एसजीपीसी प्रधान धामी को मनाने की कोशिशें तेज:जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह पहुंचे होशियारपुर; बोले- प्रधान अच्छे गुरसिख, धर्म को इनकी जरूरत

एसजीपीसी प्रधान धामी को मनाने की कोशिशें तेज:जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह पहुंचे होशियारपुर; बोले- प्रधान अच्छे गुरसिख, धर्म को इनकी जरूरत

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी को मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। आज शुक्रवार हरजिंदर सिंह धामी को मनाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह खुद उनके निवास स्थान पर पहुंच गए। जहां तकरीबन 2 घंटे तक लंबी बातचीत चली। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के साथ श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह भी साथ थे। होशियारपुर स्थित एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट धामी के निवास पर पहुंचे ज्ञानी रघबीर सिंह और ज्ञानी सुल्तान सिंह का स्वागत उन्होंने गले मिल कर किया। इसके बाद तकरीबन दो घंटों तक सभी के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई है। स्पष्ट है कि एडवोकेट धामी को मनाने की कोशिशें तेज हो रही हैं। बीते दिनों एसजीपीसी की अंतरिम कमेटी ने भी प्रधान धामी के इस्तीफे को मानने से मना कर दिया था। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि प्रधान धामी अच्छे और साफ छवि के गुरसिख हैं और धर्म को उनकी जरूरत है। इसलिए उन्हें अपना इस्तीफा वापस ले लेना चाहिए। 6 दिन पहले भी प्रधान धामी से की थी अपील तकरीबन 6 दिन पहले भी जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने प्रधान धामी से इस्तीफा वापस लेने की अपील की थी। तब जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा था कि ये सारा पहलू दुख-दाई पहलू है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। हमें सहज संयम से इसे देखना चाहिए। प्रधान धामी का इस्तीफा दुख दाई है। इस्तीफे में उन्होंने लिखा है, जो मेरे द्वारा पोस्ट डाली गई, नैतिकता के आधार पर उसे कबूलते हुए इस्तीफा देता हूं। वे नैतिकता के आधार पर एसजीपीसी प्रधान पद से दिया इस्तीफा वापस लें। जो ड्यूटी 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब से लगाई गई है, उसे संभालें। बीते दिनों हुई घटनाओं के कारण काफी दबाव था। हो सकता है कि वे भी दबाव में हों। 17 फरवरी को दिया था प्रधान धामी ने इस्तीफा एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने 17 फरवरी को अचानक पीसी बुलाकर पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे से पहले धामी ने कहा था ​कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह हटाने के संबंध में जो एतराज जताया है वह उससे दुखी हैं। एतराज से जाहिर होता है कि हरप्रीत सिंह को पद से हटाने का कारण उन्हें माना जा रहा है। इसलिए वह इस्तीफा दे रहे हैं। धामी ने कार्यकारी कमेटी को इस्तीफा सौंपा है। अब इसपर फैसला कमेटी को लेना है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी को मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। आज शुक्रवार हरजिंदर सिंह धामी को मनाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह खुद उनके निवास स्थान पर पहुंच गए। जहां तकरीबन 2 घंटे तक लंबी बातचीत चली। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के साथ श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह भी साथ थे। होशियारपुर स्थित एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट धामी के निवास पर पहुंचे ज्ञानी रघबीर सिंह और ज्ञानी सुल्तान सिंह का स्वागत उन्होंने गले मिल कर किया। इसके बाद तकरीबन दो घंटों तक सभी के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई है। स्पष्ट है कि एडवोकेट धामी को मनाने की कोशिशें तेज हो रही हैं। बीते दिनों एसजीपीसी की अंतरिम कमेटी ने भी प्रधान धामी के इस्तीफे को मानने से मना कर दिया था। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि प्रधान धामी अच्छे और साफ छवि के गुरसिख हैं और धर्म को उनकी जरूरत है। इसलिए उन्हें अपना इस्तीफा वापस ले लेना चाहिए। 6 दिन पहले भी प्रधान धामी से की थी अपील तकरीबन 6 दिन पहले भी जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने प्रधान धामी से इस्तीफा वापस लेने की अपील की थी। तब जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा था कि ये सारा पहलू दुख-दाई पहलू है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। हमें सहज संयम से इसे देखना चाहिए। प्रधान धामी का इस्तीफा दुख दाई है। इस्तीफे में उन्होंने लिखा है, जो मेरे द्वारा पोस्ट डाली गई, नैतिकता के आधार पर उसे कबूलते हुए इस्तीफा देता हूं। वे नैतिकता के आधार पर एसजीपीसी प्रधान पद से दिया इस्तीफा वापस लें। जो ड्यूटी 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब से लगाई गई है, उसे संभालें। बीते दिनों हुई घटनाओं के कारण काफी दबाव था। हो सकता है कि वे भी दबाव में हों। 17 फरवरी को दिया था प्रधान धामी ने इस्तीफा एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने 17 फरवरी को अचानक पीसी बुलाकर पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे से पहले धामी ने कहा था ​कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह हटाने के संबंध में जो एतराज जताया है वह उससे दुखी हैं। एतराज से जाहिर होता है कि हरप्रीत सिंह को पद से हटाने का कारण उन्हें माना जा रहा है। इसलिए वह इस्तीफा दे रहे हैं। धामी ने कार्यकारी कमेटी को इस्तीफा सौंपा है। अब इसपर फैसला कमेटी को लेना है।   पंजाब | दैनिक भास्कर