आज से बड़े मंगल की शुरुआत हो गई है। लखनऊ के अधिकतर हनुमान मंदिर सज चुके हैं। सुबह से भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई है। भंडारे की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। ट्रैफिक पुलिस ने बड़ा मंगल पर डायवर्जन प्लान जारी किया है। यह सोमवार रात 12 बजे से लागू है। जो आयोजन खत्म होने तक रहेगा। यहां पढ़िए कहां-कहां डायवर्जन रहेगा और कहां रहेगा हैवी ट्रैफिक… हनुमान सेतु मंदिर क्षेत्र में ट्रैफिक की यह व्यवस्था यहां मिल सकता है जाम अलीगंज हनुमान मंदिर क्षेत्र में ट्रैफिक की यह व्यवस्था यहां मिल सकता है जाम अब शहर के बाकी हिस्सों में जारी डायवर्जन समझिए… कहां नहीं जा सकेंगे सीतापुर रोड से आने वाली गाड़ियां पुरनिया रेलवे क्रासिंग होकर कपूरथला या आईटी चौराहा नहीं जा सकेंगी। कहां से जा सकेंगे सीतापुर रोड से भारी वाहन पक्का पुल, शाहमीना तिराहा, डालीगंज पुल होकर कैसरबाग जाएंगे। सीतापुर रोड से भारी वाहन इंजीनियर कॉलेज चौराहा से टेढ़ी पुलिया, विकास नगर मोड़, रहीम नगर, वायरलेस चौराहा महानगर होकर जा सकेंगे। कहां नहीं जा सकेंगे कुर्सी रोड की ओर से आने वाला ट्रैफिक विष्णुपुरी कॉलोनी, रहीम नगर चौराहा से नीरा नर्सिंग होम की ओर नहीं जा सकेगा। कहां से जा सकेंगे पॉलिटेक्निक चौराहा, वायरलेस चौराहा, गोल मार्केट, निशातगंज, अशोक मार्ग होते हुए जा सकेंगे। आज से बड़े मंगल की शुरुआत हो गई है। लखनऊ के अधिकतर हनुमान मंदिर सज चुके हैं। सुबह से भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई है। भंडारे की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। ट्रैफिक पुलिस ने बड़ा मंगल पर डायवर्जन प्लान जारी किया है। यह सोमवार रात 12 बजे से लागू है। जो आयोजन खत्म होने तक रहेगा। यहां पढ़िए कहां-कहां डायवर्जन रहेगा और कहां रहेगा हैवी ट्रैफिक… हनुमान सेतु मंदिर क्षेत्र में ट्रैफिक की यह व्यवस्था यहां मिल सकता है जाम अलीगंज हनुमान मंदिर क्षेत्र में ट्रैफिक की यह व्यवस्था यहां मिल सकता है जाम अब शहर के बाकी हिस्सों में जारी डायवर्जन समझिए… कहां नहीं जा सकेंगे सीतापुर रोड से आने वाली गाड़ियां पुरनिया रेलवे क्रासिंग होकर कपूरथला या आईटी चौराहा नहीं जा सकेंगी। कहां से जा सकेंगे सीतापुर रोड से भारी वाहन पक्का पुल, शाहमीना तिराहा, डालीगंज पुल होकर कैसरबाग जाएंगे। सीतापुर रोड से भारी वाहन इंजीनियर कॉलेज चौराहा से टेढ़ी पुलिया, विकास नगर मोड़, रहीम नगर, वायरलेस चौराहा महानगर होकर जा सकेंगे। कहां नहीं जा सकेंगे कुर्सी रोड की ओर से आने वाला ट्रैफिक विष्णुपुरी कॉलोनी, रहीम नगर चौराहा से नीरा नर्सिंग होम की ओर नहीं जा सकेगा। कहां से जा सकेंगे पॉलिटेक्निक चौराहा, वायरलेस चौराहा, गोल मार्केट, निशातगंज, अशोक मार्ग होते हुए जा सकेंगे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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पेरिस पैरालिंपिक में दम दिखाएंगे हरियाणा के 22 खिलाड़ी:सोनीपत के अंतिल होंगे भारत के फ्लैग बियरर; नीरज चोपड़ा ने जैवलिन के टिप्स दिए
पेरिस पैरालिंपिक में दम दिखाएंगे हरियाणा के 22 खिलाड़ी:सोनीपत के अंतिल होंगे भारत के फ्लैग बियरर; नीरज चोपड़ा ने जैवलिन के टिप्स दिए पेरिस ओलिंपिक के बाद अब पेरिस पैरालिंपिक 2024 की शुरूआत होने जा रही है। आगामी 28 अगस्त से इस खेल की शुरुआत होगी, जोकि 8 सितंबर तक चलेंगे। इस बार भारत की तरफ से पैरालिंपिक में कुल 84 एथलीट हिस्सा लेंगे। हमेशा की तरह खेलों में अपनी अलग ही पहचान बनाने वाला हरियाणा, पैरालिंपिक में भी अव्वल दिखाई देगा। पैरालिंपिक में हरियाणा की तरफ से कुल 22 एथलीट हिस्सा लेंगे। जिसमें 6 महिला और 16 पुरुष शामिल हैं। पैरालिंपिक में भारत का परचम लहराने के लिए एथलीट्स 24 अगस्त से अलग-अलग ग्रुप में पेरिस के लिए रवाना होंगे। सुमित अंतिल भारतीय दल के ध्वजवाहक होंगे। सोनीपत के सुमित और पानीपत के नवदीप से मेडल की उम्मीद
