हरियाणा CM नायब सैनी के खिलाफ करनाल विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ने वाले कांग्रेस उम्मीदवार तरलोचन सिंह ने कांग्रेस में खलबली मचा दी है। मतदान के अगले ही दिन तरलोचन ने समर्थकों का धन्यवाद करते हुए कुछ नेताओं के पीठ में छूरा घोंपने की बात कह दी। तरलोचन ने यहां तक कहा कि इसके बारे में वह सभी नेताओं के नाम हाईकमान को लिखकर भेजेंगे। अगर कार्रवाई नहीं की गई तो फिर वे हाईकमान के दफ्तर के आगे धरने पर बैठ जाएंगे। बता दें कि तरलोचन सिंह पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के करीबी हैं। कांग्रेस की तरफ से उनकी टिकट अनाउंस होने से पहले ही हुड्डा ने उनका नामांकन तक भरवा दिया था। वहीं तरलोचन सिंह के इस दावे के बाद कांग्रेस में हुड्डा और SRK (कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला व किरण चौधरी) गुट के बाद हुड्डा ग्रुप के भीतर ही गुटबाजी शुरू हो गई है। तिरलोचन सिंह की सोशल मीडिया पोस्ट… तरलोचन सिंह की कही 3 अहम बातें… 1. फोन करके लोगों का कहा BJP को वोट देना
भास्कर से बातचीत में तरलोचन सिंह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस में कुछ नेता ऐसे भर्ती हो रखे है, जिन्होंने समर्थन में वोट मांगने की बजाय कांग्रेस के खिलाफ वोट करने के लिए कहा। इसके लिए फोन भी किया गया। वहां उन्हें कहा गया कि BJP को वोट दे देना। ऐसे में वे कांग्रेस के वफादार कैसे हो सकते हैं। हालांकि तरलोचन सिंह ने उन कांग्रेसियों के नामों का खुलासा करने से मना कर दिया, लेकिन इतना जरूर कहा है कि मैं नामों का भी खुलासा कर दूंगा, जब समय आएगा। ऐसे नेताओं से हमारे बड़े नेताओं को भी सावधान रहना पड़ेगा। 2. छूरा घोपे जाने का बाद में पता चलता है
तरलोचन सिंह के चुनाव प्रचार के दौरान सभी नेता नजर आए थे, इस सवाल पर तरलोचन सिंह ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान नेता साथ जरूर थे, लेकिन छूरा तो धीरे से और पीछे से ही घोंपा जाता है। इन नेताओं या फिर कार्यकर्ताओं में से किसने छूरा घोंपा है, उसका भी पता चल चुका है, समय आने पर खुलासा भी कर देंगे। इस पूरे प्रकरण की शिकायत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को की जाएगी और उसकी कॉपी ऊपर से लेकर नीचे तक के नेताओं को दी जाएगी। 3. मुझे हराकर खुद इलेक्शन लड़ना चाहते हैं
तरलोचन सिंह ने कहा कि चुनाव में हार और जीत होना एक अलग मुद्दा है, लेकिन दगाबाज नेताओं या फिर कार्यकर्ताओं ने अपना फर्ज नहीं निभाया, उल्टा नेगेटिव बोले। हम सरकार के सामने इलेक्शन लड़ रहे थे और पूरी मेहनत की। कार्यकर्ताओं ने भी पूरी मेहनत की लेकिन कुछ लोगों ने दूसरों को फोन कॉल्स किए और नेगेटिव प्रचार किया। अगर मेहनत सभी करते तो उसमें कोई मुद्दा नहीं था। जो भी कुछ हुआ है उसके सबूत हमारे पास है। खुद की महत्वाकांक्षा के लिए उन नेताओं ने यह सोचा कि अगर त्रलोचन सिंह इलेक्शन हार जाता है तो अगला इलेक्शन हम लड़ेंगे। हरियाणा CM नायब सैनी के खिलाफ करनाल विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ने वाले कांग्रेस उम्मीदवार तरलोचन सिंह ने कांग्रेस में खलबली मचा दी है। मतदान के अगले ही दिन तरलोचन ने समर्थकों का धन्यवाद करते हुए कुछ नेताओं के पीठ में छूरा घोंपने की बात कह दी। तरलोचन ने यहां तक कहा कि इसके बारे में वह सभी नेताओं के नाम हाईकमान को लिखकर भेजेंगे। अगर कार्रवाई नहीं की गई तो फिर वे हाईकमान के दफ्तर के आगे धरने पर बैठ जाएंगे। बता दें कि तरलोचन सिंह पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के करीबी हैं। कांग्रेस की तरफ से उनकी टिकट अनाउंस होने से पहले ही हुड्डा ने उनका नामांकन तक भरवा दिया था। वहीं तरलोचन सिंह के इस दावे के बाद कांग्रेस में हुड्डा और SRK (कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला व किरण चौधरी) गुट के बाद हुड्डा ग्रुप के भीतर ही गुटबाजी शुरू हो गई है। तिरलोचन सिंह की सोशल मीडिया पोस्ट… तरलोचन सिंह की कही 3 अहम बातें… 1. फोन करके लोगों का कहा BJP को वोट देना
भास्कर से बातचीत में तरलोचन सिंह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस में कुछ नेता ऐसे भर्ती हो रखे है, जिन्होंने समर्थन में वोट मांगने की बजाय कांग्रेस के खिलाफ वोट करने के लिए कहा। इसके लिए फोन भी किया गया। वहां उन्हें कहा गया कि BJP को वोट दे देना। ऐसे में वे कांग्रेस के वफादार कैसे हो सकते हैं। हालांकि तरलोचन सिंह ने उन कांग्रेसियों के नामों का खुलासा करने से मना कर दिया, लेकिन इतना जरूर कहा है कि मैं नामों का भी खुलासा कर दूंगा, जब समय आएगा। ऐसे नेताओं से हमारे बड़े नेताओं को भी सावधान रहना पड़ेगा। 2. छूरा घोपे जाने का बाद में पता चलता है
तरलोचन सिंह के चुनाव प्रचार के दौरान सभी नेता नजर आए थे, इस सवाल पर तरलोचन सिंह ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान नेता साथ जरूर थे, लेकिन छूरा तो धीरे से और पीछे से ही घोंपा जाता है। इन नेताओं या फिर कार्यकर्ताओं में से किसने छूरा घोंपा है, उसका भी पता चल चुका है, समय आने पर खुलासा भी कर देंगे। इस पूरे प्रकरण की शिकायत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को की जाएगी और उसकी कॉपी ऊपर से लेकर नीचे तक के नेताओं को दी जाएगी। 3. मुझे हराकर खुद इलेक्शन लड़ना चाहते हैं
तरलोचन सिंह ने कहा कि चुनाव में हार और जीत होना एक अलग मुद्दा है, लेकिन दगाबाज नेताओं या फिर कार्यकर्ताओं ने अपना फर्ज नहीं निभाया, उल्टा नेगेटिव बोले। हम सरकार के सामने इलेक्शन लड़ रहे थे और पूरी मेहनत की। कार्यकर्ताओं ने भी पूरी मेहनत की लेकिन कुछ लोगों ने दूसरों को फोन कॉल्स किए और नेगेटिव प्रचार किया। अगर मेहनत सभी करते तो उसमें कोई मुद्दा नहीं था। जो भी कुछ हुआ है उसके सबूत हमारे पास है। खुद की महत्वाकांक्षा के लिए उन नेताओं ने यह सोचा कि अगर त्रलोचन सिंह इलेक्शन हार जाता है तो अगला इलेक्शन हम लड़ेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर