करनाल के नए बस स्टैंड पर दुकानों और पार्किंग की नीलामी के लिए फॉर्म भरने पहुंचे लोगों ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि नीलामी प्रक्रिया को बिना किसी आधिकारिक सूचना के अचानक रोक दिया गया, जिससे लोगों में नाराजगी देखी गई। फॉर्म भरने के लिए सुबह से इंतजार कर रहे लोगों को कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। जब मौके पर मीडिया कर्मी पहुंचे तो फॉर्म बंटाने शुरू हो गए। सीएम हाउस से फोन आने की चर्चा फॉर्म लेने आए लोगों का कहना है कि जब उन्होंने अधिकारियों से नीलामी प्रक्रिया रोकने का कारण पूछा, तो उन्हें बताया गया कि सीएम हाउस से फोन आया है, जिसके बाद बोली प्रक्रिया रोक दी गई। हालांकि, बस स्टैंड पर कहीं भी कोई आधिकारिक सूचना या इश्तिहार नहीं लगाया गया था, जिससे शक और भी गहरा गया। लोगों ने कहा कि अगर बोली को रोका गया है तो इसकी सही जानकारी सार्वजनिक रूप से दी जानी चाहिए थी, लेकिन अंदरखाते क्या चल रहा है, यह किसी को नहीं बताया जा रहा। सुबह से खड़े लोग फॉर्म के इंतजार में नीलामी की सूचना के लिए रमेश, कर्मबीर व सन्नी ने आरोप लगाया कि वे सुबह 10 बजे से फॉर्म लेने के लिए लाइन में लगे थे, लेकिन कोई फॉर्म नहीं दिया जा रहा था। जब इस बात को लेकर अधिकारियों से सवाल किए गए, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। हालांकि, जैसे ही मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे, तो अधिकारियों का रवैया बदल गया और उन्होंने कहा कि नीलामी प्रक्रिया में कोई अड़चन नहीं है और फॉर्म दिए जा रहे हैं। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि जब फॉर्म भर भी लिए जाएंगे, तो आगे की प्रक्रिया किस तरह होगी, इस पर भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। लोगों ने की पारदर्शिता की मांग, प्रशासन से जवाब की उम्मीद इस पूरे घटनाक्रम के बाद लोगों ने प्रशासन से मांग की कि नीलामी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से पूरा किया जाए और अगर किसी कारण से बोली को रोका गया, तो इसकी स्पष्ट सूचना सार्वजनिक रूप से जारी की जाए। करनाल के नए बस स्टैंड पर दुकानों और पार्किंग की नीलामी के लिए फॉर्म भरने पहुंचे लोगों ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि नीलामी प्रक्रिया को बिना किसी आधिकारिक सूचना के अचानक रोक दिया गया, जिससे लोगों में नाराजगी देखी गई। फॉर्म भरने के लिए सुबह से इंतजार कर रहे लोगों को कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। जब मौके पर मीडिया कर्मी पहुंचे तो फॉर्म बंटाने शुरू हो गए। सीएम हाउस से फोन आने की चर्चा फॉर्म लेने आए लोगों का कहना है कि जब उन्होंने अधिकारियों से नीलामी प्रक्रिया रोकने का कारण पूछा, तो उन्हें बताया गया कि सीएम हाउस से फोन आया है, जिसके बाद बोली प्रक्रिया रोक दी गई। हालांकि, बस स्टैंड पर कहीं भी कोई आधिकारिक सूचना या इश्तिहार नहीं लगाया गया था, जिससे शक और भी गहरा गया। लोगों ने कहा कि अगर बोली को रोका गया है तो इसकी सही जानकारी सार्वजनिक रूप से दी जानी चाहिए थी, लेकिन अंदरखाते क्या चल रहा है, यह किसी को नहीं बताया जा रहा। सुबह से खड़े लोग फॉर्म के इंतजार में नीलामी की सूचना के लिए रमेश, कर्मबीर व सन्नी ने आरोप लगाया कि वे सुबह 10 बजे से फॉर्म लेने के लिए लाइन में लगे थे, लेकिन कोई फॉर्म नहीं दिया जा रहा था। जब इस बात को लेकर अधिकारियों से सवाल किए गए, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। हालांकि, जैसे ही मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे, तो अधिकारियों का रवैया बदल गया और उन्होंने कहा कि नीलामी प्रक्रिया में कोई अड़चन नहीं है और फॉर्म दिए जा रहे हैं। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि जब फॉर्म भर भी लिए जाएंगे, तो आगे की प्रक्रिया किस तरह होगी, इस पर भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। लोगों ने की पारदर्शिता की मांग, प्रशासन से जवाब की उम्मीद इस पूरे घटनाक्रम के बाद लोगों ने प्रशासन से मांग की कि नीलामी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से पूरा किया जाए और अगर किसी कारण से बोली को रोका गया, तो इसकी स्पष्ट सूचना सार्वजनिक रूप से जारी की जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
