करनाल स्ट्रॉन्ग रूम में EVM सुरक्षा पर उठे सवाल:LED स्क्रीन बंद होने से बढ़ी चिंता, कांग्रेस ने लगाए सुरक्षा में चूक के आरोप

करनाल स्ट्रॉन्ग रूम में EVM सुरक्षा पर उठे सवाल:LED स्क्रीन बंद होने से बढ़ी चिंता, कांग्रेस ने लगाए सुरक्षा में चूक के आरोप

हरियाणा में करनाल के सेक्टर-14 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज में बनाए गए ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यहां पर लगे सीसीटीवी कैमरों की लाइव फुटेज दिखाने वाली एलईडी स्क्रीन अचानक बंद हो गई, जिससे मेयर और पार्षद उम्मीदवारों ने सुरक्षा पर सवाल उठा दिए। कांग्रेस प्रत्याशियों ने आरोप लगाया कि ईवीएम की सुरक्षा में चूक हुई है और इसकी निष्पक्षता पर संदेह पैदा होता है। 28 मिनट तक बंद रही एलईडी, प्रशासन पर उठे सवाल ईवीएम मशीनों को चार कमरों में सुरक्षित रखा गया है, जहां पुलिस का कड़ा पहरा है। सीसीटीवी कैमरों की लाइव फुटेज बाहर लगी एलईडी स्क्रीन पर दिखाई जाती है, ताकि उम्मीदवारों के एजेंट भी निगरानी कर सकें। लेकिन मंगलवार शाम 4:25 बजे अचानक एलईडी बंद हो गई। जिससे वहां मौजूद प्रत्याशियों और एजेंटों में हड़कंप मच गया। वार्ड-14 से कांग्रेस प्रत्याशी रोहित जोशी ने कहा कि उन्हें बताया गया कि लाइट जाने से एलईडी बंद हुई, लेकिन सवाल यह है कि लाइट जाने के बावजूद इंटरनेट का राउटर क्यों चालू रहा? लगभग 28 मिनट तक स्क्रीन बंद रही, जिससे ईवीएम की सुरक्षा को लेकर संदेह बढ़ गया। मेयर प्रत्याशी ने कहा-फोन तक नहीं उठाया प्रशासन ने कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा ने कहा कि जैसे ही उन्हें कैमरे बंद होने की सूचना मिली, उन्होंने रोहित जोशी को वीडियो रिकॉर्डिंग करने के लिए कहा। जब वह खुद मौके पर पहुंचे, तो एलईडी ऑफ थी। उन्होंने दो बार एडीसी को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। वधवा ने सवाल उठाया कि अगर लाइट जाने से एलईडी बंद हुई थी, तो वाई-फाई राउटर चालू कैसे था? उन्होंने इसे प्रशासन की चूक बताया और निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए। प्रशासन की सफाई- तकनीकी खराबी या खराब मौसम हो सकता है कारण सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि जैसे ही स्क्रीन बंद हुई, इसकी जानकारी तत्काल मैजिस्ट्रेट को दी गई। इसके बाद एडीसी को सूचित किया गया और जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया गया। ड्यूटी मैजिस्ट्रेट ने कहा कि यह तकनीकी खराबी की वजह से हो सकता है। या फिर खराब मौसम के कारण तार हिल जाने से भी ऐसा हो सकता है। मौके पर तकनीकी टीम को बुलाया गया और एलईडी को ठीक कर दिया गया। हालांकि, उम्मीदवारों की ओर से उठाए गए सवालों के बाद प्रशासन की भूमिका पर संदेह बना हुआ है। हरियाणा में करनाल के सेक्टर-14 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज में बनाए गए ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यहां पर लगे सीसीटीवी कैमरों की लाइव फुटेज दिखाने वाली एलईडी स्क्रीन अचानक बंद हो गई, जिससे मेयर और पार्षद उम्मीदवारों ने सुरक्षा पर सवाल उठा दिए। कांग्रेस प्रत्याशियों ने आरोप लगाया कि ईवीएम की सुरक्षा में चूक हुई है और इसकी निष्पक्षता पर संदेह पैदा होता है। 28 मिनट तक बंद रही एलईडी, प्रशासन पर उठे सवाल ईवीएम मशीनों को चार कमरों में सुरक्षित रखा गया है, जहां पुलिस का कड़ा पहरा है। सीसीटीवी कैमरों की लाइव फुटेज बाहर लगी एलईडी स्क्रीन पर दिखाई जाती है, ताकि उम्मीदवारों के एजेंट भी निगरानी कर सकें। लेकिन मंगलवार शाम 4:25 बजे अचानक एलईडी बंद हो गई। जिससे वहां मौजूद प्रत्याशियों और एजेंटों में हड़कंप मच गया। वार्ड-14 से कांग्रेस प्रत्याशी रोहित जोशी ने कहा कि उन्हें बताया गया कि लाइट जाने से एलईडी बंद हुई, लेकिन सवाल यह है कि लाइट जाने के बावजूद इंटरनेट का राउटर क्यों चालू रहा? लगभग 28 मिनट तक स्क्रीन बंद रही, जिससे ईवीएम की सुरक्षा को लेकर संदेह बढ़ गया। मेयर प्रत्याशी ने कहा-फोन तक नहीं उठाया प्रशासन ने कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा ने कहा कि जैसे ही उन्हें कैमरे बंद होने की सूचना मिली, उन्होंने रोहित जोशी को वीडियो रिकॉर्डिंग करने के लिए कहा। जब वह खुद मौके पर पहुंचे, तो एलईडी ऑफ थी। उन्होंने दो बार एडीसी को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। वधवा ने सवाल उठाया कि अगर लाइट जाने से एलईडी बंद हुई थी, तो वाई-फाई राउटर चालू कैसे था? उन्होंने इसे प्रशासन की चूक बताया और निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए। प्रशासन की सफाई- तकनीकी खराबी या खराब मौसम हो सकता है कारण सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि जैसे ही स्क्रीन बंद हुई, इसकी जानकारी तत्काल मैजिस्ट्रेट को दी गई। इसके बाद एडीसी को सूचित किया गया और जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया गया। ड्यूटी मैजिस्ट्रेट ने कहा कि यह तकनीकी खराबी की वजह से हो सकता है। या फिर खराब मौसम के कारण तार हिल जाने से भी ऐसा हो सकता है। मौके पर तकनीकी टीम को बुलाया गया और एलईडी को ठीक कर दिया गया। हालांकि, उम्मीदवारों की ओर से उठाए गए सवालों के बाद प्रशासन की भूमिका पर संदेह बना हुआ है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर