करनाल में विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी:जान से मारने की धमकी और झूठे केस में फंसाने की साजिश, पुलिस कप्तान को दी शिकायत

करनाल में विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी:जान से मारने की धमकी और झूठे केस में फंसाने की साजिश, पुलिस कप्तान को दी शिकायत

हरियाणा में करनाल के भाम्बरहेड़ी गांव से एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इसमें विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी, गाली-गलौच, किडनैपिंग की धमकी और झूठे केस में फंसाने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए आर्थिक अपराध शाखा ने जांच की और दोषी पाए जाने पर मूनक थाने में मामला दर्ज कर लिया गया। 1 लाख रुपये और पासपोर्ट लेकर 15 दिन में विदेश भेजने का दिया था झांसा पीड़ित बलवान सिंह पैरालिसिस से पीड़ित हैं। शिकायतकर्ता बलवान सिंह ने बताया कि पानीपत जिले के गांव निम्ब्री निवासी परविंद्र सिंह ने उनके भतीजे प्रिंस हुड्डा को विदेश भेजने का झांसा दिया। इसके बदले उसने बीती 29 अगस्त को प्रिंस का पासपोर्ट और 1 लाख रुपये का चेक ले लिया। परविंद्र ने वादा किया कि 10 से 15 दिनों के अंदर विदेश भेजने की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी। 5 लाख रुपये और दस्तावेज मांग कर दोनों भतीजों को विदेश भेजने का आश्वासन कुछ दिनों बाद, 5 सितंबर 2024 को परविंद्र सिंह ने फिर से फोन कर कहा कि अगर प्रिंस हुड्डा के साथ हर्ष नामक युवक को भी विदेश भेजना है तो उसके दस्तावेज और 5 लाख रुपये तैयार रखें। उसने भरोसा दिलाया कि दोनों को एक साथ विदेश भेजा जाएगा। इसके बाद बलवान सिंह ने 6 सितंबर 2024 को पीएनबी बैंक पाढ़ा से 5 लाख रुपये निकाल लिए। 11 सितंबर को उन्होंने अपने रिश्तेदार मोनू के साथ मिलकर यह राशि नकद में परविंद्र को सौंप दी और हर्ष के दस्तावेज भी दिए। काम टालने के बाद दिल्ली भेजा परविंद्र ने सितंबर और अक्टूबर का आधा महीना टालमटोल में निकाल दिया। इसके बाद 22 अक्टूबर 2024 को उसने कहा कि वह दिल्ली से दोनों भतीजों की फ्लाइट करवाएगा। बलवान सिंह ने प्रिंस हुड्डा और हर्ष को दिल्ली भेजा, लेकिन 27 अक्टूबर तक भी कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई। इस पर बलवान सिंह ने दोनों को वापस बुला लिया। फर्जी टिकट भेजकर मुम्बई से फ्लाइट का दिया बहाना ​​​​​​​फिर परविंद्र ने नई चाल चलते हुए कहा कि वह मुम्बई से फ्लाइट करवाएगा। जब टिकट की मांग की गई तो उसने फर्जी टिकट भेज दिए। जांच में पता चला कि वह टिकट पूरी तरह नकली थे। जब बलवान सिंह ने परविंद्र से पैसे और कागजात लौटाने की मांग की तो उसने जान से मारने की धमकी दी। उसने यह भी कहा कि विदेश में बैठे उनके भतीजे को मरवा देगा और बाकी दोनों भतीजों को अगवा करवा देगा। आरोपी ने मांगे चार लाख ​​​​​​​परविंद्र ने चार लाख रुपये की और मांग की। जब बलवान सिंह ने पैसे देने से इनकार किया तो परविंद्र ने बुटाना थाने में एक झूठी शिकायत दर्ज करवा दी। उसने आरोप लगाया कि वीजा लग जाने के बावजूद बच्चों को विदेश नहीं भेजा गया। हालांकि, जांच में यह बात साबित हो