राममंदिर को बम से उड़ाने की साजिश, संदिग्ध आतंकी अरेस्ट:2 हैंड ग्रेनेड मिले, मिल्कीपुर के घर में सर्च ऑपरेशन; मां बोली- जमात में गया था

राममंदिर को बम से उड़ाने की साजिश, संदिग्ध आतंकी अरेस्ट:2 हैंड ग्रेनेड मिले, मिल्कीपुर के घर में सर्च ऑपरेशन; मां बोली- जमात में गया था

अयोध्या के राम मंदिर को हैंड ग्रेनेड से उड़ाने की साजिश थी। गुजरात ATS ने अब्दुल रहमान नाम के संदिग्ध आतंकी को फरीदाबाद (हरियाणा) से पकड़ा है। उसके पास से 2 हैंड ग्रेनेड बरामद हुए हैं। सूत्रों का दावा है कि उसके सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठनों से जुड़े होने के सबूत भी मिले। गुजरात ATS ने फरीदाबाद STF और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की टीमों के साथ सोहना रोड के पाली इलाके में रविवार रात 4 घंटे सर्च ऑपरेशन चलाया। जांच के बाद ATS अब्दुल को अपने साथ गुजरात ले गई। अब्दुल का घर राम मंदिर से सिर्फ 36Km दूर मिल्कीपुर में है। वह राम मंदिर की रेकी भी कर चुका था। ऐसे में यूपी ATS, IB और LIU भी एक्टिव हुए हैं। सोमवार को गुजरात ATS की टीम मिल्कीपुर पहुंची। अब्दुल के घर में सर्च ऑपरेशन चलाया। 2 घंटे तक तलाशी ली। 4 घंटे तक पिता अबू बकर से पूछताछ होती रही। मां ने कहा- अब्दुल मौलानाओं के संपर्क में था। अब दिल्ली की जमात में शामिल होने गया था। फरीदाबाद कैसे पहुंचा, नहीं पता है। अब्दुल क्या शुरू से आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा? वह मिल्कीपुर से कब गया? इन सवालों के जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल टीम मिल्कीपुर पहुंची… घर के बाहर चिकन शॉप, अब्दुल के परिवार से पूछताछ
गांव मंजनाई के चमनगंज रोड पर अबू बकर का 600 स्क्वायर फिट का घर है। अब्दुल रहमान उनका बेटा है। इस गांव में करीब 200 घर हैं। यह मुस्लिम बस्ती है, यहां 5 घर जायसवाल बिरादरी के भी हैं। घर के बाहर चिकन शॉप है। यह दुकान अबू बकर चलाते हैं। दुकान के बगल से घर के अंदर जाने का रास्ता था, हम अंदर दाखिल हुए। यहां गांव की महिलाएं इकट्‌ठा थीं। घर के अंदर सादे कपड़ों में जांच एजेंसियों के जवान थे। वह पूछताछ कर रहे थे। फिर अब्दुल की मां को लेकर छत पर गए। वहां पर मुआयना करते रहे। इसके बाद लौट गए। मां बोलीं- पहली मार्च को दिल्ली के लिए निकला
हमने अब्दुल की मां आसमीन से बात की। आपका बेटे पर आतंकी होने के आरोप लग रहे हैं, ये आपको कब पता चला? आसमीन ने कहा- अब्दुल पहली मार्च को घर से निकला था। बोला कि दिल्ली में दोस्त से मिलने जा रहा हूं। 3 दिन में लौट आऊंगा। दिल्ली के निजामुद्दीन में कोई मरकज होनी थी, शायद उसमें शामिल होने के लिए गया था। उन्होंने कहा- हम लोग कल रात घर में ही सो रहे थे। रात करीब 12 बजे दरवाजे पर पुलिस आई। कुछ लोग सादे कपड़ों में थे। 25 से 30 लोग थे। अंदर आते ही बोले- आपको बेटा पकड़ा गया है। वो आतंकी है, इसके बाद घर के अंदर सारा सामान उलटने और पलटने लगे। वह कुछ ढूंढ रहे थे। 2 घंटे तक तलाशी लेने के बाद लौट गए। साथ में कुछ पासबुक ले गए। सुबह पिता अबू बकर को हिरासत में लिया
