हरियाणा के कुरुक्षेत्र के युवक की फ्रांस में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बेटे की मौत से परिवार और रिश्तेदारों में कोहराम मचा हुआ है। परिवार उसकी बॉडी मंगवाने के लिए प्रशासन और सरकार से मांग कर रहा है। परिजनों को बेटे के फंदा लगाकर सुसाइड करने की खबर मिली थी। मगर परिजन सुसाइड करने की बात से साफ इनकार कर रहे हैं। पिहोवा की पूजा कॉलोनी का रहने वाला सुशील कुमार (28) पिछले साल 8 जनवरी को पेरिस (फ्रांस) गया था। 2 सप्ताह पहले ही 8 फरवरी को सुशील की उसके भाई सौरव से बातचीत हुई थी। 11 फरवरी को अपने बड़े भाई संदीप के जन्मदिन की स्टोरी अपनी फेसबुक पर शेयर की थी। उसके बाद सुशील का फोन बंद हो गया। परिजन उसे कॉल करने का प्रयास करते रहे, मगर उससे कोई बात नहीं हुई। मकान मालिक ने दी सूचना मृतक के भाई सौरव के मुताबिक, सुशील से बात नहीं हुई तो उसने उसके रूममेट के साथ बातचीत करने की कोशिश भी की। तब 15 फरवरी को मकान मालिक ने उसके भाई के फंदा लगाकर सुसाइड करने की सूचना दी। उनको मकान मालिक की बात पर विश्वास नहीं है, क्योंकि 8 फरवरी को सुशील उनके साथ नॉर्मल बातचीत कर रहा था। 11 फरवरी को उसने फेसबुक पर भाई के जन्मदिन की स्टोरी शेयर की। सुसाइड के नहीं दिए कोई प्रूफ सौरव के मुताबिक, उसका भाई सुसाइड क्यों ही करेगा। उधर, मकान मालिक ने उनको भाई के सुसाइड करने का कोई प्रूफ भी नहीं भेजा। अब मकान मालिक उनके साथ बातचीत करने में आनाकानी कर रहा है। कई बार मकान मालिक को फोन भी किया, मगर मकान मालिक उनका फोन ही नहीं उठा रहा है। मकान मालिक मॉरीशस का रहने वाला है। रूममेट भी चले गए सौरव ने बताया कि घटना से कुछ दिन पहले उसके भाई के साथ रह रहे पंजाब के तीन लड़कों में से 2 पंजाब वापस आ गए, जबकि तीसरा युवक 2 फरवरी को पोलैंड चला गया। उस युवक के पोलैंड में फिंगर होने थे। उनके जाने के बाद उसका भाई रूम पर अकेला था। उसने उन युवकों के साथ भी बातचीत करने की कोशिश की, मगर उनको भी घटना के बारे में कुछ पता नहीं है। पाकिस्तानी के पास करता था काम सुशील पेरिस में कपड़े के शोरूम पर काम करता था। यह शोरूम किसी पाकिस्तानी मालिक का है। उसने पाकिस्तानी व्यक्ति से बातचीत की थी। उसने भी सुशील के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया है। वे बार-बार उस पाकिस्तानी को भी कॉल कर रहे हैं, मगर पाकिस्तानी भी उनका फोन नहीं उठा रहा है। रिटायरमेंट के पैसे से भेजा था फ्रांस सुशील के पिता जगदीश चंद रोडवेज विभाग में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रहे हैं। विभाग से रिटायर होने के बाद मिले पैसे और कर्ज लेकर उन्होंने सुशील को फ्रांस भेजा था। सुशील के सहारे पर उनका घर-परिवार का गुजारा हो रहा था। सुशील की मौत से परिवार पर आर्थिक संकट छा गया है। कैसे मंगवाए बेटे की बॉडी जगदीश चंद के मुताबिक, सुशील की बॉडी मंगवाने के लिए 20-22 लाख रुपए का खर्च आएगा। उनके पास इतनी पैसे की गुंजाइश ही नहीं है। वे खुद हार्ट पेशेंट है। करीब 5 महीने पहले ही उनका हार्ट का ऑपरेशन हुआ है। हालांकि पंजाब के जालंधर के इकबाल सिंह भट्टी ने बॉडी भेजने में मदद करने का आश्वासन दिया है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र के युवक की फ्रांस में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बेटे की मौत से परिवार और रिश्तेदारों में कोहराम मचा हुआ है। परिवार उसकी बॉडी मंगवाने के लिए प्रशासन और सरकार से मांग कर रहा है। परिजनों को बेटे के फंदा लगाकर सुसाइड करने की खबर मिली थी। मगर परिजन सुसाइड करने की बात से साफ इनकार कर रहे हैं। पिहोवा की पूजा कॉलोनी का रहने वाला सुशील कुमार (28) पिछले साल 8 जनवरी को पेरिस (फ्रांस) गया था। 