हरियाणा के जींद के उचाना थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव में युवती से रेप का मामला सामने आया है। युवती ईंट-भट्ठे पर बनी झुग्गी-झोपड़ी में रहती है। आरोप है कि एक युवक झुग्गी की दीवार तोड़कर अंदर घुस गया और युवती को जबरदस्ती नशीला पदार्थ पिला दिया। फिर उसके साथ रेप किया गया। उचाना थाना पुलिस ने छात्तर गांव के अमन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उचाना पुलिस को दी शिकायत में बिहार की रहने वाली एक युवती ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ ईंट-भट्ठे पर रहती है। छात्तर गांव का अमन ईंट-भट्ठे पर ट्रैक्टर चलाने का काम करता है। वह 24 मई की रात को उनके झुग्गी की दीवार तोड़कर अंदर घुस आया। झुग्गी में घुसने के बाद अमन ने जबरदस्ती उसे नशीला पदार्थ पिला दिया और फिर उसे खींचकर साइड में लग गया। युवती का आरोप ह वहां ले जाकर उसके साथ रेप किया और उसके साथ मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वहां से फरार हाे गया। उसने अपने परिजनों को घटना से अवगत करवाया। उचाना थाना पुलिस ने अमन के खिलाफ नशीला पदार्थ पिलाने, रेप करने, मारपीट करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के जींद के उचाना थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव में युवती से रेप का मामला सामने आया है। युवती ईंट-भट्ठे पर बनी झुग्गी-झोपड़ी में रहती है। आरोप है कि एक युवक झुग्गी की दीवार तोड़कर अंदर घुस गया और युवती को जबरदस्ती नशीला पदार्थ पिला दिया। फिर उसके साथ रेप किया गया। उचाना थाना पुलिस ने छात्तर गांव के अमन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उचाना पुलिस को दी शिकायत में बिहार की रहने वाली एक युवती ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ ईंट-भट्ठे पर रहती है। छात्तर गांव का अमन ईंट-भट्ठे पर ट्रैक्टर चलाने का काम करता है। वह 24 मई की रात को उनके झुग्गी की दीवार तोड़कर अंदर घुस आया। झुग्गी में घुसने के बाद अमन ने जबरदस्ती उसे नशीला पदार्थ पिला दिया और फिर उसे खींचकर साइड में लग गया। युवती का आरोप ह वहां ले जाकर उसके साथ रेप किया और उसके साथ मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वहां से फरार हाे गया। उसने अपने परिजनों को घटना से अवगत करवाया। उचाना थाना पुलिस ने अमन के खिलाफ नशीला पदार्थ पिलाने, रेप करने, मारपीट करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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देश की सबसे अमीर महिला की कैसे अटकी कांग्रेस जॉइनिंग:नवीन जिंदल ने सेटिंग की; BJP ने उन्हीं से फोन करवा सावित्री को रुकवाया
देश की सबसे अमीर महिला की कैसे अटकी कांग्रेस जॉइनिंग:नवीन जिंदल ने सेटिंग की; BJP ने उन्हीं से फोन करवा सावित्री को रुकवाया देश की सबसे अमीर महिला और हरियाणा के कुरुक्षेत्र से BJP सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल विधानसभा चुनाव में हिसार सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। वह BJP से टिकट मांग रही थीं, लेकिन पार्टी ने अपने पुराने नेता और RSS से जुड़े रहे डॉ. कमल गुप्ता को ही टिकट दे दिया। भाजपा ने कमल गुप्ता को हिसार सीट से लगातार तीसरी बार टिकट थमाया है। इसके बाद सावित्री जिंदल के कांग्रेस में जाने और उन्हें हिसार से पार्टी टिकट मिलने की चर्चा शुरू हो गई। कांग्रेस हाईकमान से सावित्री को टिकट दिलाने की पूरी सेंटिंग उनके बेटे और भाजपा सांसद नवीन जिंदल ने की। हरियाणा में नॉमिनेशन की प्रक्रिया खत्म होने से एक दिन पहले, यानि 11 सितंबर की रात बेटे के कहने पर सावित्री जिंदल हिसार से नई दिल्ली रवाना भी हो गईं। इसी दौरान पूरे घटनाक्रम में BJP हाईकमान की एंट्री हुई और अंतत: सावित्री जिंदल को रास्ते से वापस लौटना पड़ा। इसके चंद घंटे बाद कांग्रेस ने हिसार से रामनिवास राड़ा की उम्मीदवारी अनाउंस कर दी। पढ़िए इस पूरे घटनाक्रम की इनसाइड स्टोरी… कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 11 सितंबर की शाम नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में हरियाणा विधानसभा की पेंडिंग 49 सीटों पर टिकटों को लेकर मीटिंग चल रही थी। इस बैठक में पार्टी की केंद्रीय लीडरशिप के साथ-साथ हरियाणा के प्रमुख नेता भी मौजूद थे। उसी दौरान बैठक में मौजूद एक सीनियर लीडर के पास नवीन जिंदल की कॉल आई। उन्होंने मां सावित्री को हिसार सीट से पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ाने का आग्रह किया। कांग्रेस के उस सीनियर लीडर ने सामने से जवाब दिया कि किसी भी नेता को कांग्रेस पार्टी जॉइन करने के बाद ही टिकट दी जा सकती है। इस पर उस सीनियर लीडर को बताया गया कि सावित्री जिंदल कांग्रेस में ही हैं और उन्होंने कभी पार्टी की प्राइमरी मेंबरशिप नहीं छोड़ी। इसके बाद कांग्रेस कैंडिडेट्स की लिस्ट होल्ड कर ली गई और उस सीनियर लीडर ने बैठक में ही हिसार सीट से सावित्री जिंदल का नाम बढ़ाया। सावित्री जिंदल का नाम सुनकर बैठक में मौजूद पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा भी चौंक गईं। चूंकि सावित्री जिंदल का नाम सीधे पार्टी हाईकमान की तरफ से आ रहा था, इसलिए हरियाणा कांग्रेस के किसी नेता ने कोई प्रतिरोध नहीं किया। 11 की रात को दिल्ली के लिए निकलीं सावित्री
कांग्रेस हाईकमान से बात होने के बाद 11 सितंबर की रात तकरीबन 8 बजे सावित्री जिंदल को उनके बेटे ने फोन कर दिल्ली पहुंचने के लिए कहा। सावित्री जिंदल हिसार से दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। इस बीच हिसार स्थित जिंदल हाउस में मौजूद सभी लोगों से कहा गया कि यह खबर बाहर नहीं निकलनी चाहिए कि माताजी दिल्ली जा रही हैं। जब तक सबकुछ सिरे न चढ़ जाए, तब तक किसी को भनक नहीं लगनी चाहिए। चंडीगढ़ में चल रही थी सैनी कैबिनेट की मीटिंग
दूसरी ओर भाजपा में 11 सितंबर की शाम को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपनी कैबिनेट की बैठक बुला रखी थी। इस बैठक का एजेंडा था- गवर्नर को प्रदेश विधानसभा भंग करने की सिफारश करना। सैनी कैबिनेट की इस मीटिंग में उनके मंत्री और हिसार सीट से BJP उम्मीदवार डॉ. कमल गुप्ता मौजूद थे। तब तक BJP कमल गुप्ता का नाम हिसार सीट से बतौर कैंडिडेट अनाउंस कर चुकी थी। अपनी उम्मीदवारी घोषित होने के बाद कमल गुप्ता को यह अहसास भी हो चुका था कि सावित्री जिंदल कांग्रेस में जा सकती हैं। वह ये भी समझ चुके थे कि अगर सावित्री जिंदल ने कांग्रेस जॉइन करके उनके सामने चुनाव लड़ा तो वह कड़े मुकाबले में फंस सकते हैं। गुप्ता ने सरकार में शामिल बड़े चेहरे को दी जानकारी चंडीगढ़ में बैठे कमल गुप्ता को जैसे ही सावित्री जिंदल के हिसार से दिल्ली रवाना होने की खबर मिली, उन्होंने तुरंत ये सूचना सरकार में शामिल एक सीनियर नेता को दी जिसने दिल्ली में पार्टी हाईकमान को अलर्ट किया। इसके बाद BJP हाईकमान की तरफ से नवीन जिंदल को फोन करके कहा गया कि अगर आपकी माताजी निर्दलीय चुनाव लड़ती हैं तो BJP को कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में उतरीं तो दिक्कत हो जाएगी। इसके बाद नवीन जिंदल की ओर से सावित्री जिंदल को दोबारा फोन किया गया और वह रास्ते से ही वापस हिसार लौट आईं। हिसार में वैश्य बिरादरी के तीसरे चेहरे के खिलाफ था जिंदल हाउस
इस पूरे डवलपमेंट के बाद नवीन जिंदल कैंप ने कांग्रेस के उसी सीनियर नेता से दोबारा संपर्क साधा। आग्रह किया गया कि हिसार सीट से वैश्य बिरादरी का उम्मीदवार न उतारा जाए। जिंदल हाउस के करीबी सूत्रों के मुताबिक, BJP से टिकट नहीं मिलने के बाद जिंदल हाउस की ओर से हिसार हलके में एक सर्वे करवाया गया। उसी सर्वे में यह जानकारी भी प्रमुख तौर पर सामने आई कि कांग्रेस इस बार व्यापारी नेता बजरंग दास गर्ग को टिकट दे सकती है। जिंदल हाउस नहीं चाहता था कि कांग्रेस का टिकट वैश्य समाज के किसी प्रत्याशी को मिले। अगर ऐसा हो जाता तो हिसार सीट पर इसी बिरादरी के तीन चेहरे आमने-सामने हो जाते। इससे न सिर्फ वोटों का बंटवारा होता बल्कि आगे की राजनीति भी प्रभावित हो सकती थी। इसलिए जिंदल हाउस ने कांग्रेस हाईकमान से वैश्य बिरादरी के किसी चेहरे को टिकट न देने का आग्रह किया। उधर कांग्रेस में हिसार सीट से 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके रामनिवास राड़ा टिकट मांग रहे थे। राड़ा ओबीसी बिरादरी से आते हैं और उन्हें इस बात का अहसास था कि कांग्रेस उनकी जगह वैश्य बिरादरी का उम्मीदवार उतार सकती है इसलिए वह निर्दलीय चुनाव लड़ने का पूरा मन बना चुके थे। उनके समर्थकों की ओर से बनवाए गए पोस्टरों से कांग्रेस नेताओं की फोटो भी गायब हो चुकी थी। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के बाद जब कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट आई तो उसमें हिसार सीट से रामनिवास राड़ा का नाम था। रामनिवास राड़ा की ओर से बनवाए गए पोस्टर वैश्य बिरादरी को टिकट न दिलवाने के 3 बड़े कारण… वैश्य वोट बैंक में सेंध का खतरा : अगर कमल गुप्ता के सामने कांग्रेस वैश्य समाज के किसी दूसरे व्यक्ति को टिकट दे देती तो इससे जिंदल हाउस के वोटबैंक में सेंध लग सकती थी। भाजपा से नाराज वर्ग का वोट भी वैश्य बिरादरी के कैंडिडेट को चला जाता। नाराज वोटर्स का साथ मिलेगा : जिंदल हाउस का मानना है कि अगर कांग्रेस ने वैश्य बिरादरी के किसी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया तो इस समाज के जो वोटर कमल गुप्ता से नाराज है, वह कांग्रेस की तरफ जाने की जगह उनके पाले में आ सकते हैं। चुनावी सीजन में तीसरा चेहरा उभरने से नुकसान : हिसार में पिछले छह-सात महीने में व्यापारियों से रंगदारी मांगने और धमकाने की कई घटनाएं हो चुकी थीं। शहर के व्यापारियों ने इसे लेकर सैनी सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन भी किए थे। इन धरनों में व्यापारी नेता बजरंग दास गर्ग ने सक्रिय रोल अदा किया। हिसार में वैश्य बिरादरी का अच्छा-खासा वोटबैंक है और इस समाज की नुमाइंदगी जिंदल हाउस और कमल गुप्ता करते रहे हैं। कमल गुप्ता को जिंदल हाउस बड़ा खतरा नहीं मानता क्योंकि उनके खिलाफ अच्छी-खासी नाराजगी है। ऐसे में वह नहीं चाहता कि चुनावी सीजन में उनके सामने बिरादरी का कोई तीसरा चेहरा उठे।
हरियाणा में 10 दिनों से कड़ाके की ठंड:10 जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट, रोहतक में दिन सबसे ठंडा, 15 दिन राहत नहीं
हरियाणा में 10 दिनों से कड़ाके की ठंड:10 जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट, रोहतक में दिन सबसे ठंडा, 15 दिन राहत नहीं हरियाणा में पिछले 10 दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सोमवार रात को हिसार देश के मैदानी इलाकों में सबसे ठंडा रहा। यहां का तापमान 1.6 डिग्री दर्ज किया गया। 10 जिलों में शीतलहर और पाले का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें झज्जर, रोहतक, जींद, करनाल, भिवानी, फतेहाबाद, कैथल, सिरसा, हिसार और कुरूक्षेत्र शामिल हैं। वहीं रोहतक जिले में दिन में सबसे ज्यादा ठंड पड़ रही है। यहां 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट देखने को मिली है। यहां अधिकतम तापमान 18.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.5 डिग्री कम है। आगे कैसा रहेगा मौसम
IMD चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार हरियाणा में आगे भी ठंड से राहत नहीं मिलने वाली है। 20 दिसंबर तक शीतलहर का अलर्ट है। इस दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। इसकी वजह से पूर्वी हवाएं चलेंगी, कोहरा छा सकता है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर हरियाणा में भी देखने को मिलेगा। बढ़ती ठंड सरसों के लिए खतरा
HAU के बावल के क्षेत्रीय केंद्र निदेशक डॉ. धर्मवीर यादव का कहना है कि यह मौसम गेहूं की फसल के लिए अच्छा है। जितनी अधिक ठंड पड़ेगी, गेहूं की फसल का अंकुरण उतना ही अच्छा होगा। हालांकि सरसों के लिए पाला खतरा बन सकता है। ऐसे में किसानों को सरसों में हल्की सिंचाई करनी चाहिए। प्रदेश में 3 माह में कम हुई बारिश
हरियाणा में इस बार अक्टूबर से दिसंबर तक सामान्य से 96 फीसदी कम बारिश हुई है। एक अक्टूबर से 15 दिसंबर तक 0.6 एमएम बारिश हुई है, जो सामान्य से 96 फीसदी कम है। इस अवधि में 15.7 एमएम बारिश सामान्य मानी जाती है। अकेले दिसंबर की बात करें तो 16 दिन में मात्र 0.2 एमएम बारिश हुई है, जो सामान्य से 93 फीसदी कम है। इस अवधि में 2.5 एमएम बारिश सामान्य होती है।
पानीपत की बेटी शिवानी पांचाल बनी SDM:पिता की हो चुकी है मौत, मां आंगनवाड़ी में करती हैं काम, चाचा ने पढ़ाया
पानीपत की बेटी शिवानी पांचाल बनी SDM:पिता की हो चुकी है मौत, मां आंगनवाड़ी में करती हैं काम, चाचा ने पढ़ाया हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (HPSC) ने देर रात रिजल्ट घोषित किया है। जिसमें पानीपत जिले के गांव भोडवाल माजरी कि शिवानी पांचाल ने बीसीए कैटेगरी ने प्रथम स्थान हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है। शिवानी को SDM पद पर नियुक्त किया गया है। हरियाणा सिविल सर्विसेज के लिए पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा तीन सीट दी गई है। प्रथम स्थान पर बीसीए कैटेगरी शिवानी रही। एक पद जनरल कैटेगरी के लिए दिया गया था व एक पद ईडब्ल्यूएस (इकोनामी वीकर सेक्शन) कैटिगरी के लिए था। पिता के देहांत के बाद चाचा ने संभाला-पढ़ाया शिवानी के चाचा नरेश बताते हैं कि जैसे ही लिस्ट आउट होने के बाद शिवानी और परिवार को पता चला पूरे परिवार में खुशियां छा गई। पड़ोसियों ने भी बधाइयां देनी शुरू की। थोड़ी देर बाद फोन पर ही लोगों की बधाइयां देने का तांता लग गया। नरेश कुमार बताते हैं कि शिवानी के पिता दिलबाग सिंह की 2005 में मृत्यु हो गई थी। उसके बाद माता सविता और संयुक्त परिवार ने शिवानी को पढ़ाया। शिवानी ने 12वीं कक्षा समालखा से ही पास की। उसके बाद बीटेक सिविल इंजीनियरिंग एनआईटी कुरुक्षेत्र से पास की। उसके बाद शिवानी की बावल स्थित जेएसडब्ल्यू कंपनी में इंजीनियर पोस्ट पर नौकरी पर लग गई। लेकिन शिवानी का सपना कुछ और ही था। शिवानी ने फिर पढ़ने का मन बनाया और हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन की परीक्षा दी। मां आंगनवाड़ी में है कार्यरत शिवानी का एक भाई वंश जो कि अभी नेट की परीक्षा की तैयारी कर रहा है। शिवानी की मां आंगनवाड़ी में कार्यरत है। गांव में ही वह आंगनवाड़ी वर्कर है। चाचा दिनेश और नरेश दोनों ने शिवानी की पढ़ाई पर पूरा ध्यान दिया। शिवानी ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि पिता के बाद दोनों चाचा और मां ने उसके लिए संघर्ष किया। आज उसे संघर्ष की बदौलत वह इस मुकाम पर काबिज हुई है। अभी उसका सपना यूपीएससी की परीक्षा को पास कर देश की सेवा करना है।