<p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh Handwritten Budget News:</strong> आज के समय में जब अदालती फैसले भी एआई-आधारित चैटबॉट (AI Based Chatbot) का उपयोग करके तैयार किए जाते हैं, छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओ पी चौधरी (OP Chaudhary) ने हिंदी में 100-पेज का बजट हाथ से लिखकर अपने व्यक्तिगत समर्पण का परिचय दिया है. यह बजट तैयार करने की प्रक्रिया में उनके व्यावहारिक दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता को दर्शाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, पूर्व आईएएस अधिकारी चौधरी ने राजनीति में आने के लिए प्रशासनिक सेवा छोड़ी. उनका मानना है कि जनता की सेवा के लिए राजनीति अधिक प्रभावी माध्यम है. उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा में 2025-26 का बजट 4 मार्च को पेश किया, जिसके लिए वे कई दिनों तक जागकर कार्यरत रहे. यह दुर्लभ कार्य दिखाता है कि राज्य की वित्तीय योजना के प्रति उनकी गहरी भागीदारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बजट पेश करने से पहले नहीं आ रही थी नींद- चौधरी </strong><br />चौधरी मानते हैं कि बजट हाथ से लिखना उनकी भावनाओं और प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उन्होंने बताया कि बजट की तैयारी महीनों से चली, लेकिन लिखना 10 दिन पहले शुरू किया. पेश करने से पहले वे चार रातों तक ठीक से सो नहीं पाए, जो उनके समर्पण को दिखाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इस बार का बजट थीम है ‘GATI’- चौधरी </strong><br />यह पहली बार है जब किसी वित्त मंत्री ने हस्तलिखित बजट पेश किया है. एआई टूल्स के दौर में इतनी मेहनत दुर्लभ है. उन्होंने 1,65,100 करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें राज्य की आर्थिक बढ़त और बस्तर के विकास पर जोर दिया गया है. पिछली थीम ‘ज्ञान’ थी, इस बार ‘गति’ पर फोकस है. ‘गति’ में ‘जी’ का अर्थ सुशासन, ‘ए’ का अर्थ बुनियादी ढांचे में तेजी, ‘टी’ का अर्थ प्रौद्योगिकी और ‘आई’ का अर्थ औद्योगिक विकास है. पिछले बजट ने समावेशी विकास की नींव रखी थी और इस बजट ने उस यात्रा को आगे बढ़ाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>2005 बैच के आईएएस अधिकारी चौधरी ने 2018 में भाजपा में शामिल होने के लिए रायपुर कलेक्टर पद से इस्तीफा दिया था. हिंदी में उनकी मजबूत पकड़ ने उन्हें अपने अंदाज में बजट लिखने में मदद की. उन्होंने बताया कि प्रशासनिक सेवा में 13 वर्षों तक उन्होंने पूरी निष्ठा से कार्य किया, लेकिन महसूस किया कि राजनीति से समाज पर अधिक प्रभाव डाला जा सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उनका मानना है कि अच्छे लोगों के राजनीति में आने से ही बेहतर शासन संभव है. प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> और <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> से प्रेरित होकर उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया. 2018 में हारने के बाद, 2023 में रायगढ़ से चुनाव जीते. उनका हस्तलिखित बजट शासन में प्रामाणिकता और पारदर्शिता का प्रतीक है, जो उनकी प्रतिबद्धता और जनता के प्रति समर्पण को दर्शाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/flg5EhK_Sfo?si=RZn3DoaBqJsNQyaN” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें – <a title=”Holi 2025: केमिकल से चेहरा ना हो जाए खराब, छत्तीसगढ़ की महिलाएं बना रहीं हर्बल गुलाल” href=”https://www.abplive.com/states/chhattisgarh/holi-2025-date-women-from-self-help-group-of-balrampur-preparing-herbal-gulal-2900240″ target=”_self”>Holi 2025: केमिकल से चेहरा ना हो जाए खराब, छत्तीसगढ़ की महिलाएं बना रहीं हर्बल गुलाल</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh Handwritten Budget News:</strong> आज के समय में जब अदालती फैसले भी एआई-आधारित चैटबॉट (AI Based Chatbot) का उपयोग करके तैयार किए जाते हैं, छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओ पी चौधरी (OP Chaudhary) ने हिंदी में 100-पेज का बजट हाथ से लिखकर अपने व्यक्तिगत समर्पण का परिचय दिया है. यह बजट तैयार करने की प्रक्रिया में उनके व्यावहारिक दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता को दर्शाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, पूर्व आईएएस अधिकारी चौधरी ने राजनीति में आने के लिए प्रशासनिक सेवा छोड़ी. उनका मानना है कि जनता की सेवा के लिए राजनीति अधिक प्रभावी माध्यम है. उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा में 2025-26 का बजट 4 मार्च को पेश किया, जिसके लिए वे कई दिनों तक जागकर कार्यरत रहे. यह दुर्लभ कार्य दिखाता है कि राज्य की वित्तीय योजना के प्रति उनकी गहरी भागीदारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बजट पेश करने से पहले नहीं आ रही थी नींद- चौधरी </strong><br />चौधरी मानते हैं कि बजट हाथ से लिखना उनकी भावनाओं और प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उन्होंने बताया कि बजट की तैयारी महीनों से चली, लेकिन लिखना 10 दिन पहले शुरू किया. पेश करने से पहले वे चार रातों तक ठीक से सो नहीं पाए, जो उनके समर्पण को दिखाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इस बार का बजट थीम है ‘GATI’- चौधरी </strong><br />यह पहली बार है जब किसी वित्त मंत्री ने हस्तलिखित बजट पेश किया है. एआई टूल्स के दौर में इतनी मेहनत दुर्लभ है. उन्होंने 1,65,100 करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें राज्य की आर्थिक बढ़त और बस्तर के विकास पर जोर दिया गया है. पिछली थीम ‘ज्ञान’ थी, इस बार ‘गति’ पर फोकस है. ‘गति’ में ‘जी’ का अर्थ सुशासन, ‘ए’ का अर्थ बुनियादी ढांचे में तेजी, ‘टी’ का अर्थ प्रौद्योगिकी और ‘आई’ का अर्थ औद्योगिक विकास है. पिछले बजट ने समावेशी विकास की नींव रखी थी और इस बजट ने उस यात्रा को आगे बढ़ाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>2005 बैच के आईएएस अधिकारी चौधरी ने 2018 में भाजपा में शामिल होने के लिए रायपुर कलेक्टर पद से इस्तीफा दिया था. हिंदी में उनकी मजबूत पकड़ ने उन्हें अपने अंदाज में बजट लिखने में मदद की. उन्होंने बताया कि प्रशासनिक सेवा में 13 वर्षों तक उन्होंने पूरी निष्ठा से कार्य किया, लेकिन महसूस किया कि राजनीति से समाज पर अधिक प्रभाव डाला जा सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उनका मानना है कि अच्छे लोगों के राजनीति में आने से ही बेहतर शासन संभव है. प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> और <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> से प्रेरित होकर उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया. 2018 में हारने के बाद, 2023 में रायगढ़ से चुनाव जीते. उनका हस्तलिखित बजट शासन में प्रामाणिकता और पारदर्शिता का प्रतीक है, जो उनकी प्रतिबद्धता और जनता के प्रति समर्पण को दर्शाता है.</p>
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