2 सप्ताह पहले ही 8 फरवरी को सुशील की उसके भाई सौरव से बातचीत हुई थी। 11 फरवरी को अपने बड़े भाई संदीप के जन्मदिन की स्टोरी अपनी फेसबुक पर शेयर की थी। उसके बाद सुशील का फोन बंद हो गया। परिजन उसे कॉल करने का प्रयास करते रहे, मगर उससे कोई बात नहीं हुई। मकान मालिक ने दी सूचना मृतक के भाई सौरव के मुताबिक, सुशील से बात नहीं हुई तो उसने उसके रूममेट के साथ बातचीत करने की कोशिश भी की। तब 15 फरवरी को मकान मालिक ने उसके भाई के फंदा लगाकर सुसाइड करने की सूचना दी। उनको मकान मालिक की बात पर विश्वास नहीं है, क्योंकि 8 फरवरी को सुशील उनके साथ नॉर्मल बातचीत कर रहा था। 11 फरवरी को उसने फेसबुक पर भाई के जन्मदिन की स्टोरी शेयर की। सुसाइड के नहीं दिए कोई प्रूफ सौरव के मुताबिक, उसका भाई सुसाइड क्यों ही करेगा। उधर, मकान मालिक ने उनको भाई के सुसाइड करने का कोई प्रूफ भी नहीं भेजा। अब मकान मालिक उनके साथ बातचीत करने में आनाकानी कर रहा है। कई बार मकान मालिक को फोन भी किया, मगर मकान मालिक उनका फोन ही नहीं उठा रहा है। मकान मालिक मॉरीशस का रहने वाला है। रूममेट भी चले गए सौरव ने बताया कि घटना से कुछ दिन पहले उसके भाई के साथ रह रहे पंजाब के तीन लड़कों में से 2 पंजाब वापस आ गए, जबकि तीसरा युवक 2 फरवरी को पोलैंड चला गया। उस युवक के पोलैंड में फिंगर होने थे। उनके जाने के बाद उसका भाई रूम पर अकेला था। उसने उन युवकों के साथ भी बातचीत करने की कोशिश की, मगर उनको भी घटना के बारे में कुछ पता नहीं है। पाकिस्तानी के पास करता था काम सुशील पेरिस में कपड़े के शोरूम पर काम करता था। यह शोरूम किसी पाकिस्तानी मालिक का है। उसने पाकिस्तानी व्यक्ति से बातचीत की थी। उसने भी सुशील के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया है। वे बार-बार उस पाकिस्तानी को भी कॉल कर रहे हैं, मगर पाकिस्तानी भी उनका फोन नहीं उठा रहा है। रिटायरमेंट के पैसे से भेजा था फ्रांस सुशील के पिता जगदीश चंद रोडवेज विभाग में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रहे हैं। विभाग से रिटायर होने के बाद मिले पैसे और कर्ज लेकर उन्होंने सुशील को फ्रांस भेजा था। सुशील के सहारे पर उनका घर-परिवार का गुजारा हो रहा था। सुशील की मौत से परिवार पर आर्थिक संकट छा गया है। कैसे मंगवाए बेटे की बॉडी जगदीश चंद के मुताबिक, सुशील की बॉडी मंगवाने के लिए 20-22 लाख रुपए का खर्च आएगा। उनके पास इतनी पैसे की गुंजाइश ही नहीं है। वे खुद हार्ट पेशेंट है। करीब 5 महीने पहले ही उनका हार्ट का ऑपरेशन हुआ है। हालांकि पंजाब के जालंधर के इकबाल सिंह भट्टी ने बॉडी भेजने में मदद करने का आश्वासन दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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