दिवाली पर जोधपुर को मिलेगी नए टर्मिनल की सौगात, देश के सभी बड़े शहरों से होगा कनेक्ट

दिवाली पर जोधपुर को मिलेगी नए टर्मिनल की सौगात, देश के सभी बड़े शहरों से होगा कनेक्ट

<p style=”text-align: justify;”><strong>Gajendra Singh Shekhawat News:</strong> केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शुक्रवार (18 अप्रैल) को जोधपुर पहुंचे. यहां एयरपोर्ट पर निर्माणाधीन नई टर्मिनल बिल्डिंग का अवलोकन किया. शेखावत ने निर्माण कार्यों की प्रगति पर संतोष जताया और कहा कि एयरपोर्ट विस्तार को लेकर जोधपुरवासियों का तीन दशक का सपना पूरा होने जा रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने दावा करते हुए कहा, ”दिवाली पर नए टर्मिनल की सौगात जोधपुरवासियों को मिलेगी. जोधपुर देश के सभी बड़े शहरों से कनेक्ट होगा. देश अब विकास की उस राह पर है, जहां पर हवाई चप्पल वाले हवाई जहाज में बैठ रहे हैं”.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जोधपुर एयरपोर्ट के विस्तार में क्या थी बाधाएं?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>निर्माणाधीन नई टर्मिनल बिल्डिंग में मीडिया से रू-ब-रू होते हुए शेखावत ने कहा, ”जोधपुर मरुस्थल का गेट-वे है, उस दृष्टिकोण से भी जोधपुर एयरपोर्ट के विस्तार की पिछले कई सालों से प्रतीक्षा थी. जोधपुर एयरपोर्ट के विस्तार में दो तरह की बाधाएं थीं. एक एयरपोर्ट पर भूमि की कमी थी, क्योंकि इसका अधिकांश भाग इंडियन एयरफोर्स के पास है. दूसरा, जोधपुर एयरपोर्ट पर ऑटोमेटिक लैंडिंग की फैसिलिटी नहीं थी. इसके कारण नाइट लैंडिंग नहीं हो पाती.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जोधपुर एयरपोर्ट विस्तार के लिए PM मोदी को धन्यवाद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, ”10 साल के लगातार प्रयासों के बाद ये बाधाएं दूर हुई हैं.” उन्होंने जोधपुर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद दिया. शेखावत ने ये भी कहा कि <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> जी के विकसित भारत बनाने के संकल्प ने देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को फ्यूचर रेडी बनाने का काम किया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>टर्मिनल के निर्माण से विकास को नया आयाम- शेखावत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, ”जोधपुर राजस्थान का जयपुर के बाद दूसरा बड़ा शहर है. आने वाले समय में जब कभी आवश्यकता होगी, एक महीने के शॉर्ट नोटिस पर जोधपुर एयरपोर्ट को डोमेस्टिक से इंटरनेशनल में कन्वर्ट किया जा सकेगा. एयरपोर्ट विस्तार का लाभ जोधपुर के हैंडीक्रॉफ्ट, स्टील, टेक्सटाइल, केमिकल, स्टोन, इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज आदि मिलेगा.” उन्होंने कहा कि जोधपुर न केवल सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है, बल्कि सामरिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस टर्मिनल के निर्माण से क्षेत्रीय विकास को नया आयाम मिलेगा और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मनोहर पर्रिकर को किया याद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>देश के पूर्व रक्षामंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए शेखावत ने कहा, ”प्रधानमंत्री जी के निर्देश पर जब मैं पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर जी के पास इस विषय को लेकर के गया था, तब उन्होंने तत्काल समस्या का समाधान कराया था. उन्होंने कहा कि अब जोधपुर में ऑटोमेटिक लैंडिंग सिस्टम की सुविधा मिली. नए टर्मिनल की डिजाइन को जोधपुर की पहचान छीतर पत्थर से तैयार किया जा रहा है, जिससे इसकी भव्यता और स्थानीयता दोनों बरकरार रहेगी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>480 करोड़ से बना नया टर्मिनल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय मंत्री ने बताया, ”जोधपुर एयरपोर्ट पर 480 करोड़ रुपए का निर्माण हो रहा है. मल्टीलेवल पार्किंग, जो अभी उत्तर भारत में केवल मुंबई और दिल्ली में है, यहां भी बन रही है. अभी जोधपुर एयरपोर्ट में मात्र 200 पैसेंजर की क्षमता है, जो अब 2000 पैसेंजर की होने वाली है. एयरपोर्ट की बिल्डिंग अभी 3900 स्क्वायर मीटर की है, जो छह गुना बढ़कर 24 हजार स्क्वायर मीटर होने जा रही है. इंजीनियर्स के मुताबिक नई बिल्डिंग में 20 साल के लिए प्रोविजन किया गया, लेकिन जिस तरह से देश में विस्तार हो रहा है और अर्थव्यवस्था बढ़ रही है, मुझे विश्वास है कि 10 साल तक यह बिल्डिंग आवश्यकताओं को पूरा करेगी.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?</strong></p>
<ul style=”text-align: justify;”>
<li>पैसेंजर्स के सामान के लिए कन्वेयर बेल्ट की संख्या एक से बढ़ाकर तीन की गई.</li>
<li>नए बिल्डिंग में छह एरो ब्रिज की सुविधा, पैसेंजर सीधा जहाज में जा सकेंगे.&nbsp;</li>
<li>आने और जाने के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधा.</li>
<li>पहले चरण में 300 कारों की पार्किंग, अभी 60 ही खड़ी हो सकती हैं.&nbsp;</li>
<li>12 एयरक्राफ्ट एकसाथ खड़े हो सकेंगे.&nbsp;</li>
<li>पुराने टर्मिनल को भी हज यात्रा या ऐसे अन्य विशेष अवसरों पर उपयोग में लिया जा सकेगा.</li>
<li>नाइट लैंडिंग सिस्टम लगाया जा रहा है, जिससे अब रात में भी विमान उतर सकेंगे.</li>
<li>ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण अनुकूल डिजाइन पर विशेष ध्यान.</li>
</ul>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जोधपुर एयरपोर्ट का इतिहास</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जोधपुर एयरपोर्ट की स्थापना 1930 के दशक में जोधपुर के तत्कालीन महाराजा उम्मेद सिंह द्वारा की गई थी. यह एयरपोर्ट ब्रिटिश रॉयल एयरफोर्स के उपयोग में भी रहा है. स्वतंत्रता के बाद इस एयरपोर्ट को भारतीय वायुसेना के अधीन कर दिया गया. जोधपुर एयरबेस आज भी भारतीय वायुसेना की एक अहम सामरिक इकाई है. 1950 के दशक में यहां से सिविल उड़ानों की शुरुआत हुई. यह एयरपोर्ट देश के सबसे पुराने और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हवाई अड्डों में शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कार्य आरंभ</strong> : नवंबर 2022</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अनुमानित पूर्णता</strong> : दिसंबर 2025</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>परियोजना का उद्देश्य</strong> : पर्यटन, रक्षा और व्यापार की जरूरतों को पूरा करते हुए अंतरराष्ट्रीय मानकों वाला टर्मिनल विकसित करना.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Gajendra Singh Shekhawat News:</strong> केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शुक्रवार (18 अप्रैल) को जोधपुर पहुंचे. यहां एयरपोर्ट पर निर्माणाधीन नई टर्मिनल बिल्डिंग का अवलोकन किया. शेखावत ने निर्माण कार्यों की प्रगति पर संतोष जताया और कहा कि एयरपोर्ट विस्तार को लेकर जोधपुरवासियों का तीन दशक का सपना पूरा होने जा रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने दावा करते हुए कहा, ”दिवाली पर नए टर्मिनल की सौगात जोधपुरवासियों को मिलेगी. जोधपुर देश के सभी बड़े शहरों से कनेक्ट होगा. देश अब विकास की उस राह पर है, जहां पर हवाई चप्पल वाले हवाई जहाज में बैठ रहे हैं”.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जोधपुर एयरपोर्ट के विस्तार में क्या थी बाधाएं?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>निर्माणाधीन नई टर्मिनल बिल्डिंग में मीडिया से रू-ब-रू होते हुए शेखावत ने कहा, ”जोधपुर मरुस्थल का गेट-वे है, उस दृष्टिकोण से भी जोधपुर एयरपोर्ट के विस्तार की पिछले कई सालों से प्रतीक्षा थी. जोधपुर एयरपोर्ट के विस्तार में दो तरह की बाधाएं थीं. एक एयरपोर्ट पर भूमि की कमी थी, क्योंकि इसका अधिकांश भाग इंडियन एयरफोर्स के पास है. दूसरा, जोधपुर एयरपोर्ट पर ऑटोमेटिक लैंडिंग की फैसिलिटी नहीं थी. इसके कारण नाइट लैंडिंग नहीं हो पाती.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जोधपुर एयरपोर्ट विस्तार के लिए PM मोदी को धन्यवाद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, ”10 साल के लगातार प्रयासों के बाद ये बाधाएं दूर हुई हैं.” उन्होंने जोधपुर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद दिया. शेखावत ने ये भी कहा कि <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> जी के विकसित भारत बनाने के संकल्प ने देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को फ्यूचर रेडी बनाने का काम किया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>टर्मिनल के निर्माण से विकास को नया आयाम- शेखावत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, ”जोधपुर