जालंधर में थाने के अंदर चोरी के आरोपी से बुरी तरह मारपीट करने के मामला सामने आया है। जांच अधिकारी पर कोर्ट ने एक्शन लिया है। कोर्ट ने केस के जांच अधिकारी थाना डिवीजन नंबर-3 में तैनात एएसआई सतपाल सिंह के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उन्हीं के थाने में सतपाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 330 और 166-ए के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। ये केस पुलिस ने शनिवार को देर शाम दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार मामले में पुलिस के उच्च अधिकारी जांच कर रहे हैं, जिसके बाद पुलिस केस की जांच आगे बढ़ाएगी। केस के जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार हैं। पुलिस कस्टडी में हुई थी पारस के साथ मारपीट कोर्ट के आदेशों पर दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है कि 29 अप्रैल को थाना डिवीजन नंबर-3 की पुलिस ने आईपीसी की धारा 380 और 457 के तहत केस नंबर 48 दर्ज किया था। केस में पुलिस ने आरोपी पाए गए पारस उर्फ भीची को गिरफ्तार किया था। उक्त केस में एएसआई सतपाल जांच अधिकारी थे। एएसआई सतपाल ने उक्त आरोपी को 14 मई को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसके साथ पुलिस कस्टडी में जमकर मारपीट की गई। पारस के साथ हुई मारपीट के बाद उसका परिवार कोर्ट गया तो कोर्ट में पारस के बयान दर्ज हुए। सभी तथ्यों को देखते हुए पुलिस ने एएसआई सतपाल पर केस दर्ज करने के आदेश दिए थे। फिलहाल केस में एएसआई सतपाल की गिरफ्तारी बाकी है। भैरों बाजार में दुकान का ताला तोड़ चोरी करने का था आरोप मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने पारस को भैरों बाजार में स्थित दुकान के अंदर से करीब दस लाख रुपए का सामान चोरी करने के आरोप लगाए थे। जिसमें पीड़ित अरुण कुमार ने कहा था कि वह रोजाना की तरीह 27 अप्रैल को रात दुकान बंद कर चले गए थे। 29 अप्रैल को जब वह अपनी दुकान पर पहुंचे तो देखा कि दुकान का सारा सामान बिखरा हुआ था और दुकान के अंदर पड़ी करीब 10 लाख रुपए एक हफ्ते की सेल गायब थी। जिसके बाद पीड़ितों ने मामले की शिकायत की तो जांच के बाद थाना-3 की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था।इ जालंधर में थाने के अंदर चोरी के आरोपी से बुरी तरह मारपीट करने के मामला सामने आया है। जांच अधिकारी पर कोर्ट ने एक्शन लिया है। कोर्ट ने केस के जांच अधिकारी थाना डिवीजन नंबर-3 में तैनात एएसआई सतपाल सिंह के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उन्हीं के थाने में सतपाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 330 और 166-ए के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। ये केस पुलिस ने शनिवार को देर शाम दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार मामले में पुलिस के उच्च अधिकारी जांच कर रहे हैं, जिसके बाद पुलिस केस की जांच आगे बढ़ाएगी। केस के जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार हैं। पुलिस कस्टडी में हुई थी पारस के साथ मारपीट कोर्ट के आदेशों पर दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है कि 29 अप्रैल को थाना डिवीजन नंबर-3 की पुलिस ने आईपीसी की धारा 380 और 457 के तहत केस नंबर 48 दर्ज किया था। केस में पुलिस ने आरोपी पाए गए पारस उर्फ भीची को गिरफ्तार किया था। उक्त केस में एएसआई सतपाल जांच अधिकारी थे। एएसआई सतपाल ने उक्त आरोपी को 14 मई को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसके साथ पुलिस कस्टडी में जमकर मारपीट की गई। पारस के साथ हुई मारपीट के बाद उसका परिवार कोर्ट गया तो कोर्ट में पारस के बयान दर्ज हुए। सभी तथ्यों को देखते हुए पुलिस ने एएसआई सतपाल पर केस दर्ज करने के आदेश दिए थे। फिलहाल केस में एएसआई सतपाल की गिरफ्तारी बाकी है। भैरों बाजार में दुकान का ताला तोड़ चोरी करने का था आरोप मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने पारस को भैरों बाजार में स्थित दुकान के अंदर से करीब दस लाख रुपए का सामान चोरी करने के आरोप लगाए थे। जिसमें पीड़ित अरुण कुमार ने कहा था कि वह रोजाना की तरीह 27 अप्रैल को रात दुकान बंद कर चले गए थे। 29 अप्रैल को जब वह अपनी दुकान पर पहुंचे तो देखा कि दुकान का सारा सामान बिखरा हुआ था और दुकान के अंदर पड़ी करीब 10 लाख रुपए एक हफ्ते की सेल गायब थी। जिसके बाद पीड़ितों ने मामले की शिकायत की तो जांच के बाद थाना-3 की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था।इ पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में पंजाब के MLA पर केस दर्ज:APP विधायक कुलवंत सिंह पर 150 करोड़ की ठगी में फंसे; MGF बिल्डर ने कराया मुकदमा
हरियाणा में पंजाब के MLA पर केस दर्ज:APP विधायक कुलवंत सिंह पर 150 करोड़ की ठगी में फंसे; MGF बिल्डर ने कराया मुकदमा हरियाणा के गुरुग्राम में पंजाब की एसएएस नगर सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के MLA कुलवंत सिंह व उनकी कंपनी मेसर्स जनता लैंड प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड (जेएलपीपीएल) के खिलाफ DLF फेस-2 थाना में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। ये केस एमजीएफ बिल्डर की तरफ से दर्ज कराया गया है। दोनों कंपनियों के बीच वर्ष 2018 में समझौते हुआ था। एमजीएफ के प्रतिनिधि के अनुसार, आप विधायक कुलवंत सिंह व उसकी कंपनी ने समझौते की शर्तों का उल्लंघन कर उनकी कंपनी को बेईमानी कर धोखा दिया है। इस संबंध में कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया गया है। पंजाब के मोहाली में 100 एकड़ से अधिक जमीन पर दोनों बिल्डर कंपनी ने प्रोजेक्ट लांच कर 2018 में समझौता किया था। जिसके तहत पंजाब के आप विधायक कुलवंत सिंह व उनकी कंपनी को एमजीएफ कंपनी को 180 करोड़ रुपए देने थे। आरोप है कि विधायक व उनकी कंपनी ने करीब 156 करोड़ से अधिक की राशि अब तक नहीं दी। इस केस की जांच आर्थिक अपराध शाखा की टीम कर रही है। एमजीएफ कंपनी व विधायक कुलवंत सिंह की कंपनी मेसर्स जेएलपीपीएल के बीच मेगा रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट सेक्टर-94, मोहाली की संपत्तियों के विकास, बिक्री व विपणन से संबंधित 31 अक्टूबर 2018 को हुए समझौते की शर्तों का उल्लंघन कर शिकायतकर्ता एमजीएफ कंपनी को बेईमानी कर धोखा दिया है। अब यह स्पष्ट है कि आरोपियों का 31 अक्टूबर 2018 के समझौते में निर्धारित शर्तों का उल्लंघन कर शिकायतकर्ता की संपत्ति हड़पने का इरादा था। दूसरी तरफ बेईमान इरादे से वादा किए गए भुगतान करने से बचते रहे। आरोप है कि इस धोखाधड़ी से शिकायतकर्ता को 500 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। दोनों कंपनियों ने ये किया था समझौता एमार एमजीएफ लैंड लिमिटेड व इसकी भूमि स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों ने कहा कि वे सेक्टर 90, 94, मोहाली मास्टर प्लान में आने वाली राजस्व संपदा में स्थित 60.89 एकड़ भूमि के मालिक हैं। ए-4 मेसर्स जनता लैंड प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड ने कहा कि वह सेक्टर 90, 94, एसएएस नगर, मोहाली, पंजाब में 57.53 एकड़ भूमि का मालिक है। दोनों पक्ष संयुक्त रूप से और तेजी से विकास कार्य पूरा करेंगे जिससे प्रोजेक्ट की जमीन पर आवासीय कॉलोनी विकसित की जा सके। जेएलपीपीएल और एमार एमजीएफ परियोजना में बिक्री से होने वाली आय/आय को साझा करने के हकदार होंगे। इसके अलावा सहमति हुई कि दोनों पक्षों को परियोजना के विकास में हुए खर्चों को घटाने के बाद सर्वोत्तम बाजार मूल्य पर अपने संबंधित शेयर बेचने का समान अधिकार होगा।
चार विधानसभा सीटों पर आज होगा उप चुनाव का ऐलान:निर्वाचन आयोग ने बुलाई प्रेस कांफ्रेंस, सभी पार्टियां शुरू कर चुकी हैं तैयारियां
चार विधानसभा सीटों पर आज होगा उप चुनाव का ऐलान:निर्वाचन आयोग ने बुलाई प्रेस कांफ्रेंस, सभी पार्टियां शुरू कर चुकी हैं तैयारियां पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर आज (मंगलवार) उपचुनाव का ऐलान हो सकता है। क्योंकि निर्वाचन आयोग की तरफ से महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव संबंधी ऐलान करने के लिए दोपहर में प्रेस काफ्रेंस बुलाई गई है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि बरनाला, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और गिद्दड़बाहा के चुनाव का ऐलान भी इस दौरान होगा। चुनाव नवंबर अंत या दिसंबर के पहले हफ्ते में होने की उम्मीद जताई जा रही है। चार सीटों के विधायक चुने गए हैं सांसद जिन चारों सीटों पर उपचुनाव होने हैं। वहां के विधायक अब सांसद बन गए गए हैं। वहीं, उन्होंने विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया है। बरनाला के विधायक रहे गुरमीत सिंह अब संगरूर से सांसद हैं, जबकि गिदड़बाहा के के पूर्व विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग लुधियाना के सांसद, राजकुमार कुमार चब्बेवाल होशियारपुर और डेरा बाबा नानक के विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा गुरदासपुर के सांसद बन गए है। उम्मीद है कि आने वाले दो तीन दिनों में इन हलकों में चुनावी माहौल गर्मा जाएगा।
पंजाब में आज CM से मिलेंगे किसान नेता:धान खरीद को लेकर चंडीगढ़ में किया था प्रदर्शन, मुख्यमंत्री आवास घेरने की दी थी चेतावनी
पंजाब में आज CM से मिलेंगे किसान नेता:धान खरीद को लेकर चंडीगढ़ में किया था प्रदर्शन, मुख्यमंत्री आवास घेरने की दी थी चेतावनी पंजाब में धान की खरीद सही तरीके से न होने के विरोध में कल यानी शुक्रवार को किसानों ने चंडीगढ़ में सीएम हाउस घेरने की कोशिश की थी। बड़ी संख्या में किसान सेक्टर-35 किसान भवन पहुंचे थे। इसके बाद पुलिस ने किसान भवन के गेट बंद कर दिए। लेकिन आज प्रदर्शनकारी किसानों की पंजाब के सीएम सरदार भगवंत सिंह मान के साथ बैठक होगी। कुछ दिन पहले किसानों की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा और आढ़ती एसोसिएशन के बैनर तले चंडीगढ़ में बैठक हुई थी। इस बैठक में संघर्ष की रणनीति बनाई गई थी। उन्होंने ऐलान किया था कि अगर मंडियों में धान की खरीद नहीं हुई तो वे चंडीगढ़ में सीएम आवास घेरेंगे। इसी फैसले के तहत शुक्रवार को किसान चंडीगढ़ आ रहे थे। हिरासत में लेने से भड़के किसान कई जगहों पर पंजाब पुलिस ने उन्हें रोका भी था। इसके अलावा चंडीगढ़ पुलिस ने कुछ किसान नेताओं को हिरासत में भी लिया था। जिससे किसान नेता और भड़क गए। लेकिन मंडियों में किसानों को परेशानी हो रही है। फसलों के ढेर लगे हुए हैं। ऐसे में उन्हें यह रास्ता चुनना पड़ा है। सरकार ने सुबह दिया था मीटिंग का न्योता पंजाब सरकार ने भी शुक्रवार को सुबह से कोशिशें शुरू कर दी थी कि किसानों के संघर्ष को टाला जाए। इसके लिए सरकार की तरफ से किसानों की सीएम भगवंत मान से कल शाम पांच बजे की मीटिंग करवाने का फैसला लिया गया था। क्योंकि सीएम आज दिल्ली गए हुए हैं। क्योंकि उन्होंने पंजाब के टीचरों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड वहां से रवाना करना था।। लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़ गए हैं।