<p style=”text-align: justify;”><strong>Akash Anand News:</strong> बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने रविवार को पार्टी में एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी बनाए जाने समेत सभी पदों सो निष्कासित कर दिया. उन्होंने ऐलान किया कि उनके जीते जी अब किसी और को उनका उत्तराधिकारी नहीं बनाया जाएगा. एक साल के भीतर आकाश आनंद पर मायावती ने दो बार इस तरह की कार्रवाई की है. जिसके बाद उन्हें लेकर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आकाश आनंद बसपा सुप्रीमो मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. आकाश आनंद का जन्म साल 1995 में नोएडा में हुआ, उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा नोएडा और गुरुग्राम के स्कूलों से ही की. जिसके बाद साल 2013 में वो लंदन चले गए जहां से उन्होंने लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ प्लाईमाउथ से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. भारत वापसी के बाद उन्होंने खुद का बिजनेस किया और पिता के कारोबार में भी हाथ बंटाया. साल 2016 में आकाश सक्रिय राजनीति में आए और उन्होंने कई पदों पर रहकर काम किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आकाश आनंद पहली बार साल 2017 में मायावती के साथ दिखाई दिए थे. जिसके बाद साल 2019 लोकसभा चुनाव में वो पार्टी के स्टार प्रचारक रहे. बाद में उन्हें मायावती ने अपना नेशनल कॉअर्डिनेटर घोषित कर दिया. पिछले साल 2024 लोकसभा चुनाव में भी वो अपने जोशीले भाषणों की वजह से सुर्खियों रहें, जिसके मायावती ने उन्हें पद से हटा दिया लेकिन कुछ ही महीनों बाद उनकी फिर वापसी हुई और अब एक बार फिर से आकाश आनंद को सभी पदों से हटा दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ससुर को बताया कार्रवाई के लिए जिम्मेदार</strong><br />मायावती ने अपने इस फैसले के पीछे आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ को ज़िम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि उन्होंने पूरे देश में पार्टी को दो गुटों में बांटकर कमजोर कर दिया. अशोक सिद्धार्थ पार्टी से निकालने के बाद देखना होगा कि उनकी बेटी और आकाश आनंद की पत्नी प्रज्ञा का आकाश पर क्या असर पड़ता है. ससुर की वजह से ही आकाश का राजनीतिक करियर ख़राब हुआ है. <br /> <br />मायावती ने आकाश के पिता आनंद कुमार को उनकी जिम्मेदारी दी है. आनंद कुमार पर मायावती काफी भरोसा करती आई हैं. आकाश आनंद को हटाए जाने के बाद उन्होंने आनंद कुमार और राम जी गौतम को पार्टी का नेशनल कॉअर्डिनेटर बनाया है. उन्होंने कहा कि आनंद कुमार पहले की तरह पार्टी में काम करते रहेंगे. उन्होंने मुझे कभी निराश नहीं किया और न ही पार्टी के मूवमेंट का नुकसान पहुंचाया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/allahabad-highcourt-directed-action-against-government-doctors-doing-private-practice-2895828″>UP News: प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टरों खैर नहीं, हाईकोर्ट का आदेश- ऐसी कार्रवाई हो कि…</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Akash Anand News:</strong> बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने रविवार को पार्टी में एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी बनाए जाने समेत सभी पदों सो निष्कासित कर दिया. उन्होंने ऐलान किया कि उनके जीते जी अब किसी और को उनका उत्तराधिकारी नहीं बनाया जाएगा. एक साल के भीतर आकाश आनंद पर मायावती ने दो बार इस तरह की कार्रवाई की है. जिसके बाद उन्हें लेकर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आकाश आनंद बसपा सुप्रीमो मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. आकाश आनंद का जन्म साल 1995 में नोएडा में हुआ, उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा नोएडा और गुरुग्राम के स्कूलों से ही की. जिसके बाद साल 2013 में वो लंदन चले गए जहां से उन्होंने लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ प्लाईमाउथ से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. भारत वापसी के बाद उन्होंने खुद का बिजनेस किया और पिता के कारोबार में भी हाथ बंटाया. साल 2016 में आकाश सक्रिय राजनीति में आए और उन्होंने कई पदों पर रहकर काम किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आकाश आनंद पहली बार साल 2017 में मायावती के साथ दिखाई दिए थे. जिसके बाद साल 2019 लोकसभा चुनाव में वो पार्टी के स्टार प्रचारक रहे. बाद में उन्हें मायावती ने अपना नेशनल कॉअर्डिनेटर घोषित कर दिया. पिछले साल 2024 लोकसभा चुनाव में भी वो अपने जोशीले भाषणों की वजह से सुर्खियों रहें, जिसके मायावती ने उन्हें पद से हटा दिया लेकिन कुछ ही महीनों बाद उनकी फिर वापसी हुई और अब एक बार फिर से आकाश आनंद को सभी पदों से हटा दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ससुर को बताया कार्रवाई के लिए जिम्मेदार</strong><br />मायावती ने अपने इस फैसले के पीछे आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ को ज़िम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि उन्होंने पूरे देश में पार्टी को दो गुटों में बांटकर कमजोर कर दिया. अशोक सिद्धार्थ पार्टी से निकालने के बाद देखना होगा कि उनकी बेटी और आकाश आनंद की पत्नी प्रज्ञा का आकाश पर क्या असर पड़ता है. ससुर की वजह से ही आकाश का राजनीतिक करियर ख़राब हुआ है. <br /> <br />मायावती ने आकाश के पिता आनंद कुमार को उनकी जिम्मेदारी दी है. आनंद कुमार पर मायावती काफी भरोसा करती आई हैं. आकाश आनंद को हटाए जाने के बाद उन्होंने आनंद कुमार और राम जी गौतम को पार्टी का नेशनल कॉअर्डिनेटर बनाया है. उन्होंने कहा कि आनंद कुमार पहले की तरह पार्टी में काम करते रहेंगे. उन्होंने मुझे कभी निराश नहीं किया और न ही पार्टी के मूवमेंट का नुकसान पहुंचाया है. </p>
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