जींद में स्टूडेंट्स को जमा करवाना होगा टैबलेट:10वीं-12वीं में 16 हजार बच्चों को दिए गए थे, जमा नहीं करवाने पर रुकेगा रिजल्ट

जींद में स्टूडेंट्स को जमा करवाना होगा टैबलेट:10वीं-12वीं में 16 हजार बच्चों को दिए गए थे, जमा नहीं करवाने पर रुकेगा रिजल्ट

जींद में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं से 12वीं कक्षा के बच्चों को शिक्षा विभाग की ओर से टैबलेट वितरित किए जाते हैं। अभी 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं चल रही हैं। जिले में दोनों कक्षाओं के 16 हजार विद्यार्थी हैं, जिसमें से दसवीं कक्षा के 9 हजार और 12वीं कक्षा के 7 हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल हैं। विभाग द्वारा इन छात्रों को को टैबलेट दिए गए थे, उन्हें वापस जमा करवाने को लेकर स्कूल शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी किए हैं। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर कहा है कि ई-अधिगम के तहत राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को टैबलेट और डाटा सिम वितरित किए गए हैं। छात्रों को वितरित किए गए टैबलेट जोकि विभाग की संपत्ति है, उन्हें जमा करवाने के लिए विद्यालयों को दिशा निर्देश जारी किए जाने हैं। विभाग को आदेश दिए गए हैं कि छात्रों द्वारा अपनी बोर्ड की परीक्षा के अंतिम दिन से 5 दिन के अंदर-अंदर स्कूल में अपना टैबलेट, चार्जर, सिम और टैबलेट के साथ मिला सामान स्कूल में जमा करवाना सुनिश्चित किया जाए। स्कूल मुखिया व संबंधित कक्षा प्रभारी टेलीफोन के माध्यम से छात्रों को टैबलेट वापस करने के लिए सूचित करेंगे। एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) यह सुनिश्चित करेगी कि सभी छात्रों द्वारा स्कूल में टैबलेट वापस जमा करा दिए जाएं। टैबलेट गुम हुआ या मना किया तो पोर्टल पर अपलोड करनी होगी डिटेल छात्रों को टैबलेट्स वापस लेने उपरांत स्टॉक रजिस्टर में एंट्री सुनिश्चित की जाए। स्कूल द्वारा ऐसे सभी छात्र जिनके द्वारा टैबलेट स्कूल में वापस जमा नहीं करवाए जाते हैं (यदि छात्र से टैबलेट गुम हो गया अथवा टैबलेट देने से मना कर दिया) की सूची बनाकर अवसर पोर्टल पर अपलोड की जाए। इसके अतिरिक्त जो छात्र टैबलेट वापस नहीं करेंगे (टैबलेट गुम होने की स्थिति को छोड़कर) उनका परिणाम हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड, भिवानी द्वारा रोक लिया जाएगा तथा ऐसे छात्रों का परिणाम डिजी लोकर पर भी अपलोड नहीं किया जाएगा। टैबलेट जमा नहीं किया तो सर्टिफिकेट जारी नहीं होगा यदि स्कूल द्वारा दी गई सूची में से किसी त्रुटि के कारण किसी ऐसे विद्यार्थी का परिणाम घोषित हो जाता है, जिसने टैबलेट वापस जमा नहीं कराया है। तो भी स्कूल प्रभारी यह सुनिश्चित करेगा कि ऐसे विद्यार्थी को एसएलसी, डीएमसी और कैरेक्टर सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जाए। विद्यालयों की ओर से सिम निष्क्रिय करने का अनुरोध नहीं किया जाना है। सिम डि एक्टीवेशन का काम विभाग द्वारा किया जाएगा। अगर कोई भी टैबलेट स्कूल से चोरी हो जाता है, तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी स्कूल मुखिया की होगी। विद्यार्थी स्कूल से टैबलेट अपने घर ले जाते हैं। इसलिए यदि वे टैबलेट को घर से बाहर जैसे कोचिंग सेंटर, ट्यूशन वा अन्य किसी स्थान पर ले जाते हैं, तो टैबलेट के गुमने या चोरी होने की संभावना रहती है। इस सन्दर्भ में टैबलेट चोरी होने की स्थिति में विद्यार्थी के माता-पिता द्वारा नजदीकी पुलिस लाने में एफआईआर दर्ज करवाने उपरांत स्कूल मुखिया को अंडरटेकिंग भी दी जाएगी। ऐसे विद्यार्थी को नया टैबलेट जारी नहीं किया जाएगा। यदि विद्यार्थी का सिम गुम हो जाता है तो वह अपने स्कूल को लिखित में प्रार्थना पत्र देगा। जींद में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं से 12वीं कक्षा के बच्चों को शिक्षा विभाग की ओर से टैबलेट वितरित किए जाते हैं। अभी 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं चल रही हैं। जिले में दोनों कक्षाओं के 16 हजार विद्यार्थी हैं, जिसमें से दसवीं कक्षा के 9 हजार और 12वीं कक्षा के 7 हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल हैं। विभाग द्वारा इन छात्रों को को टैबलेट दिए गए थे, उन्हें वापस जमा करवाने को लेकर स्कूल शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी किए हैं। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर कहा है कि ई-अधिगम के तहत राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को टैबलेट और डाटा सिम वितरित किए गए हैं। छात्रों को वितरित किए गए टैबलेट जोकि विभाग की संपत्ति है, उन्हें जमा करवाने के लिए विद्यालयों को दिशा निर्देश जारी किए जाने हैं। विभाग को आदेश दिए गए हैं कि छात्रों द्वारा अपनी बोर्ड की परीक्षा के अंतिम दिन से 5 दिन के अंदर-अंदर स्कूल में अपना टैबलेट, चार्जर, सिम और टैबलेट के साथ मिला सामान स्कूल में जमा करवाना सुनिश्चित किया जाए। स्कूल मुखिया व संबंधित कक्षा प्रभारी टेलीफोन के माध्यम से छात्रों को टैबलेट वापस करने के लिए सूचित करेंगे। एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) यह सुनिश्चित करेगी कि सभी छात्रों द्वारा स्कूल में टैबलेट वापस जमा करा दिए जाएं। टैबलेट गुम हुआ या मना किया तो पोर्टल पर अपलोड करनी होगी डिटेल छात्रों को टैबलेट्स वापस लेने उपरांत स्टॉक रजिस्टर में एंट्री सुनिश्चित की जाए। स्कूल द्वारा ऐसे सभी छात्र जिनके द्वारा टैबलेट स्कूल में वापस जमा नहीं करवाए जाते हैं (यदि छात्र से टैबलेट गुम हो गया अथवा टैबलेट देने से मना कर दिया) की सूची बनाकर अवसर पोर्टल पर अपलोड की जाए। इसके अतिरिक्त जो छात्र टैबलेट वापस नहीं करेंगे (टैबलेट गुम होने की स्थिति को छोड़कर) उनका परिणाम हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड, भिवानी द्वारा रोक लिया जाएगा तथा ऐसे छात्रों का परिणाम डिजी लोकर पर भी अपलोड नहीं किया जाएगा। टैबलेट जमा नहीं किया तो सर्टिफिकेट जारी नहीं होगा यदि स्कूल द्वारा दी गई सूची में से किसी त्रुटि के कारण किसी ऐसे विद्यार्थी का परिणाम घोषित हो जाता है, जिसने टैबलेट वापस जमा नहीं कराया है। तो भी स्कूल प्रभारी यह सुनिश्चित करेगा कि ऐसे विद्यार्थी को एसएलसी, डीएमसी और कैरेक्टर सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जाए। विद्यालयों की ओर से सिम निष्क्रिय करने का अनुरोध नहीं किया जाना है। सिम डि एक्टीवेशन का काम विभाग द्वारा किया जाएगा। अगर कोई भी टैबलेट स्कूल से चोरी हो जाता है, तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी स्कूल मुखिया की होगी। विद्यार्थी स्कूल से टैबलेट अपने घर ले जाते हैं। इसलिए यदि वे टैबलेट को घर से बाहर जैसे कोचिंग सेंटर, ट्यूशन वा अन्य किसी स्थान पर ले जाते हैं, तो टैबलेट के गुमने या चोरी होने की संभावना रहती है। इस सन्दर्भ में टैबलेट चोरी होने की स्थिति में विद्यार्थी के माता-पिता द्वारा नजदीकी पुलिस लाने में एफआईआर दर्ज करवाने उपरांत स्कूल मुखिया को अंडरटेकिंग भी दी जाएगी। ऐसे विद्यार्थी को नया टैबलेट जारी नहीं किया जाएगा। यदि विद्यार्थी का सिम गुम हो जाता है तो वह अपने स्कूल को लिखित में प्रार्थना पत्र देगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर