<p style=”text-align: justify;”><strong>CM Nititsh Kumar Pragati yatra:</strong> बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को नवादा में प्रगति यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण विकास कार्यों की घोषणा की. नक्सल प्रभावित गोविंदपुर क्षेत्र में 77 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद करोड़ों रुपये की लागत से बनने वाले पुल का शिलान्यास किया गया. यह क्षेत्र वर्तमान में राष्ट्रीय जनता दल के विधायक मोहम्मद कामरान का गृह क्षेत्र है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोगों ने दी थी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने 15 दिन पहले ‘सड़क नहीं तो वोट नहीं’ का नारा देते हुए चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी थी. मुख्यमंत्री ने महागठबंधन के कब्जे वाले चार विधानसभा क्षेत्रों- गोविंदपुर, रजौली, हिसुआ और नवादा में विकास कार्यों की बौछार कर दी है. नवादा जिले की पांच विधानसभा सीटों में से चार पर महागठबंधन का कब्जा है, जिनमें तीन आरजेडी और एक कांग्रेस के पास हैं. जबकि एक सीट वारसलीगंज बीजेपी के पास है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि यह यात्रा राजनीतिक नहीं बताई जा रही है, लेकिन आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए इसका रणनीतिक महत्व स्पष्ट है. मुख्यमंत्री ने विपक्ष के गढ़ में जाकर विकास कार्यों के माध्यम से जनता को साधने का प्रयास किया है. विशेषकर सरकंडा क्षेत्र में नए पुल की घोषणा से स्थानीय लोगों की दशकों पुरानी मांग पूरी हुई है. इस प्रगति यात्रा के माध्यम से नीतीश कुमार ने न केवल विकास का एजेंडा आगे बढ़ाया है, बल्कि आगामी चुनावों के लिए राजनीतिक जमीन भी तैयार की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन को कमजोर करने के लिए एक नई रणनीति अपनाई है. उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्रगति यात्रा के माध्यम से विकास कार्यों की बौछार कर दी है. विशेष रूप से रजौली और गोविंदपुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में जहां पहले विरोध का माहौल था, वहां सीएम ने विकास की नई पहल की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटे सीएम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री की इस यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. ये क्षेत्र जो कभी नीतीश कुमार के पक्ष में हुआ करते थे, वहां अब वे फिर से अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटे हैं. उनकी यह रणनीति महागठबंधन को एक बड़ा राजनीतिक झटका दे सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नीतीश कुमार की यह प्रगति यात्रा महज एक यात्रा नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. वे विकास कार्यों के माध्यम से जनता का विश्वास जीतने में जुटे हैं. इस यात्रा के दौरान उन्होंने विभिन्न विकास योजनाओं की घोषणा करके स्थानीय लोगों का समर्थन हासिल करने का प्रयास किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि नवादा प्रगति यात्रा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कई योजनाओं का अवलोकन, शिलान्यास व उद्घाटन किया. प्रगति यात्रा के दौरान ग्रामीणों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में सब कुछ ठीक-ठाक है, लेकिन कुछ योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आगमन से गांव का माहौल बदल गया है और उन्हें काफी अच्छा लग रहा है.</p>
<p>ग्रामीणों ने बताया कि गांव की सड़कें, नाली और गलियां चकाचक कर दी गई हैं, जिससे गांव की सुंदरता में चार चांद लग गए हैं. यह दिखाता है कि मुख्यमंत्री के आगमन से ग्रामीणों में काफी उम्मीदें हैं और वे अपने गांव के विकास के लिए उत्साहित हैं. वहीं नवादा प्रगति यात्रा के दौरान महिलाओं ने अपना गुस्सा व्यक्त किया और बिजली बिल और बेरोजगारी के मुद्दों पर अपनी चिंता जताई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/health-workers-taking-bribe-in-buxar-dumraon-subdivision-hospital-video-goes-viral-ann-2881353″>बक्सर के डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों का घूस लेते वीडियो वायरल, महकमे में मचा हड़कंप</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>CM Nititsh Kumar Pragati yatra:</strong> बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को नवादा में प्रगति यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण विकास कार्यों की घोषणा की. नक्सल प्रभावित गोविंदपुर क्षेत्र में 77 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद करोड़ों रुपये की लागत से बनने वाले पुल का शिलान्यास किया गया. यह क्षेत्र वर्तमान में राष्ट्रीय जनता दल के विधायक मोहम्मद कामरान का गृह क्षेत्र है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोगों ने दी थी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने 15 दिन पहले ‘सड़क नहीं तो वोट नहीं’ का नारा देते हुए चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी थी. मुख्यमंत्री ने महागठबंधन के कब्जे वाले चार विधानसभा क्षेत्रों- गोविंदपुर, रजौली, हिसुआ और नवादा में विकास कार्यों की बौछार कर दी है. नवादा जिले की पांच विधानसभा सीटों में से चार पर महागठबंधन का कब्जा है, जिनमें तीन आरजेडी और एक कांग्रेस के पास हैं. जबकि एक सीट वारसलीगंज बीजेपी के पास है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि यह यात्रा राजनीतिक नहीं बताई जा रही है, लेकिन आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए इसका रणनीतिक महत्व स्पष्ट है. मुख्यमंत्री ने विपक्ष के गढ़ में जाकर विकास कार्यों के माध्यम से जनता को साधने का प्रयास किया है. विशेषकर सरकंडा क्षेत्र में नए पुल की घोषणा से स्थानीय लोगों की दशकों पुरानी मांग पूरी हुई है. इस प्रगति यात्रा के माध्यम से नीतीश कुमार ने न केवल विकास का एजेंडा आगे बढ़ाया है, बल्कि आगामी चुनावों के लिए राजनीतिक जमीन भी तैयार की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन को कमजोर करने के लिए एक नई रणनीति अपनाई है. उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्रगति यात्रा के माध्यम से विकास कार्यों की बौछार कर दी है. विशेष रूप से रजौली और गोविंदपुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में जहां पहले विरोध का माहौल था, वहां सीएम ने विकास की नई पहल की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटे सीएम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री की इस यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. ये क्षेत्र जो कभी नीतीश कुमार के पक्ष में हुआ करते थे, वहां अब वे फिर से अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटे हैं. उनकी यह रणनीति महागठबंधन को एक बड़ा राजनीतिक झटका दे सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नीतीश कुमार की यह प्रगति यात्रा महज एक यात्रा नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. वे विकास कार्यों के माध्यम से जनता का विश्वास जीतने में जुटे हैं. इस यात्रा के दौरान उन्होंने विभिन्न विकास योजनाओं की घोषणा करके स्थानीय लोगों का समर्थन हासिल करने का प्रयास किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि नवादा प्रगति यात्रा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कई योजनाओं का अवलोकन, शिलान्यास व उद्घाटन किया. प्रगति यात्रा के दौरान ग्रामीणों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में सब कुछ ठीक-ठाक है, लेकिन कुछ योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आगमन से गांव का माहौल बदल गया है और उन्हें काफी अच्छा लग रहा है.</p>
<p>ग्रामीणों ने बताया कि गांव की सड़कें, नाली और गलियां चकाचक कर दी गई हैं, जिससे गांव की सुंदरता में चार चांद लग गए हैं. यह दिखाता है कि मुख्यमंत्री के आगमन से ग्रामीणों में काफी उम्मीदें हैं और वे अपने गांव के विकास के लिए उत्साहित हैं. वहीं नवादा प्रगति यात्रा के दौरान महिलाओं ने अपना गुस्सा व्यक्त किया और बिजली बिल और बेरोजगारी के मुद्दों पर अपनी चिंता जताई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/health-workers-taking-bribe-in-buxar-dumraon-subdivision-hospital-video-goes-viral-ann-2881353″>बक्सर के डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों का घूस लेते वीडियो वायरल, महकमे में मचा हड़कंप</a></strong></p> बिहार 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह की तैयारियां तेज, CM धामी ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश
महागठबंधन के गढ़ में 77 साल बाद पुल का शिलान्यास, नवादा में CM ने की विकास कार्यों की बौछार
![महागठबंधन के गढ़ में 77 साल बाद पुल का शिलान्यास, नवादा में CM ने की विकास कार्यों की बौछार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/02/10/b0d41eb7024ff8fc93d99783eb4024e117391850311161008_original.jpg)