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<p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh Muslim University:</strong> अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खान तिबिया कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्रों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासनिक ब्लॉक पर प्रदर्शन करते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन पर 14 करोड़ के फंड में गड़बड़ी करने के आरोप लगाए हैं. जहां उनको प्रॉक्टोरियल टीम के द्वारा वाइस चांसलर से मिलने से रोका गया तो छात्रों की एएमयू के प्रशासनिक अधिकारियों से कड़ी नौक झौंक भी हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्रों का उग्र प्रदर्शन करने का मन बना तो एएमयू प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा छात्रों को गेट खोलकर आला अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए प्रशासनिक ब्लॉक के अंदर बुलाया गया, इसके बाद छात्रों को मनाने में एएमयू प्रशासन जुटा रहा. एएमयू के छात्रों ने इस दौरान यूनिवर्सिटी प्रशासन पर 14 करोड़ के फंड की गड़बड़ी करने के आरोप भी लगाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छात्रों ने स्टाईपेंड का पैसा न मिलने की बात कही<br /></strong>दरअसल पूरा मामला अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्र और छात्राओं का है. जिनके द्वारा आज यूनिवर्सिटी प्रशासनिक ब्लॉक पर प्रदर्शन के दौरान उनको प्रॉक्टोरियल टीम ने वाइस चांसलर व रजिस्टर से मुलाकात करने से पहले ही गेट पर ही रोक दिया, छात्रों को रोके जाने के बाद छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि सरकार द्वारा हमें मिलने वाले स्टाइपेंड फंड को यूनिवर्सिटी प्रशासन अलीगढ़ नगर निगम के बकाया टैक्स को अदा कर रहा है, ऐसा हमें प्रमाणित सूत्रों से मालूम चला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन सारी बातों को लेकर छात्रों के द्वारा हाथों में बैनर लेने के बाद एएमयू के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया गया. छात्रों का आरोप है उनके लिए जो पैसा आया है, उसे एएमयू प्रशासन किसी और काम में लेना चाहता है और उस बड़े पैसे से गड़बड़ी कर रहा है. यही कारण है कि छात्रों का गुस्सा सातवें आसमान पर नजर आ रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या कहते है छात्र नेता?</strong><br />अजमल खान तिब्बिया कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्र माज़ ने बताया की सालों इंतजार के बाद सरकार ने हम छात्र-छात्राओं को स्टाइपेंड का फंड दे दिया है. लेकिन अब यूनिवर्सिटी प्रशासन हमारे फंड को हमें ना देकर अपना नगर निगम का बकाया टैक्स को अदा कर कर रहा है. इसी के खिलाफ जब आज हम प्रशासनिक ब्लॉक पर वाइस चांसलर, रजिस्टर और फाइनेंस ऑफिसर से मिलने आए हैं, तो यहां पर प्रॉक्टोरियल टीम ने हमें गेट पर ही रोक लिया है. इसी के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हमारी मांग है कि हमें हमारा स्टाइपेंड का फंड दिया जाए और नगर निगम का बकाया टैक्स वह खुद यूनिवर्सिटी फंड या किसी भी फंड से करें. प्रदर्शन में मौजूद छात्रों का कहना है कि स्टाइपेंड नहीं मिलने के कारण हमें अपनी रिसर्च के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जब सरकार हमें हमारी रिसर्च और शिक्षा के लिए पैसा दे रही है तो फिर यूनिवर्सिटी प्रशासन क्यों हमें नहीं दे रहा. वह क्यों हमारे पैसे को नगर निगम के टैक्स को अदा करने में इस्तेमाल कर रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूनिवर्सिटी प्रोफेसर ने फंड न मिलने की बात कही<br /></strong>छात्रों ने बताया लगभग 100 छात्र छात्राएं हैं, जिनको स्टाइपेंड का पैसा नहीं मिल रहा है और सरकार की तरफ से 14 करोड़ रुपये आया हुआ है. जिसमें से 8 करोड़ रुपये यह नगर निगम के बकाया टैक्स को अदा करने में इस्तेमाल कर रहे हैं.<br />छात्रों के आरोप के संबंध में जब यूनिवर्सिटी के फाइनेंस ऑफिसर प्रोफेसर मोहसिन खान से टेलीफोन पर बयान लेने के लिए संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि अभी छात्रों के स्टाइपेंड का फंड नहीं आया है, जब आएगा तो छात्रों को दे दिया जाएगा और नगर निगम का बकाया टैक्स भी यूनिवर्सिटी को जमा करना है, जब फंड ही नहीं आया तो छात्रों को हम कहां से पैसा दे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा छात्रों के आरोप गलत है, जब इस संबंध में फाइनेंस ऑफिसर से कैमरे पर बयान देने को कहा गया तो उन्होंने बचते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी प्रवक्ता प्रोफेसर विभा शर्मा से इस पर बयान ले ले और जब यूनिवर्सिटी प्रवक्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले पर मुझे कुछ मालूम ही नहीं है. पहले मैं मालूम कर लूं उसके बाद आपको बताती हूं. वहीं अब तक के मामले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा लगातार ऐसे मामलों पर लीपापोती की जाती है, जिसको लेकर एएमयू के छात्रों की जो मांगे हैं, वह ठंडे बस्ते में डाल दिए जाते हैं. जब तक ऐसे मामलों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी तब तक इस तरह के आरोप लगते रहेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/brij-bhushan-sharan-singh-gonda-visit-remarks-sexual-harassment-case-and-delhi-election-congress-2882206″>बृजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान, …इससे अच्छा है जान से मार दो</a></strong></p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh Muslim University:</strong> अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खान तिबिया कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्रों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासनिक ब्लॉक पर प्रदर्शन करते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन पर 14 करोड़ के फंड में गड़बड़ी करने के आरोप लगाए हैं. जहां उनको प्रॉक्टोरियल टीम के द्वारा वाइस चांसलर से मिलने से रोका गया तो छात्रों की एएमयू के प्रशासनिक अधिकारियों से कड़ी नौक झौंक भी हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्रों का उग्र प्रदर्शन करने का मन बना तो एएमयू प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा छात्रों को गेट खोलकर आला अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए प्रशासनिक ब्लॉक के अंदर बुलाया गया, इसके बाद छात्रों को मनाने में एएमयू प्रशासन जुटा रहा. एएमयू के छात्रों ने इस दौरान यूनिवर्सिटी प्रशासन पर 14 करोड़ के फंड की गड़बड़ी करने के आरोप भी लगाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छात्रों ने स्टाईपेंड का पैसा न मिलने की बात कही<br /></strong>दरअसल पूरा मामला अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्र और छात्राओं का है. जिनके द्वारा आज यूनिवर्सिटी प्रशासनिक ब्लॉक पर प्रदर्शन के दौरान उनको प्रॉक्टोरियल टीम ने वाइस चांसलर व रजिस्टर से मुलाकात करने से पहले ही गेट पर ही रोक दिया, छात्रों को रोके जाने के बाद छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि सरकार द्वारा हमें मिलने वाले स्टाइपेंड फंड को यूनिवर्सिटी प्रशासन अलीगढ़ नगर निगम के बकाया टैक्स को अदा कर रहा है, ऐसा हमें प्रमाणित सूत्रों से मालूम चला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन सारी बातों को लेकर छात्रों के द्वारा हाथों में बैनर लेने के बाद एएमयू के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया गया. छात्रों का आरोप है उनके लिए जो पैसा आया है, उसे एएमयू प्रशासन किसी और काम में लेना चाहता है और उस बड़े पैसे से गड़बड़ी कर रहा है. यही कारण है कि छात्रों का गुस्सा सातवें आसमान पर नजर आ रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या कहते है छात्र नेता?</strong><br />अजमल खान तिब्बिया कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्र माज़ ने बताया की सालों इंतजार के बाद सरकार ने हम छात्र-छात्राओं को स्टाइपेंड का फंड दे दिया है. लेकिन अब यूनिवर्सिटी प्रशासन हमारे फंड को हमें ना देकर अपना नगर निगम का बकाया टैक्स को अदा कर कर रहा है. इसी के खिलाफ जब आज हम प्रशासनिक ब्लॉक पर वाइस चांसलर, रजिस्टर और फाइनेंस ऑफिसर से मिलने आए हैं, तो यहां पर प्रॉक्टोरियल टीम ने हमें गेट पर ही रोक लिया है. इसी के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हमारी मांग है कि हमें हमारा स्टाइपेंड का फंड दिया जाए और नगर निगम का बकाया टैक्स वह खुद यूनिवर्सिटी फंड या किसी भी फंड से करें. प्रदर्शन में मौजूद छात्रों का कहना है कि स्टाइपेंड नहीं मिलने के कारण हमें अपनी रिसर्च के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जब सरकार हमें हमारी रिसर्च और शिक्षा के लिए पैसा दे रही है तो फिर यूनिवर्सिटी प्रशासन क्यों हमें नहीं दे रहा. वह क्यों हमारे पैसे को नगर निगम के टैक्स को अदा करने में इस्तेमाल कर रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूनिवर्सिटी प्रोफेसर ने फंड न मिलने की बात कही<br /></strong>छात्रों ने बताया लगभग 100 छात्र छात्राएं हैं, जिनको स्टाइपेंड का पैसा नहीं मिल रहा है और सरकार की तरफ से 14 करोड़ रुपये आया हुआ है. जिसमें से 8 करोड़ रुपये यह नगर निगम के बकाया टैक्स को अदा करने में इस्तेमाल कर रहे हैं.<br />छात्रों के आरोप के संबंध में जब यूनिवर्सिटी के फाइनेंस ऑफिसर प्रोफेसर मोहसिन खान से टेलीफोन पर बयान लेने के लिए संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि अभी छात्रों के स्टाइपेंड का फंड नहीं आया है, जब आएगा तो छात्रों को दे दिया जाएगा और नगर निगम का बकाया टैक्स भी यूनिवर्सिटी को जमा करना है, जब फंड ही नहीं आया तो छात्रों को हम कहां से पैसा दे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा छात्रों के आरोप गलत है, जब इस संबंध में फाइनेंस ऑफिसर से कैमरे पर बयान देने को कहा गया तो उन्होंने बचते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी प्रवक्ता प्रोफेसर विभा शर्मा से इस पर बयान ले ले और जब यूनिवर्सिटी प्रवक्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले पर मुझे कुछ मालूम ही नहीं है. पहले मैं मालूम कर लूं उसके बाद आपको बताती हूं. वहीं अब तक के मामले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा लगातार ऐसे मामलों पर लीपापोती की जाती है, जिसको लेकर एएमयू के छात्रों की जो मांगे हैं, वह ठंडे बस्ते में डाल दिए जाते हैं. जब तक ऐसे मामलों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी तब तक इस तरह के आरोप लगते रहेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/brij-bhushan-sharan-singh-gonda-visit-remarks-sexual-harassment-case-and-delhi-election-congress-2882206″>बृजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान, …इससे अच्छा है जान से मार दो</a></strong></p>
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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के खिलाफ तिबिया कॉलेज के छात्रों का जबरदस्त प्रदर्शन, 14 करोड़ के गड़बड़ी के लगे आरोप
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