सोनीपत में छात्र का कलावा काटा, तिलक मिटाया:स्कूल स्टाफ पर पीटने का भी आरोप, शिक्षा अधिकारी बोले- विभागीय कार्रवाई की जाएगी

सोनीपत में छात्र का कलावा काटा, तिलक मिटाया:स्कूल स्टाफ पर पीटने का भी आरोप, शिक्षा अधिकारी बोले- विभागीय कार्रवाई की जाएगी

सोनीपत जिले के तिहाड़-बाघडू गांव स्थित होली क्रॉस स्कूल में छठी कक्षा के छात्र के साथ धार्मिक भेदभाव का मामला सामने आया है। छात्र की मां ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उनके बेटे का कलावा जबरन काट दिया गया और तिलक मिटा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल स्टाफ के दो सदस्यों ने बच्चे को उसकी धार्मिक पहचान को लेकर पीटा गया और प्रताड़ित किया। वहीं पुलिस को भी शिकायत दी गई है। पुलिस मामले को लेकर जांच कर रही है। मामले की भनक लगते ही धार्मिक संगठनों के लोग थाना सदर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। स्वजन ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने और बच्चे को प्रताड़ित करने की शिकायत पुलिस को दी है। घटना का क्रम 1. कलावा और तिलक लगाने पर स्कूल में आपत्ति छात्र की मां ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनका बेटा तिहाड़-बाघडू गांव स्थित होली क्रॉस स्कूल में छठी कक्षा में पढाई करता है। उनका बेटा हर दिन स्कूल जाते समय कलावा बांधता है और तिलक लगाता है। लेकिन स्कूल के कोऑर्डिनेटर इस पर आपत्ति जताते थे और टोका-टिप्पणी करते थे। स्टाफ के दो सदस्यों ने बच्चे का कलावा काट दिया और तिलक मिटा दिया। इसके बावजूद, जब छात्र अगले दिन फिर कलावा और तिलक लगाकर स्कूल गया, तो फिर से वही कार्रवाई की गई। 2. स्कूल ने माता-पिता को रोका, पुलिस को बुलाना पड़ा जब दोबारा बच्चे का कलावा काटा गया और तिलक मिटाया गया, तो माता-पिता स्कूल पहुंचे, लेकिन उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया और बच्चे से मिलने नहीं दिया गया। इस पर उन्होंने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने के बाद ही परिजन को बच्चे से मिलने दिया गया। जब इस मामले पर स्कूल प्रिंसिपल से जवाब मांगा गया, तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि, स्कूल की हिंदी टीचर ने फोन पर कहा कि यह कान्वेंट स्कूल है और यहां पर कलावा, तिलक, मंगलसूत्र आदि अलाउड नहीं हैं। 3. शारीरिक प्रताड़ना का भी आरोप, बच्चे की आंख सूजी छात्र की मां ने आरोप लगाया कि स्कूल में कई दिनों से उनके बेटे को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। एक शिक्षक ने बच्चे को थप्पड़ मारा, जिससे उसकी आंख सूज गई। बच्चे के बारे में अपशब्द कहे गए। धार्मिक पहचान के कारण उसे बार-बार परेशान किया जाता था। जब इस घटना की जानकारी धार्मिक संगठनों को मिली, तो विश्व हिंदू परिषद, रक्षक सेना सहित कई संगठनों के सदस्य परिजन को लेकर थाना सदर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। धार्मिक संगठनों का आरोप: स्कूल में धार्मिक भेदभाव विरोध कर रहे संगठनों ने आरोप लगाया कि स्कूल में केवल एक विशेष धर्म की किताबें पढ़ाई जाती हैं, जबकि अन्य धर्मों के बच्चों को बरगलाया जाता है। हर 15-20 दिन में एक धर्म विशेष की किताब पढ़ाई जाती है। अन्य धर्मों के बच्चों को धार्मिक चिह्नों को हटाने के लिए मजबूर किया जाता है। अभिभावकों को बच्चों से मिलने नहीं दिया जाता। स्कूल में धार्मिक भेदभाव से छात्रों में हीन भावना पैदा हो रही है। रक्षक सेना के मंजीत तिहाडा ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। धार्मिक संगठनों ने अन्य बच्चों की काउंसलिंग की मांग की है, जिससे पता चल सके कि और कितने बच्चों के साथ ऐसा हुआ है। जिला शिक्षा अधिकारी बोले- मामले की जांच करवाई जाएगी जिला शिक्षा अधिकारी नवीन गुलिया ने कहा शिकायत मिलने पर स्कूल में हुए मामले की जांच करवाई जाएगी। जांच के आधार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पूरे मामले की जानकारी नहीं है।