बिहार के 4 जिलों में वज्रपात से 13 लोगों की मौत, मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान

बिहार के 4 जिलों में वज्रपात से 13 लोगों की मौत, मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान

<p style=”text-align: justify;”><strong>Patna News:</strong> बिहार के 4 जिलों में बुधवार को वज्रपात से 13 लोगों की मौत हो गई है. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मृतकों के आश्रितों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश दिया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>&nbsp;सीएम ने जताई गहरी शोक संवेदना</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल मंगलवार को वज्रपात से बेगूसराय में 05, दरभंगा में 04, मधुबनी में 03 एवं समस्तीपुर में 01 व्यक्ति की मौत हुआ है. इस घटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मर्माहत हैं और उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.&nbsp;सीएम ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने सभी मृतक के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के जरिए समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सबसे ज्यादा बेगूसराय में मौत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि उत्तर बिहार के समस्तीपुर, मधुबनी, बेगूसराय और दरभंगा जिलों के अलग-अलग इलाकों में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है. चार जिलों में बुधवार को बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. ये मौत सबसे ज्यादा मौतें बेगूसराय जिले में हुईं, जहां पांच लोगों की मौत हो गई. दरभंगा में बिजली गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई तो मधुबनी जिले में पिता-पुत्री समेत तीन लोगों की मौत हो गई है. समस्तीपुर में 1 व्यक्ति की मौत हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार में बिजली गिरने से ज़्यादा मौतों के कई कारण हैं, जिनमें जलवायु परिवर्तन, मानसून के दौरान नमी और बारिश के पैटर्न में बदलाव और ग्रामीण इलाकों में खेती के दौरान लोगों का खुले में रहना शामिल है. इस समय ज़्यादातर बिजली गिरने की घटनाएं दोपहर के समय होती हैं, जब लोग खेतों में काम कर रहे होते हैं. कई बार लोगों को बिजली गिरने से पहले चेतावनी नहीं मिलती, जिसकी वजह से वे सुरक्षित जगहों पर नहीं जा पाते.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Patna News:</strong> बिहार के 4 जिलों में बुधवार को वज्रपात से 13 लोगों की मौत हो गई है. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मृतकों के आश्रितों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश दिया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>&nbsp;सीएम ने जताई गहरी शोक संवेदना</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल मंगलवार को वज्रपात से बेगूसराय में 05, दरभंगा में 04, मधुबनी में 03 एवं समस्तीपुर में 01 व्यक्ति की मौत हुआ है. इस घटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मर्माहत हैं और उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.&nbsp;सीएम ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने सभी मृतक के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के जरिए समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सबसे ज्यादा बेगूसराय में मौत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि उत्तर बिहार के समस्तीपुर, मधुबनी, बेगूसराय और दरभंगा जिलों के अलग-अलग इलाकों में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है. चार जिलों में बुधवार को बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. ये मौत सबसे ज्यादा मौतें बेगूसराय जिले में हुईं, जहां पांच लोगों की मौत हो गई. दरभंगा में बिजली गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई तो मधुबनी जिले में पिता-पुत्री समेत तीन लोगों की मौत हो गई है. समस्तीपुर में 1 व्यक्ति की मौत हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार में बिजली गिरने से ज़्यादा मौतों के कई कारण हैं, जिनमें जलवायु परिवर्तन, मानसून के दौरान नमी और बारिश के पैटर्न में बदलाव और ग्रामीण इलाकों में खेती के दौरान लोगों का खुले में रहना शामिल है. इस समय ज़्यादातर बिजली गिरने की घटनाएं दोपहर के समय होती हैं, जब लोग खेतों में काम कर रहे होते हैं. कई बार लोगों को बिजली गिरने से पहले चेतावनी नहीं मिलती, जिसकी वजह से वे सुरक्षित जगहों पर नहीं जा पाते.&nbsp;</p>  बिहार मेधा पाटकर को साकेत कोर्ट से राहत, LG वीके सक्सेना के खिलाफ मानहानि मामले में आदेश