पंजाब में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच पावर कट से बचाने के लिए स्ट्रेटजी बनाई है। मीटिंग में तय हुआ है कि गर्मी के मौसम में बिजली की कटौती नहीं जाएगी। घरेलू उपभोक्ताओं को बिना किसी रुकावट से बिजली मुहैया करवाई जाएगी। मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने दावा किया हमारे थर्मल प्लांटों पर उचित मात्रा में कोयला पड़ा हुआ है। कोयले की कमी नहीं है। हमने बैंकिग भी कर रखी है। जरूरत पड़ने पर केंद्रीय पूल से बिजली ली जाएगी। इसके साथ ही इसी महीने के आखिर में भी रिव्यू किया जाएगा। हाई लेवल मीटिंग में चार प्वाइंटों पर बनी स्ट्रेटजी
जानकारी के मुताबिक इस बार अप्रैल में ही भीष्ण गर्मी शुरू हो गई है। वहीं, खपत भी बढ़ने लगी है। इसी चीज के मद्देजनर मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ की तरफ से विभाग के सारे अधिकारियों की हाई लेवल रिव्यू मीटिंग बुलाई गई। इसमें चार चीजों पर पूरा फोकस रहा। बिजली विभाग के प्रत्येक जोन की स्थिति का आकलन किया। वहीं जिन इलाकों में मुलाजिमों की कमी है। उसको दूर करने पर भी फैसला लिया है। 2500 लाइनमैनों की भर्ती प्रक्रिया भी चल रही है। उम्मीद है कि इससे लोगों को फायदा होगा। इसके अलावा साफ किया गया गेहूं की फसल पक गई है। ऐसे में इस चीज का भी ध्यान रखा जाए कि किसी क्षेत्र में तारे ढीली न हो। जिससे फसल को नुकसान पहुंचे। यह सवाल इस बार विधानसभा सेशन में भी उठा था। बिजली चोरी भी चोरी पर नजर रखी जाएगी। 2024-25 में 2,000 करोड़ रुपए से अधिक की बिजली चोरी की है, जो औसतन प्रतिदिन लगभग 5.5 करोड़ रुपए है। 17000 मेगावाट बिजली की जरूरत पंजाब में शुरू होने वाले धान के सीजन को लेकर इस दौरान स्ट्रेटजी बनी है। पिछले सालों को ध्यान में रखकर अनुमान लगाया गया कि इस सीजन 17,000 मेगावाट बिजली की ज़रूरत पड़ सकती है। वहीं, इस महीने के आखिर में मीटिंग होगी। यह मीटिंग 27, 28 और 29 को होगी। इसमें सारी रिपोर्ट आएगी। उसी आधार पर आगे की योजना बनेगी। अभी इस साल के लिए बिजली की दरे सरकार ने तय की थी। लेकिन इसमें किसी भी कैटेगरी में बढ़ोतरी नहीं की गई है। पंजाब में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच पावर कट से बचाने के लिए स्ट्रेटजी बनाई है। मीटिंग में तय हुआ है कि गर्मी के मौसम में बिजली की कटौती नहीं जाएगी। घरेलू उपभोक्ताओं को बिना किसी रुकावट से बिजली मुहैया करवाई जाएगी। मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने दावा किया हमारे थर्मल प्लांटों पर उचित मात्रा में कोयला पड़ा हुआ है। कोयले की कमी नहीं है। हमने बैंकिग भी कर रखी है। जरूरत पड़ने पर केंद्रीय पूल से बिजली ली जाएगी। इसके साथ ही इसी महीने के आखिर में भी रिव्यू किया जाएगा। हाई लेवल मीटिंग में चार प्वाइंटों पर बनी स्ट्रेटजी
जानकारी के मुताबिक इस बार अप्रैल में ही भीष्ण गर्मी शुरू हो गई है। वहीं, खपत भी बढ़ने लगी है। इसी चीज के मद्देजनर मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ की तरफ से विभाग के सारे अधिकारियों की हाई लेवल रिव्यू मीटिंग बुलाई गई। इसमें चार चीजों पर पूरा फोकस रहा। बिजली विभाग के प्रत्येक जोन की स्थिति का आकलन किया। वहीं जिन इलाकों में मुलाजिमों की कमी है। उसको दूर करने पर भी फैसला लिया है। 2500 लाइनमैनों की भर्ती प्रक्रिया भी चल रही है। उम्मीद है कि इससे लोगों को फायदा होगा। इसके अलावा साफ किया गया गेहूं की फसल पक गई है। ऐसे में इस चीज का भी ध्यान रखा जाए कि किसी क्षेत्र में तारे ढीली न हो। जिससे फसल को नुकसान पहुंचे। यह सवाल इस बार विधानसभा सेशन में भी उठा था। बिजली चोरी भी चोरी पर नजर रखी जाएगी। 2024-25 में 2,000 करोड़ रुपए से अधिक की बिजली चोरी की है, जो औसतन प्रतिदिन लगभग 5.5 करोड़ रुपए है। 17000 मेगावाट बिजली की जरूरत पंजाब में शुरू होने वाले धान के सीजन को लेकर इस दौरान स्ट्रेटजी बनी है। पिछले सालों को ध्यान में रखकर अनुमान लगाया गया कि इस सीजन 17,000 मेगावाट बिजली की ज़रूरत पड़ सकती है। वहीं, इस महीने के आखिर में मीटिंग होगी। यह मीटिंग 27, 28 और 29 को होगी। इसमें सारी रिपोर्ट आएगी। उसी आधार पर आगे की योजना बनेगी। अभी इस साल के लिए बिजली की दरे सरकार ने तय की थी। लेकिन इसमें किसी भी कैटेगरी में बढ़ोतरी नहीं की गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
