फरीदाबाद में बच्चों से टॉयलेट में धुलवाए बर्तन:सीट के पास प्रेशर पाइप से धोते दिखे, DC बोले- जांच कराएंगे, दोषी नपेंगे

फरीदाबाद में बच्चों से टॉयलेट में धुलवाए बर्तन:सीट के पास प्रेशर पाइप से धोते दिखे, DC बोले- जांच कराएंगे, दोषी नपेंगे

हरियाणा के फरीदाबाद में बाल भवन में रह रहे निराश्रित बच्चों का टॉयलेट में बर्तन धोते हुए वीडियो सामने आया है। इसमें बच्चे टॉयलेट सीट के पास प्रेशर पाइप से खाना खाने वाली प्लेट धोते दिख रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद फरीदाबाद DC विक्रम सिंह ने मामले की जांच करने को लेकर आदेश जारी किए हैं। इस बाल भवन में बाल कल्याण समिति (CWC) द्वारा किसी भी प्रकार की हिंसा के शिकार, बाल मजदूरी से छुड़ाए गए और अनाथ बच्चों को रखा जाता है। वर्तमान में इस बाल भवन में 20 बच्चे रह रहे हैं। अब जानिए वीडियो में क्या है… टॉयलेट सीट के पास धो रहे खाना खाने वाली प्लेट
टॉयलेट में बर्तन धोते हुए बच्चों का ये वीडियो फरीदाबाद की एनआईटी में दौलत धर्मशाला के पास बने बाल भवन का है। करीब 12 सेकेंड के इस वीडियो में दो छोटे-छोटे बच्चे खाना खाने वाली प्लेट हाथ में लिए हुए दिखाई दे रहे हैं। पहले ब्लू टीशर्ट पहने एक बच्चा टॉयलेट सीट के प्रेशर पाइप से अपनी प्लेट धोता है। फिर सफेद टीशर्ट पहने दूसरा बच्चा उसी पाइप से अपनी प्लेट धोता है। कोई इन दोनों की वीडियो बना रहा है। इसके अलावा दोनों बच्चे आपस में बातचीत भी कर रहे हैं। अन्य बच्चों की आवाजें भी वहां से आ रही हैं। बच्चों से बर्तन धुलाना गलत, रखे जाते हैं कर्मचारी
दैनिक भास्कर ने जब इस बारे में एक बाल संरक्षण अधिकारी से बात की तो उन्होंने अपना नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि इस तरह से टॉयलेट में बच्चे बर्तन धो रहे हैं, यह पूरी तरह से गलत है। बाल भवन में बच्चों को उनके भविष्य सुधार के लिए लाया जाता है, ताकि यहां पर रहकर वह अच्छे से पढ़ाई कर सकें। बाल भवन में खाना बनाने से लेकर बर्तन साफ करने तक के लिए कर्मचारी रखे जाते हैं। इसके लिए उन्हें वेतन दिया जाता है। जनवरी का वीडियो, रिपोर्ट बनाकर भेजी गई हेडक्वार्टर
यह वीडियो जनवरी का बताया जा रहा है। मगर, अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में बाल भवन में बाल विकास अधिकारी पिंकी माहोर ने बताया कि इस वीडियो के सामने आने के बाद उन्होंने बाल संरक्षण विभाग हेडक्वार्टर और डीसी ऑफिस रिपोर्ट बनाकर भेज दी थी। इसके बाद 19 फरवरी को विभाग के हेडक्वार्टर से एक टीम आकर जांच करके गई थी। तब से ये मामला हेडक्वार्टर के उच्च अधिकारियों के अधीन है। DC बोले- मामले की जांच होगी
फरीदाबाद DC विक्रम सिंह ने कहा है कि उनको इस मामले के बारे में पहले जानकारी नहीं थी। इस मामले की पूरी जांच की जाएगी। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से रिपोर्ट की जानकारी लेकर वह मामले में संज्ञान लेंगे। हरियाणा के फरीदाबाद में बाल भवन में रह रहे निराश्रित बच्चों का टॉयलेट में बर्तन धोते हुए वीडियो सामने आया है। इसमें बच्चे टॉयलेट सीट के पास प्रेशर पाइप से खाना खाने वाली प्लेट धोते दिख रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद फरीदाबाद DC विक्रम सिंह ने मामले की जांच करने को लेकर आदेश जारी किए हैं। इस बाल भवन में बाल कल्याण समिति (CWC) द्वारा किसी भी प्रकार की हिंसा के शिकार, बाल मजदूरी से छुड़ाए गए और अनाथ बच्चों को रखा जाता है। वर्तमान में इस बाल भवन में 20 बच्चे रह रहे हैं। अब जानिए वीडियो में क्या है… टॉयलेट सीट के पास धो रहे खाना खाने वाली प्लेट
टॉयलेट में बर्तन धोते हुए बच्चों का ये वीडियो फरीदाबाद की एनआईटी में दौलत धर्मशाला के पास बने बाल भवन का है। करीब 12 सेकेंड के इस वीडियो में दो छोटे-छोटे बच्चे खाना खाने वाली प्लेट हाथ में लिए हुए दिखाई दे रहे हैं। पहले ब्लू टीशर्ट पहने एक बच्चा टॉयलेट सीट के प्रेशर पाइप से अपनी प्लेट धोता है। फिर सफेद टीशर्ट पहने दूसरा बच्चा उसी पाइप से अपनी प्लेट धोता है। कोई इन दोनों की वीडियो बना रहा है। इसके अलावा दोनों बच्चे आपस में बातचीत भी कर रहे हैं। अन्य बच्चों की आवाजें भी वहां से आ रही हैं। बच्चों से बर्तन धुलाना गलत, रखे जाते हैं कर्मचारी
दैनिक भास्कर ने जब इस बारे में एक बाल संरक्षण अधिकारी से बात की तो उन्होंने अपना नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि इस तरह से टॉयलेट में बच्चे बर्तन धो रहे हैं, यह पूरी तरह से गलत है। बाल भवन में बच्चों को उनके भविष्य सुधार के लिए लाया जाता है, ताकि यहां पर रहकर वह अच्छे से पढ़ाई कर सकें। बाल भवन में खाना बनाने से लेकर बर्तन साफ करने तक के लिए कर्मचारी रखे जाते हैं। इसके लिए उन्हें वेतन दिया जाता है। जनवरी का वीडियो, रिपोर्ट बनाकर भेजी गई हेडक्वार्टर
यह वीडियो जनवरी का बताया जा रहा है। मगर, अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में बाल भवन में बाल विकास अधिकारी पिंकी माहोर ने बताया कि इस वीडियो के सामने आने के बाद उन्होंने बाल संरक्षण विभाग हेडक्वार्टर और डीसी ऑफिस रिपोर्ट बनाकर भेज दी थी। इसके बाद 19 फरवरी को विभाग के हेडक्वार्टर से एक टीम आकर जांच करके गई थी। तब से ये मामला हेडक्वार्टर के उच्च अधिकारियों के अधीन है। DC बोले- मामले की जांच होगी
फरीदाबाद DC विक्रम सिंह ने कहा है कि उनको इस मामले के बारे में पहले जानकारी नहीं थी। इस मामले की पूरी जांच की जाएगी। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से रिपोर्ट की जानकारी लेकर वह मामले में संज्ञान लेंगे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर