मैनपुरी में दूल्हे ने जयमाल पर दुल्हन को गालियां दीं:लड़की ने भरी पंचायत में शादी से इनकार किया; बोली- नशे में धुत था

मैनपुरी में दूल्हे ने जयमाल पर दुल्हन को गालियां दीं:लड़की ने भरी पंचायत में शादी से इनकार किया; बोली- नशे में धुत था

मैनपुरी में जयमाल के दौरान स्टेज पर दूल्हे ने दुल्हन को गालियां दे दीं। दूल्हे की इस हरकत से नाराज होकर दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई। बड़े-बुजुर्गों ने दोनों पक्षों को समझाया। काफी देर तक बातचीत का दौर चला, लेकिन दुल्हन मानने को तैयार नहीं थी। मामला किशनी थाने तक पहुंचा। थाने में भी दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की गई। दुल्हन ने कहा, दूल्हा नशे में है। वह अपनी शादी में शराब पीकर आया है, आगे क्या ही करेगा? लड़की के घरवाले भी शादी करने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद दूल्हा बिना ब्याह के लौट गया। 2 फोटो देखिए… इटावा से मैनपुरी आई थी बारात
मामला कुसमरा चौकी क्षेत्र के गांव बसंतपुर का है। इटावा के सैफई थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर से बारात बसंतपुर आई थी। आमोद अपनी बारात लेकर बसंतपुर मास्टर के यहां पहुंचा। बारात के स्वागत में घरातियों ने पूरी आवभगत की। बारातियों ने नाच-गाने के साथ धूमधाम से एंट्री ली। नशे की हालत में स्टेज पर पहुंचा दूल्हा
दरवाजे पर द्वाराचार का कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके बाद दूल्हा जयमाला के लिए स्टेज पर पहुंचा। जैसे ही वरमाला का कार्यक्रम शुरू हुआ, वैसे ही वहां हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया। दुल्हन बनी डॉली ने आरोप लगाया कि दूल्हा नशे में था। उसने स्टेज पर ही उसे गालियां दीं। दूल्हे की इस हरकत को देखकर दुल्हन भड़क गई। शादी करने से साफ इनकार कर दिया। घरातियों का कहना था कि दूल्हे को देखकर ही लग रहा था कि वह नशे में है। उसकी चाल भी ठीक नहीं थी। रिश्तेदारों और गांव वालों के बीच पंचायत चली
दुल्हन के शादी से इनकार करते ही बारातियों में हड़कंप मच गया। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। काफी देर तक रिश्तेदारों और गांव वालों के बीच पंचायत चलती रही, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। अंत में मामला किशनी थाने पहुंचा। थाने में भी दोनों पक्षों के बीच घंटों बातचीत और पंचायत होती रही, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अड़ी रही। दूल्हा पक्ष घटिया आभूषण और कपड़े लेकर आया
दुल्हन पक्ष का आरोप था कि उन्होंने दूल्हे पक्ष की सभी मांगें मानीं, लेकिन दूल्हा पक्ष घटिया आभूषण और कपड़े लेकर आया। ऊपर से शराब पीकर मंच पर तमाशा किया। आखिरकार दूल्हा बिना दुल्हन के ही बारात लेकर बैरंग लौट गया। दोनों पक्षों में अभी तक किसी ने कोई शिकायत नहीं की है। सोने-चांदी के आभूषण को नकली बताया
दुल्हन की मां गुड्डी देवी ने बताया, एक तो दूल्हा शराब के नशे में धुत होकर आया, और ऊपर से जो सोने-चांदी के आभूषण हमने दूल्हे को दिए थे, उन्हें उसका परिवार नकली बता रहा था। जबकि दूल्हे पक्ष की ओर से जो आभूषण और कपड़े लाए गए थे, वे सभी घटिया थे। अब हमने और हमारी बेटी ने मिलकर फैसला किया है कि उस घर में शादी नहीं करेंगे। बारात इटावा जनपद के सैफई थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर से आई थी। दूल्हे का नाम आमोद है। अब हम अपनी बेटी की शादी उस लड़के से नहीं करेंगे, बल्कि किसी और जगह करेंगे। ———————– ये खबर भी पढ़ें… वक्फ बिल तो बहाना, मकसद काफिरों को मिटाना है:राजा भैया ने बंगाल हिंसा पर कहा- आखिर हिंदू कब तक और कहां तक भागेगा प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और बाहुबली नेता राजा भैया ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा पर ममता सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, वक्फ बिल तो बहाना है, मकसद काफिरों को मिटाना है। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबी पोस्ट लिखी है। जिसमें उन्होंने रहीमदास के दोहे का जिक्र करते हुए मुर्शिदाबाद हिंसा की न केवल निंदा की, बल्कि वक्फ कानून को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए। पढ़ें पूरी खबर… मैनपुरी में जयमाल के दौरान स्टेज पर दूल्हे ने दुल्हन को गालियां दे दीं। दूल्हे की इस हरकत से नाराज होकर दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई। बड़े-बुजुर्गों ने दोनों पक्षों को समझाया। काफी देर तक बातचीत का दौर चला, लेकिन दुल्हन मानने को तैयार नहीं थी। मामला किशनी थाने तक पहुंचा। थाने में भी दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की गई। दुल्हन ने कहा, दूल्हा नशे में है। वह अपनी शादी में शराब पीकर आया है, आगे क्या ही करेगा? लड़की के घरवाले भी शादी करने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद दूल्हा बिना ब्याह के लौट गया। 2 फोटो देखिए… इटावा से मैनपुरी आई थी बारात
मामला कुसमरा चौकी क्षेत्र के गांव बसंतपुर का है। इटावा के सैफई थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर से बारात बसंतपुर आई थी। आमोद अपनी बारात लेकर बसंतपुर मास्टर के यहां पहुंचा। बारात के स्वागत में घरातियों ने पूरी आवभगत की। बारातियों ने नाच-गाने के साथ धूमधाम से एंट्री ली। नशे की हालत में स्टेज पर पहुंचा दूल्हा
दरवाजे पर द्वाराचार का कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके बाद दूल्हा जयमाला के लिए स्टेज पर पहुंचा। जैसे ही वरमाला का कार्यक्रम शुरू हुआ, वैसे ही वहां हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया। दुल्हन बनी डॉली ने आरोप लगाया कि दूल्हा नशे में था। उसने स्टेज पर ही उसे गालियां दीं। दूल्हे की इस हरकत को देखकर दुल्हन भड़क गई। शादी करने से साफ इनकार कर दिया। घरातियों का कहना था कि दूल्हे को देखकर ही लग रहा था कि वह नशे में है। उसकी चाल भी ठीक नहीं थी। रिश्तेदारों और गांव वालों के बीच पंचायत चली
दुल्हन के शादी से इनकार करते ही बारातियों में हड़कंप मच गया। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। काफी देर तक रिश्तेदारों और गांव वालों के बीच पंचायत चलती रही, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। अंत में मामला किशनी थाने पहुंचा। थाने में भी दोनों पक्षों के बीच घंटों बातचीत और पंचायत होती रही, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अड़ी रही। दूल्हा पक्ष घटिया आभूषण और कपड़े लेकर आया
दुल्हन पक्ष का आरोप था कि उन्होंने दूल्हे पक्ष की सभी मांगें मानीं, लेकिन दूल्हा पक्ष घटिया आभूषण और कपड़े लेकर आया। ऊपर से शराब पीकर मंच पर तमाशा किया। आखिरकार दूल्हा बिना दुल्हन के ही बारात लेकर बैरंग लौट गया। दोनों पक्षों में अभी तक किसी ने कोई शिकायत नहीं की है। सोने-चांदी के आभूषण को नकली बताया
दुल्हन की मां गुड्डी देवी ने बताया, एक तो दूल्हा शराब के नशे में धुत होकर आया, और ऊपर से जो सोने-चांदी के आभूषण हमने दूल्हे को दिए थे, उन्हें उसका परिवार नकली बता रहा था। जबकि दूल्हे पक्ष की ओर से जो आभूषण और कपड़े लाए गए थे, वे सभी घटिया थे। अब हमने और हमारी बेटी ने मिलकर फैसला किया है कि उस घर में शादी नहीं करेंगे। बारात इटावा जनपद के सैफई थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर से आई थी। दूल्हे का नाम आमोद है। अब हम अपनी बेटी की शादी उस लड़के से नहीं करेंगे, बल्कि किसी और जगह करेंगे। ———————– ये खबर भी पढ़ें… वक्फ बिल तो बहाना, मकसद काफिरों को मिटाना है:राजा भैया ने बंगाल हिंसा पर कहा- आखिर हिंदू कब तक और कहां तक भागेगा प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और बाहुबली नेता राजा भैया ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा पर ममता सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, वक्फ बिल तो बहाना है, मकसद काफिरों को मिटाना है। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबी पोस्ट लिखी है। जिसमें उन्होंने रहीमदास के दोहे का जिक्र करते हुए मुर्शिदाबाद हिंसा की न केवल निंदा की, बल्कि वक्फ कानून को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर