लाजर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के 3 एजेंट के संपर्क में था। सरहद पार से आने वाले हर कंसाइनमेंट को वो ही मैनेज करता था…यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़े आतंकी लाजर मसीह ने ये खुलासा किया है। इससे केंद्रीय जांच एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं। आतंकी लाजर मसीह 45 दिन तक महाकुंभ एरिया से सिर्फ 55 किलोमीटर दूर जंगल में गुफा बनाकर छिपा रहा। उसके निशाने पर महाकुंभ था। पंजाब में जिन जगहों पर ग्रेनेड या पाकिस्तानी असलहों का इस्तेमाल हुआ, वह लाजर मसीह के कंसाइनमेंट से ही जुड़ा था। आतंकी गतिविधि और बॉर्डर पार से कनेक्शन जुड़ने पर जांच अब आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को सौंप दी गई है। एडीजी कानून व्यवस्था व एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि सरहद के इर्द-गिर्द पाकिस्तान से ड्रग्स और अवैध असलहों की तस्करी हो रही है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ड्रग्स और असलहों के बदले भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए लोगों का इस्तेमाल कर रही है। लाजर ने खुलासा किया है कि वह करोड़ों रुपए के ड्रग्स और असलहे सरहद पार से ड्रोन के जरिए भारत की सीमा में मंगा कर अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई कर चुका है। 3 और 4 फरवरी को संगम के करीब पहुंच गया था लाजर
सूत्रों का कहना है कि लाजर मसीह तीन और चार फरवरी को प्रयागराज पहुंच गया था। यहां पहुंचते ही वह STF के रडार पर आ गया, लेकिन बच निकला। उसकी योजना कुंभ में आतंकी वारदात को अंजाम देने के बाद कतर या पुर्तगाल निकलने की थी। बाद में STF ने कौशांबी में इसे ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया। जिस पते पर बनवाया आधार, वहां कभी नहीं रहा
लाजर ने गाजियाबाद के जिस पते पर अपना आधार कार्ड बनवाया था, वहां कभी रहा ही नहीं। पासपोर्ट के लिए आवेदन करने के बाद उसने योजना बनाई थी कि वह पुलिस वेरिफिकेशन के लिए गाजियाबाद जाएगा, ताकि उसका पासपोर्ट बनने में कोई दिक्कत न हो। लेकिन उससे पहले ही पकड़ा गया। कम सिक्योरिटी वाले होटलों में लेता था पनाह
कुंभ में बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए लाजर कौशांबी, कानपुर और फतेहपुर जैसे जिलों में ऐसे होटलों में रुका जो कम सिक्योरिटी वाले थे। उसका मकसद यह था कि उसके पास जो सामान थे, उसका किसी को पता न चलने पाए या किसी को उसके ऊपर कोई शक न हो। लाजर के मददगार भी एजेंसियों के रडार पर
यूपी में उसके कुछ और साथी हैं जो सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हैं। जिन होटलों में लाजर ने पनाह ली, उनकी पड़ताल भी की जा रही है। अमिताभ यश से लाजर मसीह के करीबियों और उसके मददगारों के बारे में जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां उस पर काम कर रही हैं। वक्त आने पर इसका खुलासा किया जाएगा। अभी किसी भी तरह के खुलासे का फायदा उठाकर वे चौकन्ना हो सकते हैं, जो इसमें शामिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर कई लोग हैं, जिन्होंने लाजर की मदद की है। यूपी में पीलीभीत है सेंटर, दिसंबर में मारे गए थे तीन आतंकी
यूपी में खालिस्तानी आतंकियों और ISI के गठजोड़ का सेंटर पीलीभीत को बताया जा रहा है। 18 दिसंबर 2024 को पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला हुआ था। इस हमले में खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के सदस्य शामिल थे, जिन्होंने ऑटो से आकर पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंके थे। इन हमलावरों में गुरुविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह का नाम सामने आया था, जिन्हें जॉइंट ऑपरेशन में एसटीएफ और पंजाब पुलिस ने 23 दिसंबर 2024 को पीलीभीत में मार गिराया था। गुरदासपुर पुलिस चौकी पर हमले के लिए रवि को लाजर मसीह ने असलहे उपलब्ध कराए थे। एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पीलीभीत के अलावा उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर और पंजाब में यह गिरोह सक्रिय रहा है। विदेशों से हो रही फंडिंग, कई देशों के संपर्क में था
अमिताभ यश का कहना है कि इसके लिए विदेशों से भी फंडिंग हो रही है। लाजर मसीह के पास से जो नंबर मिले हैं उसमें से ज्यादातर देश के बाहर के हैं। अमेरिका, जर्मनी, कनाडा, पुर्तगाल और कतर में उसके संपर्क रहे हैं। यहीं से उसे भारत में खालिस्तानी मूवमेंट को बढ़ाने और कुंभ में वारदात को अंजाम देने के लिए फंडिंग भी की जा रही थी। लाजर ने जो खुलासे किए हैं, सुरक्षा एजेंसियां उससे हर कड़ी को जोड़ने की कोशिश कर रही हैं। —————— ये खबर भी पढ़ें… महाकुंभ में आतंकी हमले की साजिश का खुलासा:बब्बर खालसा का आतंकी लाजर मसीह गिरफ्तार, होल्डिंग एरिया में विस्फोट की थी योजना यूपी एसटीएफ ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के एक खतरनाक आतंकवादी लाजर मसीह को गिरफ्तार किया है। कौशांबी जिला जेल में पूछताछ के दौरान आतंकी ने कई अहम खुलासे किए हैं। आतंकी ने बताया कि वह महाकुंभ मेले में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से उसे विस्फोटक और हथगोले मिले थे। कोखराज के अलीपुर गांव के जंगल में बनी गुफा से पकड़े गए आतंकी के पास से पुलिस ने विस्फोटक सामग्री बरामद की है। पढ़ें पूरी खबर लाजर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के 3 एजेंट के संपर्क में था। सरहद पार से आने वाले हर कंसाइनमेंट को वो ही मैनेज करता था…यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़े आतंकी लाजर मसीह ने ये खुलासा किया है। इससे केंद्रीय जांच एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं। आतंकी लाजर मसीह 45 दिन तक महाकुंभ एरिया से सिर्फ 55 किलोमीटर दूर जंगल में गुफा बनाकर छिपा रहा। उसके निशाने पर महाकुंभ था। पंजाब में जिन जगहों पर ग्रेनेड या पाकिस्तानी असलहों का इस्तेमाल हुआ, वह लाजर मसीह के कंसाइनमेंट से ही जुड़ा था। आतंकी गतिविधि और बॉर्डर पार से कनेक्शन जुड़ने पर जांच अब आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को सौंप दी गई है। एडीजी कानून व्यवस्था व एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि सरहद के इर्द-गिर्द पाकिस्तान से ड्रग्स और अवैध असलहों की तस्करी हो रही है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ड्रग्स और असलहों के बदले भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए लोगों का इस्तेमाल कर रही है। लाजर ने खुलासा किया है कि वह करोड़ों रुपए के ड्रग्स और असलहे सरहद पार से ड्रोन के जरिए भारत की सीमा में मंगा कर अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई कर चुका है। 3 और 4 फरवरी को संगम के करीब पहुंच गया था लाजर
सूत्रों का कहना है कि लाजर मसीह तीन और चार फरवरी को प्रयागराज पहुंच गया था। यहां पहुंचते ही वह STF के रडार पर आ गया, लेकिन बच निकला। उसकी योजना कुंभ में आतंकी वारदात को अंजाम देने के बाद कतर या पुर्तगाल निकलने की थी। बाद में STF ने कौशांबी में इसे ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया। जिस पते पर बनवाया आधार, वहां कभी नहीं रहा
लाजर ने गाजियाबाद के जिस पते पर अपना आधार कार्ड बनवाया था, वहां कभी रहा ही नहीं। पासपोर्ट के लिए आवेदन करने के बाद उसने योजना बनाई थी कि वह पुलिस वेरिफिकेशन के लिए गाजियाबाद जाएगा, ताकि उसका पासपोर्ट बनने में कोई दिक्कत न हो। लेकिन उससे पहले ही पकड़ा गया। कम सिक्योरिटी वाले होटलों में लेता था पनाह
कुंभ में बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए लाजर कौशांबी, कानपुर और फतेहपुर जैसे जिलों में ऐसे होटलों में रुका जो कम सिक्योरिटी वाले थे। उसका मकसद यह था कि उसके पास जो सामान थे, उसका किसी को पता न चलने पाए या किसी को उसके ऊपर कोई शक न हो। लाजर के मददगार भी एजेंसियों के रडार पर
यूपी में उसके कुछ और साथी हैं जो सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हैं। जिन होटलों में लाजर ने पनाह ली, उनकी पड़ताल भी की जा रही है। अमिताभ यश से लाजर मसीह के करीबियों और उसके मददगारों के बारे में जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां उस पर काम कर रही हैं। वक्त आने पर इसका खुलासा किया जाएगा। अभी किसी भी तरह के खुलासे का फायदा उठाकर वे चौकन्ना हो सकते हैं, जो इसमें शामिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर कई लोग हैं, जिन्होंने लाजर की मदद की है। यूपी में पीलीभीत है सेंटर, दिसंबर में मारे गए थे तीन आतंकी
यूपी में खालिस्तानी आतंकियों और ISI के गठजोड़ का सेंटर पीलीभीत को बताया जा रहा है। 18 दिसंबर 2024 को पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला हुआ था। इस हमले में खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के सदस्य शामिल थे, जिन्होंने ऑटो से आकर पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंके थे। इन हमलावरों में गुरुविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह का नाम सामने आया था, जिन्हें जॉइंट ऑपरेशन में एसटीएफ और पंजाब पुलिस ने 23 दिसंबर 2024 को पीलीभीत में मार गिराया था। गुरदासपुर पुलिस चौकी पर हमले के लिए रवि को लाजर मसीह ने असलहे उपलब्ध कराए थे। एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पीलीभीत के अलावा उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर और पंजाब में यह गिरोह सक्रिय रहा है। विदेशों से हो रही फंडिंग, कई देशों के संपर्क में था
अमिताभ यश का कहना है कि इसके लिए विदेशों से भी फंडिंग हो रही है। लाजर मसीह के पास से जो नंबर मिले हैं उसमें से ज्यादातर देश के बाहर के हैं। अमेरिका, जर्मनी, कनाडा, पुर्तगाल और कतर में उसके संपर्क रहे हैं। यहीं से उसे भारत में खालिस्तानी मूवमेंट को बढ़ाने और कुंभ में वारदात को अंजाम देने के लिए फंडिंग भी की जा रही थी। लाजर ने जो खुलासे किए हैं, सुरक्षा एजेंसियां उससे हर कड़ी को जोड़ने की कोशिश कर रही हैं। —————— ये खबर भी पढ़ें… महाकुंभ में आतंकी हमले की साजिश का खुलासा:बब्बर खालसा का आतंकी लाजर मसीह गिरफ्तार, होल्डिंग एरिया में विस्फोट की थी योजना यूपी एसटीएफ ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के एक खतरनाक आतंकवादी लाजर मसीह को गिरफ्तार किया है। कौशांबी जिला जेल में पूछताछ के दौरान आतंकी ने कई अहम खुलासे किए हैं। आतंकी ने बताया कि वह महाकुंभ मेले में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से उसे विस्फोटक और हथगोले मिले थे। कोखराज के अलीपुर गांव के जंगल में बनी गुफा से पकड़े गए आतंकी के पास से पुलिस ने विस्फोटक सामग्री बरामद की है। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
आतंकी लाजर ISI के संपर्क में था:पाकिस्तान से आने वाले ड्रग्स-हथियार मैनेज करता था, महाकुंभ के पास 45 दिन छुपा रहा