राजस्थान का जयपुर के बाद दूसरा बड़ा शहर है. आने वाले समय में जब कभी आवश्यकता होगी, एक महीने के शॉर्ट नोटिस पर जोधपुर एयरपोर्ट को डोमेस्टिक से इंटरनेशनल में कन्वर्ट किया जा सकेगा. एयरपोर्ट विस्तार का लाभ जोधपुर के हैंडीक्रॉफ्ट, स्टील, टेक्सटाइल, केमिकल, स्टोन, इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज आदि मिलेगा.” उन्होंने कहा कि जोधपुर न केवल सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है, बल्कि सामरिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस टर्मिनल के निर्माण से क्षेत्रीय विकास को नया आयाम मिलेगा और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मनोहर पर्रिकर को किया याद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>देश के पूर्व रक्षामंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए शेखावत ने कहा, ”प्रधानमंत्री जी के निर्देश पर जब मैं पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर जी के पास इस विषय को लेकर के गया था, तब उन्होंने तत्काल समस्या का समाधान कराया था. उन्होंने कहा कि अब जोधपुर में ऑटोमेटिक लैंडिंग सिस्टम की सुविधा मिली. नए टर्मिनल की डिजाइन को जोधपुर की पहचान छीतर पत्थर से तैयार किया जा रहा है, जिससे इसकी भव्यता और स्थानीयता दोनों बरकरार रहेगी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>480 करोड़ से बना नया टर्मिनल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय मंत्री ने बताया, ”जोधपुर एयरपोर्ट पर 480 करोड़ रुपए का निर्माण हो रहा है. मल्टीलेवल पार्किंग, जो अभी उत्तर भारत में केवल मुंबई और दिल्ली में है, यहां भी बन रही है. अभी जोधपुर एयरपोर्ट में मात्र 200 पैसेंजर की क्षमता है, जो अब 2000 पैसेंजर की होने वाली है. एयरपोर्ट की बिल्डिंग अभी 3900 स्क्वायर मीटर की है, जो छह गुना बढ़कर 24 हजार स्क्वायर मीटर होने जा रही है. इंजीनियर्स के मुताबिक नई बिल्डिंग में 20 साल के लिए प्रोविजन किया गया, लेकिन जिस तरह से देश में विस्तार हो रहा है और अर्थव्यवस्था बढ़ रही है, मुझे विश्वास है कि 10 साल तक यह बिल्डिंग आवश्यकताओं को पूरा करेगी.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?</strong></p>
<ul style=”text-align: justify;”>
<li>पैसेंजर्स के सामान के लिए कन्वेयर बेल्ट की संख्या एक से बढ़ाकर तीन की गई.</li>
<li>नए बिल्डिंग में छह एरो ब्रिज की सुविधा, पैसेंजर सीधा जहाज में जा सकेंगे.&nbsp;</li>
<li>आने और जाने के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधा.</li>
<li>पहले चरण में 300 कारों की पार्किंग, अभी 60 ही खड़ी हो सकती हैं.&nbsp;</li>
<li>12 एयरक्राफ्ट एकसाथ खड़े हो सकेंगे.&nbsp;</li>
<li>पुराने टर्मिनल को भी हज यात्रा या ऐसे अन्य विशेष अवसरों पर उपयोग में लिया जा सकेगा.</li>
<li>नाइट लैंडिंग सिस्टम लगाया जा रहा है, जिससे अब रात में भी विमान उतर सकेंगे.</li>
<li>ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण अनुकूल डिजाइन पर विशेष ध्यान.</li>
</ul>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जोधपुर एयरपोर्ट का इतिहास</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जोधपुर एयरपोर्ट की स्थापना 1930 के दशक में जोधपुर के तत्कालीन महाराजा उम्मेद सिंह द्वारा की गई थी. यह एयरपोर्ट ब्रिटिश रॉयल एयरफोर्स के उपयोग में भी रहा है. स्वतंत्रता के बाद इस एयरपोर्ट को भारतीय वायुसेना के अधीन कर दिया गया. जोधपुर एयरबेस आज भी भारतीय वायुसेना की एक अहम सामरिक इकाई है. 1950 के दशक में यहां से सिविल उड़ानों की शुरुआत हुई. यह एयरपोर्ट देश के सबसे पुराने और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हवाई अड्डों में शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कार्य आरंभ</strong> : नवंबर 2022</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अनुमानित पूर्णता</strong> : दिसंबर 2025</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>परियोजना का उद्देश्य</strong> : पर्यटन, रक्षा और व्यापार की जरूरतों को पूरा करते हुए अंतरराष्ट्रीय मानकों वाला टर्मिनल विकसित करना.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>  राजस्थान MP News: मध्य प्रदेश में बढ़ेगी किसानों की आय, कृषि आधारित मॉडल स्थापित करेगा पतंजलि, मिलेंगे ये फायदे