करनाल निकाय चुनाव के दौरान भिड़त का मामला:एक पक्ष से पूर्व पार्षद युद्धवीर सैनी का नाम आया सामने, पूर्व सीएम के रह चुके खास, विधानसभा चुनाव में छोड़ी थी पार्टी

करनाल निकाय चुनाव के दौरान भिड़त का मामला:एक पक्ष से पूर्व पार्षद युद्धवीर सैनी का नाम आया सामने, पूर्व सीएम के रह चुके खास, विधानसभा चुनाव में छोड़ी थी पार्टी

हरियाणा के करनाल में रविवार को निकाय चुनाव की वोटिंग के दौरान वार्ड नंबर 15 में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हो गई थी। जुंडला गेट के पास एक स्कूल में बने मतदान केंद्र के बाहर लात-घूंसे चले, जिससे सड़क पर अफरातफरी मच गई। झगड़ा होते देख आसपास के लोग वहां जमा हो गए और कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें तक बंद कर दीं। झगड़े की वजह बूथ के बाहर चुनाव प्रचार को माना जा रहा है। इसी वार्ड से भाजपा से पूर्व पार्षद रहे युद्धवीर सैनी की पत्नी चुनाव लड़ रही है और युद्धवीर सैनी पहले भाजपा में थे और पूर्व सीएम मनोहर लाल के खास थे। बूथ के बाहर चुनाव प्रचार को लेकर हुआ विवाद इस बार वार्ड नंबर 15 महिलाओं के लिए आरक्षित सीट है, जहां से आजाद उम्मीदवार नेहा अंशुल लाठर और पूर्व पार्षद युद्धवीर सैनी की पत्नी प्रियंका मैदान में थीं। आरोप है कि युद्धवीर सैनी अपनी पत्नी के साथ बूथ के पास पहुंचे और वहां खड़े लोगों से अपने चुनाव चिह्न पर वोट डालने की अपील करने लगे।इसी दौरान अंशुल लाठर के किसी रिश्तेदार ने उन्हें देख लिया और इस बात की जानकारी अंशुल लाठर को दी। इसके बाद अंशुल भी वहां पहुंच गए। बूथ परिसर के अंदर हुई नोकझोंक, बाहर निकलते ही भिड़े समर्थक ​​​​​​​बूथ परिसर के अंदर दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, लेकिन वहां मौजूद पुलिस के कारण मामला ज्यादा नहीं बिगड़ा। पुलिस ने दोनों को बूथ से बाहर निकाल दिया, लेकिन स्कूल से बाहर आते ही दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और हाथापाई शुरू हो गई। देखते ही देखते मामला बढ़ गया और दोनों ओर से लात-घूंसे चलने लगे। कौन है युद्धवीर सैनी, क्या है राजनीतिक बैकग्राउंड ​​​​​​​युद्धवीर सैनी पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में थे और पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के करीबी माने जाते थे। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की लहर देखते हुए उन्होंने भाजपा छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हालांकि, कांग्रेस में भी उन्हें वार्ड पार्षद का टिकट नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से दूरी बना ली और अपनी पत्नी प्रियंका को वार्ड 15 से पार्षद पद के लिए चुनाव में उतार दिया। पुलिस ने शुरू की जांच, अब तक नहीं मिली कोई शिकायत ​​​​​​​इस घटना को लेकर जब सिटी थाना के एसएचओ प्रवीण कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मामला एसपी गंगाराम पूनिया तक पहुंचने के बाद एसएचओ ने बताया कि पुलिस को इस घटना की जानकारी वायरल वीडियो के जरिए मिली है। अब तक किसी भी पक्ष ने कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि हंगामा किस कारण हुआ और कौन इसमें शामिल था। हरियाणा के करनाल में रविवार को निकाय चुनाव की वोटिंग के दौरान वार्ड नंबर 15 में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हो गई थी। जुंडला गेट के पास एक स्कूल में बने मतदान केंद्र के बाहर लात-घूंसे चले, जिससे सड़क पर अफरातफरी मच गई। झगड़ा होते देख आसपास के लोग वहां जमा हो गए और कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें तक बंद कर दीं। झगड़े की वजह बूथ के बाहर चुनाव प्रचार को माना जा रहा है। इसी वार्ड से भाजपा से पूर्व पार्षद रहे युद्धवीर सैनी की पत्नी चुनाव लड़ रही है और युद्धवीर सैनी पहले भाजपा में थे और पूर्व सीएम मनोहर लाल के खास थे। बूथ के बाहर चुनाव प्रचार को लेकर हुआ विवाद इस बार वार्ड नंबर 15 महिलाओं के लिए आरक्षित सीट है, जहां से आजाद उम्मीदवार नेहा अंशुल लाठर और पूर्व पार्षद युद्धवीर सैनी की पत्नी प्रियंका मैदान में थीं। आरोप है कि युद्धवीर सैनी अपनी पत्नी के साथ बूथ के पास पहुंचे और वहां खड़े लोगों से अपने चुनाव चिह्न पर वोट डालने की अपील करने लगे।इसी दौरान अंशुल लाठर के किसी रिश्तेदार ने उन्हें देख लिया और इस बात की जानकारी अंशुल लाठर को दी। इसके बाद अंशुल भी वहां पहुंच गए। बूथ परिसर के अंदर हुई नोकझोंक, बाहर निकलते ही भिड़े समर्थक ​​​​​​​बूथ परिसर के अंदर दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, लेकिन वहां मौजूद पुलिस के कारण मामला ज्यादा नहीं बिगड़ा। पुलिस ने दोनों को बूथ से बाहर निकाल दिया, लेकिन स्कूल से बाहर आते ही दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और हाथापाई शुरू हो गई। देखते ही देखते मामला बढ़ गया और दोनों ओर से लात-घूंसे चलने लगे। कौन है युद्धवीर सैनी, क्या है राजनीतिक बैकग्राउंड ​​​​​​​युद्धवीर सैनी पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में थे और पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के करीबी माने जाते थे। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की लहर देखते हुए उन्होंने भाजपा छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हालांकि, कांग्रेस में भी उन्हें वार्ड पार्षद का टिकट नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से दूरी बना ली और अपनी पत्नी प्रियंका को वार्ड 15 से पार्षद पद के लिए चुनाव में उतार दिया। पुलिस ने शुरू की जांच, अब तक नहीं मिली कोई शिकायत ​​​​​​​इस घटना को लेकर जब सिटी थाना के एसएचओ प्रवीण कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मामला एसपी गंगाराम पूनिया तक पहुंचने के बाद एसएचओ ने बताया कि पुलिस को इस घटना की जानकारी वायरल वीडियो के जरिए मिली है। अब तक किसी भी पक्ष ने कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि हंगामा किस कारण हुआ और कौन इसमें शामिल था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर