गाजियाबाद के CP अजय मिश्रा हटाए गए, जे.रविंद्र को कमान:दीपक कुमार आगरा के CP बने, शैलेश पांडेय को आगरा रेंज की जिम्मेदारी

गाजियाबाद के CP अजय मिश्रा हटाए गए, जे.रविंद्र को कमान:दीपक कुमार आगरा के CP बने, शैलेश पांडेय को आगरा रेंज की जिम्मेदारी

शासन ने मंगलवार देर रात 11 आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए। इसमें गाजियाबाद के चर्चित पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा का तबादला शामिल है। अजय मिश्रा को लेकर स्थानीय विधायक की नाराजगी जग जाहिर थी। उनके तबादले के पीछे की वजह भी यही मानी जा रही है। तबादले की सूची में एक एडीजी, चार आईजी, एक डीआईजी और पांच एसपी रैंक के अफसर शामिल हैं। पहले देखिए सूची कौन कहां गया… अब समझते हैं कि किसका क्यों हुआ ट्रांसफर अजय मिश्रा: स्थानीय विधायक नंद किशोर गुर्जर लगातार स्थानीय पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस पर लगातार वे उत्पीड़न का आरोप लगा रहे थे। हालांकि सरकार अजय मिश्रा के पक्ष में थी। इसी लिए उन्हें सम्मानजनक पोस्टिंग देते हुए प्रयागराज में आईजी रेंज बनाया गया है। जे. रविंदर गौड़: 2005 बैच के आईपीएस जे रविंदर गौड़ के लिए इसे इनाम माना जा रहा है। क्योंकि एनसीआर में पोस्टिंग प्राइम पोस्टिंग मानी जाती है। उत्तर प्रदेश में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद से यह पहले अफसर हैं जिनकी बतौर पुलिस आयुक्त दूसरे जिले में कमान मिली है। अभी तक किसी भी पुलिस आयुक्त को एक से अधिक जिलों में पुलिस आयुक्त नहीं बनाया गया था। जे. रविंद्र गौड़ गाजियाबाद के दूसरे पुलिस आयुक्त होंगे। आगरा से पहले वे मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र गोरखपुर रेंज के आईजी थे। दीपक कुमार: यह भी 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इन्हें भी उसी शहर में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है, जहां वे आईजी तो थे, लेकिन आगरा जिला उनके अंडर में नहीं आता था। अब वे सीधे तौर पर आगरा जिले की कमान संभालेंगे। हालांकि माना जा रहा था कि वे गाजियाबाद जा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शैलेश पांडेय: शैलेश पांडेय 2011 बैच के आईपीएस हैं। इनको एक जनवरी को प्रमोशन कर डीआईजी बनाया गया था। इनकी गिनती तेज तर्रार अफसरों में होती है। खास बात यह है कि शैलेश पांडेय अपने सवा नौ साल के पुलिस कप्तान के तौर पर केवल छह महीने साइड पोस्टिंग पर तैनात रहे। बाकी पूरे समय वे फील्ड में बने रहे। शैलेश संत कबीरनगर, बस्ती, जौनपुर, बागपत, बरेली, गोंडा, अयोध्या, प्रयागराज और मथुरा के पुलिस कप्तान रहे। श्लोक कुमार: श्लोक कुमार को बुलंदशहर में लंबा समय हो गया था। वे 29 मई 2022 से बुलंदशहर में एसपी के पद पर तैनात थे। उन्हें मथुरा जैसे बड़े जिले की अब जिम्मेदारी दी गई है। दिनेश कुमार सिंह: दिनेश कुमार सिंह भी बाराबंकी में सवा दो साल से अधिक समय से तैनात थे। उनके पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसी जिले में पोस्टिंग के पहले से कयास लगाए जा रहे थे। शासन ने मंगलवार देर रात 11 आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए। इसमें गाजियाबाद के चर्चित पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा का तबादला शामिल है। अजय मिश्रा को लेकर स्थानीय विधायक की नाराजगी जग जाहिर थी। उनके तबादले के पीछे की वजह भी यही मानी जा रही है। तबादले की सूची में एक एडीजी, चार आईजी, एक डीआईजी और पांच एसपी रैंक के अफसर शामिल हैं। पहले देखिए सूची कौन कहां गया… अब समझते हैं कि किसका क्यों हुआ ट्रांसफर अजय मिश्रा: स्थानीय विधायक नंद किशोर गुर्जर लगातार स्थानीय पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस पर लगातार वे उत्पीड़न का आरोप लगा रहे थे। हालांकि सरकार अजय मिश्रा के पक्ष में थी। इसी लिए उन्हें सम्मानजनक पोस्टिंग देते हुए प्रयागराज में आईजी रेंज बनाया गया है। जे. रविंदर गौड़: 2005 बैच के आईपीएस जे रविंदर गौड़ के लिए इसे इनाम माना जा रहा है। क्योंकि एनसीआर में पोस्टिंग प्राइम पोस्टिंग मानी जाती है। उत्तर प्रदेश में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद से यह पहले अफसर हैं जिनकी बतौर पुलिस आयुक्त दूसरे जिले में कमान मिली है। अभी तक किसी भी पुलिस आयुक्त को एक से अधिक जिलों में पुलिस आयुक्त नहीं बनाया गया था। जे. रविंद्र गौड़ गाजियाबाद के दूसरे पुलिस आयुक्त होंगे। आगरा से पहले वे मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र गोरखपुर रेंज के आईजी थे। दीपक कुमार: यह भी 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इन्हें भी उसी शहर में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है, जहां वे आईजी तो थे, लेकिन आगरा जिला उनके अंडर में नहीं आता था। अब वे सीधे तौर पर आगरा जिले की कमान संभालेंगे। हालांकि माना जा रहा था कि वे गाजियाबाद जा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शैलेश पांडेय: शैलेश पांडेय 2011 बैच के आईपीएस हैं। इनको एक जनवरी को प्रमोशन कर डीआईजी बनाया गया था। इनकी गिनती तेज तर्रार अफसरों में होती है। खास बात यह है कि शैलेश पांडेय अपने सवा नौ साल के पुलिस कप्तान के तौर पर केवल छह महीने साइड पोस्टिंग पर तैनात रहे। बाकी पूरे समय वे फील्ड में बने रहे। शैलेश संत कबीरनगर, बस्ती, जौनपुर, बागपत, बरेली, गोंडा, अयोध्या, प्रयागराज और मथुरा के पुलिस कप्तान रहे। श्लोक कुमार: श्लोक कुमार को बुलंदशहर में लंबा समय हो गया था। वे 29 मई 2022 से बुलंदशहर में एसपी के पद पर तैनात थे। उन्हें मथुरा जैसे बड़े जिले की अब जिम्मेदारी दी गई है। दिनेश कुमार सिंह: दिनेश कुमार सिंह भी बाराबंकी में सवा दो साल से अधिक समय से तैनात थे। उनके पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसी जिले में पोस्टिंग के पहले से कयास लगाए जा रहे थे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर