कुरुक्षेत्र में समाजवादी पार्टी के सांसद के बयान पर BJP ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। BJP नेता एवं सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के वाइस चेयरमैन ने सांसद को अपने बयान पर समाज से माफी मांगने को नसीहत दी। BJP नेता ने कहना है कि इस तरह के बयान से समाज के बीच मतभेद बढ़ता है। इसलिए सांसद को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। वाइस चेयरमैन धुम्मन सिंह किरमिच ने कहा कि औरंगजेब सबसे क्रूर शासक था। इस शासक ने हिंदुओं पर अत्याचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर में 1700 ई. में श्रद्धालुओं पर भारी भरकम जजिया कर लगा दिया था। उसने ब्रह्मसरोवर से जल की 1 बाल्टी पर 1 रुपए और स्नान करने पर 5 रुपए का जजिया कर लगाया था। यह जजिया कर उत्तर भारत में सबसे ज्यादा कर था। माहौल खराब करने का प्रयास
सेक्टर-7 में अपने आवास पर धुम्मन सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद अब्बू आजमी का बयान निंदनीय है। कुछ समय पहले संपन्न हुए महाकुंभ के बाद देश में अच्छा, सुंदर और सनातनी वातावरण बना था, मगर गठबंधन और विपक्षी पार्टियां को देश में अच्छा वातावरण ठीक नहीं लगता है। इसलिए माहौल खराब करने का प्रयास करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि औरंगजेब अच्छा नहीं बल्कि क्रूर था। इतिहासकारों की माने तो रोजाना सवा मण जनेऊ उतारने का काम औरंगजेब के कार्यकाल में हुआ। इस शासक के हिंदुओं को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए अत्याचार किसी से छिपे नहीं है और गठबंधन से जुड़ी समाजवादी पार्टी के सांसद अब्बू आजमी का औरंगजेब को एक अच्छा शासक कहना उनकी सोच को दिखाता है। स्नान पर भी जजिया लगा दिया
औरंगजेब ने करीब 50 साल शासन किया और अपने शासनकाल में जजिया कर को तवज्जो दी। इससे धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र भी अछूता नहीं रहा। उसने ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर और सरस्वती तीर्थ में स्नान और पिंडदान करने वाले श्रद्धालुओं पर जजिया कर लगा दिया था। धुम्मन सिंह ने कहा कि औरंगजेब के कई क्रूर किस्से इतिहास में दर्ज है। बीएम पांडे और सी दोरजे की लिखी पुस्तक थानेसर एंड इट्स विक्टिनी, इतिहासकार राम गोपाल की पुस्तक हिन्दू टेंपल, बर्नियर द्वारा लिखी पुस्तक मुगल ट्रैवल इंडिया, मोनची, सतीश चंद्रा सहित अन्य कई इतिहासकारों की पुस्तकों में ब्रह्मसरोवर पर लगाए जजिया कर और औरंगजेब के शासनकाल का विस्तृत ब्योरा अंकित है। कुरुक्षेत्र में समाजवादी पार्टी के सांसद के बयान पर BJP ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। BJP नेता एवं सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के वाइस चेयरमैन ने सांसद को अपने बयान पर समाज से माफी मांगने को नसीहत दी। BJP नेता ने कहना है कि इस तरह के बयान से समाज के बीच मतभेद बढ़ता है। इसलिए सांसद को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। वाइस चेयरमैन धुम्मन सिंह किरमिच ने कहा कि औरंगजेब सबसे क्रूर शासक था। इस शासक ने हिंदुओं पर अत्याचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर में 1700 ई. में श्रद्धालुओं पर भारी भरकम जजिया कर लगा दिया था। उसने ब्रह्मसरोवर से जल की 1 बाल्टी पर 1 रुपए और स्नान करने पर 5 रुपए का जजिया कर लगाया था। यह जजिया कर उत्तर भारत में सबसे ज्यादा कर था। माहौल खराब करने का प्रयास
सेक्टर-7 में अपने आवास पर धुम्मन सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद अब्बू आजमी का बयान निंदनीय है। कुछ समय पहले संपन्न हुए महाकुंभ के बाद देश में अच्छा, सुंदर और सनातनी वातावरण बना था, मगर गठबंधन और विपक्षी पार्टियां को देश में अच्छा वातावरण ठीक नहीं लगता है। इसलिए माहौल खराब करने का प्रयास करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि औरंगजेब अच्छा नहीं बल्कि क्रूर था। इतिहासकारों की माने तो रोजाना सवा मण जनेऊ उतारने का काम औरंगजेब के कार्यकाल में हुआ। इस शासक के हिंदुओं को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए अत्याचार किसी से छिपे नहीं है और गठबंधन से जुड़ी समाजवादी पार्टी के सांसद अब्बू आजमी का औरंगजेब को एक अच्छा शासक कहना उनकी सोच को दिखाता है। स्नान पर भी जजिया लगा दिया
औरंगजेब ने करीब 50 साल शासन किया और अपने शासनकाल में जजिया कर को तवज्जो दी। इससे धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र भी अछूता नहीं रहा। उसने ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर और सरस्वती तीर्थ में स्नान और पिंडदान करने वाले श्रद्धालुओं पर जजिया कर लगा दिया था। धुम्मन सिंह ने कहा कि औरंगजेब के कई क्रूर किस्से इतिहास में दर्ज है। बीएम पांडे और सी दोरजे की लिखी पुस्तक थानेसर एंड इट्स विक्टिनी, इतिहासकार राम गोपाल की पुस्तक हिन्दू टेंपल, बर्नियर द्वारा लिखी पुस्तक मुगल ट्रैवल इंडिया, मोनची, सतीश चंद्रा सहित अन्य कई इतिहासकारों की पुस्तकों में ब्रह्मसरोवर पर लगाए जजिया कर और औरंगजेब के शासनकाल का विस्तृत ब्योरा अंकित है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
