नवांशहर में हॉस्पिटल में मरीजों पर हमला:मारपीट के बाद दो पक्षों के लोग इलाज के लिए आए थे, 25 बदमाश वार्ड में घुसे

नवांशहर में हॉस्पिटल में मरीजों पर हमला:मारपीट के बाद दो पक्षों के लोग इलाज के लिए आए थे, 25 बदमाश वार्ड में घुसे

नवांशहर के बलाचौर में नीलेवाड़ा गांव में हुई मारपीट के बाद दोनों पक्षों के लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे। तभी 20-25 लोगों का समूह अस्पताल में घुस आया। उन्होंने इलाज करा रहे मरीजों पर हमला कर दिया। हमलावर मरीजों को खींचकर बाहर ले जाने की कोशिश करने लगे। एसएमओ डॉ. कुलविंदर मान की सूझबूझ से हमलावरों को भगाया गया। जानकारी के अनुसार एक पक्ष के मरीजों का इलाज चल रहा था। इसी दौरान दूसरे पक्ष के एक बुजुर्ग और एक महिला भी इलाज के लिए आए थे। डॉ. कुलविंदर ने तुरंत डीएसपी बलाचौर शाम सुंदर शर्मा को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। एक पक्ष को बलाचौर अस्पताल में रखा गया। दूसरे पक्ष को गंभीर चोटों के कारण नवांशहर सरकारी अस्पताल रेफर किया गया। कमरे में खुद को बंद करके जान बचाई डॉ. अमनदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने और स्टाफ ने कमरे में खुद को बंद करके जान बचाई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक है। इस बारे में कई बार पुलिस प्रशासन को लिखा जा चुका है। कुछ दिनों में यह दूसरी घटना है जब बाहरी लोगों ने मरीजों पर हमला किया है। डीएसपी बलाचौर से की शिकायत एसएमओ डॉक्टर कुलविंदर मान ने कहा कि अस्पताल में इस हुए हमले के लिए डीएसपी बलाचौर शाम सुंदर शर्मा को शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि बलाचौर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों, स्टाफ नर्सों तथा मरीजों की जान माल की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मचारी तैनात किए जाएं। नवांशहर के बलाचौर में नीलेवाड़ा गांव में हुई मारपीट के बाद दोनों पक्षों के लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे। तभी 20-25 लोगों का समूह अस्पताल में घुस आया। उन्होंने इलाज करा रहे मरीजों पर हमला कर दिया। हमलावर मरीजों को खींचकर बाहर ले जाने की कोशिश करने लगे। एसएमओ डॉ. कुलविंदर मान की सूझबूझ से हमलावरों को भगाया गया। जानकारी के अनुसार एक पक्ष के मरीजों का इलाज चल रहा था। इसी दौरान दूसरे पक्ष के एक बुजुर्ग और एक महिला भी इलाज के लिए आए थे। डॉ. कुलविंदर ने तुरंत डीएसपी बलाचौर शाम सुंदर शर्मा को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। एक पक्ष को बलाचौर अस्पताल में रखा गया। दूसरे पक्ष को गंभीर चोटों के कारण नवांशहर सरकारी अस्पताल रेफर किया गया। कमरे में खुद को बंद करके जान बचाई डॉ. अमनदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने और स्टाफ ने कमरे में खुद को बंद करके जान बचाई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक है। इस बारे में कई बार पुलिस प्रशासन को लिखा जा चुका है। कुछ दिनों में यह दूसरी घटना है जब बाहरी लोगों ने मरीजों पर हमला किया है। डीएसपी बलाचौर से की शिकायत एसएमओ डॉक्टर कुलविंदर मान ने कहा कि अस्पताल में इस हुए हमले के लिए डीएसपी बलाचौर शाम सुंदर शर्मा को शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि बलाचौर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों, स्टाफ नर्सों तथा मरीजों की जान माल की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मचारी तैनात किए जाएं।   पंजाब | दैनिक भास्कर