आसमीन ने कहा– सोमवार सुबह 9 बजे पुलिस दोबारा घर आई। मेरे शौहर को अपने साथ लेकर गई। इनायतनगर थाने में अबू बकर को 5 घंटे तक रखा गया। यहां उससे अब्दुल को लेकर पूछताछ होती रही। शाम करीब 4.30 बजे पुलिस ने अबू को छोड़ दिया। दैनिक भास्कर ने जब अबू से पूछा कि क्या अब्दुल से आपकी बात करवाई गई। उन्होंने इनकार किया। उन्होंने कहा- पुलिस वाले जो भी पूछते, मैं जवाब देता रहा। 5 साल से मिल्कीपुर में ई–रिक्शा चला रहा था
एक बार फिर हमने मां आसमीन से बात की। पूछा कि अब्दुल मिल्कीपुर में क्या काम करता था? उन्होंने बताया- वह तो ज्यादातर बीमार ही रहता था। यहां 5 साल से ई–रिक्शा चलाता था। कुचेरा बाजार से किन्हूपुर तक। हर दिन 500 से 700 रुपए कमा लेता था। वह हाईस्कूल तक पढ़ा हुआ है। वह घर का इकलौता लड़का है, उसकी 3 बहनें हैं। बचपन में हमें पता चला कि उसके दिल में छेद है। ऑपरेशन करवाया गया, अब भी दवाएं चलती हैं। मौलाना से मिलने के बाद जमात गया
परिवार के मुताबिक, अब्दुल 6 महीने पहले भी जमात के लिए गया था। 4 महीने वहीं रहा। इससे पहले वह फैजाबाद और वहां से दिल्ली फिर विशाखापट्नम गया। अब्दुल पांच वक्त की नमाज पढ़ता था। वह अयोध्या चौक के रहने वाले हजरत उस्मान मौलाना से मिलने के बारे में अक्सर जिक्र करता रहता था, उन्हीं के संपर्क में आकर वह जमात के लिए भी गया था। विशाखापट्टनम से आने के बाद भी वह बार-बार घर से जमात की बात कहकर आता-जाता रहा था। लेकिन वह वापस आ जाया करता था। ऐसा पहली बार हुआ कि वह लौटा नहीं। अब्दुल को लेकर गांव के लोगों से हमने बातचीत शुरू की। मगर कोई भी कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं था। कुछ लोगों ने ऑफ कैमरा बात की। सामने आया कि अब्दुल पहले सबसे मिलता–जुलता था, मगर 6 महीने से उसका व्यवहार बदल गया था। दिन में ई–रिक्शा चलाता। शाम को गांव के 4-5 लड़कों के साथ घूमता रहता था। अब अरेस्टिंग के बारे में जानिए… फरीदाबाद में खंडहर में छिपाए 2 हैंड ग्रेनेड बरामद, गुजरात ATS ने पकड़ा
केंद्रीय एजेंसी के इनपुट के आधार पर फरीदाबाद के सोहना रोड स्थित पाली इलाके में रविवार रात एक खंडहरनुमा मकान से अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी की गई है। करीब 4 घंटे चली जांच के बाद टीमें युवक को अपने साथ ले गईं। हरियाणा में हुई इस कार्रवाई में ATS के DIG सुनील जोशी और DSP एसएल चौधरी की टीम भी शामिल थी। हरियाणा की एजेंसियों को 2 आतंकियों की जानकारी मिली थी। इनमें से एक 19 साल का अब्दुल रहमान है। दूसरा आतंकी फरार हो गया। एजेंसी सूत्रों के अनुसार, अब्दुल रहमान राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला करने की साजिश को अंजाम देने वाला था। वह हैंड ग्रेनेड की डिलीवरी लेने के लिए ही फैजाबाद से फरीदाबाद आया था। वह साजिश को अंजाम दे पाता, इससे पहले ही पकड़ा गया। सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ के बाद पता चला कि अब्दुल रहमान ISI के इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था। ISI हैंडलर ने दिए थे हैंड ग्रेनेड
