<p style=”text-align: justify;”><strong>Mahakumbh 2025:</strong> महाकुंभ के अंतिम चरण में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने 1200 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने का फैसला किया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ये बसें प्रयागराज में संचालित की जाएंगी ताकि दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. सरकार का लक्ष्य है कि महाकुंभ के दौरान आने वाले सभी श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा और बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने जानकारी दी कि महाशिवरात्रि स्नान और 20 से 28 फरवरी 2025 के बीच श्रद्धालुओं की अधिक संख्या को देखते हुए 1200 अतिरिक्त बसें रिजर्व में रखी गई हैं. इसके अलावा, संगम क्षेत्र में 750 शटल बसें भी चलाई जा रही हैं, ताकि श्रद्धालुओं को कुंभ क्षेत्र में आने-जाने में कोई परेशानी न हो. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ड्यूटी का सख्ती से निर्धारण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी निभाएं, जिससे बसों का सुचारू संचालन हो सके. सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बसों का क्षेत्रवार आवंटन किया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, बरेली, मुरादाबाद और अलीगढ़ से प्रयागराज के लिए प्रति दिन 25 बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा. इससे पूर्वांचल के जिलों से आने वाले यात्रियों की भीड़ को संतुलित किया जा सकेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-adityanath-said-public-faith-will-be-respected-but-anarchy-will-not-be-tolerated-2888937″>महाशिवरात्रि और होली से पहले सीएम योगी का सख्त निर्देश, कहा- ‘अराजकता नहीं होगी बर्दाश्त'</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या दिए गए निर्देश</strong><br />इसके अलावा प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, चित्रकूट, अयोध्या और देवीपाटन क्षेत्रों की बसों को अधिकतम 300 किलोमीटर के दायरे में ही संचालित करने का निर्देश दिया गया है. इससे आवश्यकता पड़ने पर इन बसों को तुरंत महाकुंभ क्षेत्र में भेजा जा सकेगा. महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, जहां करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान करने के लिए पहुंचते हैं. 2025 में होने वाला महाकुंभ ऐतिहासिक होने वाला है, क्योंकि इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश सरकार ने <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> के सुचारू आयोजन के लिए कई स्तरों पर तैयारियां की हैं. बसों की संख्या बढ़ाने के अलावा, सुरक्षा, स्वच्छता और आपातकालीन सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और वे इस आध्यात्मिक आयोजन का पूरा लाभ उठा सकें.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Mahakumbh 2025:</strong> महाकुंभ के अंतिम चरण में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने 1200 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने का फैसला किया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ये बसें प्रयागराज में संचालित की जाएंगी ताकि दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. सरकार का लक्ष्य है कि महाकुंभ के दौरान आने वाले सभी श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा और बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने जानकारी दी कि महाशिवरात्रि स्नान और 20 से 28 फरवरी 2025 के बीच श्रद्धालुओं की अधिक संख्या को देखते हुए 1200 अतिरिक्त बसें रिजर्व में रखी गई हैं. इसके अलावा, संगम क्षेत्र में 750 शटल बसें भी चलाई जा रही हैं, ताकि श्रद्धालुओं को कुंभ क्षेत्र में आने-जाने में कोई परेशानी न हो. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ड्यूटी का सख्ती से निर्धारण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी निभाएं, जिससे बसों का सुचारू संचालन हो सके. सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बसों का क्षेत्रवार आवंटन किया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, बरेली, मुरादाबाद और अलीगढ़ से प्रयागराज के लिए प्रति दिन 25 बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा. इससे पूर्वांचल के जिलों से आने वाले यात्रियों की भीड़ को संतुलित किया जा सकेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-adityanath-said-public-faith-will-be-respected-but-anarchy-will-not-be-tolerated-2888937″>महाशिवरात्रि और होली से पहले सीएम योगी का सख्त निर्देश, कहा- ‘अराजकता नहीं होगी बर्दाश्त'</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या दिए गए निर्देश</strong><br />इसके अलावा प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, चित्रकूट, अयोध्या और देवीपाटन क्षेत्रों की बसों को अधिकतम 300 किलोमीटर के दायरे में ही संचालित करने का निर्देश दिया गया है. इससे आवश्यकता पड़ने पर इन बसों को तुरंत महाकुंभ क्षेत्र में भेजा जा सकेगा. महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, जहां करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान करने के लिए पहुंचते हैं. 2025 में होने वाला महाकुंभ ऐतिहासिक होने वाला है, क्योंकि इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश सरकार ने <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> के सुचारू आयोजन के लिए कई स्तरों पर तैयारियां की हैं. बसों की संख्या बढ़ाने के अलावा, सुरक्षा, स्वच्छता और आपातकालीन सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और वे इस आध्यात्मिक आयोजन का पूरा लाभ उठा सकें.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Maharashtra Politics: शरद पवार पर संजय राउत का यू-टर्न! जानें किसकी तुलना महादजी शिंदे से की
महाकुंभ 2025: अंतिम हफ्ते में स्नान के लिए 1200 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था, सरकार ने दिए ये निर्देश
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