मथुरा-वृंदावन में ब्रज की होली में मुसलमानों की एंट्री बैन करने की मांग के समर्थन में BJP विधायक भी आ गए हैं। राजेश चौधरी ने कहा-हमारे त्योहार में शामिल होकर यह लोग लव जिहाद और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। वहीं अखिल भारतीय संत समिति ने भी समर्थन किया है। जबकि मुस्लिम धर्मगुरु चौधरी इफराहीम हुसैन ने कहा कि मुस्लिम समाज को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि होली में रंगों का प्रयोग किया जाता है जो कि इस्लामिक मान्यताओं में स्वीकार्य नहीं है। पहले पढ़िए विवाद कहां से शुरू हुआ
श्रीकृष्ण जन्मभूमि के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने CM योगी को 1 मार्च को खून से लेटर लिखा कि आपसे अनुरोध है कि होली के पवित्र त्योहार पर मुसलमानों को दूर रखा जाए। ये लोग मिठाइयों पर थूक सकते हैं। रंगों में मिलावट कर सकते हैं। कुंभ की तरह मुसलमानों पर प्रतिबंध जरूरी है। ब्रजवासी होली को बड़े प्रेम से मनाते हैं- BJP विधायक
मथुरा की मांट विधानसभा सीट से भाजपा विधायक राजेश चौधरी ने कहा- हम सब ब्रजवासी हैं और सभी ब्रजवासी होली को बड़े प्रेम और सौहार्द से मनाते हैं। होली पवित्रता, आपसी भाईचारे का त्योहार है। कोई विधर्मी आकर हमारे त्योहार में विघ्न डालेगा यह किसी कीमत पर स्वीकार नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा-यह हमारा विशुद्ध रूप से धार्मिक कार्यक्रम है। ये आकर विघ्न डालते हैं। उनका मकसद गलत होता है। वह दुर्भावना के साथ यहां आते हैं। डांडिया में हमारी मां-बहन और बच्चियों के साथ छेड़छाड़ होती है, लव जिहाद होता है। उसी का परिणाम है कि साधु-महात्मा मांग कर रहे हैं। मैं साधु-संत और महात्मा की बात से सहमत हूं। रंग में भंग डालने का न करें काम-स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा- वृंदावन के संतों की गैर हिन्दू, गैर सनातनी का होली में बैन लगाने की मांग का अखिल भारतीय संघ समिति हार्दिक स्वागत करती है। इसका पूरी तरीके से समर्थन करती है। उन्होंने कहा- न जाने क्यों सनातन धर्मावलंबियों से गैर हिंदू विशेषकर इस्लाम के मतवालों को आपत्ति हुई है। वह हिंदुओं के किसी भी त्योहार के रंग में भंग डालना चाहते हैं। उन्हें रोटी भी कुंभ से चाहिए और मौज-मस्ती हमारे होली से चाहिए। उन्होंने कहा- होली का त्योहार लिंग भेद से ऊपर उठकर समान सनातनी का त्योहार है। इस त्योहार पर हमारी मां-बहनें भी घूमती हैं। हम यूपी सरकार से मांग करते हैं कि मथुरा- वृंदावन में होने वाली होली में गैर हिंदुओं की एंट्री पूरी तरह से बैन होनी चाहिए। पूर्णत वर्जित होना चाहिए। होली में मुस्लिमों की एंट्री बैन करने को बैठक धर्म रक्षा संघ की सोमवार को वृंदावन के चिंतामणि कुंज में बैठक गई। इसमें बरेली के कुछ मुस्लिम की ओर से खून की होली खेलने की चेतावनी का विरोध किया गया। साथ ही ब्रजमंडल की होली से मुस्लिम समाज के जिहादी तत्वों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई। बैठक में महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यानंद महाराज ने कहा- शुद्धता नष्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। अब पढ़िए अलीगढ़ के मुस्लिम धर्मगुरु ने क्या कहा… मुस्लिम समाज का आत्ममंथन करना चाहिए- इफराहीम हुसैन
अलीगढ़ के मुस्लिम धर्मगुरु इफराहीम हुसैन ने कहा- होली में मुस्लिमों की एंट्री बैन की मांग से समाज को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि होली में रंगों का प्रयोग किया जाता है जो कि इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार स्वीकार्य नहीं है। इसलिए, यदि इस दौरान मुस्लिम समुदाय दूरी बनाए रखता है, तो कोई बड़ी समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा- मुस्लिम समाज को आत्ममंथन करना चाहिए। गैर-मुस्लिम समुदाय हमसे दूरी क्यों बना रहा है, इस पर विचार करने की जरूरत है। कोई भी व्यवहार बिना किसी कारण के नहीं होता, इसलिए हमें अपने आचरण और तौर-तरीकों पर गौर करना चाहिए। इस्लाम का मकसद मानवता को लाभ पहुंचाना है, न कि किसी को नुकसान देना। इस तरह की सोच रखने वालों के हौसले पस्त होंगे- शाहबुद्दीन रजवी
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शाहबुद्दीन रजवी ने कहा- मुसलमानों पर महाकुंभ में अखाड़ा परिषद ने पाबंदी लगाई थी। अब वृंदावन के मेले में इस तरह की घोषणा होने से देश में हिंदू-मुस्लिम एकता पर सवालिया निशान है। इस तरह के फैसले देश को आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर करते हैं। मुसलमानों को आर्थिक तौर पर कमजोर करने की साजिश रची जा रही है। हिंदू और मुस्लिम मिलकर समाज में नफरत फैलाने और देश को कमजोर करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोलकर उन्हें नाकाम करेंगे। इस तरह की सोच रखने वालों के हौसले पस्त होंगे। दुनिया में भारत की पहचान इसी तौर पर है कि यह एक ऐसा देश है, जहां सभी धर्मों के मानने वाले लोग आपस में मिलकर रहते हैं। ——————– ये खबर भी पढ़ें- महाकुंभ के बाद कहां जाते हैं अखाड़ों के नागा:रविंद्र पुरी बोले- पुलिस सिस्टम की तरह होती है तैनाती; नए साधु 12 साल तप करेंगे महाकुंभ में 3 अमृत स्नान के बाद सभी 7 शैव अखाड़े काशी में मौजूद हैं। घाट पर बने आश्रम में लोग नागा साधुओं से आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं। अखाड़े के महामंडलेश्वर और नागा साधु इन दिनों पंचकोशी परिक्रमा और मसाने की होली खेलने की तैयारी कर रहे हैं। पंचकोशी परिक्रमा और मसाने की होली के बाद ये अखाड़े काशी से भी कूच कर जाएंगे। सवाल उठता है कि अखाड़े कहां जाते हैं? हजारों नए नागा साधुओं की भूमिका क्या होगी? दोबारा उनके दर्शन कब और कहां होंगे? इनके जवाब के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल ऐप टीम ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज से कुछ सवाल किए। पढ़ें पूरी खबर मथुरा-वृंदावन में ब्रज की होली में मुसलमानों की एंट्री बैन करने की मांग के समर्थन में BJP विधायक भी आ गए हैं। राजेश चौधरी ने कहा-हमारे त्योहार में शामिल होकर यह लोग लव जिहाद और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। वहीं अखिल भारतीय संत समिति ने भी समर्थन किया है। जबकि मुस्लिम धर्मगुरु चौधरी इफराहीम हुसैन ने कहा कि मुस्लिम समाज को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि होली में रंगों का प्रयोग किया जाता है जो कि इस्लामिक मान्यताओं में स्वीकार्य नहीं है। पहले पढ़िए विवाद कहां से शुरू हुआ
श्रीकृष्ण जन्मभूमि के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने CM योगी को 1 मार्च को खून से लेटर लिखा कि आपसे अनुरोध है कि होली के पवित्र त्योहार पर मुसलमानों को दूर रखा जाए। ये लोग मिठाइयों पर थूक सकते हैं। रंगों में मिलावट कर सकते हैं। कुंभ की तरह मुसलमानों पर प्रतिबंध जरूरी है। ब्रजवासी होली को बड़े प्रेम से मनाते हैं- BJP विधायक
मथुरा की मांट विधानसभा सीट से भाजपा विधायक राजेश चौधरी ने कहा- हम सब ब्रजवासी हैं और सभी ब्रजवासी होली को बड़े प्रेम और सौहार्द से मनाते हैं। होली पवित्रता, आपसी भाईचारे का त्योहार है। कोई विधर्मी आकर हमारे त्योहार में विघ्न डालेगा यह किसी कीमत पर स्वीकार नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा-यह हमारा विशुद्ध रूप से धार्मिक कार्यक्रम है। ये आकर विघ्न डालते हैं। उनका मकसद गलत होता है। वह दुर्भावना के साथ यहां आते हैं। डांडिया में हमारी मां-बहन और बच्चियों के साथ छेड़छाड़ होती है, लव जिहाद होता है। उसी का परिणाम है कि साधु-महात्मा मांग कर रहे हैं। मैं साधु-संत और महात्मा की बात से सहमत हूं। रंग में भंग डालने का न करें काम-स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा- वृंदावन के संतों की गैर हिन्दू, गैर सनातनी का होली में बैन लगाने की मांग का अखिल भारतीय संघ समिति हार्दिक स्वागत करती है। इसका पूरी तरीके से समर्थन करती है। उन्होंने कहा- न जाने क्यों सनातन धर्मावलंबियों से गैर हिंदू विशेषकर इस्लाम के मतवालों को आपत्ति हुई है। वह हिंदुओं के किसी भी त्योहार के रंग में भंग डालना चाहते हैं। उन्हें रोटी भी कुंभ से चाहिए और मौज-मस्ती हमारे होली से चाहिए। उन्होंने कहा- होली का त्योहार लिंग भेद से ऊपर उठकर समान सनातनी का त्योहार है। इस त्योहार पर हमारी मां-बहनें भी घूमती हैं। हम यूपी सरकार से मांग करते हैं कि मथुरा- वृंदावन में होने वाली होली में गैर हिंदुओं की एंट्री पूरी तरह से बैन होनी चाहिए। पूर्णत वर्जित होना चाहिए। होली में मुस्लिमों की एंट्री बैन करने को बैठक धर्म रक्षा संघ की सोमवार को वृंदावन के चिंतामणि कुंज में बैठक गई। इसमें बरेली के कुछ मुस्लिम की ओर से खून की होली खेलने की चेतावनी का विरोध किया गया। साथ ही ब्रजमंडल की होली से मुस्लिम समाज के जिहादी तत्वों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई। बैठक में महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यानंद महाराज ने कहा- शुद्धता नष्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। अब पढ़िए अलीगढ़ के मुस्लिम धर्मगुरु ने क्या कहा… मुस्लिम समाज का आत्ममंथन करना चाहिए- इफराहीम हुसैन
अलीगढ़ के मुस्लिम धर्मगुरु इफराहीम हुसैन ने कहा- होली में मुस्लिमों की एंट्री बैन की मांग से समाज को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि होली में रंगों का प्रयोग किया जाता है जो कि इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार स्वीकार्य नहीं है। इसलिए, यदि इस दौरान मुस्लिम समुदाय दूरी बनाए रखता है, तो कोई बड़ी समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा- मुस्लिम समाज को आत्ममंथन करना चाहिए। गैर-मुस्लिम समुदाय हमसे दूरी क्यों बना रहा है, इस पर विचार करने की जरूरत है। कोई भी व्यवहार बिना किसी कारण के नहीं होता, इसलिए हमें अपने आचरण और तौर-तरीकों पर गौर करना चाहिए। इस्लाम का मकसद मानवता को लाभ पहुंचाना है, न कि किसी को नुकसान देना। इस तरह की सोच रखने वालों के हौसले पस्त होंगे- शाहबुद्दीन रजवी
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शाहबुद्दीन रजवी ने कहा- मुसलमानों पर महाकुंभ में अखाड़ा परिषद ने पाबंदी लगाई थी। अब वृंदावन के मेले में इस तरह की घोषणा होने से देश में हिंदू-मुस्लिम एकता पर सवालिया निशान है। इस तरह के फैसले देश को आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर करते हैं। मुसलमानों को आर्थिक तौर पर कमजोर करने की साजिश रची जा रही है। हिंदू और मुस्लिम मिलकर समाज में नफरत फैलाने और देश को कमजोर करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोलकर उन्हें नाकाम करेंगे। इस तरह की सोच रखने वालों के हौसले पस्त होंगे। दुनिया में भारत की पहचान इसी तौर पर है कि यह एक ऐसा देश है, जहां सभी धर्मों के मानने वाले लोग आपस में मिलकर रहते हैं। ——————– ये खबर भी पढ़ें- महाकुंभ के बाद कहां जाते हैं अखाड़ों के नागा:रविंद्र पुरी बोले- पुलिस सिस्टम की तरह होती है तैनाती; नए साधु 12 साल तप करेंगे महाकुंभ में 3 अमृत स्नान के बाद सभी 7 शैव अखाड़े काशी में मौजूद हैं। घाट पर बने आश्रम में लोग नागा साधुओं से आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं। अखाड़े के महामंडलेश्वर और नागा साधु इन दिनों पंचकोशी परिक्रमा और मसाने की होली खेलने की तैयारी कर रहे हैं। पंचकोशी परिक्रमा और मसाने की होली के बाद ये अखाड़े काशी से भी कूच कर जाएंगे। सवाल उठता है कि अखाड़े कहां जाते हैं? हजारों नए नागा साधुओं की भूमिका क्या होगी? दोबारा उनके दर्शन कब और कहां होंगे? इनके जवाब के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल ऐप टीम ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज से कुछ सवाल किए। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
BJP विधायक बोले- होली में मुस्लिमों की बैन हो एंट्री:राजेश चौधरी ने कहा- हमारे त्योहार में शामिल होकर लव जिहाद जैसी घटनाओं को देते हैं अंजाम
