फरीदकोट जिले में पुलिस ने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से जुड़े संगठनों के नेताओं की धरपकड़ शुरू कर दी है। सोमवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ एसकेएम की बैठक बेनतीजा रहने के बाद आधी रात से ही यह कार्रवाई शुरू कर दी गई। फरीदकोट के गांव गोलेवाला में कौमी किसान यूनियन के प्रांतीय प्रधान बिंदर सिंह गोलेवाला समेत फरीदकोट जिले के अन्य विभिन्न क्षेत्रों से किसान संगठनों के तकरीबन 15 नेताओं को हिरासत में लिया गया जिन्हें अलग-अलग थानों में रखा गया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने राज्य सरकार से जुड़ी किसानों की मांगों को लेकर 5 मार्च बुधवार को चंडीगढ़ में पक्का मोर्चा शुरू करने का ऐलान किया था, जिसके चलते सोमवार को एसकेएम की मुख्यमंत्री के साथ बैठक करवाई गई थी। प्रांतीय प्रधान को हिरासत में लिया यह बैठक बेनतीजा रही जिसके बाद एसकेएम के नेता अपने घरों को वापस लौट आए और फरीदकोट के गांव गोलेवाला में आधी रात घर वापस लौटे कौमी किसान यूनियन के प्रांतीय प्रधान बिंदर सिंह गोलेवाला को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया। इसके अलावा बीकेयू मालवा के प्रांतीय प्रधान नछत्तर सिंह, प्रांतीय उप प्रधान बखतौर सिंह के अलावा किसान नेता गुरमीत सिंह गोलेवाला, सुखजिंदर सिंह,अ शोक कौशल, जगसीर सिंह शविंदर सिंह समेत करीब 15 किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिन्हें अलग-अलग थानों में रखा गया है। किसान नेता ने किया पुलिस कार्रवाई का विरोध पुलिस के हिरासत में लेने से पहले किसान नेता बिंदर सिंह गोलेवाला ने राज्य सरकार की इस कार्रवाई का सख्त विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई करके किसानों को आवाज आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। उधर, किरती किसान यूनियन के प्रांतीय नेता राजिंदर सिंह दीपसिंह वाला ने किसान नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब सरकार को घेरते हुए आम आदमी पार्टी को भाजपा की बी टीम करार दिया। उन्होंने कहा केंद्र सरकार के इशारे पर आधी रात को किसान नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है ताकि इंसाफ पसंद लोगों की आवाज को दबाया जा सकें। उन्होंने किसान, मजदूर और अन्य संगठनों से 5 मार्च को बड़ी संख्या में चंडीगढ़ की ओर कूच करने का आह्वान किया है। फरीदकोट जिले में पुलिस ने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से जुड़े संगठनों के नेताओं की धरपकड़ शुरू कर दी है। सोमवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ एसकेएम की बैठक बेनतीजा रहने के बाद आधी रात से ही यह कार्रवाई शुरू कर दी गई। फरीदकोट के गांव गोलेवाला में कौमी किसान यूनियन के प्रांतीय प्रधान बिंदर सिंह गोलेवाला समेत फरीदकोट जिले के अन्य विभिन्न क्षेत्रों से किसान संगठनों के तकरीबन 15 नेताओं को हिरासत में लिया गया जिन्हें अलग-अलग थानों में रखा गया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने राज्य सरकार से जुड़ी किसानों की मांगों को लेकर 5 मार्च बुधवार को चंडीगढ़ में पक्का मोर्चा शुरू करने का ऐलान किया था, जिसके चलते सोमवार को एसकेएम की मुख्यमंत्री के साथ बैठक करवाई गई थी। प्रांतीय प्रधान को हिरासत में लिया यह बैठक बेनतीजा रही जिसके बाद एसकेएम के नेता अपने घरों को वापस लौट आए और फरीदकोट के गांव गोलेवाला में आधी रात घर वापस लौटे कौमी किसान यूनियन के प्रांतीय प्रधान बिंदर सिंह गोलेवाला को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया। इसके अलावा बीकेयू मालवा के प्रांतीय प्रधान नछत्तर सिंह, प्रांतीय उप प्रधान बखतौर सिंह के अलावा किसान नेता गुरमीत सिंह गोलेवाला, सुखजिंदर सिंह,अ शोक कौशल, जगसीर सिंह शविंदर सिंह समेत करीब 15 किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिन्हें अलग-अलग थानों में रखा गया है। किसान नेता ने किया पुलिस कार्रवाई का विरोध पुलिस के हिरासत में लेने से पहले किसान नेता बिंदर सिंह गोलेवाला ने राज्य सरकार की इस कार्रवाई का सख्त विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई करके किसानों को आवाज आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। उधर, किरती किसान यूनियन के प्रांतीय नेता राजिंदर सिंह दीपसिंह वाला ने किसान नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब सरकार को घेरते हुए आम आदमी पार्टी को भाजपा की बी टीम करार दिया। उन्होंने कहा केंद्र सरकार के इशारे पर आधी रात को किसान नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है ताकि इंसाफ पसंद लोगों की आवाज को दबाया जा सकें। उन्होंने किसान, मजदूर और अन्य संगठनों से 5 मार्च को बड़ी संख्या में चंडीगढ़ की ओर कूच करने का आह्वान किया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
