पंजाब में फरीदकोट के गांव चंदभान में एक दिन पहले बुधवार शाम मचे बवाल के दौरान पुलिस की हाजिरी में कुछ प्राइवेट लोगों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर हवाई फायर करने और ईंट पत्थर चलाए जाने के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए है। इस पूरे घटनाक्रम के संदर्भ में थाना जैतो पुलिस ने गांव की सरपंच अमनदीप कौर, उसके पति कुलदीप सिंह समेत 41 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ बीएनएस की गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। पानी की निकासी पर दो गुटों में विवाद जानकारी के अनुसार फरीदकोट की सब डिवीजन जैतो के गांव चंदभान में पानी निकासी को लेकर गांव के दो गुटों में पैदा हुए विवाद के बाद मौजूदा सरपंच गुट से संबंधित लोगों ने दूसरे पक्ष पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दिया था और जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंची, तो प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव कर दिया। जिसमें कुछ पुलिस कर्मचारी घायल हुए हैं। घायल एएसआई के बयान पर 91 पर केस घायलों में शामिल थाना जैतो के एएसआई नछतर सिंह के बयान पर पुलिस ने गांव के सरपंच दंपती समेत 41 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ के केस किया है। इस घटनाक्रम से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें प्रदर्शनकारियों के पथराव किए जाने के दौरान पुलिस के साथ खड़े कुछ प्राइवेट लोगों द्वारा उन्हें खदेड़ने के उनकी तरफ हवाई फायर किए गए। जवाब में प्रदर्शनकारियों पर पत्थर भी चलाए गए। घटना में सिर्फ एक पक्ष दिखाया : गुरपाल सिंह मामले में पंजाब खेत मजदूर यूनियन की प्रांतीय कमेटी के सदस्य गुरपाल सिंह नंगल ने कहा कि मजदूरों व पुलिस के बीच टकराव की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। घटना के लिए सीधे तौर पर थाना जैतो का एसएचओ और गांव के एक धनाढ्य व्यक्ति जिम्मेदार है। घटना में सिर्फ एक पक्ष ही दिखाया जा रहा है, जबकि घटनाक्रम के दौरान पुलिस की हाजिरी में प्राइवेट लोगों द्वारा मजदूरों की ओर हवाई फायर किए जा रहे है। पुलिस पर ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए। पंजाब में फरीदकोट के गांव चंदभान में एक दिन पहले बुधवार शाम मचे बवाल के दौरान पुलिस की हाजिरी में कुछ प्राइवेट लोगों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर हवाई फायर करने और ईंट पत्थर चलाए जाने के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए है। इस पूरे घटनाक्रम के संदर्भ में थाना जैतो पुलिस ने गांव की सरपंच अमनदीप कौर, उसके पति कुलदीप सिंह समेत 41 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ बीएनएस की गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। पानी की निकासी पर दो गुटों में विवाद जानकारी के अनुसार फरीदकोट की सब डिवीजन जैतो के गांव चंदभान में पानी निकासी को लेकर गांव के दो गुटों में पैदा हुए विवाद के बाद मौजूदा सरपंच गुट से संबंधित लोगों ने दूसरे पक्ष पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दिया था और जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंची, तो प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव कर दिया। जिसमें कुछ पुलिस कर्मचारी घायल हुए हैं। घायल एएसआई के बयान पर 91 पर केस घायलों में शामिल थाना जैतो के एएसआई नछतर सिंह के बयान पर पुलिस ने गांव के सरपंच दंपती समेत 41 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ के केस किया है। इस घटनाक्रम से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें प्रदर्शनकारियों के पथराव किए जाने के दौरान पुलिस के साथ खड़े कुछ प्राइवेट लोगों द्वारा उन्हें खदेड़ने के उनकी तरफ हवाई फायर किए गए। जवाब में प्रदर्शनकारियों पर पत्थर भी चलाए गए। घटना में सिर्फ एक पक्ष दिखाया : गुरपाल सिंह मामले में पंजाब खेत मजदूर यूनियन की प्रांतीय कमेटी के सदस्य गुरपाल सिंह नंगल ने कहा कि मजदूरों व पुलिस के बीच टकराव की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। घटना के लिए सीधे तौर पर थाना जैतो का एसएचओ और गांव के एक धनाढ्य व्यक्ति जिम्मेदार है। घटना में सिर्फ एक पक्ष ही दिखाया जा रहा है, जबकि घटनाक्रम के दौरान पुलिस की हाजिरी में प्राइवेट लोगों द्वारा मजदूरों की ओर हवाई फायर किए जा रहे है। पुलिस पर ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में छुट्टी पर आए अग्निवीर ने लूटी कार:उत्तर प्रदेश से लेकर आया हथियार, भाई के साथ मिलकर वारदात को दिया अंजाम
पंजाब में छुट्टी पर आए अग्निवीर ने लूटी कार:उत्तर प्रदेश से लेकर आया हथियार, भाई के साथ मिलकर वारदात को दिया अंजाम पंजाब के मोहाली में तीन आरोपियों ने गन पॉइंट पर एक टैक्सी लूट की वारदात को अंजाम दिया। मुख्य आरोपी बतौर अग्निवीर जवान है। उसने अपने भाई और एक साथी के साथ मिलकर इस पूरी घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इशमीत सिंह जो कि 2022 से अग्निवीर के तौर पर भर्ती हुआ था। दूसरा आरोपी प्रभप्रीत सिंह जो कि इशमीत सिंह का भाई है, जबकि एक उसका दोस्त बलकार सिंह के रूप में हुई है। तीनों पंजाब के फाजिल्का के रहने वाले हैं। 2 महीने पहले आया था छुट्टी मामले में मोहाली के एसएसपी संदीप गर्ग ने बताया कि मुख्य आरोपी इशमीत सिंह 2 महीने पहले छुट्टी पर आया था। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। वह वेस्ट बंगाल में तैनात था। वहां से आते समय इसने रास्ते से उत्तर प्रदेश के कानपुर से अवैध हथियार खरीदे थे। यह उन अवैध हथियारों से ही लूटपाट की घटनाओं को वारदात देते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से एक डिजायर टैक्सी, एक एक्टिवा, एक बुलेट मोटरसाइकिल, एक देसी पिस्तौल और फोन बरामद किए हैं। यह तीनों पिछले 2 महीने से मोहाली जिले के बिलौंगी इलाके में किराये पर रह रहे थे। फर्जी दस्तावेज से बेचते थे चोरी के वाहन तीनों आरोपी फाजिल्का से सिर्फ चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए आते थे। यह फाजिल्का से बस या ट्रेन के माध्यम से शाम को मोहाली पहुंचते थे और अपने कमरे पर रुक जाते थे। देर रात फिर यह घटना को अंजाम देकर इसी वाहन के साथ वापस फाजिल्का जाते थे। इनसे बरामद किया गया एक्टिवा और बुलेट मोटरसाइकिल भी चोरी का है। यह जाली नंबर लगाकर आगे इन वाहनों को बेच देते थे। मुख्य आरोपी इशमीत सिंह आर्मी की ट्रेनिंग लेकर इतना शातिर हो गया था कि वह कागजों के साथ भी छेड़छाड़ करता था। यह चोरी किए गए वाहनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचते थे। यह था पूरा मामला जानकारी के अनुसार, मोहाली पुलिस के सीआईए स्टाफ को 23 जुलाई को सूचना मिली थी कि, सदर कुराली थाना क्षेत्र में कुछ बदमाश किस्म के लोग घूम रहे हैं। वह किसी भी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इस पर मोहाली पुलिस के सीआईए स्टाफ ने नाकाबंदी कर तीनों को काबू कर लिया। जब इनसे पूछताछ की गई तो इन्होंने बताया कि 20 और 21 जुलाई की रात को मोहाली के चप्पड़चिड़ी में लूटी गई डिजायर टैक्सी कार की घटना को भी उन्होंने ही अंजाम दिया था। इसका पहले से ही मोहाली में मुकदमा दर्ज है।
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पंजाब के चुनावी मैदान से सिद्धू रहे गायब:83 दिनों तक चली कैंपेन, किसी भी मंच पर नहीं दिखे, न कोई पोस्ट डाली पंजाब में 1 जून को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार थम गया है। लेकिन करीब 83 दिनों तक चली लंबी कैंपेन में पूर्व क्रिकेटर व कांग्रेस के पूर्व प्रधान व दिग्गज नेता नवजोत सिंद्धू गायब रहे। वह न तो किसी चुनावी मंच पर दिखे और न ही उन्होंने किसी उम्मीदवार के लिए वोट मांगे। हालांकि चुनावी कैंपेन के आखिरी चरण में इंडियन प्रीमियम लीग (IPL) भी संपन्न हो गया था। ऐसे में उम्मीद थी कि किसी अन्य हलके में न सही पटियाला में जब दिग्गज नेता आएंगे तो उनके साथ मंच पर जरूर दिखेंगे। लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। वहीं, जानकारों की मानें तो उनकी पत्नी कैंसर की जंग से जूझ रही है। ऐसे में उनका फोकस इन दिनों उनकी सेहत पर लगा हुआ है। IPL की एंट्री के साथ राजनीति से हुए दूर जैसे ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी थी, उसके बाद 22 मार्च को IPL का आगाज हो गया था। इससे पहले ही उनकी स्टार स्पोर्ट्स में कमेंट्री के लिए सलेक्शन हो गई थी। ऐसे में राजनीति के मैदान से उनकी दूरी बढ़ती चली गई। इसके अलावा वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर क्रिकेट या IPL को लेकर पोस्ट जरूर शेयर करते रहे। उन्होंने चुनाव को लेकर एक भी पोस्ट नहीं डाली। पत्नी के इलाज की जानकारी जरूर समय-समय पर शेयर करते थे। लोकसभा चुनाव न लड़ने का किया था ऐलान नवजोत सिंह सिद्धू लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से ठीक पहले 15 मार्च को चंडीगढ़ में अपने गुट के नेताओं के साथ गर्वनर से मिलने चंडीगढ़ पहुंचे थे। इस दौरान जब मीडिया ने लोकसभा चुनाव को लेकर उनसे सवाल किया था तो उन्होंने साफ कहा था कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह पंजाब में रहकर ही पंजाब की सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि जब देश में मोदी लहर चल रही थी, उस समय उन्हें पार्टी कुरुक्षेत्र से ही चुनाव लड़ा रही थी। वह उस समय चुनाव लड़ लेते तो आज सरकार में केंद्रीय मंत्री होते । जनवरी से ही पार्टी से बना ली थी दूरी नवजोत सिंह सिद्धू ने इस साल जनवरी से ही पार्टी से दूरी बना ली थी। नौ जनवरी को जब पंजाब कांग्रेस के नए प्रभारी देवेंद्र यादव चंडीगढ़ आए तो वह उनकी मीटिंगों में शामिल नहीं हुए। हालांकि सिद्धू ने चंडीगढ़ के होटल में जाकर पार्टी प्रभारी से मुलाकात जरूर की थी। इसके बाद उन्होंने होशियारपुर और मोगा में रैलियां की।हालांकि उनकी मोगा रैली करवाने वाले वाले आयोजकों पर पार्टी ने कार्रवाई की, उन्हें पार्टी से निष्कासित किया। उनके खिलाफ भी पार्टी हाईकमान को पत्र लिखा गया, फिर भी वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ डटे, और उन पर हुई इस कार्रवाई का विरोध किया। वह कांग्रेस के पूर्व प्रधानों के साथ अलग मीटिंग व रणनीति बनाते रहे। वहीं, उनके IPL में जाने के बाद उनके एक साथी व कांग्रेस के पूर्व प्रधान मोहिंदर केपी ने पार्टी छोड़ दी। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर जालंधर से चुनाव लड़ा। जबकि शमशेर दूलो चुनाव में पार्टी के खिलाफ मुखर रहे।
मुक्तसर में लापता बैंक मैनेजर का शव मिला:नहर से कार भी हुई बरामद, दो दिन पहले पार्टी करने गया, नहीं लौट सका वापस
मुक्तसर में लापता बैंक मैनेजर का शव मिला:नहर से कार भी हुई बरामद, दो दिन पहले पार्टी करने गया, नहीं लौट सका वापस पंजाब के जिला मुक्तसर में बुधवार को अपने दोस्तों के साथ एक बैंक मैनेजर पार्टी में गया था और बाद में अपनी कार समेत संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। परिवार के सदस्यों ने पहले अपने स्तर पर उसे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन जब कुछ पता नहीं चला। इसके बाद एनडीआरएफ की टीमों की सहायता से गांव भुल्लर के पास से गुजरने वाली दो नहरों में उसकी तलाश शुरू की गई। दो दिनों की खोज के बाद, शुक्रवार शाम करीब 6 बजे गोताखोरों और एनडीआरएफ टीमों ने नहर से बैक मैनेजर का शव और उसकी कार को बरामद कर लिया। इस दौरान एसएसपी मुक्तसर तुषार गुप्ता, डीएसपी सतनाम सिंह और पुलिस पार्टी मौके पर मौजूद थे। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में तैनात था लापता बैक मैनेजर सिमरनदीप सिंह बराड़ सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, लक्खेवाली शाखा में तैनात था और ग़ुरु अंगद देव नगर, कोटकपूरा रोड, मुक्तसर का रहने वाला था। सिमरनदीप के पिता दर्शन सिंह ने बताया कि बुधवार रात वह मुक्तसर पार्टी करने उसके डॉक्टर दोस्तों ने नहर के किनारे जाने की योजना बनाई थी। सिमरनदीप अपनी कार में अकेला था। रात 10 बजे उसकी पत्नी ने फोन पर उससे बात की और पूछा कि वह कब घर आएंगे। सिमरनदीप ने कहा था कि उसे घर आने में कुछ समय लगेगा। जब वह रात 2 बजे तक भी घर नहीं लौटा, तो उसकी पत्नी ने 2.15 बजे उसे फोन किया, लेकिन फोन बंद आ रहा था। जब दोस्तों से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि सिमरनदीप काफी समय पहले ही घर चला गया था, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे कार्रवाई की जाएगी: एसएसपी एसएसपी तुषार गुप्ता ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि सिमरनदीप नामक युवक लापता है। पूछताछ से पता चला कि वह अपने दोस्तों के साथ भुल्लर नहर पर आया था और वहां काफी देर तक बैठा रहा था। उसके बाद सब लोग वहां से चले गए और सिमरनदीप ने भी कहा कि वह घर जा रहा है, लेकिन वह वहां नहीं पहुंचा। जब अगली सुबह तक वह घर नहीं आया, तो परिवार ने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने सिमरनदीप के सभी दोस्तों से पूछताछ की और फिर नहर के पास जाकर जांच शुरू की। वहां गाड़ी के टायरों के निशान मिले, जिससे गाड़ी के नहर में गिरने का संदेह हुआ। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई। शुक्रवार शाम को गाड़ी एवं शव बरामद कर लिए गए। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।एसएसपी ने बताया कि घटना की पूरी जानकारी के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह हादसा था या साजिश। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।