आजमगढ़ जेल से रिहा होने के बाद हिस्ट्रीशीटर अमरजीत यादव ने 30 गाड़ियों से विजय जुलूस निकाला। जुलूस निकालने के 50 मिनट के अंदर ही पुलिस ने आरोपी को फिर से गिरफ्तार कर लिया। जेल से रिहा होने के बाद अमरजीत के काफिले ने महज एक किलोमीटर की दूरी तय की थी। कई गाड़ियों पर सपा के झंडे लगे थे। पुलिस को जुलूस निकालने की सूचना मिली। सिधारी समेत चार थानों की फोर्स ने घेराबंदी करना शुरू कर दिया। पुलिस को देखते ही मौके से काफिले की 23 गाड़ियां फरार हो गईं। 7 गाड़ियों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। अमरजीत यादव ने 2012 में मुलायम सिंह यादव के ज्योतिषाचार्य रहे डॉ. रमेश तिवारी हत्याकांड का दोषी है। अमरजीत यादव सहित 12 दोषियों को जौनपुर कोर्ट की जज रूपाली सक्सेना ने 20 अगस्त, 2024 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। अमरजीत यादव को इस मामले में हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। देखिए 4 तस्वीरें… सब इंस्पेक्टर से की धक्का-मुक्की
अमरजीत यादव इटौरा जेल में बंद था। इटौरा पुलिस चौकी के प्रभारी धर्मेंद्र ने बताया, हिस्ट्रीशीटर अमरजीत यादव 30 गाड़ियों से विजय जुलूस निकाल रहा था। मामले की जानकारी मिलते ही 4 थानों की फोर्स, SOG टीम मौके पर पहुंची। एसपी ग्रामीण चिरान जैन भी आ गए। जैसे ही काफिले की गाड़ियों को रोकने का प्रयास किया गया, लोग इधर-उधर भागने लगे। करीब 7 गाड़ियों को फोर्स ने जब अपने कब्जे में लिया। इधर, अमरजीत और काफिले के लोगों की सब इंस्पेक्टर के साथ धक्का-मुक्की की गई। जेल से रिहा होने के 50 मिनट के अंदर दोबारा से पुलिस कस्टडी में ले लिया गया है। पुलिस ने जब काफिले की गाड़ियों की तलाशी ली, तो एक गाड़ी से 5 लाख रुपए नगद, फूल-माला और भारी मात्रा में मिठाई भी बरामद की गई है। एसपी ग्रामीण बोले- आरोपियों पर हो रही कार्रवाई
एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया, इटौरा जेल से रिहा होते ही अमरजीत यादव ने जुलूस निकाला। पुलिस को सूचना मिली कि इन गाड़ियों में अवैध असलहे और पैसे हैं। इस सूचना के बाद जब चौकी प्रभारी धर्मेंद्र ने रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। इसके बाद सिधारी थाने के प्रभारी शशि चंद्र चौधरी, SOG प्रभारी नंद कुमार तिवारी, जहानागंज और मुबारकपुर थाने के प्रभारी मौके पर पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में काफिले में शामिल गाड़ियां भागने में सफल रही। मौके से पुलिस 7 गाड़ियों को लेकर थाने लाई है। इन सभी गाड़ियों को सीज किया जा रहा है। इन गाड़ियों पर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के झंडे भी लगे हुए हैं। एसपी ग्रामीण चिराग जैन का कहना है कि आरोपी अमरजीत यादव को जेल भेजा जा रहा है। आरोपी के खिलाफ आजमगढ़ जौनपुर और गोरखपुर में 30 से अधिक गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। रात 1:30 बजे तक थाने में बैठक करते रहे एसपी ग्रामीण चिराग जैन
बुधवार रात 1:30 बजे तक जिले के सिधारी थाने में एसपी ग्रामीण चिराग जैन पुलिस के अधिकारियों और थाना प्रभारियों के साथ बैठक करते रहें। रात में पुलिस के अधिकारियों ने जिस तरह की बैठक की, उससे अंदाजा लग गया था कि आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ज्योतिषाचार्य हत्याकांड में 14 लोग बनाए गए थे आरोपी
जौनपुर में 15 नवंबर, 2012 में ज्योतिषाचार्य रमेश चंद्र तिवारी की हत्या कर दी गई थी। रमेश चंद्र तिवारी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के ज्योतिष गुरु थे। जौनपुर जिले के सरपतहा थाने में इस मामले में 14 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इन आरोपियों में शूटर विपुल सिंह, हत्या का मुख्य साजिश करता धीरेंद्र सिंह झारखंडी सिंह सूबेदार सिंह कौशल किशोर सिंह विजय बहादुर सिंह वीरेंद्र बहादुर सिंह लाल शंकर उपाध्याय, अमित और पंडित अरविंद शैलेंद्र तनु सिंह और आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले अमरजीत यादव का नाम सामने आया था। इस पूरे मामले में आरोपी झारखंड सिंह की मौत हो चुकी है, जबकि शूटर शेर बहादुर सिंह का एनकाउंटर हो चुका है। इस मामले में 12 आरोपियों को 20 अगस्त 2024 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इसके साथ ही प्रत्येक पर 30-30 हजार जुर्माना भी लगाया गया था। जनवरी 2025 में अमरजीत यादव को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। ———————- पढ़ें ये भी जरूरी खबर… EMI में घूस लेते पकड़ा गया असिस्टेंट कमिश्नर:मुरादाबाद में विजिलेंस टीम ने 15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा; ऑफिस से 3.3 लाख कैश मिला मुरादाबाद में सहायक आयुक्त औषधि घूस लेते पकड़े गए। विजिलेंस बरेली की टीम ने मुरादाबाद मंडल के सहायक आयुक्त (औषधि) मनु शंकर को विजिलेंस टीम ने 15 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सहायक आयुक्त ने मेडिकल स्टोर का लाइसेंस जारी करने के एवज में दो किस्तों में कुल 35 हजार रुपए की मांग की थी। पहली किस्त लेते ही टीम ने उन्हें पकड़ लिया। टीम ने आरोपी की तलाशी ली तो उसकी जेब से 1,30,000 रुपये नकद मिले। जबकि ऑफिस के ड्राल में दो लिफाफे मिले, जिनमें एक-एक लाख रुपए थे। टीम ने इन रुपयों को जब्त कर लिया। विजिलेंस टीम ने सहायक आयुक्त के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पढ़ें पूरी खबर… आजमगढ़ जेल से रिहा होने के बाद हिस्ट्रीशीटर अमरजीत यादव ने 30 गाड़ियों से विजय जुलूस निकाला। जुलूस निकालने के 50 मिनट के अंदर ही पुलिस ने आरोपी को फिर से गिरफ्तार कर लिया। जेल से रिहा होने के बाद अमरजीत के काफिले ने महज एक किलोमीटर की दूरी तय की थी। कई गाड़ियों पर सपा के झंडे लगे थे। पुलिस को जुलूस निकालने की सूचना मिली। सिधारी समेत चार थानों की फोर्स ने घेराबंदी करना शुरू कर दिया। पुलिस को देखते ही मौके से काफिले की 23 गाड़ियां फरार हो गईं। 7 गाड़ियों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। अमरजीत यादव ने 2012 में मुलायम सिंह यादव के ज्योतिषाचार्य रहे डॉ. रमेश तिवारी हत्याकांड का दोषी है। अमरजीत यादव सहित 12 दोषियों को जौनपुर कोर्ट की जज रूपाली सक्सेना ने 20 अगस्त, 2024 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। अमरजीत यादव को इस मामले में हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। देखिए 4 तस्वीरें… सब इंस्पेक्टर से की धक्का-मुक्की
अमरजीत यादव इटौरा जेल में बंद था। इटौरा पुलिस चौकी के प्रभारी धर्मेंद्र ने बताया, हिस्ट्रीशीटर अमरजीत यादव 30 गाड़ियों से विजय जुलूस निकाल रहा था। मामले की जानकारी मिलते ही 4 थानों की फोर्स, SOG टीम मौके पर पहुंची। एसपी ग्रामीण चिरान जैन भी आ गए। जैसे ही काफिले की गाड़ियों को रोकने का प्रयास किया गया, लोग इधर-उधर भागने लगे। करीब 7 गाड़ियों को फोर्स ने जब अपने कब्जे में लिया। इधर, अमरजीत और काफिले के लोगों की सब इंस्पेक्टर के साथ धक्का-मुक्की की गई। जेल से रिहा होने के 50 मिनट के अंदर दोबारा से पुलिस कस्टडी में ले लिया गया है। पुलिस ने जब काफिले की गाड़ियों की तलाशी ली, तो एक गाड़ी से 5 लाख रुपए नगद, फूल-माला और भारी मात्रा में मिठाई भी बरामद की गई है। एसपी ग्रामीण बोले- आरोपियों पर हो रही कार्रवाई
एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया, इटौरा जेल से रिहा होते ही अमरजीत यादव ने जुलूस निकाला। पुलिस को सूचना मिली कि इन गाड़ियों में अवैध असलहे और पैसे हैं। इस सूचना के बाद जब चौकी प्रभारी धर्मेंद्र ने रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। इसके बाद सिधारी थाने के प्रभारी शशि चंद्र चौधरी, SOG प्रभारी नंद कुमार तिवारी, जहानागंज और मुबारकपुर थाने के प्रभारी मौके पर पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में काफिले में शामिल गाड़ियां भागने में सफल रही। मौके से पुलिस 7 गाड़ियों को लेकर थाने लाई है। इन सभी गाड़ियों को सीज किया जा रहा है। इन गाड़ियों पर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के झंडे भी लगे हुए हैं। एसपी ग्रामीण चिराग जैन का कहना है कि आरोपी अमरजीत यादव को जेल भेजा जा रहा है। आरोपी के खिलाफ आजमगढ़ जौनपुर और गोरखपुर में 30 से अधिक गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। रात 1:30 बजे तक थाने में बैठक करते रहे एसपी ग्रामीण चिराग जैन
बुधवार रात 1:30 बजे तक जिले के सिधारी थाने में एसपी ग्रामीण चिराग जैन पुलिस के अधिकारियों और थाना प्रभारियों के साथ बैठक करते रहें। रात में पुलिस के अधिकारियों ने जिस तरह की बैठक की, उससे अंदाजा लग गया था कि आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ज्योतिषाचार्य हत्याकांड में 14 लोग बनाए गए थे आरोपी
जौनपुर में 15 नवंबर, 2012 में ज्योतिषाचार्य रमेश चंद्र तिवारी की हत्या कर दी गई थी। रमेश चंद्र तिवारी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के ज्योतिष गुरु थे। जौनपुर जिले के सरपतहा थाने में इस मामले में 14 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इन आरोपियों में शूटर विपुल सिंह, हत्या का मुख्य साजिश करता धीरेंद्र सिंह झारखंडी सिंह सूबेदार सिंह कौशल किशोर सिंह विजय बहादुर सिंह वीरेंद्र बहादुर सिंह लाल शंकर उपाध्याय, अमित और पंडित अरविंद शैलेंद्र तनु सिंह और आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले अमरजीत यादव का नाम सामने आया था। इस पूरे मामले में आरोपी झारखंड सिंह की मौत हो चुकी है, जबकि शूटर शेर बहादुर सिंह का एनकाउंटर हो चुका है। इस मामले में 12 आरोपियों को 20 अगस्त 2024 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इसके साथ ही प्रत्येक पर 30-30 हजार जुर्माना भी लगाया गया था। जनवरी 2025 में अमरजीत यादव को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। ———————- पढ़ें ये भी जरूरी खबर… EMI में घूस लेते पकड़ा गया असिस्टेंट कमिश्नर:मुरादाबाद में विजिलेंस टीम ने 15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा; ऑफिस से 3.3 लाख कैश मिला मुरादाबाद में सहायक आयुक्त औषधि घूस लेते पकड़े गए। विजिलेंस बरेली की टीम ने मुरादाबाद मंडल के सहायक आयुक्त (औषधि) मनु शंकर को विजिलेंस टीम ने 15 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सहायक आयुक्त ने मेडिकल स्टोर का लाइसेंस जारी करने के एवज में दो किस्तों में कुल 35 हजार रुपए की मांग की थी। पहली किस्त लेते ही टीम ने उन्हें पकड़ लिया। टीम ने आरोपी की तलाशी ली तो उसकी जेब से 1,30,000 रुपये नकद मिले। जबकि ऑफिस के ड्राल में दो लिफाफे मिले, जिनमें एक-एक लाख रुपए थे। टीम ने इन रुपयों को जब्त कर लिया। विजिलेंस टीम ने सहायक आयुक्त के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर