हरियाणा में करनाल के कुंजपुरा के खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय से एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने इंस्पेक्टर राजीव कुमार को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। खराब गेहूं के कट्टे बदलवाने की एवज में इंस्पेक्टर ने डिपो होल्डर से रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने एसीबी को शिकायत कर दी और एसीबी ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया। शिकायतकर्ता विकास कुमार ने बताया कि गेहूं बदलने को लेकर मामला शुरू हुआ था। हमारे डिपुओं पर गेहूं खराब आई थी। मैने इंस्पेक्टर राजीव को गेहूं की खराब सप्लाई के बारे में जानकारी दी थी। जिस वेयर हाउस से कट्टे आए थे, उसका अधिकारी भी मेरे पास आया था। मैंने उसको बताया था कि 160 कट्टे में गेहूं खराब है और जितने कट्टों में गेहूं ठीक होंगे, उसको बांट दिया जाएगा, जो खराब कट्टे होंगे, उसको बदलना होगा। वेयर हाउस के अधिकारी भी गया था राजीव के घर शिकायतकर्ता ने बताया कि वेयर हाउस वाला अधिकारी भी राजीव के घर भी था। राजीव ने कट्टे चेंज करवाने की एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी, जिसमें से पांच हजार रुपए पहले दे दिए थे और बाकी पैसे देने के लिए आज में कुंजपुरा खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय में देने के लिए आया था। जैसे ही इंस्पेक्टर ने रिश्वत के पैसे पकड़े, तो तुरंत एसीबी ने इंस्पेक्टर को रंगे हाथों पकड़ लिया। 15 रुपए क्विंटल के हिसाब से करनी चाही सेटिंग विकास ने बताया कि बीते दिनों इसी इंस्पेक्टर ने चार डिपो की चेकिंग भी की थी और चेकिंग के बाद कहा था कि सभी डिपो से 10-10 हजार रुपए चेकिंग के नाम पर दिलवा देना। मैंने रिश्वत के पैसे दिलवाने से मना कर दिया था। इसके अतिरिक्त गेहूं की सप्लाई पर भी 15 रुपए क्विंटल के हिसाब से सेटिंग करनी चाही थी, लेकिन उसने 12 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से सेटिंग की थी। यह इंस्पेक्टर 15 दिन पहले ही कुंजपुरा में आया है। 1 माह पहले हुए थे AFSO सहित 3 कर्मचारी हुए थे गिरफ़्तार बता दें कि, कुंजपुरा के इसी कार्यालय से एक माह पहले ही ACB की टीम ने खाद्य आपूर्ति विभाग के एएफएसओ राजेंद्र सिंह, खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक नीरज वधवा व रिटायर सेवादार को बीती 2 जनवरी को गिरफ्तार किया था। ये आरोपी भी अभी जेल में बंद है। इन आरोपियों के पकड़े जाने के बाद इंस्पेक्टर राजीव कुमार को यहां पर तैनात किया गया था। हरियाणा में करनाल के कुंजपुरा के खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय से एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने इंस्पेक्टर राजीव कुमार को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। खराब गेहूं के कट्टे बदलवाने की एवज में इंस्पेक्टर ने डिपो होल्डर से रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने एसीबी को शिकायत कर दी और एसीबी ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया। शिकायतकर्ता विकास कुमार ने बताया कि गेहूं बदलने को लेकर मामला शुरू हुआ था। हमारे डिपुओं पर गेहूं खराब आई थी। मैने इंस्पेक्टर राजीव को गेहूं की खराब सप्लाई के बारे में जानकारी दी थी। जिस वेयर हाउस से कट्टे आए थे, उसका अधिकारी भी मेरे पास आया था। मैंने उसको बताया था कि 160 कट्टे में गेहूं खराब है और जितने कट्टों में गेहूं ठीक होंगे, उसको बांट दिया जाएगा, जो खराब कट्टे होंगे, उसको बदलना होगा। वेयर हाउस के अधिकारी भी गया था राजीव के घर शिकायतकर्ता ने बताया कि वेयर हाउस वाला अधिकारी भी राजीव के घर भी था। राजीव ने कट्टे चेंज करवाने की एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी, जिसमें से पांच हजार रुपए पहले दे दिए थे और बाकी पैसे देने के लिए आज में कुंजपुरा खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय में देने के लिए आया था। जैसे ही इंस्पेक्टर ने रिश्वत के पैसे पकड़े, तो तुरंत एसीबी ने इंस्पेक्टर को रंगे हाथों पकड़ लिया। 15 रुपए क्विंटल के हिसाब से करनी चाही सेटिंग विकास ने बताया कि बीते दिनों इसी इंस्पेक्टर ने चार डिपो की चेकिंग भी की थी और चेकिंग के बाद कहा था कि सभी डिपो से 10-10 हजार रुपए चेकिंग के नाम पर दिलवा देना। मैंने रिश्वत के पैसे दिलवाने से मना कर दिया था। इसके अतिरिक्त गेहूं की सप्लाई पर भी 15 रुपए क्विंटल के हिसाब से सेटिंग करनी चाही थी, लेकिन उसने 12 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से सेटिंग की थी। यह इंस्पेक्टर 15 दिन पहले ही कुंजपुरा में आया है। 1 माह पहले हुए थे AFSO सहित 3 कर्मचारी हुए थे गिरफ़्तार बता दें कि, कुंजपुरा के इसी कार्यालय से एक माह पहले ही ACB की टीम ने खाद्य आपूर्ति विभाग के एएफएसओ राजेंद्र सिंह, खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक नीरज वधवा व रिटायर सेवादार को बीती 2 जनवरी को गिरफ्तार किया था। ये आरोपी भी अभी जेल में बंद है। इन आरोपियों के पकड़े जाने के बाद इंस्पेक्टर राजीव कुमार को यहां पर तैनात किया गया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में दो अलग-अलग ट्रेनों में चोरी और लूट:गोरखधाम एक्सप्रेस में चढ़ते समय चेन स्नेचिंग, रेवाड़ी-बठिंडा पैसेंजर में बैग से सामान चुराया हिसार में दो अलग-अलग ट्रेनों में यात्री के बैग से सोने की चेन छीनने और पर्स व अन्य सामान चोरी करने का मामला सामने आया है। जीआरपी थाना पुलिस ने दोनों मामलों में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने दोनों घटनाओं के बाद आरपीएफ को भी सूचित कर दिया है, ताकि ट्रेन के अंदर भी पुलिस गश्त बढ़ाई जा सके। भिवानी की अंबेडकर कॉलोनी निवासी रीता हिसार से भिवानी जाने के लिए गोरखधाम एक्सप्रेस में सवार हो रही थी। महिला ने गले में करीब डेढ़ तोले की सोने की चेन पहन रखी थी। गोरखधाम एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में चढ़ते समय यह घटना हुई। उस समय प्लेटफार्म एक पर चढ़ते समय काफी भीड़ थी। महिला रीता ने बताया कि वह भिवानी में रहती है और उसके पिता हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। जब वह अपने पिता से मिलकर वापस भिवानी जाने के लिए ट्रेन में सवार हुई तो किसी ने उसकी चेन छीन ली। पानी लेने के लिए नीचे उतरा यात्री, सामान गायब
वहीं रेवाड़ी के जाटूसाना निवासी सुनील कुमार ने जीआरपी थाना में शिकायत दर्ज करवाई है। सुनील कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि वह अपने निजी कार्य से हिसार गया था। हिसार से जाटूसाना वापस आते समय पैसेंजर ट्रेन बठिंडा से रेवाड़ी ट्रेन नंबर 04781 में यात्रा कर रहा था। मैंने अपना मोबाइल फोन गाड़ी के अंदर ही चार्जिंग में लगा रखा था और बैग जिसके अंदर मेरा पर्स व 8437 रुपए नकद थे। बैग में कपड़े थे। यात्री सुनील ने बताया कि भिवानी स्टेशन पर वह पानी की बोतल भरने के लिए उतरा। इसके बाद जब पानी भरकर वापस आया तो बैग व मोबाइल नहीं मिले। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।