बागपत में शॉर्ट सर्किट से आस्था मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में आग लग गई। अस्पताल में भर्ती 12 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल कर दूसरे अस्पताल में एडमिट कराया गया है। फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियों ने घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। फिलहाल कोई हताहत नहीं हुई है। पूरा मामला बागपत के बड़ौत शहर के आस्था मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का है, जहां सबसे ऊपरी मंजिल पर अचानक शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। अस्पताल के स्टाफ ने उपचार के लिए भर्ती हुए 12 मरीजों को अन्य अस्पताल में शिफ्ट कर दिया। इस दौरान मौके पर लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। फायर ब्रिगेड की 4 गाड़ियों ने आग पर पाया काबू फायर ब्रिगेड की चार गाड़ी मौके पर पहुंची और घंटे भर की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। CFO अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आज तड़के तकरीबन 4:30 बजे हॉस्पिटल में आग की सूचना मिली। दमकल की 4 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। अंदर 12 मरीज थे, उन्हें सुरक्षित निकाला गया। कुछ घंटे में आग पर काबू पा लिया गया है। एसडीएम ने बताया- शॉर्ट सर्किट से आग लगी सूचना पर एसडीएम अमरचंद वर्मा, सीओ सविरत्न गौतम समेत जिले के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल में भर्ती बच्चों समेत अन्य मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कराया। आग लगने का कारण अभी शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। अस्पताल की तीसरी मंजिल पर टीन शेड में रखे कबाड़ में लगी आग डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की आस्था हॉस्पिटल के ओनर अनिल जैन, चीफ फायर ऑफिसर अमरेंद्र प्रताप और डिप्टी सीएमओ यशवीर से बात हुई है। आग सुबह 4ः45 पर लगी थी। आग हॉस्पिटल के तीसरी मंजिल पर लगी थी। जिसपर कुछ कूड़ा-कबाड़ और टीन शेड लगाकर रखा गया है। उसमें आग लगी। जिसके बाद पहले स्थानीय अस्पताल के लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। उसके बाद फिर फायर ब्रिगेड की गाड़ी बड़ौत से पहुंच गई थी। जिसने आग पर काबू पा लिया गया। अस्पताल को 15 दिन पहले फायर विभाग ने जारी किया था नोटिस वहीं हॉस्पिटल में जो पेशेंट थे उन्हें आसपास के अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है और सभी सकुशल हैं। कोई कैजुअलटी नहीं है। वहीं आस्था हॉस्पिटल को फायर विभाग द्वारा 15 दिन पहले एक नोटिस जारी किया गया था। हॉस्पिटल की जो एनओसी है वो दूसरी मंजिल तक की है पर हॉस्पिटल पर तीसरी मंजिल पर भी टीन शेड लगाकर कूड़ा कबाड़ भर रखा था। जिसे हटाने के लिए फायर विभाग ने नोटिस दिया था। लेकिन हटाया नहीं गया। मामले में फायर विभाग और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं की रिस्पॉन्सबिलिटी तय करें। अस्पताल में आग बुझाने के इंस्ट्रूमेंट भी थे लेकिन उसे शायद चलाने वाला कोई नहीं था या फिर वो डर के निकल गए थे। बागपत में शॉर्ट सर्किट से आस्था मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में आग लग गई। अस्पताल में भर्ती 12 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल कर दूसरे अस्पताल में एडमिट कराया गया है। फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियों ने घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। फिलहाल कोई हताहत नहीं हुई है। पूरा मामला बागपत के बड़ौत शहर के आस्था मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का है, जहां सबसे ऊपरी मंजिल पर अचानक शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। अस्पताल के स्टाफ ने उपचार के लिए भर्ती हुए 12 मरीजों को अन्य अस्पताल में शिफ्ट कर दिया। इस दौरान मौके पर लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। फायर ब्रिगेड की 4 गाड़ियों ने आग पर पाया काबू फायर ब्रिगेड की चार गाड़ी मौके पर पहुंची और घंटे भर की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। CFO अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आज तड़के तकरीबन 4:30 बजे हॉस्पिटल में आग की सूचना मिली। दमकल की 4 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। अंदर 12 मरीज थे, उन्हें सुरक्षित निकाला गया। कुछ घंटे में आग पर काबू पा लिया गया है। एसडीएम ने बताया- शॉर्ट सर्किट से आग लगी सूचना पर एसडीएम अमरचंद वर्मा, सीओ सविरत्न गौतम समेत जिले के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल में भर्ती बच्चों समेत अन्य मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कराया। आग लगने का कारण अभी शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। अस्पताल की तीसरी मंजिल पर टीन शेड में रखे कबाड़ में लगी आग डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की आस्था हॉस्पिटल के ओनर अनिल जैन, चीफ फायर ऑफिसर अमरेंद्र प्रताप और डिप्टी सीएमओ यशवीर से बात हुई है। आग सुबह 4ः45 पर लगी थी। आग हॉस्पिटल के तीसरी मंजिल पर लगी थी। जिसपर कुछ कूड़ा-कबाड़ और टीन शेड लगाकर रखा गया है। उसमें आग लगी। जिसके बाद पहले स्थानीय अस्पताल के लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। उसके बाद फिर फायर ब्रिगेड की गाड़ी बड़ौत से पहुंच गई थी। जिसने आग पर काबू पा लिया गया। अस्पताल को 15 दिन पहले फायर विभाग ने जारी किया था नोटिस वहीं हॉस्पिटल में जो पेशेंट थे उन्हें आसपास के अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है और सभी सकुशल हैं। कोई कैजुअलटी नहीं है। वहीं आस्था हॉस्पिटल को फायर विभाग द्वारा 15 दिन पहले एक नोटिस जारी किया गया था। हॉस्पिटल की जो एनओसी है वो दूसरी मंजिल तक की है पर हॉस्पिटल पर तीसरी मंजिल पर भी टीन शेड लगाकर कूड़ा कबाड़ भर रखा था। जिसे हटाने के लिए फायर विभाग ने नोटिस दिया था। लेकिन हटाया नहीं गया। मामले में फायर विभाग और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं की रिस्पॉन्सबिलिटी तय करें। अस्पताल में आग बुझाने के इंस्ट्रूमेंट भी थे लेकिन उसे शायद चलाने वाला कोई नहीं था या फिर वो डर के निकल गए थे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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<p>उन्होंने नारखुर्द को ही अपनी राजधानी बनाया गया था लेकिन अंग्रेजी हुकूमत से मोर्चा लेने वाले राजा दरियाव को अंग्रेजों ने युद्ध के दौरान पकड़ लिया और उन्हें मारकर फांसी के फंदे से एक नीम के पेट पर लटका दिया. अंग्रजों की क्रूरता यहीं नहीं समाप्त हुई अंग्रेजों ने उनके शव को तोप के आगे बांधकर तोप के गोले से उड़ा दिया था. देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले राजा दरियाव का जिक्र और उनकी याद आज भी कानपुर देहात में बनी हुई है. </p>
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