अमृतसर में एएसआई समेत 3 कर्मी बर्खाश्त:कांस्टेबल गिरफ्तार, रिश्वत मांगने पर दर्ज हुई थी एफआईआर, एडीसीपी सिटी करेंगे जांच

अमृतसर में एएसआई समेत 3 कर्मी बर्खाश्त:कांस्टेबल गिरफ्तार, रिश्वत मांगने पर दर्ज हुई थी एफआईआर, एडीसीपी सिटी करेंगे जांच

अमृतसर में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अमृतसर पुलिस ने सी-डिवीजन थाना में तैनात कांस्टेबल वरिंदर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (PC Act) के तहत मामला दर्ज किया है। इससे पहले, दो भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है। मुख्यमंत्री पंजाब के निर्देश पर पंजाब को ड्रग्स और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए पुलिस प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है। FIR भी दर्ज की गई
अमृतसर के सी-डिवीजन थाना में तैनात कॉन्स्टेबल वरिंदर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में FIR 24 फरवरी 2025 को दर्ज की गई थी। यह मामला धारा 7, 7-A भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और 61(2) BNS के तहत दर्ज किया गया है। आरोपी कॉन्स्टेबल वरिंदर सिंह, जो गांव ध्यानपुर, थाना खलचियां, जिला अमृतसर का निवासी है और वर्तमान में पुलिस क्वार्टर हॉल गेट अमृतसर में रह रहा था, को गिरफ्तार कर लिया गया है। भ्रष्टाचार में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई एएसआई गुरजीत सिंह और सीनियर कांस्टेबल सुखजीत सिंह को भ्रष्टाचार के आरोपों में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों के खिलाफ FIR थाना विजिलेंस ब्यूरो, अमृतसर, थाना मोहनकपुरा, अमृतसर, और थाना विजिलेंस ब्यूरो, जालंधर में मामले दर्ज किए गए हैं। ऑडियो क्लिप के आधार पर कार्रवाई सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप सामने आई है, जिसमें कॉन्स्टेबल वरिंदर सिंह बंटी नामक व्यक्ति से पैसे मांग रहा है और दीपू के माध्यम से अजय कुमार उर्फ बिल्ली (NDPS एक्ट में वांछित आरोपी) को बचाने का आश्वासन दे रहा है। कांस्टेबल वरिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे अनुच्छेद 311 (2) (B) के तहत पुलिस सेवा से बर्खास्त किया जा रहा है। पुलिस अधिकारी/कर्मचारी के इस मामले में अन्य संलिप्तता की जांच की जा रही है। मामले की जांच एडीसीपी सिटी-1 को सौंपी गई है, जो डीसीपी इन्वेस्टिगेशन, अमृतसर की देखरेख में होगी। अमृतसर में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अमृतसर पुलिस ने सी-डिवीजन थाना में तैनात कांस्टेबल वरिंदर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (PC Act) के तहत मामला दर्ज किया है। इससे पहले, दो भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है। मुख्यमंत्री पंजाब के निर्देश पर पंजाब को ड्रग्स और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए पुलिस प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है। FIR भी दर्ज की गई
अमृतसर के सी-डिवीजन थाना में तैनात कॉन्स्टेबल वरिंदर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में FIR 24 फरवरी 2025 को दर्ज की गई थी। यह मामला धारा 7, 7-A भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और 61(2) BNS के तहत दर्ज किया गया है। आरोपी कॉन्स्टेबल वरिंदर सिंह, जो गांव ध्यानपुर, थाना खलचियां, जिला अमृतसर का निवासी है और वर्तमान में पुलिस क्वार्टर हॉल गेट अमृतसर में रह रहा था, को गिरफ्तार कर लिया गया है। भ्रष्टाचार में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई एएसआई गुरजीत सिंह और सीनियर कांस्टेबल सुखजीत सिंह को भ्रष्टाचार के आरोपों में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों के खिलाफ FIR थाना विजिलेंस ब्यूरो, अमृतसर, थाना मोहनकपुरा, अमृतसर, और थाना विजिलेंस ब्यूरो, जालंधर में मामले दर्ज किए गए हैं। ऑडियो क्लिप के आधार पर कार्रवाई सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप सामने आई है, जिसमें कॉन्स्टेबल वरिंदर सिंह बंटी नामक व्यक्ति से पैसे मांग रहा है और दीपू के माध्यम से अजय कुमार उर्फ बिल्ली (NDPS एक्ट में वांछित आरोपी) को बचाने का आश्वासन दे रहा है। कांस्टेबल वरिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे अनुच्छेद 311 (2) (B) के तहत पुलिस सेवा से बर्खास्त किया जा रहा है। पुलिस अधिकारी/कर्मचारी के इस मामले में अन्य संलिप्तता की जांच की जा रही है। मामले की जांच एडीसीपी सिटी-1 को सौंपी गई है, जो डीसीपी इन्वेस्टिगेशन, अमृतसर की देखरेख में होगी।   पंजाब | दैनिक भास्कर