गई कि दिखाए गए सभी दस्तावेज फर्जी थे। जांच अधिकारी अशोक ने बताया कि बलवान सिंह की शिकायत पर करनाल की आर्थिक अपराध शाखा ने जांच शुरू की। हरियाणा में करनाल के भाम्बरहेड़ी गांव से एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इसमें विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी, गाली-गलौच, किडनैपिंग की धमकी और झूठे केस में फंसाने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए आर्थिक अपराध शाखा ने जांच की और दोषी पाए जाने पर मूनक थाने में मामला दर्ज कर लिया गया। 1 लाख रुपये और पासपोर्ट लेकर 15 दिन में विदेश भेजने का दिया था झांसा पीड़ित बलवान सिंह पैरालिसिस से पीड़ित हैं। शिकायतकर्ता बलवान सिंह ने बताया कि पानीपत जिले के गांव निम्ब्री निवासी परविंद्र सिंह ने उनके भतीजे प्रिंस हुड्डा को विदेश भेजने का झांसा दिया। इसके बदले उसने बीती 29 अगस्त को प्रिंस का पासपोर्ट और 1 लाख रुपये का चेक ले लिया। परविंद्र ने वादा किया कि 10 से 15 दिनों के अंदर विदेश भेजने की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी। 5 लाख रुपये और दस्तावेज मांग कर दोनों भतीजों को विदेश भेजने का आश्वासन कुछ दिनों बाद, 5 सितंबर 2024 को परविंद्र सिंह ने फिर से फोन कर कहा कि अगर प्रिंस हुड्डा के साथ हर्ष नामक युवक को भी विदेश भेजना है तो उसके दस्तावेज और 5 लाख रुपये तैयार रखें। उसने भरोसा दिलाया कि दोनों को एक साथ विदेश भेजा जाएगा। इसके बाद बलवान सिंह ने 6 सितंबर 2024 को पीएनबी बैंक पाढ़ा से 5 लाख रुपये निकाल लिए। 11 सितंबर को उन्होंने अपने रिश्तेदार मोनू के साथ मिलकर यह राशि नकद में परविंद्र को सौंप दी और हर्ष के दस्तावेज भी दिए। काम टालने के बाद दिल्ली भेजा परविंद्र ने सितंबर और अक्टूबर का आधा महीना टालमटोल में निकाल दिया। इसके बाद 22 अक्टूबर 2024 को उसने कहा कि वह दिल्ली से दोनों भतीजों की फ्लाइट करवाएगा। बलवान सिंह ने प्रिंस हुड्डा और हर्ष को दिल्ली भेजा, लेकिन 27 अक्टूबर तक भी कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई। इस पर बलवान सिंह ने दोनों को वापस बुला लिया। फर्जी टिकट भेजकर मुम्बई से फ्लाइट का दिया बहाना ​​​​​​​फिर परविंद्र ने नई चाल चलते हुए कहा कि वह मुम्बई से फ्लाइट करवाएगा। जब टिकट की मांग की गई तो उसने फर्जी टिकट भेज दिए। जांच में पता चला कि वह टिकट पूरी तरह नकली थे। जब बलवान सिंह ने परविंद्र से पैसे और कागजात लौटाने की मांग की तो उसने जान से मारने की धमकी दी। उसने यह भी कहा कि विदेश में बैठे उनके भतीजे को मरवा देगा और बाकी दोनों भतीजों को अगवा करवा देगा। आरोपी ने मांगे चार लाख ​​​​​​​परविंद्र ने चार लाख रुपये की और मांग की। जब बलवान सिंह ने पैसे देने से इनकार किया तो परविंद्र ने बुटाना थाने में एक झूठी शिकायत दर्ज करवा दी। उसने आरोप लगाया कि वीजा लग जाने के बावजूद बच्चों को विदेश नहीं भेजा गया। हालांकि, जांच में यह बात साबित हो गई कि दिखाए गए सभी दस्तावेज फर्जी थे। जांच अधिकारी अशोक ने बताया कि बलवान सिंह की शिकायत पर करनाल की आर्थिक अपराध शाखा ने जांच शुरू की।   हरियाणा | दैनिक भास्कर