<p style=”text-align: justify;”><strong>Nitesh Rane On Rashmi Thackeray:</strong> महाराष्ट्र की राजनीति में उद्धव ठाकरे और राणे परिवार के बीच सियासी अदावत जगजाहिर है. दोनों परिवार हमेशा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहते हैं. इस बीच मंत्री नितेश राणे के एक दावे से बवाल मच गया है. दरअल, नितेश राणे ने कहा कि उद्धव ठाकरे का हर फैसला रश्मि राणे लेती हैं, उन्होंने सवाल किया कि राज ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देने से पहले क्या उद्धव ठाकरे ने रश्मि ठाकरे से पूछा या नहीं. वहीं इस दावे के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. आइए जानते हैं उनके दावे में कितनी सच्चाई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, रश्मि उद्धव ठाकरे ना कभी कैमरे पर आती हैं ना कभी रैली के दौरान मंच पर दिखाई देती हैं. कोई कार्यक्रम के दौरान भी देखने मिलती हैं तो कैमरे के सामने बात भी नहीं करती और रैली के समय मंच के सामने बैठकर उद्धव ठाकरे का भाषण सुनती हैं. यानी रश्मि ठाकरे हमेशा पर्दे के पिछे रहती हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पर्दे के पीछे की लिखती हैं पिक्चर?</strong><br />रश्मि ठाकरे की असली कहानी इस पर्दे के पिछे से ही शुरू होती है. उद्धव ठाकरे के कंधे से कंधा मिलाकर रश्मि ठाकरे पर्दे के पिछे से शतरंज के प्यादे और वजीर को चलाती हैं. 2019 में उद्धव ठाकरे जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने उसके बाद रश्मि ठाकरे ने सरकार चलाई इस पर हमेशा चर्चा होती आ रही है. यही बात मंत्री नितेश राणे ने कैमरे के सामने बोल दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव के फैसलों पर रश्मि ठाकरे की मुहर?</strong><br />उद्धव ठाकरे पास पिछले 25 सालों से मुंबई नगर निगम की सत्ता रही है. सूत्रों की मानें तो बीएमसी के हर अहम निर्णय पर रश्मि ठाकरे की अंतिम मुहर ना लगे वह काम पूरा नहीं होता. वैसे ही उद्धव ठाकरे सीएम बनने के बाद कुछ अहम फैसले रश्मि ठाकरे से लिए जाने की चर्चा रही है. MSRDC से लेकर MMRDA के सभी प्रोजेक्ट पर रश्मि ठाकरे की पकड़ बनी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम बनने की लिखी पटकथा</strong><br />उद्धव ठाकरे को सीएम पद पर देखने की रश्मि ठाकरे की कई सालों की महत्वकांक्षा होने की चर्चा है. रश्मि ठाकरे का यही सपना 2019 में पूरा करने का मौका नहीं छोड़ा. 2019 में विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद रश्मि ठाकरे ने अपने कुछ नेताओं को लेकर सीएम पद के लिए उद्धव ठाकरे कौ तैयार किया, उद्धव ठाकरे के नाम की महाराष्ट्र मे चर्चा फैलाई, महाविकास आघाडी तैयार की और आखिर मे उद्धव ठाकरे के सीएम बनाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई अहम फैसलों में रहा हस्तक्षेप?</strong><br />महाराष्ट्र के इतिहास मे सीएम पद पर रहे चेहरे की पत्नी हमेशा पर्दे के पिछे रही हैं. कोई भी डायरेक्ट राजनीति में नही हैं. देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस मीडिया के सामने आती हैं पर पार्टी के निर्णयों मे कोई हस्तक्षेप नहीं होता है. वैसे इमेज रश्मि ठाकरे की नहीं है, रश्मि ठाकरे उद्धव के साथ पार्टी के कई अहम फैसले और चुनाव मे अहम भूमिका निभाती आई हैं पर इस पर ठाकरे सही समय आने पर राणे को जवाब देंगे इतना जरूर है, क्योंकी ठाकरे को अपने परिवार पर टिप्पणी अच्छी नहीं लगती.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन हैं रश्मि ठाकरे? </strong><br />रश्मि ठाकरे का जन्म पाटणकर नाम के एक मिडिल क्लास फैमिली मे हुआ. उसके बाद रश्मि ठाकरे की पूरी पढाई मुलुंड के वझे कॅालेज से ग्रेजुएशन किया. कॉलेज की पढाई के दौरान ही उद्धव और रश्मि ठाकरे की पहचान हुई. उसके बाद रश्मि ठाकरे 1987 मे एलआईसी कंपनी में काम करने लगीं. फिर साल 1989 में उद्धव ठाकरे और रश्मि की शादी हो गई. बालासाहेब ठाकरे के निधन के बाद रश्मि ठाकरे पार्टी के कही अहम निर्णयों मे शामिल होने लगीं. उद्धव ठाकरे सीएम बनने के बाद रश्मि ठाकरे को 2020 मे सामना पेपर का संपादक पद घोषित कर दिया गया. वहीं 2024 के चुनाव के पहले महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर रश्मि ठाकरे के नाम की चर्चा रही.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Nitesh Rane On Rashmi Thackeray:</strong> महाराष्ट्र की राजनीति में उद्धव ठाकरे और राणे परिवार के बीच सियासी अदावत जगजाहिर है. दोनों परिवार हमेशा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहते हैं. इस बीच मंत्री नितेश राणे के एक दावे से बवाल मच गया है. दरअल, नितेश राणे ने कहा कि उद्धव ठाकरे का हर फैसला रश्मि राणे लेती हैं, उन्होंने सवाल किया कि राज ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देने से पहले क्या उद्धव ठाकरे ने रश्मि ठाकरे से पूछा या नहीं. वहीं इस दावे के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. आइए जानते हैं उनके दावे में कितनी सच्चाई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, रश्मि उद्धव ठाकरे ना कभी कैमरे पर आती हैं ना कभी रैली के दौरान मंच पर दिखाई देती हैं. कोई कार्यक्रम के दौरान भी देखने मिलती हैं तो कैमरे के सामने बात भी नहीं करती और रैली के समय मंच के सामने बैठकर उद्धव ठाकरे का भाषण सुनती हैं. यानी रश्मि ठाकरे हमेशा पर्दे के पिछे रहती हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पर्दे के पीछे की लिखती हैं पिक्चर?</strong><br />रश्मि ठाकरे की असली कहानी इस पर्दे के पिछे से ही शुरू होती है. उद्धव ठाकरे के कंधे से कंधा मिलाकर रश्मि ठाकरे पर्दे के पिछे से शतरंज के प्यादे और वजीर को चलाती हैं. 2019 में उद्धव ठाकरे जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने उसके बाद रश्मि ठाकरे ने सरकार चलाई इस पर हमेशा चर्चा होती आ रही है. यही बात मंत्री नितेश राणे ने कैमरे के सामने बोल दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव के फैसलों पर रश्मि ठाकरे की मुहर?</strong><br />उद्धव ठाकरे पास पिछले 25 सालों से मुंबई नगर निगम की सत्ता रही है. सूत्रों की मानें तो बीएमसी के हर अहम निर्णय पर रश्मि ठाकरे की अंतिम मुहर ना लगे वह काम पूरा नहीं होता. वैसे ही उद्धव ठाकरे सीएम बनने के बाद कुछ अहम फैसले रश्मि ठाकरे से लिए जाने की चर्चा रही है. MSRDC से लेकर MMRDA के सभी प्रोजेक्ट पर रश्मि ठाकरे की पकड़ बनी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम बनने की लिखी पटकथा</strong><br />उद्धव ठाकरे को सीएम पद पर देखने की रश्मि ठाकरे की कई सालों की महत्वकांक्षा होने की चर्चा है. रश्मि ठाकरे का यही सपना 2019 में पूरा करने का मौका नहीं छोड़ा. 2019 में विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद रश्मि ठाकरे ने अपने कुछ नेताओं को लेकर सीएम पद के लिए उद्धव ठाकरे कौ तैयार किया, उद्धव ठाकरे के नाम की महाराष्ट्र मे चर्चा फैलाई, महाविकास आघाडी तैयार की और आखिर मे उद्धव ठाकरे के सीएम बनाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई अहम फैसलों में रहा हस्तक्षेप?</strong><br />महाराष्ट्र के इतिहास मे सीएम पद पर रहे चेहरे की पत्नी हमेशा पर्दे के पिछे रही हैं. कोई भी डायरेक्ट राजनीति में नही हैं. देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस मीडिया के सामने आती हैं पर पार्टी के निर्णयों मे कोई हस्तक्षेप नहीं होता है. वैसे इमेज रश्मि ठाकरे की नहीं है, रश्मि ठाकरे उद्धव के साथ पार्टी के कई अहम फैसले और चुनाव मे अहम भूमिका निभाती आई हैं पर इस पर ठाकरे सही समय आने पर राणे को जवाब देंगे इतना जरूर है, क्योंकी ठाकरे को अपने परिवार पर टिप्पणी अच्छी नहीं लगती.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन हैं रश्मि ठाकरे? </strong><br />रश्मि ठाकरे का जन्म पाटणकर नाम के एक मिडिल क्लास फैमिली मे हुआ. उसके बाद रश्मि ठाकरे की पूरी पढाई मुलुंड के वझे कॅालेज से ग्रेजुएशन किया. कॉलेज की पढाई के दौरान ही उद्धव और रश्मि ठाकरे की पहचान हुई. उसके बाद रश्मि ठाकरे 1987 मे एलआईसी कंपनी में काम करने लगीं. फिर साल 1989 में उद्धव ठाकरे और रश्मि की शादी हो गई. बालासाहेब ठाकरे के निधन के बाद रश्मि ठाकरे पार्टी के कही अहम निर्णयों मे शामिल होने लगीं. उद्धव ठाकरे सीएम बनने के बाद रश्मि ठाकरे को 2020 मे सामना पेपर का संपादक पद घोषित कर दिया गया. वहीं 2024 के चुनाव के पहले महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर रश्मि ठाकरे के नाम की चर्चा रही.</p> महाराष्ट्र ‘बार-बार कर रहे दिल्ली के दौरे क्योंकि…’, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा का CM भजनलाल शर्मा पर हमला
क्या उद्धव के फैसलों पर लगती है रश्मि ठाकरे की मुहर? नितेश राणे के दावे में कितनी हकीकत
