फरीदाबाद में आतंकी अब्दुल 7 दिन से रिमांड पर:हैंड ग्रेनेड देने वाले को नहीं पकड़ पाई STF; कई राज्यों में छापेमारी कर चुकी

फरीदाबाद में आतंकी अब्दुल 7 दिन से रिमांड पर:हैंड ग्रेनेड देने वाले को नहीं पकड़ पाई STF; कई राज्यों में छापेमारी कर चुकी

फरीदाबाद में हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) द्वारा पकड़े गए आतंकी अब्दुल रहमान के पुलिस रिमांड के 7 दिन पुरे हो चुके है। लेकिन अभी तक जांच एजेंसी हैंड ग्रेनेड मुहिया कराने वाले शख्स को नहीं पकड़ पाई है। जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि इस नेटवर्क में शामिल दूसरे आरोपियों के लिए कई राज्यों में छापेमारी कर चुके हैं। आतंकी अब्दुल रहमान (19) को हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स फरीदाबाद ने 2 मार्च को गुजरात ATS और केन्द्रीय एजेंसी IB की मदद से पकड़ा था। अब्दुल की गिरफ्तारी के समय जांच एजेंसियों को उसके पास से दो जिंदा हैंड ग्रेनेड मिले थे। जिनको बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय किया था। लेकिन ये हैंड ग्रेनेड फरीदाबाद कैसे पहुंचे और अब्दुल तक इनको पहुंचाने वाला शख्स कौन था। इसका खुलासा जांच एजेंसी अभी तक नहीं कर पाई है। 3 मार्च को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया पाली इलाके से गिरफ्तार आतंकी अब्दुल रहमान को 3 मार्च को कोर्ट में पेश कर स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने 10 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। जिसमें से पुलिस रिमांड के 7 दिन पूरे हो चुके हैं। लेकिन अब्दुल को हैंड ग्रेनेड देने वाला शख्स अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। कई राज्यों में छापेमारी जारी एसटीएफ की एक अधिकारी ने बताया कि अब्दुल की गिरफ्तारी के बाद से ही उसके साथियों को पकड़ने के लिए कई राज्यों में छापेमारी की जारी है। लेकिन अभी तक सभी जगह से खाली हाथ लौटना पड़ा है। उन्होंने बताया कि अब्दुल को हैंड ग्रेनेड देने वाला शख्स कभी उससे मिला ही नहीं था। अब्दुल को हैंड ग्रेनेड की केवल लोकेशन दी गई थी, लोकेशन के आधार पर अब्दुल ने पाली इलाके में जाकर मिट्‌टी में दबे हैंड ग्रेनेड को निकाला था। फरीदाबाद में स्लीपर सैल एक्टिव पुलिस सूत्रों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि फरीदाबाद में किसी स्लीपर सैल के द्वारा हैंड ग्रेनेड को पहुंचाया गया है। हैंड ग्रेनेड को पहुंचाने वाला और उसकी लोकेशन अब्दुल को देने वाला दोनों अलग-अलग हो सकते हैं। इस घटना से पचा चल रहा है कि फरीदाबाद में भी स्लीपर सैल एक्टिव है। मां-बाप के मोबाइल कब्जे में लिए जांच एजेंसी एसटीएफ ने अब्दुल रहमान के मां-बाप के भी मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए है। अब्दुल रहमान अपनी आशमीन के मोबाइल पर विडियो देखा करता था। पुलिस सभी के मोबाइल पर की गई कॉल के रिकार्ड खंगाल रही है। अब्दुल सहित उसके मां-बाप के मोबाइल से जिन नंबरो को कॉल किया गया था, वे लोग भी एसटीएफ के रडार पर हैं। 13 मार्च को होगा रिमांड खत्म आतंकी अब्दुल रहमान का 10 दिन का रिमांड 13 मार्च को पूरा हो रहा है। जिसके बाद फिर से अब्दुल को कोर्ट में पेश किया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि जांच एजेंसी कोर्ट से दोबारा अब्दुल रहमान के रिमांड की मांग करेगी। जिसकी मुख्य वजह इस नेटवर्क से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी न होना है। फरीदाबाद में हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) द्वारा पकड़े गए आतंकी अब्दुल रहमान के पुलिस रिमांड के 7 दिन पुरे हो चुके है। लेकिन अभी तक जांच एजेंसी हैंड ग्रेनेड मुहिया कराने वाले शख्स को नहीं पकड़ पाई है। जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि इस नेटवर्क में शामिल दूसरे आरोपियों के लिए कई राज्यों में छापेमारी कर चुके हैं। आतंकी अब्दुल रहमान (19) को हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स फरीदाबाद ने 2 मार्च को गुजरात ATS और केन्द्रीय एजेंसी IB की मदद से पकड़ा था। अब्दुल की गिरफ्तारी के समय जांच एजेंसियों को उसके पास से दो जिंदा हैंड ग्रेनेड मिले थे। जिनको बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय किया था। लेकिन ये हैंड ग्रेनेड फरीदाबाद कैसे पहुंचे और अब्दुल तक इनको पहुंचाने वाला शख्स कौन था। इसका खुलासा जांच एजेंसी अभी तक नहीं कर पाई है। 3 मार्च को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया पाली इलाके से गिरफ्तार आतंकी अब्दुल रहमान को 3 मार्च को कोर्ट में पेश कर स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने 10 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। जिसमें से पुलिस रिमांड के 7 दिन पूरे हो चुके हैं। लेकिन अब्दुल को हैंड ग्रेनेड देने वाला शख्स अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। कई राज्यों में छापेमारी जारी एसटीएफ की एक अधिकारी ने बताया कि अब्दुल की गिरफ्तारी के बाद से ही उसके साथियों को पकड़ने के लिए कई राज्यों में छापेमारी की जारी है। लेकिन अभी तक सभी जगह से खाली हाथ लौटना पड़ा है। उन्होंने बताया कि अब्दुल को हैंड ग्रेनेड देने वाला शख्स कभी उससे मिला ही नहीं था। अब्दुल को हैंड ग्रेनेड की केवल लोकेशन दी गई थी, लोकेशन के आधार पर अब्दुल ने पाली इलाके में जाकर मिट्‌टी में दबे हैंड ग्रेनेड को निकाला था। फरीदाबाद में स्लीपर सैल एक्टिव पुलिस सूत्रों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि फरीदाबाद में किसी स्लीपर सैल के द्वारा हैंड ग्रेनेड को पहुंचाया गया है। हैंड ग्रेनेड को पहुंचाने वाला और उसकी लोकेशन अब्दुल को देने वाला दोनों अलग-अलग हो सकते हैं। इस घटना से पचा चल रहा है कि फरीदाबाद में भी स्लीपर सैल एक्टिव है। मां-बाप के मोबाइल कब्जे में लिए जांच एजेंसी एसटीएफ ने अब्दुल रहमान के मां-बाप के भी मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए है। अब्दुल रहमान अपनी आशमीन के मोबाइल पर विडियो देखा करता था। पुलिस सभी के मोबाइल पर की गई कॉल के रिकार्ड खंगाल रही है। अब्दुल सहित उसके मां-बाप के मोबाइल से जिन नंबरो को कॉल किया गया था, वे लोग भी एसटीएफ के रडार पर हैं। 13 मार्च को होगा रिमांड खत्म आतंकी अब्दुल रहमान का 10 दिन का रिमांड 13 मार्च को पूरा हो रहा है। जिसके बाद फिर से अब्दुल को कोर्ट में पेश किया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि जांच एजेंसी कोर्ट से दोबारा अब्दुल रहमान के रिमांड की मांग करेगी। जिसकी मुख्य वजह इस नेटवर्क से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी न होना है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर