संभल में भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की 10 मार्च को पेट में इंजेक्शन देकर हत्या कर दी गई थी। हत्या सपा नेता और जुनावई के ब्लॉक प्रमुख रवि यादव और उसके पिता महेश यादव ने कराई थी। इसके लिए उन्होंने 5 लाख की सुपारी दी थी। मंगलवार को संभल एसपी कृष्ण बिश्नोई ने वारदात का खुलासा किया। इस मामले में महेश यादव, रवि यादव, मुकेश यादव, विकास यादव, रामनिवास उर्फ नारद, सुधीर उर्फ पप्पू को गिरफ्तार किया गया है। महेश यादव महरौली गांव के प्रधान है। उसने बताया- ब्लॉक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव से बचने और बीते दिनों हुए एमएलसी चुनाव के झगड़े का बदला लेने के लिए गुलफाम की हत्या कराई थी। पढ़िए, आरोपी मुकेश यादव ने जो कुछ बताया… महेश यादव की गुलफाम सिंह यादव से चुनाव को लेकर रंजिश थी। इसलिए वह गुलफाम को रास्ते से हटाना चाहता था। 19 नवंबर, 2024 को महेश यादव बरेली केंद्रीय कारागार में सजा काट रहे धर्मवीर उर्फ धम्मा से मिला। धर्मवीर की जमानत और अपील का पूरा खर्च उठाकर उसकी मदद की। महेश यादव ने जमानत पर कुल 35 हजार रुपए खर्च किए। महेश ने इस अहसान के बदले धर्मवीर से गुलफाम सिंह की हत्या करवाने का सौदा किया। इंजेक्शन से हत्या करने की बनाई योजना
धर्मवीर के जेल से बाहर आने के बाद महेश ने उसका एक ट्रैक्टर भी 1 लाख रुपए देकर छुड़वाया। गुलफाम की हत्या की साजिश रचते हुए महेश यादव ने धर्मवीर से कहा था- हत्या इस तरह से होनी चाहिए कि वह सामान्य मौत लगे। इसलिए नेमपाल, महेश और धर्मवीर ने इंजेक्शन से गुलफाम सिंह की हत्या करने की साजिश रची। घटना के बाद आरोपी बाइक से भाग गए थे
गुलफाम की हत्या में इस्तेमाल किया गया जहरीला इंजेक्शन नेमपाल ही लाया था। नेमपाल को इस तरह के इंजेक्शन के बारे में उसके एक साथी विकास यादव ने बताया था। विकास ने ही नेमपाल को रामनिवास उर्फ नारद से मिलवाया था, जो इस तरह की दवा रखता है। घटना के दिन धर्मवीर मौके पर पहले से मौजूद था। मुकेश और नेमपाल सफेद रंग की अपाचे बाइक से गुलफाम के पास आया था। इसके बाद घेर के अंदर जाकर भाजपा नेता गुलफाम को इंजेक्शन लगा दिया था। इस दौरान मुकेश घेर के बाहर निगरानी कर रहा था। भाजपा नेता को इंजेक्शन लगाने के तुरंत बाद तीनों वहां से बाइक से भाग गए थे। हत्याकांड में कुल 8 आरोपी शामिल
SP कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया- इस हत्याकांड में कुल 8 आरोपी शामिल थे। इनमें से 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें ब्लॉक प्रमुख रवि यादव, उसका पिता महेश यादव, मुकेश यादव, विकास यादव, रामनिवास उर्फ नारद और कासगंज जिले के सोरों के नगर पंचायत अध्यक्ष पति सुधीर कुमार उर्फ पप्पू यादव शामिल है। सुधीर कुमार ने रवि यादव और महेश यादव को 14 दिनों तक शरण दी। इन्हें पुलिस ने जुनावई के पास से गिरफ्तार किया। हत्या के मुख्य आरोपियों में हिस्ट्रीशीटर धर्मवीर और नेमपाल अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश के लिए पुलिस दबिश दे रही है। अब जानिए पूरा मामला…
संभल शहर से 48 किमी दूर गुन्नौर तहसील के गांव दबथरा श्याम में 10 मार्च को भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की हत्या हो गई थी। दोपहर में बाइक सवार 3 युवक मेहमान बनकर उनके घर पहुंचे। उनसे बातचीत की। इस दौरान एक युवक ने अचानक उनके पेट में जहरीला इंजेक्शन लगा दिया और फिर बाइक से भाग गए थे। गुलफाम सिंह मौके गिरकर तड़पने लगे। उनकी आवाज सुनकर गांव और घर वाले मौके पर पहुंचे। उनको अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। भाजपा नेता की पत्नी प्रधान, बेटा पूर्व ब्लॉक प्रमुख
गुलफाम सिंह यादव अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य रह चुके थे। विधानसभा चुनाव- 2022 में संभल विधानसभा के प्रभारी थे। लोकसभा चुनाव में भी प्रभारी रह चुके थे। दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री भी रह चुके थे। पत्नी जावित्री लगातार 3 बार से गांव की प्रधान हैं। उनके 8 बच्चे हैं। इनमें 2 बेटे और 6 बेटियां हैं। सभी बेटियों की शादी हो गई है। दो बेटे दिव्य प्रकाश यादव और विकास यादव हैं। छोटे बेटे विकास की शादी हो गई है। वह घर पर रहकर खेती करता है। वहीं बड़े बेटे ने शादी नहीं की है। वह राजनीति करता है। दिव्य प्रकाश जुनावई ब्लॉक प्रमुख रह चुका है। 2004 के उपचुनाव में मुलायम सिंह से हार गए थे गुलफाम
संभल जिले में 4 विधानसभा सीटें हैं- गुन्नौर, असमोली, संभल और चंदौसी (अनुसूचित जाति)। गुन्नौर विधानसभा सीट यादव बहुल है। 2004 में इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए। तब सपा के कद्दावर नेता शफीकुर्रहमान बर्क ने जातीय समीकरण साधते हुए यहां से मुलायम सिंह यादव से चुनाव लड़ने की अपील की। मुलायम सिंह यादव यहां से मैदान में उतरे। उनके सामने भाजपा के गुलफाम सिंह यादव और बसपा के आरिफ अली थे। उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव को कुल 91.77% यानी 1 लाख 95 हजार 213 वोट मिले। गुलफाम सिंह यादव को मात्र 6 हजार 941 वोट मिले। दूसरे नंबर पर बसपा के आरिफ अली रहे थे, जिन्हें 11 हजार 314 वोट मिले थे। 2007 में भी लड़े चुनाव, लेकिन हार गए
गुलफाम सिंह यादव ने गुन्नौर विधानसभा सीट से 2007 में भी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन चुनाव में उन्हें मात्र 3 हजार 200 वोट मिले और वह चौथे नंबर पर रहे। ———————— ये भी खबर पढ़ें… संभल सांसद बर्क के घर पुलिस पहुंची, नोटिस देने के लिए कोई मिला नहीं; हिंसा को लेकर करनी है पूछताछ
संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मंगलवार को सांसद के घर SIT टीम नोटिस देने पहुंची। हालांकि नोटिस तामील नहीं कराया जा सका, क्योंकि सांसद के घर पर कोई भी जिम्मेदार मौजूद नहीं था। पढे़ं पूरी खबर… संभल में भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की 10 मार्च को पेट में इंजेक्शन देकर हत्या कर दी गई थी। हत्या सपा नेता और जुनावई के ब्लॉक प्रमुख रवि यादव और उसके पिता महेश यादव ने कराई थी। इसके लिए उन्होंने 5 लाख की सुपारी दी थी। मंगलवार को संभल एसपी कृष्ण बिश्नोई ने वारदात का खुलासा किया। इस मामले में महेश यादव, रवि यादव, मुकेश यादव, विकास यादव, रामनिवास उर्फ नारद, सुधीर उर्फ पप्पू को गिरफ्तार किया गया है। महेश यादव महरौली गांव के प्रधान है। उसने बताया- ब्लॉक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव से बचने और बीते दिनों हुए एमएलसी चुनाव के झगड़े का बदला लेने के लिए गुलफाम की हत्या कराई थी। पढ़िए, आरोपी मुकेश यादव ने जो कुछ बताया… महेश यादव की गुलफाम सिंह यादव से चुनाव को लेकर रंजिश थी। इसलिए वह गुलफाम को रास्ते से हटाना चाहता था। 19 नवंबर, 2024 को महेश यादव बरेली केंद्रीय कारागार में सजा काट रहे धर्मवीर उर्फ धम्मा से मिला। धर्मवीर की जमानत और अपील का पूरा खर्च उठाकर उसकी मदद की। महेश यादव ने जमानत पर कुल 35 हजार रुपए खर्च किए। महेश ने इस अहसान के बदले धर्मवीर से गुलफाम सिंह की हत्या करवाने का सौदा किया। इंजेक्शन से हत्या करने की बनाई योजना
धर्मवीर के जेल से बाहर आने के बाद महेश ने उसका एक ट्रैक्टर भी 1 लाख रुपए देकर छुड़वाया। गुलफाम की हत्या की साजिश रचते हुए महेश यादव ने धर्मवीर से कहा था- हत्या इस तरह से होनी चाहिए कि वह सामान्य मौत लगे। इसलिए नेमपाल, महेश और धर्मवीर ने इंजेक्शन से गुलफाम सिंह की हत्या करने की साजिश रची। घटना के बाद आरोपी बाइक से भाग गए थे
गुलफाम की हत्या में इस्तेमाल किया गया जहरीला इंजेक्शन नेमपाल ही लाया था। नेमपाल को इस तरह के इंजेक्शन के बारे में उसके एक साथी विकास यादव ने बताया था। विकास ने ही नेमपाल को रामनिवास उर्फ नारद से मिलवाया था, जो इस तरह की दवा रखता है। घटना के दिन धर्मवीर मौके पर पहले से मौजूद था। मुकेश और नेमपाल सफेद रंग की अपाचे बाइक से गुलफाम के पास आया था। इसके बाद घेर के अंदर जाकर भाजपा नेता गुलफाम को इंजेक्शन लगा दिया था। इस दौरान मुकेश घेर के बाहर निगरानी कर रहा था। भाजपा नेता को इंजेक्शन लगाने के तुरंत बाद तीनों वहां से बाइक से भाग गए थे। हत्याकांड में कुल 8 आरोपी शामिल
SP कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया- इस हत्याकांड में कुल 8 आरोपी शामिल थे। इनमें से 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें ब्लॉक प्रमुख रवि यादव, उसका पिता महेश यादव, मुकेश यादव, विकास यादव, रामनिवास उर्फ नारद और कासगंज जिले के सोरों के नगर पंचायत अध्यक्ष पति सुधीर कुमार उर्फ पप्पू यादव शामिल है। सुधीर कुमार ने रवि यादव और महेश यादव को 14 दिनों तक शरण दी। इन्हें पुलिस ने जुनावई के पास से गिरफ्तार किया। हत्या के मुख्य आरोपियों में हिस्ट्रीशीटर धर्मवीर और नेमपाल अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश के लिए पुलिस दबिश दे रही है। अब जानिए पूरा मामला…
संभल शहर से 48 किमी दूर गुन्नौर तहसील के गांव दबथरा श्याम में 10 मार्च को भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की हत्या हो गई थी। दोपहर में बाइक सवार 3 युवक मेहमान बनकर उनके घर पहुंचे। उनसे बातचीत की। इस दौरान एक युवक ने अचानक उनके पेट में जहरीला इंजेक्शन लगा दिया और फिर बाइक से भाग गए थे। गुलफाम सिंह मौके गिरकर तड़पने लगे। उनकी आवाज सुनकर गांव और घर वाले मौके पर पहुंचे। उनको अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। भाजपा नेता की पत्नी प्रधान, बेटा पूर्व ब्लॉक प्रमुख
गुलफाम सिंह यादव अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य रह चुके थे। विधानसभा चुनाव- 2022 में संभल विधानसभा के प्रभारी थे। लोकसभा चुनाव में भी प्रभारी रह चुके थे। दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री भी रह चुके थे। पत्नी जावित्री लगातार 3 बार से गांव की प्रधान हैं। उनके 8 बच्चे हैं। इनमें 2 बेटे और 6 बेटियां हैं। सभी बेटियों की शादी हो गई है। दो बेटे दिव्य प्रकाश यादव और विकास यादव हैं। छोटे बेटे विकास की शादी हो गई है। वह घर पर रहकर खेती करता है। वहीं बड़े बेटे ने शादी नहीं की है। वह राजनीति करता है। दिव्य प्रकाश जुनावई ब्लॉक प्रमुख रह चुका है। 2004 के उपचुनाव में मुलायम सिंह से हार गए थे गुलफाम
संभल जिले में 4 विधानसभा सीटें हैं- गुन्नौर, असमोली, संभल और चंदौसी (अनुसूचित जाति)। गुन्नौर विधानसभा सीट यादव बहुल है। 2004 में इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए। तब सपा के कद्दावर नेता शफीकुर्रहमान बर्क ने जातीय समीकरण साधते हुए यहां से मुलायम सिंह यादव से चुनाव लड़ने की अपील की। मुलायम सिंह यादव यहां से मैदान में उतरे। उनके सामने भाजपा के गुलफाम सिंह यादव और बसपा के आरिफ अली थे। उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव को कुल 91.77% यानी 1 लाख 95 हजार 213 वोट मिले। गुलफाम सिंह यादव को मात्र 6 हजार 941 वोट मिले। दूसरे नंबर पर बसपा के आरिफ अली रहे थे, जिन्हें 11 हजार 314 वोट मिले थे। 2007 में भी लड़े चुनाव, लेकिन हार गए
गुलफाम सिंह यादव ने गुन्नौर विधानसभा सीट से 2007 में भी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन चुनाव में उन्हें मात्र 3 हजार 200 वोट मिले और वह चौथे नंबर पर रहे। ———————— ये भी खबर पढ़ें… संभल सांसद बर्क के घर पुलिस पहुंची, नोटिस देने के लिए कोई मिला नहीं; हिंसा को लेकर करनी है पूछताछ
संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मंगलवार को सांसद के घर SIT टीम नोटिस देने पहुंची। हालांकि नोटिस तामील नहीं कराया जा सका, क्योंकि सांसद के घर पर कोई भी जिम्मेदार मौजूद नहीं था। पढे़ं पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
भाजपा नेता की हत्या सपा ब्लॉक प्रमुख ने कराई:संभल में बाप-बेटे ने 5 लाख की सुपारी दी; जहरीला इंजेक्शन लगाकर मर्डर किया
