यूपी में पाकिस्तानियों पर एक्शन शुरू, 6 को वापस भेजा:बुलंदशहर में महिला फूट-फूटकर रोई; क्या सीमा हैदर भी पाक जाएगी

यूपी में पाकिस्तानियों पर एक्शन शुरू, 6 को वापस भेजा:बुलंदशहर में महिला फूट-फूटकर रोई; क्या सीमा हैदर भी पाक जाएगी

पीएम मोदी के कड़े फैसले के बाद यूपी में रह रहे पाकिस्तानी बाशिंदों पर एक्शन शुरू हो गया है। बरेली से एक और बुलंदशहर से 5 पाकिस्तानियों को उनके देश डिपोर्ट कर दिया गया। बुलंदशहर के LIU ऑफिस में एक पाकिस्तानी महिला फूट-फूटकर रोने लगी। एक अफसर ने उन्हें दिलासा दिया। कहा, परेशान न हों, जब माहौल ठीक हो जाएगा तो दोबारा लाएंगे। इस पर महिला बोली- अब बहुत मुश्किल है। 12 साल बाद तो आने का मौका मिला था। अब, फिर पता नहीं कब आ पाऊंगी। वहीं, ग्रेटर नोएडा में रह रही सीमा हैदर भी पाकिस्तान भेजी जा सकती है। यूपी में हाई अलर्ट है। यूपी पुलिस विभाग के लोकल इंटेलिजेंस विंग (LIU) ने सभी 75 जिलों से इनपुट मांगे गए हैं। किस जिले में पाकिस्तानी कितने दिन से रह रहे हैं, क्या उनके पास वीजा है, वीजा है तो किस कैटेगरी का है…जैसे सवालों से जवाब मांगे गए हैं। अब विस्तार से पढ़िए… बरेली में महिला बोली- मेरे दस्तावेज ट्रेन में चोरी हुए पाकिस्तान के कराची में दिल्ली मेंशन नॉर्थ रोड निवासी शहनाज बेगम का मायका बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र में है। 1982 में उनकी पाकिस्तान में शादी हुई थी। शादी के बाद वह वहीं जाकर बस गईं। शहनाज ने बताया, वह बीच-बीच में अपने परिवार से मिलने के लिए भारत आती रहती हैं। इस बार 24 मार्च को अपनी बीमार मां को देखने पाकिस्तान से अमृतसर आई थी। वहां से बरेली आने के लिए पंजाब मेल में सवार हुई। रामपुर के पास सुबह के वक्त नींद आ गई। तभी पर्स चोरी हो गया। उसी पर्स में ही वीजा, पासपोर्ट और अन्य सभी दस्तावेज थे। जिसकी जीआरपी बरेली में गुमशुदगी दर्ज की गई थी। 45 दिन का वीजा था, पुलिस कस्टडी में दिल्ली भेजा गया
शहनाज भारत में 45 दिन के वीजा पर आई थीं। जो 6 मई 2025 तक वैध है। मगर केंद्र सरकार के सख्त रुख के बाद उन्हें समय से पहले ही भारत छोड़ना पड़ रहा है। बरेली पुलिस ने बुधवार देर रात शहनाज को नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा, शहनाज को 48 घंटे में देश छोड़ना होगा। उन्हें बाघा बॉर्डर के माध्यम से पाकिस्तान वापस भेजा जाएगा। इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस ने कहा- शहनाज को पाकिस्तान जाने के लिए दिल्ली एंबेसी में संपर्क करना होगा। गुरुवार दोपहर करीब एक बजे शहनाज को पुलिस कस्टडी में कार से दिल्ली भेजा गया है। साथ में उसका भाई तालिब भी गया है। अब यहां उसे पाकिस्तान भेजा जाएगा। एसएसपी ने बताया- शहनाज के पास वीजा नहीं था
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया, शहनाज विशेष उद्देश्य प्रवेश वीजा (SPEV) पर बरेली आई थीं। इनके वन टाइम ट्रैवल डॉक्यूमेंट के लिए एलआईयू और संबंधित एजेंसियों से पत्राचार किया गया। वहां से जो भी दिशा-निर्देश प्राप्त हुए हैं, उसके तहत पुलिस कार्रवाई कर रही है। भारत सरकार की तरफ से जो भी निर्देश प्राप्त हुए हैं। उसके संबंध में भी उन्हें लिखित में अवगत करवा दिया गया है। भारत सरकार के आदेश के मुताबिक शहनाज को 48 घंटे में देश छोड़ना होगा। उसके पास वीजा नहीं है। एसएसपी ने बताया कि बरेली में दीर्घकालिक वीजा पर 34 लोग हैं, जिनका समय-समय पर सत्यापन भी कराया जाता है। अब बुलंदशहर की बात वीजा रद्द होते ही पुलिस के पास पहुंचे 5 पाकिस्तानी
बुलंदशहर से 5 पाकिस्तानी महिलाओं को वापस भेजा गया है। ये सभी 30 और 40 दिन के विजिटर वीजा पर अपने रिश्तेदारों से मिलने आई थीं। वीजा रद्द किए जाने की सूचना मिलते ही वे बुलंदशहर एलआईयू दफ्तर पहुंचीं और अटारी बॉर्डर की ओर रवाना हो गईं। खानुम अप्रैल में बुलंदशहर आई थीं। उनका नरसैना के चंदीयाना गांव में मायका है। LIU ऑफिस में खानुम फूट-फूटकर रोने लगीं। वहां मौजूद एक शख्स ने उन्हें दिलासा दिया। कहा, आप परेशान न हों, जब माहौल ठीक हो जाएगा तो दोबारा लाएंगे आपको। इस पर खानुम बोलीं- अब बहुत मुश्किल है। 12 साल बाद तो आने का मौका मिला था। अब, फिर पता नहीं कब मौका मिले। नसाबा खान ने बताया, वह 11 अप्रैल को स्याना में कोतवाली के सामने स्थित अपनी मां और भाई के घर आई थीं। जब उनके पिता जीवित थे, तब वह हर साल मायके आती थीं, लेकिन अब लगभग 6 साल बाद आई हैं। नसाबा की शादी पाकिस्तान के कराची स्थित गुलशन-ए-पार्क में हुई थी। उन्होंने कहा कि अगर एक या दो साल में वीजा मिल जाए, तो वह अपने मायके वालों से मिलने आ सकती हैं। पहलगाम में पर्यटकों की हत्या के सवाल पर नसाबा ने कहा, हत्या किसी की भी हो, वह गलत है। सरकार के निर्देश पर नसाबा को स्याना से वापस भेज दिया गया। 18 पाकिस्तानी लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे
बुलंदशहर में 18 पाकिस्तानी नागरिक लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे हैं। ये सभी भारतीयों से विवाह कर चुके हैं और भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर रखा है। पुलिस और प्रशासन इनकी नियमित निगरानी कर रहे हैं। एसएसपी दिनेश कुमार सिंह के अनुसार, सरकारी आदेश के बाद पाकिस्तानी नागरिक स्वयं डिपोर्ट की प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं। वीजा नियमों के अनुसार ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए वे सरहद पार जा रहे हैं। क्या सीमा हैदर को भी वापस जाना होगा? क्या सीमा हैदर को भी भारत छोड़कर पाकिस्तान जाना होगा? सोशल मीडिया पर लोग इस सवाल पर बहस कर रहे हैं। क्योंकि सीमा हैदर अवैध तरीके से भारत पहुंची हैं। अब सवाल यह भी है कि पिछले माह पैदा हुई उनकी बच्ची का क्या होगा, क्या उसको नागरिकता मिलेगी। दैनिक भास्कर के साथ जानिए एक्सपर्ट क्या कहते हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों के मुताबिक, सभी पाकिस्तानी नागरिकों को हर हाल में भारत को छोड़ना ही पड़ेगा ऐसे हालात में सीमा हैदर को भी भारत छोड़ना पड़ सकता है। हालांकि ऐसा करना आसान नहीं है। दरअसल, राज्य सरकार पर निर्भर करता है कि वह सीमा हैदर को भारत में रहने की इजाजत दे या नहीं। एक और तथ्य ध्यान रखने योग्य यह है कि सीमा हैदर ने भारतीय नागरिक सचिन मीणा से शादी की है। सचिन से उसका एक बच्चा भी है। ऐसे में यूपी सरकार की प्रतिकूल रिपोर्ट आने पर ही सीमा हैदर पर कार्रवाई होगी। नवजात बच्ची भारत की नागरिक, सीमा के लिए प्रक्रिया जारी
सीमा हैदर के वकील एपी सिंह ने बताया, सीमा की नवजात बच्ची है, जो अभी अस्पताल में है। इनका मामला बिल्कुल अलग है। मर्सी पिटीशन ऑलरेडी दी जा चुकी है। ऐसा कोई नियम तो नहीं है, लेकिन आगे देखते हैं क्या होता है। जो बन पड़ेगा किया जाएगा। बच्ची का जन्म इंडिया में हुआ था इसलिए उसे नागरिकता मिल चुकी है। सीमा भारत की बहू है इसके ऊपर कई केसेस भी भारत में है। नागरिकता के लिए प्रक्रिया चल रही है। हम भारत सरकार के टच में है। सीमा हैदर ने नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया था। भारत आने के बाद उसने ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में रहने वाले सचिन मीणा के साथ शादी की है। दोनों की मुलाकात ऑनलाइन गेम PUBG के माध्यम से हुई थी। यही रिश्ता धीरे-धीरे प्यार में बदल गया। अब सीमा, सचिन के साथ नोएडा में रह रही हैं। वह सचिन के बच्चे की मां भी बन चुकी है। केंद्र सरकार ने कहा- 1 मई तक भारत छोड़ दें पाकिस्तानी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों को इस रास्ते से लौटने के लिए 1 मई तक का वक्त दिया गया है। पाकिस्तानी नागरिक अब भारत दौरा नहीं कर सकेंगे। भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है। सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं। ————————- पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए LIVE-कश्मीर से शुभम का शव कानपुर लाया गया:मंत्री ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया; एयरपोर्ट पर डिप्टी CM से लिपटकर रोए पिता जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी का शव देर रात कानपुर लाया गया। लखनऊ एयरपोर्ट से कानपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। शुभम का शव उनके पैतृक गांव हाथीपुर पहुंचाया। मंत्री राकेश सचान और योगेंद्र उपाध्याय ने घर पर पार्थिव शरीर को कंधा दिया। शव का अंतिम संस्कार आज राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। सीएम योगी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सुबह 9:30 बजे कानपुर पहुंचेंगे। पूरी खबर पढ़िए यूपी- शुभम की पत्नी योगी से बोली- कड़ा बदला चाहिए:पति की शर्ट पहनी, फिर उसी से लिपट गई; CM बोले- ताबूत में ये आखिरी कील पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। चाचा नरेंद्र ने मुखाग्नि दी। पिता बगल में खड़े होकर रोते रहे। गुरुवार सुबह 11 बजे जब घर से ड्योढ़ी घाट के लिए शव यात्रा निकली तो पत्नी ऐशन्या चीख पड़ीं। पत्नी ने दो दिन से अपने पति की शर्ट पहन रखी थी। उन्होंने वह शर्ट उतारी, उसे सीने से लगाया, फिर फूट-फूटकर रोने लगीं। यह देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आईं। इससे पहले, सीएम योगी ने शुभम को श्रद्धांजलि दी और घरवालों से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया। पढ़ें पूरी खबर पीएम मोदी के कड़े फैसले के बाद यूपी में रह रहे पाकिस्तानी बाशिंदों पर एक्शन शुरू हो गया है। बरेली से एक और बुलंदशहर से 5 पाकिस्तानियों को उनके देश डिपोर्ट कर दिया गया। बुलंदशहर के LIU ऑफिस में एक पाकिस्तानी महिला फूट-फूटकर रोने लगी। एक अफसर ने उन्हें दिलासा दिया। कहा, परेशान न हों, जब माहौल ठीक हो जाएगा तो दोबारा लाएंगे। इस पर महिला बोली- अब बहुत मुश्किल है। 12 साल बाद तो आने का मौका मिला था। अब, फिर पता नहीं कब आ पाऊंगी। वहीं, ग्रेटर नोएडा में रह रही सीमा हैदर भी पाकिस्तान भेजी जा सकती है। यूपी में हाई अलर्ट है। यूपी पुलिस विभाग के लोकल इंटेलिजेंस विंग (LIU) ने सभी 75 जिलों से इनपुट मांगे गए हैं। किस जिले में पाकिस्तानी कितने दिन से रह रहे हैं, क्या उनके पास वीजा है, वीजा है तो किस कैटेगरी का है…जैसे सवालों से जवाब मांगे गए हैं। अब विस्तार से पढ़िए… बरेली में महिला बोली- मेरे दस्तावेज ट्रेन में चोरी हुए पाकिस्तान के कराची में दिल्ली मेंशन नॉर्थ रोड निवासी शहनाज बेगम का मायका बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र में है। 1982 में उनकी पाकिस्तान में शादी हुई थी। शादी के बाद वह वहीं जाकर बस गईं। शहनाज ने बताया, वह बीच-बीच में अपने परिवार से मिलने के लिए भारत आती रहती हैं। इस बार 24 मार्च को अपनी बीमार मां को देखने पाकिस्तान से अमृतसर आई थी। वहां से बरेली आने के लिए पंजाब मेल में सवार हुई। रामपुर के पास सुबह के वक्त नींद आ गई। तभी पर्स चोरी हो गया। उसी पर्स में ही वीजा, पासपोर्ट और अन्य सभी दस्तावेज थे। जिसकी जीआरपी बरेली में गुमशुदगी दर्ज की गई थी। 45 दिन का वीजा था, पुलिस कस्टडी में दिल्ली भेजा गया
शहनाज भारत में 45 दिन के वीजा पर आई थीं। जो 6 मई 2025 तक वैध है। मगर केंद्र सरकार के सख्त रुख के बाद उन्हें समय से पहले ही भारत छोड़ना पड़ रहा है। बरेली पुलिस ने बुधवार देर रात शहनाज को नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा, शहनाज को 48 घंटे में देश छोड़ना होगा। उन्हें बाघा बॉर्डर के माध्यम से पाकिस्तान वापस भेजा जाएगा। इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस ने कहा- शहनाज को पाकिस्तान जाने के लिए दिल्ली एंबेसी में संपर्क करना होगा। गुरुवार दोपहर करीब एक बजे शहनाज को पुलिस कस्टडी में कार से दिल्ली भेजा गया है। साथ में उसका भाई तालिब भी गया है। अब यहां उसे पाकिस्तान भेजा जाएगा। एसएसपी ने बताया- शहनाज के पास वीजा नहीं था
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया, शहनाज विशेष उद्देश्य प्रवेश वीजा (SPEV) पर बरेली आई थीं। इनके वन टाइम ट्रैवल डॉक्यूमेंट के लिए एलआईयू और संबंधित एजेंसियों से पत्राचार किया गया। वहां से जो भी दिशा-निर्देश प्राप्त हुए हैं, उसके तहत पुलिस कार्रवाई कर रही है। भारत सरकार की तरफ से जो भी निर्देश प्राप्त हुए हैं। उसके संबंध में भी उन्हें लिखित में अवगत करवा दिया गया है। भारत सरकार के आदेश के मुताबिक शहनाज को 48 घंटे में देश छोड़ना होगा। उसके पास वीजा नहीं है। एसएसपी ने बताया कि बरेली में दीर्घकालिक वीजा पर 34 लोग हैं, जिनका समय-समय पर सत्यापन भी कराया जाता है। अब बुलंदशहर की बात वीजा रद्द होते ही पुलिस के पास पहुंचे 5 पाकिस्तानी
बुलंदशहर से 5 पाकिस्तानी महिलाओं को वापस भेजा गया है। ये सभी 30 और 40 दिन के विजिटर वीजा पर अपने रिश्तेदारों से मिलने आई थीं। वीजा रद्द किए जाने की सूचना मिलते ही वे बुलंदशहर एलआईयू दफ्तर पहुंचीं और अटारी बॉर्डर की ओर रवाना हो गईं। खानुम अप्रैल में बुलंदशहर आई थीं। उनका नरसैना के चंदीयाना गांव में मायका है। LIU ऑफिस में खानुम फूट-फूटकर रोने लगीं। वहां मौजूद एक शख्स ने उन्हें दिलासा दिया। कहा, आप परेशान न हों, जब माहौल ठीक हो जाएगा तो दोबारा लाएंगे आपको। इस पर खानुम बोलीं- अब बहुत मुश्किल है। 12 साल बाद तो आने का मौका मिला था। अब, फिर पता नहीं कब मौका मिले। नसाबा खान ने बताया, वह 11 अप्रैल को स्याना में कोतवाली के सामने स्थित अपनी मां और भाई के घर आई थीं। जब उनके पिता जीवित थे, तब वह हर साल मायके आती थीं, लेकिन अब लगभग 6 साल बाद आई हैं। नसाबा की शादी पाकिस्तान के कराची स्थित गुलशन-ए-पार्क में हुई थी। उन्होंने कहा कि अगर एक या दो साल में वीजा मिल जाए, तो वह अपने मायके वालों से मिलने आ सकती हैं। पहलगाम में पर्यटकों की हत्या के सवाल पर नसाबा ने कहा, हत्या किसी की भी हो, वह गलत है। सरकार के निर्देश पर नसाबा को स्याना से वापस भेज दिया गया। 18 पाकिस्तानी लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे
बुलंदशहर में 18 पाकिस्तानी नागरिक लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे हैं। ये सभी भारतीयों से विवाह कर चुके हैं और भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर रखा है। पुलिस और प्रशासन इनकी नियमित निगरानी कर रहे हैं। एसएसपी दिनेश कुमार सिंह के अनुसार, सरकारी आदेश के बाद पाकिस्तानी नागरिक स्वयं डिपोर्ट की प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं। वीजा नियमों के अनुसार ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए वे सरहद पार जा रहे हैं। क्या सीमा हैदर को भी वापस जाना होगा? क्या सीमा हैदर को भी भारत छोड़कर पाकिस्तान जाना होगा? सोशल मीडिया पर लोग इस सवाल पर बहस कर रहे हैं। क्योंकि सीमा हैदर अवैध तरीके से भारत पहुंची हैं। अब सवाल यह भी है कि पिछले माह पैदा हुई उनकी बच्ची का क्या होगा, क्या उसको नागरिकता मिलेगी। दैनिक भास्कर के साथ जानिए एक्सपर्ट क्या कहते हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों के मुताबिक, सभी पाकिस्तानी नागरिकों को हर हाल में भारत को छोड़ना ही पड़ेगा ऐसे हालात में सीमा हैदर को भी भारत छोड़ना पड़ सकता है। हालांकि ऐसा करना आसान नहीं है। दरअसल, राज्य सरकार पर निर्भर करता है कि वह सीमा हैदर को भारत में रहने की इजाजत दे या नहीं। एक और तथ्य ध्यान रखने योग्य यह है कि सीमा हैदर ने भारतीय नागरिक सचिन मीणा से शादी की है। सचिन से उसका एक बच्चा भी है। ऐसे में यूपी सरकार की प्रतिकूल रिपोर्ट आने पर ही सीमा हैदर पर कार्रवाई होगी। नवजात बच्ची भारत की नागरिक, सीमा के लिए प्रक्रिया जारी
सीमा हैदर के वकील एपी सिंह ने बताया, सीमा की नवजात बच्ची है, जो अभी अस्पताल में है। इनका मामला बिल्कुल अलग है। मर्सी पिटीशन ऑलरेडी दी जा चुकी है। ऐसा कोई नियम तो नहीं है, लेकिन आगे देखते हैं क्या होता है। जो बन पड़ेगा किया जाएगा। बच्ची का जन्म इंडिया में हुआ था इसलिए उसे नागरिकता मिल चुकी है। सीमा भारत की बहू है इसके ऊपर कई केसेस भी भारत में है। नागरिकता के लिए प्रक्रिया चल रही है। हम भारत सरकार के टच में है। सीमा हैदर ने नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया था। भारत आने के बाद उसने ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में रहने वाले सचिन मीणा के साथ शादी की है। दोनों की मुलाकात ऑनलाइन गेम PUBG के माध्यम से हुई थी। यही रिश्ता धीरे-धीरे प्यार में बदल गया। अब सीमा, सचिन के साथ नोएडा में रह रही हैं। वह सचिन के बच्चे की मां भी बन चुकी है। केंद्र सरकार ने कहा- 1 मई तक भारत छोड़ दें पाकिस्तानी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों को इस रास्ते से लौटने के लिए 1 मई तक का वक्त दिया गया है। पाकिस्तानी नागरिक अब भारत दौरा नहीं कर सकेंगे। भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है। सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं। ————————- पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए LIVE-कश्मीर से शुभम का शव कानपुर लाया गया:मंत्री ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया; एयरपोर्ट पर डिप्टी CM से लिपटकर रोए पिता जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी का शव देर रात कानपुर लाया गया। लखनऊ एयरपोर्ट से कानपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। शुभम का शव उनके पैतृक गांव हाथीपुर पहुंचाया। मंत्री राकेश सचान और योगेंद्र उपाध्याय ने घर पर पार्थिव शरीर को कंधा दिया। शव का अंतिम संस्कार आज राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। सीएम योगी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सुबह 9:30 बजे कानपुर पहुंचेंगे। पूरी खबर पढ़िए यूपी- शुभम की पत्नी योगी से बोली- कड़ा बदला चाहिए:पति की शर्ट पहनी, फिर उसी से लिपट गई; CM बोले- ताबूत में ये आखिरी कील पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। चाचा नरेंद्र ने मुखाग्नि दी। पिता बगल में खड़े होकर रोते रहे। गुरुवार सुबह 11 बजे जब घर से ड्योढ़ी घाट के लिए शव यात्रा निकली तो पत्नी ऐशन्या चीख पड़ीं। पत्नी ने दो दिन से अपने पति की शर्ट पहन रखी थी। उन्होंने वह शर्ट उतारी, उसे सीने से लगाया, फिर फूट-फूटकर रोने लगीं। यह देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आईं। इससे पहले, सीएम योगी ने शुभम को श्रद्धांजलि दी और घरवालों से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर