सोनीपत में एक लाइसेंस पर चल रहीं 7 राशन दुकानें:35 क्विंटल गेहूं गायब, 2 इलेक्ट्रॉनिक मशीनें जब्त, पुलिस ने डिपो कब्जे में लिया

सोनीपत में एक लाइसेंस पर चल रहीं 7 राशन दुकानें:35 क्विंटल गेहूं गायब, 2 इलेक्ट्रॉनिक मशीनें जब्त, पुलिस ने डिपो कब्जे में लिया

सोनीपत जिले में खाद्य आपूर्ति विभाग की बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जिसमें एक डिपो होल्डर द्वारा एक ही लाइसेंस पर सात राशन डिपो चलाने का गंभीर मामला सामने आया है। ये डिपो दो अलग-अलग गांवों में संचालित किए जा रहे थे। विभाग की टीम ने बुधवार देर रात गांव पबसरा में छापेमारी की, जिसमें स्टॉक रजिस्टर से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मशीनों के रिकॉर्ड में कई अनियमितताएं सामने आईं। विभाग ने जब मौके पर स्टॉक का मिलान किया तो भारी मात्रा में राशन सामग्री गायब मिली, वहीं कुछ चीजें तय मानकों से भी अधिक पाई गईं। जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है और पुलिस ने डिपो को कब्जे में ले लिया है। एक ही लाइसेंस पर कई डिपो संचालन का मामला खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि एक डिपो धारक नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एक ही लाइसेंस के जरिए दो गांवों में सात स्थानों पर राशन वितरण कर रहा है। इसी के आधार पर खाद्य आपूर्ति निरीक्षक नवीन पालीवाल और उप निरीक्षक मंजीत अपनी टीम के साथ गांव पबसरा पहुंचे और जयप्रकाश नामक डिपो धारक के खिलाफ छापेमारी की। डिपो पर दो इलेक्ट्रॉनिक मशीनें, सात जगहों पर हो रहा था वितरण जांच के दौरान टीम ने पाया कि डिपो धारक दो इलेक्ट्रॉनिक मशीनों की सहायता से सात अलग-अलग स्थानों पर राशन वितरण कर रहा था, जबकि विभागीय नियम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि एक लाइसेंस पर केवल एक डिपो संचालित किया जा सकता है। इससे न केवल वितरण व्यवस्था प्रभावित हो रही थी, बल्कि राशन के गबन की संभावनाएं भी बढ़ रही थीं। स्टॉक रजिस्टर और मशीनों के रिकॉर्ड में बड़ा अंतर टीम ने जब स्टॉक रजिस्टर और मशीनों के रिकॉर्ड का मिलान किया तो कई खामियां सामने आईं। डिपो पर जो स्टॉक मौजूद था, वह मशीनों के हिसाब से मेल नहीं खा रहा था। जांच में सामने आया कि 35.64 क्विंटल गेहूं, 31 किलोग्राम चीनी और 272 लीटर तेल कम पाया गया। वहीं 3.62 क्विंटल बाजरा तय मानक से अधिक मिला, जिससे राशन के हेरफेर की आशंका और प्रबल हो गई। इंस्पेक्टर का बयान खाद्य आपूर्ति इंस्पेक्टर नवीन पालीवाल ने बताया, हमें सूचना मिली थी कि डिपो धारक नियमों का उल्लंघन कर एक लाइसेंस से दो गांवों में राशन बांट रहा है। मौके पर पहुंचकर जब जांच की गई तो दो इलेक्ट्रॉनिक मशीनें मिलीं और स्टॉक में भारी गड़बडिय़ां पाई गईं। विभागीय निर्देशों के अनुसार एक लाइसेंस पर केवल एक ही डिपो संचालित किया जा सकता है। हमने पूरी रिपोर्ट तैयार कर जिला कार्यालय को भेज दी है। डिपो को पुलिस ने लिया कब्जे में, जल्द होगी कार्रवाई मामले की गंभीरता को देखते हुए राई और कुंडली पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस की टीम गांव पबसरा पहुंची और संबंधित डिपो को कब्जे में ले लिया गया। अब इस मामले में विभागीय और कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है। सोनीपत जिले में खाद्य आपूर्ति विभाग की बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जिसमें एक डिपो होल्डर द्वारा एक ही लाइसेंस पर सात राशन डिपो चलाने का गंभीर मामला सामने आया है। ये डिपो दो अलग-अलग गांवों में संचालित किए जा रहे थे। विभाग की टीम ने बुधवार देर रात गांव पबसरा में छापेमारी की, जिसमें स्टॉक रजिस्टर से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मशीनों के रिकॉर्ड में कई अनियमितताएं सामने आईं। विभाग ने जब मौके पर स्टॉक का मिलान किया तो भारी मात्रा में राशन सामग्री गायब मिली, वहीं कुछ चीजें तय मानकों से भी अधिक पाई गईं। जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है और पुलिस ने डिपो को कब्जे में ले लिया है। एक ही लाइसेंस पर कई डिपो संचालन का मामला खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि एक डिपो धारक नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एक ही लाइसेंस के जरिए दो गांवों में सात स्थानों पर राशन वितरण कर रहा है। इसी के आधार पर खाद्य आपूर्ति निरीक्षक नवीन पालीवाल और उप निरीक्षक मंजीत अपनी टीम के साथ गांव पबसरा पहुंचे और जयप्रकाश नामक डिपो धारक के खिलाफ छापेमारी की। डिपो पर दो इलेक्ट्रॉनिक मशीनें, सात जगहों पर हो रहा था वितरण जांच के दौरान टीम ने पाया कि डिपो धारक दो इलेक्ट्रॉनिक मशीनों की सहायता से सात अलग-अलग स्थानों पर राशन वितरण कर रहा था, जबकि विभागीय नियम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि एक लाइसेंस पर केवल एक डिपो संचालित किया जा सकता है। इससे न केवल वितरण व्यवस्था प्रभावित हो रही थी, बल्कि राशन के गबन की संभावनाएं भी बढ़ रही थीं। स्टॉक रजिस्टर और मशीनों के रिकॉर्ड में बड़ा अंतर टीम ने जब स्टॉक रजिस्टर और मशीनों के रिकॉर्ड का मिलान किया तो कई खामियां सामने आईं। डिपो पर जो स्टॉक मौजूद था, वह मशीनों के हिसाब से मेल नहीं खा रहा था। जांच में सामने आया कि 35.64 क्विंटल गेहूं, 31 किलोग्राम चीनी और 272 लीटर तेल कम पाया गया। वहीं 3.62 क्विंटल बाजरा तय मानक से अधिक मिला, जिससे राशन के हेरफेर की आशंका और प्रबल हो गई। इंस्पेक्टर का बयान खाद्य आपूर्ति इंस्पेक्टर नवीन पालीवाल ने बताया, हमें सूचना मिली थी कि डिपो धारक नियमों का उल्लंघन कर एक लाइसेंस से दो गांवों में राशन बांट रहा है। मौके पर पहुंचकर जब जांच की गई तो दो इलेक्ट्रॉनिक मशीनें मिलीं और स्टॉक में भारी गड़बडिय़ां पाई गईं। विभागीय निर्देशों के अनुसार एक लाइसेंस पर केवल एक ही डिपो संचालित किया जा सकता है। हमने पूरी रिपोर्ट तैयार कर जिला कार्यालय को भेज दी है। डिपो को पुलिस ने लिया कब्जे में, जल्द होगी कार्रवाई मामले की गंभीरता को देखते हुए राई और कुंडली पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस की टीम गांव पबसरा पहुंची और संबंधित डिपो को कब्जे में ले लिया गया। अब इस मामले में विभागीय और कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर