुनावी कमान हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी दिल्ली चुनाव प्रचार में उतर गए हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान इंडिया गठबंधन पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “इस (INDIA) गठबंधन का कोई आधार नहीं है। दिल्ली से पहले भी जिन चुनावों में ये गठबंधन चुनाव लड़ा, वहां भी इसका कोई असर देखने को नहीं मिला। उन्होंने कहा, भाजपा एक मजबूत पार्टी है और हम दिल्ली में सरकार बनाएंगे। हरियाणा के नेता दिल्ली चुनाव में एक्टिव 27 साल से सरकार बनाने की कोशिश में जुटी BJP के लिए दिल्ली में हरियाणा BJP के सारे नेता वोट मांगते हुए नजर आ रहे हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, CM नायब सैनी के अलावा तमाम मंत्री, विधायक और सांसद भी शामिल हैं। भाजपा ने कुछ नेताओं को इलाके भी बांट दिए हैं। वहीं सरकार और संगठन चला चुके कुछ नेताओं का चुनाव की रणनीति बनाने में इस्तेमाल होगा। जिसमें केंद्रीय मंत्री खट्टर का प्रमुख नाम है। खास बात यह है कि प्रदेश की 2 महिला मंत्री भी सांसद माता और केंद्रीय राज्य मंत्री पिता के साथ दिल्ली में वोट मांगेंगी। इनमें से किरण चौधरी ऐसी राज्यसभा सांसद हैं, जो दिल्ली से चुनाव जीतने के साथ विधानसभा की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। दिल्ली में हरियाणा के नेताओं की अहम भूमिका क्यों? ऐसा इसलिए, क्योंकि दिल्ली हरियाणा से सटा हुआ है। इसके गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे जिले सीधे दिल्ली से जुड़े हुए हैं। यहां से नौकरीपेशा से लेकर बिजनेसमैन का दिल्ली से गुरुग्राम या फरीदाबाद आना-जाना लगा रहता है। इसके अलावा प्रदेश के 12 जिले दिल्ली NCR में आते हैं। ऐसे में कुछ लोगों से यहां के भाजपा नेताओं के पर्सनल रिलेशन भी हैं।