शिक्षा विभाग अपनी जांच करेगा और यदि स्कूल दोषी पाया गया, तो विभागीय कार्रवाई होगी। थाना प्रभारी बोले- स्कूल पहुंचकर तथ्यों को जुटाया गया थाना सदर प्रभारी उमेश कुमार ने कहा स्कूल में पहुंचकर तथ्यों को जुटाया गया है। अन्य छात्रों और स्टाफ से भी मामले को लेकर बातचीत की गई है। जांच जारी है। पुलिस की जांच पूरी होने के बाद कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी। सोनीपत जिले के तिहाड़-बाघडू गांव स्थित होली क्रॉस स्कूल में छठी कक्षा के छात्र के साथ धार्मिक भेदभाव का मामला सामने आया है। छात्र की मां ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उनके बेटे का कलावा जबरन काट दिया गया और तिलक मिटा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल स्टाफ के दो सदस्यों ने बच्चे को उसकी धार्मिक पहचान को लेकर पीटा गया और प्रताड़ित किया। वहीं पुलिस को भी शिकायत दी गई है। पुलिस मामले को लेकर जांच कर रही है। मामले की भनक लगते ही धार्मिक संगठनों के लोग थाना सदर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। स्वजन ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने और बच्चे को प्रताड़ित करने की शिकायत पुलिस को दी है। घटना का क्रम 1. कलावा और तिलक लगाने पर स्कूल में आपत्ति छात्र की मां ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनका बेटा तिहाड़-बाघडू गांव स्थित होली क्रॉस स्कूल में छठी कक्षा में पढाई करता है। उनका बेटा हर दिन स्कूल जाते समय कलावा बांधता है और तिलक लगाता है। लेकिन स्कूल के कोऑर्डिनेटर इस पर आपत्ति जताते थे और टोका-टिप्पणी करते थे। स्टाफ के दो सदस्यों ने बच्चे का कलावा काट दिया और तिलक मिटा दिया। इसके बावजूद, जब छात्र अगले दिन फिर कलावा और तिलक लगाकर स्कूल गया, तो फिर से वही कार्रवाई की गई। 2. स्कूल ने माता-पिता को रोका, पुलिस को बुलाना पड़ा जब दोबारा बच्चे का कलावा काटा गया और तिलक मिटाया गया, तो माता-पिता स्कूल पहुंचे, लेकिन उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया और बच्चे से मिलने नहीं दिया गया। इस पर उन्होंने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने के बाद ही परिजन को बच्चे से मिलने दिया गया। जब इस मामले पर स्कूल प्रिंसिपल से जवाब मांगा गया, तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि, स्कूल की हिंदी टीचर ने फोन पर कहा कि यह कान्वेंट स्कूल है और यहां पर कलावा, तिलक, मंगलसूत्र आदि अलाउड नहीं हैं। 3. शारीरिक प्रताड़ना का भी आरोप, बच्चे की आंख सूजी छात्र की मां ने आरोप लगाया कि स्कूल में कई दिनों से उनके बेटे को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। एक शिक्षक ने बच्चे को थप्पड़ मारा, जिससे उसकी आंख सूज गई। बच्चे के बारे में अपशब्द कहे गए। धार्मिक पहचान के कारण उसे बार-बार परेशान किया जाता था। जब इस घटना की जानकारी धार्मिक संगठनों को मिली, तो विश्व हिंदू परिषद, रक्षक सेना सहित कई संगठनों के सदस्य परिजन को लेकर थाना सदर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। धार्मिक संगठनों का आरोप: स्कूल में धार्मिक भेदभाव विरोध कर रहे संगठनों ने आरोप लगाया कि स्कूल में केवल एक विशेष धर्म की किताबें पढ़ाई जाती हैं, जबकि अन्य धर्मों के बच्चों को बरगलाया जाता है। हर 15-20 दिन में एक धर्म विशेष की किताब पढ़ाई जाती है। अन्य धर्मों के बच्चों को धार्मिक चिह्नों को हटाने के लिए मजबूर किया जाता है। अभिभावकों को बच्चों से मिलने नहीं दिया जाता। स्कूल में धार्मिक भेदभाव से छात्रों में हीन भावना पैदा हो रही है। रक्षक सेना के मंजीत तिहाडा ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। धार्मिक संगठनों ने अन्य बच्चों की काउंसलिंग की मांग की है, जिससे पता चल सके कि और कितने बच्चों के साथ ऐसा हुआ है। जिला शिक्षा अधिकारी बोले- मामले की जांच करवाई जाएगी जिला शिक्षा अधिकारी नवीन गुलिया ने कहा शिकायत मिलने पर स्कूल में हुए मामले की जांच करवाई जाएगी। जांच के आधार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पूरे मामले की जानकारी नहीं है।शिक्षा विभाग अपनी जांच करेगा और यदि स्कूल दोषी पाया गया, तो विभागीय कार्रवाई होगी। थाना प्रभारी बोले- स्कूल पहुंचकर तथ्यों को जुटाया गया थाना सदर प्रभारी उमेश कुमार ने कहा स्कूल में पहुंचकर तथ्यों को जुटाया गया है। अन्य छात्रों और स्टाफ से भी मामले को लेकर बातचीत की गई है। जांच जारी है। पुलिस की जांच पूरी होने के बाद कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर