सिरसा में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी VEDIO:महिला बोली-2 महीने की बात कह के 2 साल बीते, अब पैसे लौटाने से इनकार

सिरसा में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी VEDIO:महिला बोली-2 महीने की बात कह के 2 साल बीते, अब पैसे लौटाने से इनकार

सिरसा में महिला से सरकारी नौकरी लगवाने के नाम 1 लाख 30 हजार रुपए की धोखाधड़ी करली। आरोपियों ने उसके बेटे को दो माह में हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) के तहत नौकरी लगवाने की बात कही, लेकिन 2 साल में भी नौकरी नहीं दिला पाए। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जो एक होटल का बताया जा रहा है। जब महिला ने नौकरी न लगवाने पर पैसे वापस मांगे तो दोनों आरोपियों ने पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद महिला ने सिविल लाइन थाना पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने फतेहाबाद के भट्‌टू निवासी रमेश पूनिया और डबवाली निवासी ओम प्रकाश के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में सिरसा के कीर्ति नगर निवासी महिला सुमन ने बताया कि उसके भाई की पहचान डबवाली के ओम प्रकाश के साथ थी। उसने कहा कि उसकी ऐसे व्यक्ति के साथ जानकारी है, जो आपके लड़के को हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) या किसी अच्छे संस्थान में लगवा देगा। इसके लिए दो लाख रुपए देने होंगे। सूत्रों की मानें तो आरोपी रमेश पहले भी कई लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे ऐंठ चुका है। हालांकि, कुछ दिनों पहले उसे शहर में पुल के नीचे से पकड़ा था, जिसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा। वहां पर कई छात्रों ने नौकरी के नाम पर पैसे लेने की बात कही थी। अभी बाकी किसी ने शिकायत नहीं दी है। कर्जा लेकर दिए थे दो लाख रुपए ऐसे में ओम प्रकाश ने बस स्टैंड के सामने सवेरा होटल के पास फतेहाबाद के भट्‌टू निवासी रमेश कुमार से मुलाकात करवाई और उसने दो लाख रुपए देने को कहा। उसने 2 अक्टूबर 2023 को एक लाख रुपए और चार अक्टूबर 2023 को एक लाख रुपए दिए। उसने रिश्तेदार से कर्जा लेकर कुल 2 लाख रुपए दे दिए। 2 माह में नौकरी लगवाने की कही थी बात सुमन के मुताबिक, आरोपी रमेश ने कहा कि वह दो से तीन माह में नौकरी लगवा देगा। इसकी जिम्मेदारी ओम प्रकाश ने भी ली। मगर दोनों ने नौकरी नहीं लगवाई। इस पर उसने पैसे वापस देने की बात कही तो वह टाल-मटोल करने लगा। इसके बाद जुलाई में आरोपी ने 60 हजार रुपए वापस दिए और 10 हजार रुपए 28 जनवरी 2025 को दिए। बाकी पैसे अभी तक नहीं दिए और हर बार टोल-मटोल कर रहे है। 22 जनवरी को उसने उससे बात की तो वह भागने लगा। बस स्टैंड चौकी में पैसे वापस देने की भरी थी हां सुमन ने कहा कि इस दौरान डायल 112 को भी बुलाया था और बस स्टैंड चौकी में ले गए। उसके साथ डिंग मंडी के एक व्यक्ति ने जिम्मेदारी ली, पर वह भी बाद में पुलिस के समक्ष नहीं आया। अब फोन करने पर कहता है कि पैसे नहीं देगा, उसकी बेइज्जती हो गई है। आरोपियों ने मिलकर उसके साथ धोखा किया है। ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। सिरसा में महिला से सरकारी नौकरी लगवाने के नाम 1 लाख 30 हजार रुपए की धोखाधड़ी करली। आरोपियों ने उसके बेटे को दो माह में हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) के तहत नौकरी लगवाने की बात कही, लेकिन 2 साल में भी नौकरी नहीं दिला पाए। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जो एक होटल का बताया जा रहा है। जब महिला ने नौकरी न लगवाने पर पैसे वापस मांगे तो दोनों आरोपियों ने पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद महिला ने सिविल लाइन थाना पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने फतेहाबाद के भट्‌टू निवासी रमेश पूनिया और डबवाली निवासी ओम प्रकाश के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में सिरसा के कीर्ति नगर निवासी महिला सुमन ने बताया कि उसके भाई की पहचान डबवाली के ओम प्रकाश के साथ थी। उसने कहा कि उसकी ऐसे व्यक्ति के साथ जानकारी है, जो आपके लड़के को हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) या किसी अच्छे संस्थान में लगवा देगा। इसके लिए दो लाख रुपए देने होंगे। सूत्रों की मानें तो आरोपी रमेश पहले भी कई लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे ऐंठ चुका है। हालांकि, कुछ दिनों पहले उसे शहर में पुल के नीचे से पकड़ा था, जिसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा। वहां पर कई छात्रों ने नौकरी के नाम पर पैसे लेने की बात कही थी। अभी बाकी किसी ने शिकायत नहीं दी है। कर्जा लेकर दिए थे दो लाख रुपए ऐसे में ओम प्रकाश ने बस स्टैंड के सामने सवेरा होटल के पास फतेहाबाद के भट्‌टू निवासी रमेश कुमार से मुलाकात करवाई और उसने दो लाख रुपए देने को कहा। उसने 2 अक्टूबर 2023 को एक लाख रुपए और चार अक्टूबर 2023 को एक लाख रुपए दिए। उसने रिश्तेदार से कर्जा लेकर कुल 2 लाख रुपए दे दिए। 2 माह में नौकरी लगवाने की कही थी बात सुमन के मुताबिक, आरोपी रमेश ने कहा कि वह दो से तीन माह में नौकरी लगवा देगा। इसकी जिम्मेदारी ओम प्रकाश ने भी ली। मगर दोनों ने नौकरी नहीं लगवाई। इस पर उसने पैसे वापस देने की बात कही तो वह टाल-मटोल करने लगा। इसके बाद जुलाई में आरोपी ने 60 हजार रुपए वापस दिए और 10 हजार रुपए 28 जनवरी 2025 को दिए। बाकी पैसे अभी तक नहीं दिए और हर बार टोल-मटोल कर रहे है। 22 जनवरी को उसने उससे बात की तो वह भागने लगा। बस स्टैंड चौकी में पैसे वापस देने की भरी थी हां सुमन ने कहा कि इस दौरान डायल 112 को भी बुलाया था और बस स्टैंड चौकी में ले गए। उसके साथ डिंग मंडी के एक व्यक्ति ने जिम्मेदारी ली, पर वह भी बाद में पुलिस के समक्ष नहीं आया। अब फोन करने पर कहता है कि पैसे नहीं देगा, उसकी बेइज्जती हो गई है। आरोपियों ने मिलकर उसके साथ धोखा किया है। ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर