<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi IPL betting Gang Held:</strong> IPL 2025 का रोमांच टीवी स्क्रीन पर चल रहा था, लेकिन दिल्ली के पहाड़गंज की एक तंग गली में रात होते ही शुरू होता था ‘सट्टेबाज़ी का सुपर ओवर’. करोड़ों के दांव लगाए जा रहे थे – खिलाड़ी मैदान पर खेल रहे थे और ये सट्टेबाज़ मोबाइल और लैपटॉप पर जुए की बाज़ी. लेकिन दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की आईएससी यूनिट ने इस हाईटेक सट्टेबाज़ी रैकेट को उसी वक्त ध्वस्त कर दिया, जब ये गिरोह IPL मैच पर ‘बड़ा दांव’ लगा रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छापे में खुली करोड़ों की सट्टेबाज़ी की पोल</strong><br />6 अप्रैल की रात, इंस्पेक्टर महीपाल के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने पहाड़गंज की लक्ष्मी नारायण स्ट्रीट पर एक फ्लैट पर छापा मारा. सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटंस के बीच चल रहे T-20 मैच पर आरोपी लाइव सट्टा लगा रहे थे. पुलिस ने मौके से 1 लैपटॉप, 1 टैबलेट, 5 सट्टेबाज़ी में इस्तेमाल हो रहे मोबाइल फोन, कई नोटबुक और पेन बरामद किए. इसके अलावा आरोपियों के 10 निजी मोबाइल भी जब्त किए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘बेटिंग असिस्टेंट’ ऐप से चल रहा था खेल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं. आरोपी ऑफलाइन सट्टेबाज़ी का नेटवर्क चला रहे थे, जिसमें ‘Betting Assistant i-book’ ऐप और नोटबुक की मदद से खिलाड़ियों की एंट्री की जाती थी. भाव (रेट) पूछकर खिलाड़ी फोन पर सट्टा लगाते थे और रिकॉर्ड वहीं दर्ज होता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मास्टरमाइंड और उसकी टीम का खुलासा</strong><br />इस गिरोह का सरगना है विजय जो 12वीं पास है और लंबे समय से सट्टेबाज़ी का नेटवर्क चला रहा था. मोहित जिस मकान में यह सट्टा चल रहा था, उसका मालिक है और मुनाफे का 20% लेता था. बाकी आरोपी कुशाग्र, गगन, भरत और पुलकित विभिन्न भूमिकाओं में इस गैरकानूनी धंधे से जुड़े थे. कोई कॉल रिसीव करता था, तो कोई पैसे की डिलीवरी करता था. पुलकित बी.कॉम ग्रेजुएट है, और कॉल रिसीवर के तौर पर काम कर रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्राइम ब्रांच को मिले और भी बड़े लिंक के संकेत</strong><br />FIR नंबर 83/2025 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस को शक है कि यह गिरोह किसी बड़े अंतरराज्य सट्टा सिंडिकेट का हिस्सा है. फिलहाल जांच जारी है और पुलिस अन्य ठिकानों की भी निगरानी कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/AJegbg1GzI4?si=-tR5CTXPHJ_3EPvk” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi IPL betting Gang Held:</strong> IPL 2025 का रोमांच टीवी स्क्रीन पर चल रहा था, लेकिन दिल्ली के पहाड़गंज की एक तंग गली में रात होते ही शुरू होता था ‘सट्टेबाज़ी का सुपर ओवर’. करोड़ों के दांव लगाए जा रहे थे – खिलाड़ी मैदान पर खेल रहे थे और ये सट्टेबाज़ मोबाइल और लैपटॉप पर जुए की बाज़ी. लेकिन दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की आईएससी यूनिट ने इस हाईटेक सट्टेबाज़ी रैकेट को उसी वक्त ध्वस्त कर दिया, जब ये गिरोह IPL मैच पर ‘बड़ा दांव’ लगा रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छापे में खुली करोड़ों की सट्टेबाज़ी की पोल</strong><br />6 अप्रैल की रात, इंस्पेक्टर महीपाल के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने पहाड़गंज की लक्ष्मी नारायण स्ट्रीट पर एक फ्लैट पर छापा मारा. सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटंस के बीच चल रहे T-20 मैच पर आरोपी लाइव सट्टा लगा रहे थे. पुलिस ने मौके से 1 लैपटॉप, 1 टैबलेट, 5 सट्टेबाज़ी में इस्तेमाल हो रहे मोबाइल फोन, कई नोटबुक और पेन बरामद किए. इसके अलावा आरोपियों के 10 निजी मोबाइल भी जब्त किए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘बेटिंग असिस्टेंट’ ऐप से चल रहा था खेल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं. आरोपी ऑफलाइन सट्टेबाज़ी का नेटवर्क चला रहे थे, जिसमें ‘Betting Assistant i-book’ ऐप और नोटबुक की मदद से खिलाड़ियों की एंट्री की जाती थी. भाव (रेट) पूछकर खिलाड़ी फोन पर सट्टा लगाते थे और रिकॉर्ड वहीं दर्ज होता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मास्टरमाइंड और उसकी टीम का खुलासा</strong><br />इस गिरोह का सरगना है विजय जो 12वीं पास है और लंबे समय से सट्टेबाज़ी का नेटवर्क चला रहा था. मोहित जिस मकान में यह सट्टा चल रहा था, उसका मालिक है और मुनाफे का 20% लेता था. बाकी आरोपी कुशाग्र, गगन, भरत और पुलकित विभिन्न भूमिकाओं में इस गैरकानूनी धंधे से जुड़े थे. कोई कॉल रिसीव करता था, तो कोई पैसे की डिलीवरी करता था. पुलकित बी.कॉम ग्रेजुएट है, और कॉल रिसीवर के तौर पर काम कर रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्राइम ब्रांच को मिले और भी बड़े लिंक के संकेत</strong><br />FIR नंबर 83/2025 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस को शक है कि यह गिरोह किसी बड़े अंतरराज्य सट्टा सिंडिकेट का हिस्सा है. फिलहाल जांच जारी है और पुलिस अन्य ठिकानों की भी निगरानी कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/AJegbg1GzI4?si=-tR5CTXPHJ_3EPvk” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p> दिल्ली NCR ‘PM मोदी कोई साधारण मानव नहीं, अवतार हैं’, कंगना रनौत ने जमकर की तारीफ, कांग्रेस पर भड़कीं
Delhi: पहाड़गंज की तंग गली में चल रहा था IPL सट्टेबाजी का सुपर ओवर, पुलिस ने किया ‘कैच’