जब अब्दुल रहमान को पकड़ा गया तो उसके पास 2 हैंड ग्रेनेड भी थे, जो उसे ISI के हैंडलर ने ही दिए थे। फरीदाबाद में वह नाम बदलकर छुपा हुआ था। रेड के वक्त अब्दुल ने वहां से भागने की कोशिश की। मगर, टीम ने उसे पकड़ लिया। हालांकि हैंड ग्रेनेड फट न जाए, इसके लिए तुरंत बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। इस दौरान पूरे इलाके को घेर लिया गया, ताकि कोई आम व्यक्ति करीब न आ सके। इसके बाद हैंड ग्रेनेड डिफ्यूज कर दिए गए। सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठन से जुड़ा अब्दुल
गुजरात ATS ने बताया, अब्दुल रहमान आतंकवादी सोशल मीडिया के जरिए संगठन से जुड़े होने की जानकारी सामने आई थी। गुजरात ATS ने हरियाणा टीम से इसकी गतिविधियों का पता लगाने के लिए पूरा ऑपरेशन चलाया। अब्दुल से कुछ संदिग्ध तरीके के वीडियो भी मिले हैं, जिनके बारे में पूछताछ की गई। ———————– यह खबर भी पढ़िए… यूपी की शहजादी को दुबई में फांसी:15 दिन पहले कहा था- अब्बू अब मेरा जीवन खत्म, बच्चे की हत्या के आरोप में कैद थी UAE में बांदा की महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी गई। विदेश मंत्रालय ने आज, सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। शहजादी पर 4 महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था। वह 2 साल से दुबई की जेल में बंद थी। कोर्ट ने 4 महीने पहले उसे फांसी की सजा सुनाई थी। विदेश मंत्रालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कोर्ट को बताया कि शहजादी का अंतिम संस्कार 5 मार्च को होगा। पढ़िए पूरी खबर… अयोध्या के राम मंदिर को हैंड ग्रेनेड से उड़ाने की साजिश थी। गुजरात ATS ने अब्दुल रहमान नाम के संदिग्ध आतंकी को फरीदाबाद (हरियाणा) से पकड़ा है। उसके पास से 2 हैंड ग्रेनेड बरामद हुए हैं। सूत्रों का दावा है कि उसके सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठनों से जुड़े होने के सबूत भी मिले। गुजरात ATS ने फरीदाबाद STF और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की टीमों के साथ सोहना रोड के पाली इलाके में रविवार रात 4 घंटे सर्च ऑपरेशन चलाया। जांच के बाद ATS अब्दुल को अपने साथ गुजरात ले गई। अब्दुल का घर राम मंदिर से सिर्फ 36Km दूर मिल्कीपुर में है। वह राम मंदिर की रेकी भी कर चुका था। ऐसे में यूपी ATS, IB और LIU भी एक्टिव हुए हैं। सोमवार को गुजरात ATS की टीम मिल्कीपुर पहुंची। अब्दुल के घर में सर्च ऑपरेशन चलाया। 2 घंटे तक तलाशी ली। 4 घंटे तक पिता अबू बकर से पूछताछ होती रही। मां ने कहा- अब्दुल मौलानाओं के संपर्क में था। अब दिल्ली की जमात में शामिल होने गया था। फरीदाबाद कैसे पहुंचा, नहीं पता है। अब्दुल क्या शुरू से आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा? वह मिल्कीपुर से कब गया? इन सवालों के जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल टीम मिल्कीपुर पहुंची… घर के बाहर चिकन शॉप, अब्दुल के परिवार से पूछताछ
गांव मंजनाई के चमनगंज रोड पर अबू बकर का 600 स्क्वायर फिट का घर है। अब्दुल रहमान उनका बेटा है। इस गांव में करीब 200 घर हैं। यह मुस्लिम बस्ती है, यहां 5 घर जायसवाल बिरादरी के भी हैं। घर के बाहर चिकन शॉप है। यह दुकान अबू बकर चलाते हैं। दुकान के बगल से घर के अंदर जाने का रास्ता था, हम अंदर दाखिल हुए। यहां गांव की महिलाएं इकट्‌ठा थीं। घर के अंदर सादे कपड़ों में जांच एजेंसियों के जवान थे। वह पूछताछ कर रहे थे। फिर अब्दुल की मां को लेकर छत पर गए। वहां पर मुआयना करते रहे। इसके बाद लौट गए। मां बोलीं- पहली मार्च को दिल्ली के लिए निकला
हमने अब्दुल की मां आसमीन से बात की। आपका बेटे पर आतंकी होने के आरोप लग रहे हैं, ये आपको कब पता चला? आसमीन ने कहा- अब्दुल पहली मार्च को घर से निकला था। बोला कि दिल्ली में दोस्त से मिलने जा रहा हूं। 3 दिन में लौट आऊंगा। दिल्ली के निजामुद्दीन में कोई मरकज होनी थी, शायद उसमें शामिल होने के लिए गया था। उन्होंने कहा- हम लोग कल रात घर में ही सो रहे थे। रात करीब 12 बजे दरवाजे पर पुलिस आई। कुछ लोग सादे कपड़ों में थे। 25 से 30 लोग थे। अंदर आते ही बोले- आपको बेटा पकड़ा गया है। वो आतंकी है, इसके बाद घर के अंदर सारा सामान उलटने और पलटने लगे। वह कुछ ढूंढ रहे थे। 2 घंटे तक तलाशी लेने के बाद लौट गए। साथ में कुछ पासबुक ले गए। सुबह पिता अबू बकर को हिरासत में लिया
आसमीन ने कहा– सोमवार सुबह 9 बजे पुलिस दोबारा घर आई। मेरे शौहर को अपने साथ लेकर गई। इनायतनगर थाने में अबू बकर को 5 घंटे तक रखा गया। यहां उससे अब्दुल को लेकर पूछताछ होती रही। शाम करीब 4.30 बजे पुलिस ने अबू को छोड़ दिया। दैनिक भास्कर ने जब अबू से पूछा कि क्या अब्दुल से आपकी बात करवाई गई। उन्होंने इनकार किया। उन्होंने कहा- पुलिस वाले जो भी पूछते, मैं जवाब देता रहा। 5 साल से मिल्कीपुर में ई–रिक्शा चला रहा था
एक बार फिर हमने मां आसमीन से बात की। पूछा कि अब्दुल मिल्कीपुर में क्या काम करता था? उन्होंने बताया- वह तो ज्यादातर बीमार ही रहता था। यहां 5 साल से ई–रिक्शा चलाता था। कुचेरा बाजार से किन्हूपुर तक। हर दिन 500 से 700 रुपए कमा लेता था। वह हाईस्कूल तक पढ़ा हुआ है। वह घर का इकलौता लड़का है, उसकी 3 बहनें हैं। बचपन में हमें पता चला कि उसके दिल में छेद है। ऑपरेशन करवाया गया, अब भी दवाएं चलती हैं। मौलाना से मिलने के बाद जमात गया
परिवार के मुताबिक, अब्दुल 6 महीने पहले भी जमात के लिए गया था। 4 महीने वहीं रहा। इससे पहले वह फैजाबाद और वहां से दिल्ली फिर विशाखापट्नम गया। अब्दुल पांच वक्त की नमाज पढ़ता था। वह अयोध्या चौक के रहने वाले हजरत उस्मान मौलाना से मिलने के बारे में अक्सर जिक्र करता रहता था, उन्हीं के संपर्क में आकर वह जमात के लिए भी गया था। विशाखापट्टनम से आने के बाद भी वह बार-बार घर से जमात की बात कहकर आता-जाता रहा था। लेकिन वह वापस आ जाया करता था। ऐसा पहली बार हुआ कि वह लौटा नहीं। अब्दुल को लेकर गांव के लोगों से हमने बातचीत शुरू की। मगर कोई भी कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं था। कुछ लोगों ने ऑफ कैमरा बात की। सामने आया कि अब्दुल पहले सबसे मिलता–जुलता था, मगर 6 महीने से उसका व्यवहार बदल गया था। दिन में ई–रिक्शा चलाता। शाम को गांव के 4-5 लड़कों के साथ घूमता रहता था। अब अरेस्टिंग के बारे में जानिए… फरीदाबाद में खंडहर में छिपाए 2 हैंड ग्रेनेड बरामद, गुजरात ATS ने पकड़ा
केंद्रीय एजेंसी के इनपुट के आधार पर फरीदाबाद के सोहना रोड स्थित पाली इलाके में रविवार रात एक खंडहरनुमा मकान से अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी की गई है। करीब 4 घंटे चली जांच के बाद टीमें युवक को अपने साथ ले गईं। हरियाणा में हुई इस कार्रवाई में ATS के DIG सुनील जोशी और DSP एसएल चौधरी की टीम भी शामिल थी। हरियाणा की एजेंसियों को 2 आतंकियों की जानकारी मिली थी। इनमें से एक 19 साल का अब्दुल रहमान है। दूसरा आतंकी फरार हो गया। एजेंसी सूत्रों के अनुसार, अब्दुल रहमान राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला करने की साजिश को अंजाम देने वाला था। वह हैंड ग्रेनेड की डिलीवरी लेने के लिए ही फैजाबाद से फरीदाबाद आया था। वह साजिश को अंजाम दे पाता, इससे पहले ही पकड़ा गया। सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ के बाद पता चला कि अब्दुल रहमान ISI के इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था। ISI हैंडलर ने दिए थे हैंड ग्रेनेड
जब अब्दुल रहमान को पकड़ा गया तो उसके पास 2 हैंड ग्रेनेड भी थे, जो उसे ISI के हैंडलर ने ही दिए थे। फरीदाबाद में वह नाम बदलकर छुपा हुआ था। रेड के वक्त अब्दुल ने वहां से भागने की कोशिश की। मगर, टीम ने उसे पकड़ लिया। हालांकि हैंड ग्रेनेड फट न जाए, इसके लिए तुरंत बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। इस दौरान पूरे इलाके को घेर लिया गया, ताकि कोई आम व्यक्ति करीब न आ सके। इसके बाद हैंड ग्रेनेड डिफ्यूज कर दिए गए। सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठन से जुड़ा अब्दुल
गुजरात ATS ने बताया, अब्दुल रहमान आतंकवादी सोशल मीडिया के जरिए संगठन से जुड़े होने की जानकारी सामने आई थी। गुजरात ATS ने हरियाणा टीम से इसकी गतिविधियों का पता लगाने के लिए पूरा ऑपरेशन चलाया। अब्दुल से कुछ संदिग्ध तरीके के वीडियो भी मिले हैं, जिनके बारे में पूछताछ की गई। ———————– यह खबर भी पढ़िए… यूपी की शहजादी को दुबई में फांसी:15 दिन पहले कहा था- अब्बू अब मेरा जीवन खत्म, बच्चे की हत्या के आरोप में कैद थी UAE में बांदा की महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी गई। विदेश मंत्रालय ने आज, सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। शहजादी पर 4 महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था। वह 2 साल से दुबई की जेल में बंद थी। कोर्ट ने 4 महीने पहले उसे फांसी की सजा सुनाई थी। विदेश मंत्रालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कोर्ट को बताया कि शहजादी का अंतिम संस्कार 5 मार्च को होगा। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर