<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Robbery Case:</strong> राजधानी दिल्ली के लाहौरी गेट इलाके में दिनदहाड़े हुई साढ़े तीन लाख की लूट की वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी थी. लेकिन दिल्ली पुलिस ने 400 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले, तकनीकी निगरानी से यूपी के सिद्धार्थनगर तक पहुंची और वहां से दोनों आरोपियों को धर दबोचा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वारदात का खौफनाक तरीका</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>2 अप्रैल की शाम करीब 5:45 बजे 62 वर्षीय कमल सिंह, जो सदर बाजार में एक खिलौनों की दुकान में काम करते हैं और कैश कलेक्शन एजेंट हैं, रोज की तरह कुचा घासी राम से पैसे इकट्ठा कर अपने ऑफिस लौट रहे थे. तभी मखन लाल हलवाई के पास एक युवक ने अचानक उनके सिर पर एक बैग में छुपाई ईंट से जोरदार वार किया, जिससे वे चक्कर खाकर गिर गए और लुटेरा उनका बैग लेकर फरार हो गया. बैग में 3,35,600 रुपये की नकदी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>घटना के तुरंत बाद थाना लाहौरी गेट में FIR दर्ज हुई और इंस्पेक्टर योगेश्वर सिंह व एसीपी शंकर बनर्जी की देखरेख में एक विशेष टीम गठित की गई. टीम ने पूरे इलाके के 400 से अधिक CCTV कैमरे खंगाले. फुटेज से एक संदिग्ध की पहचान हुई. संदीप, जो सदर बाजार में गैस चूल्हा की दुकान में काम करता था. घटना के बाद से वह गायब था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तकनीक और ह्यूमन इंटेलिजेंस का दम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मोबाइल नंबर से कॉल डिटेल और लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस यूपी के डोमरियागंज, जिला सिद्धार्थनगर पहुंची. वहां से संदीप और उसका साथी पारसू राम निषाद पकड़ा गया, जो पहले मुंबई में काम करता था और सिर्फ लूट के इरादे से दिल्ली आया था. गिरफ्तारी के समय दोनों के पास 65,840 रुपये की नकदी बरामद की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साजिश का खुलासा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूछताछ में चौंकाने वाली साजिश सामने आई. संदीप को पता था कि कमल सिंह किस वक्त, कहां से और कितनी रकम लेकर चलते हैं. उसने अपने दोस्त पारसू को टिप दी और हमला करवाया. हमले में इस्तेमाल की गई आधी ईंट को आरोपी पहले ही बैग में छिपाकर ले आया था. वारदात के बाद दोनों झंडेवालान में मिले और बस से यूपी भाग गए. वहां जाकर लूटी हुई रकम को आपस में बांट लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बचा हुआ पैसा भी आएगा वापस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पारसू ने कबूल किया कि उसने 10,000 रुपए से 40,000 रुपये तक की रकम अपने रिश्तेदारों को कर्ज चुकाने में दी है, जबकि संदीप ने 45,000 रुपये अपनी मां के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. पुलिस अब बाकी रकम की बरामदगी की कोशिश में जुटी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>FIR संख्या 270/25, धारा </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>309(4)/309(6)/317(2)/3(5) BNS के तहत मामला दर्ज है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है और जल्द बाकी लूटी गई रकम भी बरामद किए जाने की उम्मीद है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Robbery Case:</strong> राजधानी दिल्ली के लाहौरी गेट इलाके में दिनदहाड़े हुई साढ़े तीन लाख की लूट की वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी थी. लेकिन दिल्ली पुलिस ने 400 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले, तकनीकी निगरानी से यूपी के सिद्धार्थनगर तक पहुंची और वहां से दोनों आरोपियों को धर दबोचा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वारदात का खौफनाक तरीका</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>2 अप्रैल की शाम करीब 5:45 बजे 62 वर्षीय कमल सिंह, जो सदर बाजार में एक खिलौनों की दुकान में काम करते हैं और कैश कलेक्शन एजेंट हैं, रोज की तरह कुचा घासी राम से पैसे इकट्ठा कर अपने ऑफिस लौट रहे थे. तभी मखन लाल हलवाई के पास एक युवक ने अचानक उनके सिर पर एक बैग में छुपाई ईंट से जोरदार वार किया, जिससे वे चक्कर खाकर गिर गए और लुटेरा उनका बैग लेकर फरार हो गया. बैग में 3,35,600 रुपये की नकदी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>घटना के तुरंत बाद थाना लाहौरी गेट में FIR दर्ज हुई और इंस्पेक्टर योगेश्वर सिंह व एसीपी शंकर बनर्जी की देखरेख में एक विशेष टीम गठित की गई. टीम ने पूरे इलाके के 400 से अधिक CCTV कैमरे खंगाले. फुटेज से एक संदिग्ध की पहचान हुई. संदीप, जो सदर बाजार में गैस चूल्हा की दुकान में काम करता था. घटना के बाद से वह गायब था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तकनीक और ह्यूमन इंटेलिजेंस का दम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मोबाइल नंबर से कॉल डिटेल और लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस यूपी के डोमरियागंज, जिला सिद्धार्थनगर पहुंची. वहां से संदीप और उसका साथी पारसू राम निषाद पकड़ा गया, जो पहले मुंबई में काम करता था और सिर्फ लूट के इरादे से दिल्ली आया था. गिरफ्तारी के समय दोनों के पास 65,840 रुपये की नकदी बरामद की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साजिश का खुलासा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूछताछ में चौंकाने वाली साजिश सामने आई. संदीप को पता था कि कमल सिंह किस वक्त, कहां से और कितनी रकम लेकर चलते हैं. उसने अपने दोस्त पारसू को टिप दी और हमला करवाया. हमले में इस्तेमाल की गई आधी ईंट को आरोपी पहले ही बैग में छिपाकर ले आया था. वारदात के बाद दोनों झंडेवालान में मिले और बस से यूपी भाग गए. वहां जाकर लूटी हुई रकम को आपस में बांट लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बचा हुआ पैसा भी आएगा वापस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पारसू ने कबूल किया कि उसने 10,000 रुपए से 40,000 रुपये तक की रकम अपने रिश्तेदारों को कर्ज चुकाने में दी है, जबकि संदीप ने 45,000 रुपये अपनी मां के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. पुलिस अब बाकी रकम की बरामदगी की कोशिश में जुटी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>FIR संख्या 270/25, धारा </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>309(4)/309(6)/317(2)/3(5) BNS के तहत मामला दर्ज है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है और जल्द बाकी लूटी गई रकम भी बरामद किए जाने की उम्मीद है.</p> दिल्ली NCR वक्फ कानून के खिलाफ SC पहुंचे MP कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद, रद्द करने की मांग