सोनीपत के रहने वाले सुमित अंतिल ने भारत के लिए टोक्यो पैरालिंपिक में जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता था, तब उन्होंने 68.68 मीटर तक भाला फेंका था। इस बार भी उनसे गोल्ड मेडल की आस है। वह वर्ल्ड चैंपियनशिप और पैरा एशियन गेम्स में भी स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। सुमित के अलावा पानीपत के रहने वाले 23 साल के नवदीप से भी जेवलिन थ्रो में पदक की उम्मीद है। नवदीप टोक्यो ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहे थे। वह मेडल से चूक गए थे। इस बार टोक्यो की कमी वह पेरिस में पदक जीतकर पूरी करना चाहेंगे। चौथी बार पैरा ओलिंपिक में हिस्सा लेंगे अमित सरोहा
जींद के मनु खटकड़ शॉटपुट में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बेकरार हैं। वह एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। पैरालिंपिक में मेडल जीतने के लिए वह पिछले चार साल से कड़ी मेहनत कर रहे हैं। वहीं अनुभवी एथलीट अमित सरोहा F51 श्रेणी डिस्कस थ्रो में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। वह चौथी बार पैरालिंपिक में हिस्सा लेने जा रहे हैं। नीरज चोपड़ा ने सुमित को दी सलाह: कुछ भी नया प्रयास नहीं करना
हाल में पेरिस ओलिंपिक में भाला फेंक प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने वाले एथलीट नीरज चोपड़ा ने सुमित अंतिल को सलाह दी है कि पेरिस पैरालिंपिक में कुछ नया करने का प्रयास मत करना। अंतिल ने पेरिस पैरालिंपिक से पहले नीरज की सलाह साझा करते हुए कहा, नीरज भाई कहते हैं कि मुझे कुछ भी नया करने का प्रयास नहीं करना और बस शांत और धैर्य से अपनी तैयारी पर भरोसा करना चाहिए। अंतिल ने कहा कि उनकी पीठ में चोट है, उन्हें पेरिस में प्रतियोगिता शुरू होने से पहले ठीक होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, हम इस बार चोट से बचने को लेकर बहुत सतर्क हैं। चोटिल होने पर यह थ्रो को प्रभावित करता है। अभी उन्हें पीठ में मामूली खिंचाव है और वे नहीं चाहते कि ये उनके प्रदर्शन को प्रभावित करे। भाला फेंक एथलीट अंतिल ने टोक्यो में अपनी स्पर्धा में तीन बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ा और एफ-64 श्रेणी में 68.55 मीटर दूर भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था। सोनीपत के 26 वर्षीय अंतिल ने 2015 में एक दुर्घटना में अपना बायां पैर खो दिया था। ओलिंपिक में हरियाणा के खिलाड़ियों ने 3 व्यक्तिगत, 2 मिक्स इवेंट मेडल जीते
पेरिस ओलिंपिक में हरियाणा के खिलाड़ियों ने 4 मेडल जीते। इनमें 3 मेडल मनु भाकर, नीरज चोपड़ा और अमन सहरावत ने जीते। एक मेडल मिक्स टीम इवेंट में जीता। जिसमें मनु भाकर और सरबजोत सिंह, दोनों खिलाड़ी हरियाणा के थे। ब्रॉन्ज जीतने वाली हॉकी टीम में हमारे 3 खिलाड़ी अभिषेक, संजय और सुमित थे।
होटल में मिली प्रेमी जोड़े की लाश:संडे को लखनऊ घूमने पहुंचे, रात में कमरा बुक किया; सुबह फांसी पर लटकते मिले
होटल में मिली प्रेमी जोड़े की लाश:संडे को लखनऊ घूमने पहुंचे, रात में कमरा बुक किया; सुबह फांसी पर लटकते मिले लखनऊ के एक होटल में प्रेमी युगल की लाश मिली है। दोनों रविवार की रात होटल पहुंचे। वहां स्टे के लिए कमरा बुक किया। सुबह जब होटल कर्मियों ने दरवाजा नॉक किया तो नहीं खुला। काफी प्रयास के बाद भी दरवाजा बंद ही रहा। फिर होटल मैनेजर ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। वहां दोनों की लाश फंदे पर लटकती मिली है। उनके पास मिले कागजात से नाम और एड्रेस की जानकारी मिली है। पुलिस ने बताया कि लड़के का नाम मुन्ना (19) निवासी बहराइच और निकिता (19) निवासी जौनपुर के तौर पर हुई है। जानकारी के मुताबिक दोनों रविवार को लखनऊ पहुंचे थे और घूमने के बारे में बताया था। इसके बाद वे नाका एरिया के मिनी महल होटल पहुंचे और कमरा किराए पर लिया। वहीं पर दोनों की लाश मिली है। पुलिस का मानना है कि रात में किसी वक्त दोनों ने फांसी लगाई होगी। परिजनों को सूचना दी गई है। दोनों नहीं निकले थे होटल से बाहर होटल के मैनेजर विकास ने बताया रविवार सुबह 7:30 बजे दोनों यहां आए थे। कमरा बुक किया और आधार कार्ड जमा किया। वे सिर्फ एक बार पानी लेने के लिए निकले और उसके बाद बाहर नहीं आए। सुबह चेक ऑउट के लिए हमारा स्टॉफ गया तो कोई रिस्पांस नहीं मिला। फिर हमने 112 नंबर पर कॉल किया और पुलिस को जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई तो दोनों फांसी के फंदे पर लटकते मिले। इनका पता मिला है, परिजनों को जानकारी दी गई है। नहीं मिला है कोई सुसाइड नोट DCP रवीना त्यागी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लगता है। आधार कार्ड पर पता मिला है, केयर ऑफ में पिता का नाम नहीं है। कोई सुसाइड नोट भी पुलिस को मौके से नहीं मिला है। फारेसिंक टीम ने भी जांच की है।
फरीदाबाद में महिला ने ऑटो में जन्मा बच्चा:खून-प्लेटलेट्स की कमी बता डॉक्टर ने किया था दिल्ली रेफर; नहीं मिली एंबुलेंस, मंगाया ऑटो
फरीदाबाद में महिला ने ऑटो में जन्मा बच्चा:खून-प्लेटलेट्स की कमी बता डॉक्टर ने किया था दिल्ली रेफर; नहीं मिली एंबुलेंस, मंगाया ऑटो हरियाणा के फरीदाबाद के बादशाह खान नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों व स्टाफ की फिर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल में आई एक एक गर्भवती महिला को प्लेटलेट्स कम होने की बात कह कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। महिला को एम्बुलेंस भी नहीं मिली। परिजनों ने महिला को दिल्ली ले जाने के लिए ऑटो में बैठाया तो कुछ देर बाद ही ऑटो में ही महिला की डिलीवरी हो गई। महिला की ऑटो में डिलीवरी की खबर से डॉक्टरों व स्टाफ में हड़कंप मच गया। महिला को आनन फानन में जच्चा बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया। महिला व नवजात दोनों ही सुरक्षित हैं। हालांकि अस्पताल के डॉक्टर अब भी नहीं मान रहे कि उन्होंने महिला की हालत देखे बिना दिल्ली रेफर कर गलती की थी। महिला डॉक्टर प्रोनिता अहलावत ने बताया कि महिला में खून और प्लेटलेट्स की काफी कमी थी। इसके चलते उसे दिल्ली रेफर किया गया था। जानकारी अनुसार फरीदाबाद में भरत कॉलोनी में रहने वाले राजकुमार की पत्नी चांदनी (33) को पहले 4 बच्चे हैं। अब उसे पांचवां बच्चा होना था। प्रसव पीड़ा के बाद चांदनी को बीके अस्पताल में प्रसूति के लिए लाया गया। गुरुवार को चांदनी को खून की कमी और प्लेटलेट्स कम होने की बात कह कर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। एनएचएम के ड्राइवर की हड़ताल के चलते उन्हें एंबुलेंस नहीं मिली। राजकुमार ने बताया कि चांदनी की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। एंबुलेंस ने मिलने पर उन्होंने दिल्ली जाने के लिए एक ऑटो रिक्शा बुक किया। उन्होंने चांदनी को ऑटो बैठाया तो उसकी ऑटो में ही डिलीवरी हो गई। चांदनी की डिलीवरी की सूचना मिलने के बाद गायनी वार्ड में तैनात डॉक्टर प्रोनिता अहलावत और स्टाफ के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में स्टाफ को नीचे भेज कर चांदनी और उसके बच्चे को सही सलामत जच्चा बच्चा वार्ड में लाया गया।